दिल्ली, मुंबई, बेंगलूरु और चेन्नई जैसे शहरों की कहानी अलग है। इस विश्लेषण में शामिल दो दक्षिणी शहरों में भारत में शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है अनियमित चुनाव भी हुए हैं। हालांकि 1993 में हुए संविधान संशोधन के मुताबिक नगर निकायों समेत सभी स्थानीय निकायों के चुनाव हर पांच वर्ष में होने चाहिए भारत में शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है लेकिन बेंगलूरु और चेन्नई ने इसका पालन नहीं किया। निकाय चुनावों में मतदाताओं की रुचि कम होने की यह भी एक वजह हो सकती है। परंतु नगर भारत में शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है निकाय चुनावों में मतदाताओं और राजनीतिक दलों की फीकी प्रतिक्रिया की एक और वजह हो सकती है।
नगर निकायों के प्रति बेरुखी का निदान जरूरी
बिज़नेस स्टैंडर्ड के एक विश्लेषण में बताया गया है कि नगर निकायों में अपेक्षाकृत कम मतदान भारत में शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है दर्ज करने के मामले में दिल्ली अकेला नहीं है। केवल राष्ट्रीय राजधानी में ही नहीं बल्कि देश के कई अन्य शहरों के नगर निकाय चुनावों में भी मतदाताओं ने अपेक्षाकृत कम रुचि दिखाई। जबकि विधानसभा अथवा लोकसभा के चुनावों में मतदाताओं का प्रतिशत अधिक रहा है। नगर निकाय चुनावों में मतदाताओं की कम अभिरुचि को किसी भी लोकतंत्र में चिंता का विषय माना ही जाना चाहिए।
इस माह के आरंभ में जिस बात ने इस चिंता पर जोर दिया वह था यह खुलासा कि गत 4 दिसंबर को हुए दिल्ली नगर निगम के चुनावों में 250 पार्षदों के निर्वाचन के लिए कुल पात्र मतदाताओं में से केवल आधों ने मतदान किया। यह तादाद 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों तथा उससे एक वर्ष पहले के आम चुनावों की तुलना में 10 फीसदी कम थी। वर्ष 2017 के नगर निगम चुनावों में करीब 53 फीसदी लोगों ने मतदान किया था जबकि 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में 67 फीसदी लोगों ने वोट डाला था।
Grah Gochar 2023: जनवरी 2023 में बनेगा विपरीत राजयोग, इन 3 राशियों के लोगों की आर्थिक बढ़ोतरी और धन लाभ के प्रबल योग!
grah gochar january 2023: जनवरी 2023। (फोटो:freepik)
Grah Gochar 2023: नए साल में ग्रहों के गोचर से कई योग और संयोग बन रहे हैं। जनवरी 2023 में ग्रहों के राशि परिवर्तन से बन रहे योग से कई राशियों के लिए अच्छा समय शुरू हो सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जनवरी 2023 में ग्रहों के गोचर से विपरीज राजयोग बन रहा है। 17 जनवरी 2023 को न्याय के देवता शनि देव कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। इससे शुभ विपरीत राजयोग बनेगा, जो कई राशियों के जातकों के लिए लाभदायक हो सकता है। आइए जानते हैं कि विपरीत राजयोग क्या है और इससे किन-किन राशियों के जातकों को लाभ हो सकता है।
क्या है विपरीत राजयोग (What is Vipreet Raj Yoga)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में जब छठें,आठवें और बारहवें भाव के स्वामी युति में होते है, इससे जो योग बनता है। उसे विपरीत राजयोग कहा जाता है। यह सबसे अच्छा योग माना जाता है। विपरीत राजयोग तीन प्रकार के होते हैं। इन तीनों का अपना अलग-अलग महत्व है।
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वृषभ राशि (Grah Gochar January 2023)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस राशि के जातकों के लिए 17 जनवरी 2023 से शनि के गोचर से बनने वाले विपरीत राजयोग से लाभ हो सकता है। विदेश यात्रा पर जा सकते हैं। नौकरी पेशा जातकों के लिए विपरीत राजयोग लाभप्रद हो सकता है। प्रमोशन और सैलरी बढ़ने का लाभ मिल सकता है। कार्यस्थल पर समय आपके लिए अच्छा हो सकता है।
तुला राशि के जातकों की भारत में शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है कुंडली में विपरीत राजयोग पांचवें भाव में बनेगा। जातकों को करियर में तरक्की मिल सकती है। कारोबार में भी अच्छा मुनाफा होने की संभावना है और आप अपने व्यापार को इस अवधि में आगे बढ़ा सकते हैं।
विश्व के प्रमुख शेयर बाजारों के सूचकांक
विश्व के प्रमुख शेयर बाजारों के सूचकांक –
शेयर मूल्य सूचकांक | स्टॉक एक्सचेंज |
FTSE 100 | लंदन |
सियोल कंपोजिट | सियोल |
IPC | मेक्सिको |
मीबटेल | इटली |
बोवेस्पा | ब्राजील |
एस. & पी. | कनाडा |
नासदाक | USA |
शंघाई कॉम | चीन |
तेन | ताइवान |
सेट | थाईलैंड |
कोस्पी | कोरिया |
सिमेक्स, स्ट्रेट्स Times | सिंगापुर |
हांग सेंग | हांग कांग |
मिड डेक्स | फ्रैक फर्ट |
निक्की | टोकियों |
डो जोन्स | न्यूयार्क |
शंघाई कॉम | चीन |
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 540