चीन के पास मौजूद करेंसीज और ग्लोबल एसेट्स की वैल्यू में बदलाव से उसका विदेशी मुद्रा भंडार उम्मीद से अधिक तेजी से बढ़ा है। जुलाई के अंत में चीन के पास 62.64 मिलियन फाइन ट्रॉय ओंस स्वर्ण भंडार था जिसकी कीमत 114.37 अरब डॉलर है। इस तरह चीन का स्वर्ण भंडार भी भारत की तुलना में तीन गुना है।
Forex Reserves : लगातार तीसरे हफ्ते बढ़ा विदेशी मुद्रा भंडार, 550 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंचा
आरबीआई (RBI) ने अतीत में कहा था कि उसके रिजर्व में बदलाव बढ़ोतरी या हानि के पुनर्मूल्यांकन के साथ ही बाजार में दखल की वजह से हुआ है
Forex Reserves : भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (foreign exchange reserves) 25 नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान बढ़कर 550.14 अरब डॉलर हो गया। यह लगातार तीसरे सप्ताह में बढ़ोतरी रही है। रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) यानी RBI द्वारा शुक्रवार को जारी साप्ताहिक डेटा से यह बात सामने आई है। 18 नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान देश का रिजर्व 547.25 अरब डॉलर रहा था। अक्टूबर में 524 अरब डॉलर के दो साल के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद, डॉलर के अपने ऊपरी स्तरों से नीचे के साथ विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ रहा है।
Foreign Currency Reserve: विदेशी मुद्रा भंडार 2 साल में सबसे कम! भारत के लिए यह बहुत बुरी खबर है?
Written By: Sachin Chaturvedi @sachinbakul
Updated on: October 08, 2022 14:12 IST
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रिजर्व बैंक इस समय दोराहे पर आ खड़ा हुआ है। एक और रुपया पाताल में धंसता नजर आ रहा है, वहीं घटते निर्यात और बढ़ते आया से विदेशी मुद्रा भंडार भी दिनों दिन सिकुड़ता नजर आ रहा है। उस पर विदेशी निवेशकों की रवानगी ने रिजर्व बैंक और सरकार का सिर चकरा दिया है। रुपये को 80 के स्तर से नीचे गिरने से रोकने के लिए पिछले महीने रिजर्व बैंक करीब 100 अरब डॉलर झोंक चुका है। लेकिन इसके बावजूद रुपया 82 से नीचे फिसल चुका है।अब रिजर्व बैंक का पूरा जोर रुपये को बचाने की बजाए विदेशी मुद्रा भंडार को बचाने पर है।
लगातार नौवें सप्ताह आई गिरावट
देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का सिलसिला जारी रहने के बीच 30 सितंबर को समाप्त सप्ताह में यह 4.854 अरब डॉलर घटकर 532.664 अरब डॉलर रह गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। विदेशी मुद्रा भंडार इससे पिछले सप्ताह में 8.134 अरब डॉलर कम होकर 537.
518 अरब डॉलर पर रहा था।
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1 साल में 100 अरब डॉलर की गिरावट
वैश्विक घटनाक्रमों के कारण रुपये की विनियम दर में गिरावट को रोकने के जारी प्रयासों के बीच विदेशी मुद्रा भंडार में यह कमी आई है। देश की विदेशी मुद्रा भंडार अक्टूबर 2021 में 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। आरबीआई की तरफ से शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, फॉरेन करंसी असेट्स (एफसीए) में गिरावट के कारण 30 सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है। एफसीए दरअसल समग्र भंडार का एक प्रमुख हिस्सा होता है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान एफसीए 4.406 अरब डॉलर घटकर 472.807 अरब डॉलर रह गया।
डॉलर के संदर्भ में एफसीए में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में वृद्धि या मूल्यह्रास का प्रभाव शामिल है। आंकड़ों के अनुसार, सोने के भंडार का मूल्य 28.1 करोड़ डॉलर घटकर 37.605 अरब डॉलर पर आ गया है। समीक्षाधीन सप्ताह में, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 16.7 करोड़ डॉलर बढ़कर 17.427 अरब डॉलर हो गया। आरबीआई के आंकड़ों से पता चलता है कि समीक्षाधीन सप्ताह में आईएमएफ के पास सुरक्षित देश का मुद्रा भंडार 4.826 अरब डॉलर पर अपरिवर्तित रहा।
कंगाली के राह पर खड़ा है पाकिस्तान, विदेशी मुद्रा भंडार में बची है मात्र 6 अरब डॉलर की संपत्ति
Edited By: India TV Business Desk
Published on: December 10, 2022 13:08 IST
Photo:INDIA TV पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार खाली होने के कगार पर
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक (एसबीपी) का विदेशी मुद्रा भंडार दो पैसा विदेशी मुद्रा दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 78.4 करोड़ डॉलर घटकर चार साल के निचले स्तर 6.72 अरब डॉलर पर आ गया। बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के आंकड़ों से मिली जानकारी के मुताबिक, इससे पहले 18 जनवरी 2019 को केंद्रीय बैंक के पास मुद्रा भंडार 6.64 अरब डॉलर था। वाणिज्यिक बैंकों के पास कुल विदेशी मुद्रा भंडार 5.86 अरब डॉलर रहा।
इस वजह से आई पैसा विदेशी मुद्रा मुद्रा भंडार में कमी
इसको लेकर देश में कुल विदेशी मुद्रा भंडार 12.58 अरब डॉलर रहा। सरकार ने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार की स्थिति को मजबूत बनाना उसकी मुख्य प्राथमिकता है। हालांकि, अप्रैल के बाद से विदेशी मुद्रा भंडार चार अरब डॉलर घटा है। उस समय यह 10.9 अरब डॉलर था। उसी समय प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अगुवाई में नई गठबंघन सरकार सत्ता में आई थी। विश्लेषकों के अनुसार, मुद्रा भंडार में कमी का कारण पिछले पांच महीने में पूंजी प्रवाह का केवल चार अरब डॉलर रहना है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार में कमी का एक कारण इस्लामिक बॉन्ड (सुकुक) के परिपक्व होने के बाद उसका भुगतान है। केंद्रीय बैंक के गवर्नर जमील अहमद ने कहा कि चूक का कोई जोखिम नहीं है और देश समय पर विदेशी देनदारी को पूरा करने में सक्षम है।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार दो दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 11.02 अरब डॉलर बढ़कर 561.162 अरब डॉलर पर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार चौथे सप्ताह तेजी आई है। पिछले सप्ताह देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 2.9 अरब डॉलर बढ़कर 550.14 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। वहीं 11 नवंबर को समाप्त सप्ताह में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर की वृद्धि हुई थी। एक सप्ताह में दूसरी बार सबसे अधिक वृद्धि हुई थी।
विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर के पार, आईएमएफ में रखा देश का पैसा भी बढ़ा, पढ़िए डिटेल रिपोर्ट
आंकड़ों के अनुसार, इस सप्ताह में पैसा विदेशी मुद्रा स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 9.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 40.917 अरब डॉलर हो गया.
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार देश का विदेशी मुद्रा भंडार 27 मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भ . अधिक पढ़ें
- पीटीआई
- Last Updated : June 04, 2022, 09:37 IST
मुंबई . भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है. 27 मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.854 अरब डॉलर बढ़कर 601.363 अरब डॉलर हो गया. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार यह वृद्धि विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में हुई बढ़ोतरी के कारण हुई है. इससे पिछले सप्ताह, विदेशी मुद्रा भंडार 4.230 अरब डॉलर बढ़कर 597.509 अरब डॉलर हो गया था.
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण फॉरेन करेंसी एसेट यानी एफसीए (Foreign Currency Assets) में वृद्धि होना है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक है. आंकड़ों के अनुसार फॉरेन करेंसी एसेट (एफसीए) 3.61 अरब डॉलर बढ़कर 536.988 अरब डॉलर हो गयी.
India vs China: भारत का विदेशी मुद्रा भंडार रेकॉर्ड स्तर पर लेकिन चीन के आगे कुछ भी नहीं
विदेशी मुद्रा भंडार
- देश का विदेशी मुद्रा भंडार 620.576 अरब डॉलर के रेकॉर्ड स्तर पर
- स्वर्ण भंडार भी 76 करोड़ डॉलर बढ़कर 37.644 अरब डॉलर हो गया
- चीन का विदेशी मुद्रा भंडार जुलाई में 3.236 लाख करोड़ डॉलर पहुंचा
इस दौरान एफसीए 8.596 अरब डॉलर बढ़कर 576.224 अरब डॉलर हो गया। डॉलर के लिहाज से बताई जाने वाली विदेशी मुद्रा संपत्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल पैसा विदेशी मुद्रा होता है। आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान स्वर्ण भंडार 76 करोड़ डॉलर बढ़कर 37.पैसा विदेशी मुद्रा 644 अरब डॉलर हो गया। वहीं, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के पास मौजूद विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 60 लाख डॉलर बढ़कर 1.552 अरब डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक ने बताया कि आलोच्य सप्ताह के दौरान आईएमएफ के पास मौजूद भारत का विदेशी मुद्रा भंडार भी 6.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.156 अरब डॉलर हो गया।
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