क्या ट्रेडर के लिए शेयर बाजार में प्रवेश करना और पैसा कमाना आसान है ?

Paper Gold ट्रेडिंग होगी आसान, EGRs में ट्रेड करने पर नहीं रुकेगा ITC रिफंड

इस कवायद का मकसद Gold Menetization को बढ़ावा देना है। बता दें कि BSE के बाद NSE में भी जल्द EGRs ट्रेडिंग को मंजूरी मिल सकती है

EGRs में निवेशक गोल्ड की कीमतों में उतार-चढ़ाव का फायदा ठीक उसी तरह ले सकेंगे पेपर ट्रेडिंग क्या है? जैसे वे शेयरों की ट्रेडिंग में लेते रहे हैं

Paper Gold में ट्रेडिंग करने वालों कारोबारियों लिए अब एक अच्छी खबर है। इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट (Electronic Gold Receipts) में ट्रेड (Trade) करने वालों का ITC रिफंड अब नहीं अटकेगा। सीएनबीसी-आवाज़ को सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि वित्तमंत्रालय GST से जुड़े नियमों में ढील देने पर विचार कर रहा है। इस पर ज्यादा डिटेल जानकारी देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ संवाददाता आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि EGRs में ट्रेड करना आसान किए जानें पर काम किया जा रहा है। EGRs में ट्रेडिंग पर पेपर ट्रेडिंग क्या है? राहत मिलेगी। इसमें GST नियमों में नरमी पर विचार किया जा रहा है। जिससे ITC रिफंड नहीं अटकेगा। ये प्रस्ताव SEBI ने दिया था जिस पर जल्द ही अमल होता नजर आ सकता है।

EGRs में निवेश करने पर मिलेगा ITC बेनिफिट

सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक EGRs में निवेश करने पर ITC बेनिफिट मिलेगा। अब Conversion के समय भी GST की मंजूरी संभव होगी। ITC रिफंड क्लेम के लिए Conversion तक इंतजार नहीं करना होगा। इससे वित्तमंत्रालय की हरी झंडी का इंतजार है। जबकि GST Council इस पर अंतिम मंजूरी देगा। इस कवायद का मकसद Gold Menetization को बढ़ावा देना है। बता दें कि BSE के बाद NSE में भी जल्द EGRs ट्रेडिंग को मंजूरी मिल सकती है।

पेपर ट्रेडिंग क्या है?

7 शेयर मार्केट ट्रेडिंग टिप्स इन हिंदी

क्या ट्रेडर के लिए शेयर बाजार में प्रवेश करना और पैसा कमाना आसान है ?

7 शेयर मार्केट ट्रेडिंग टिप्स इन हिंदी

एक अनुमान है की अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने वालो की उम्र की औसत निकालते है तो ३०-३५ साल के आसपास है.
इसका मतलब ये है की आज की दौर में युवा शेयर बाजार की तरफ आकर्षित हो रहे है. इस आकर्षण का महत्वपूर्ण कारण है तेजी से दौड़ता बाजार और कम समय -कम मेहनत से पैसा कमाने की लालसा. क्या ये लालसा ठीक है.

अगर कम सयम में बहुत पैसा मिल रहा तो बुरा क्या है.

मगर आप ये सोचकर कदम रखते है तो ये आपकी सोच गलत है.

क्योंकि ज्यादातर युवा शेयर बाजार में इस कारण ही आते है.

क्या शेयर बाजार में पैसा कमाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है की नहीं ?

क्या पैसा लगाना पड़ता है या नहीं ? क्या बिना टेंशन के शेयर बाजार में रह सकते है ?

सारे सवालो का जवाब है शेयर बाजार में अगर पैसा कमाना है तो पैसा लगाना पड़ता है , मेहनत करनी पड़ती है और तनाव झेलना पड़ती है.

अगर ये सब करने आपकी तैयारी है तो आप शेयर बाजार में ट्रेडर के रूप में कदम रखने के के लिए तैयार है.

यहाँ कदम रखना काफी नहीं है . यहाँ लम्बे वक्त तक ट्रेडर के रूप टिकना महत्वपूर्ण है.

दुसरा यह अनुमान है की जो भी व्यक्ति ट्रेडर के रूप में कदम रखता है उसमेसे औसतन ३० से ४० प्रतिशत ही टिक पाते है और बाकि सब बाहर हो जाते है .

इसका क्या कारण है ? Beginner In Share Market Hindi Me / share market for beginners

इसका महत्वपूर्ण कारण है . तैयारी करना…..

तो क्या क्या तैयारी करनी पड़ती है ?

ट्रेडर निचे दिए हुए कुछ बातो का ध्यान रखा तो उसे ट्रेडिंग में बहुत मदत पेपर ट्रेडिंग क्या है? मिलेगी और वह यहां अपने कदम जडा सकता है और टिक सकता है .

( A ) शेयर बाजार दो चीजे बहुत बहुत महत्वपूर्ण है पैसा कमाने की बजाय पैसा बचाना और लम्बे वक्त तक टिकना .

आप पैसे तो कमा लोगो पर पैसा टिकाना उससे ज्यादा महत्वपूर्ण है. ये बात मैं ये क्यों दोहरा रहा हूँ इसका जवाब आपको दूसरे भाग में मिलेगा .

( B ) इस भाग में ये जानते है पेपर ट्रेडिंग क्या है? की आप के एंट्री करने के बाद क्या क्या खयाल रखना है.

( C ) बहुत कम राशि से आपको ट्रेडर के रूप में उतरना पड़ेगा, यह राशि डूब भी गयी तो आपके रोज़ मर्रा के जीवन पर कुछ असर न पड़े,

पढ़ने में यह पॉइंट कुछ अटपटा लग सकता है पर ये सच है .

( D ) शुरुआत में आपको डे ट्रेडिंग की बजाय शार्ट टर्म ट्रेडिंग करनी चाहिए. कम से कम ५ से ६ दिन का ट्रेड लेना चाहिए.

आज कल के युवा २ से ३ महीने की ट्रेनिंग लेकर आकर आते ये बहुत अच्छी बात है आप पूरी तरह दुसरो पर निर्भर नहीं रहोगे.

( E ) अगर आप ट्रेनिंग लेकर आते हो तो भी आपको कम से कम अगले छह महीने तक बहुत कम ट्रेडिंग करना है.

( F ) अगर हमें ५ से ६ दिन ट्रेड लेना है और यह छह माह तक करना है तो हम इसके बिच और क्या करे ?

( G ) हमें पेपर ट्रेडिंग करनी है ……….ये पेपर ट्रेडिंग क्या है ?

( H ) जैसा आप वास्तविक ट्रेड ले रहे हो वैसा ही ट्रेड पेपर पर लेना है यानि लिखना है. पेपर पर ले रहे हो तो दुर्लक्षित होकर ट्रेडिंग नहीं करनी है .

पैसे लग नहीं रहे तो आपका ध्यान ट्रेड की तरफ ध्यान कम हो सकता है और आप गलत ट्रेड ले सकते हो.

इसका परिणाम आपके वास्तविक ट्रेडिंग पर भी हो सकती है. इसके लिए ऊपर की बातो का ध्यान रखना है.

( I ) आजकल आपको शेयर बाजार की बारीकियां जानने के लिए बहुत सारे माध्यम उपलब्ध है उसका पूरा उपयोग करना है.

जैसे की टीवी , युटुब , सोशल मीडिया प्लेटफार्म. इन सब पर कुछ ना कुछ मिलेगा.

( J ) आपको दिन में पेपर ट्रेडिंग क्या है? कम से कम २ घंटे ( आपको सफलता चाहिए तो ) का वक्त देना पड़ेगा. मैं ३ -४ महीने की ट्रेडिंग लेकर आया हूँ

मुझे और कुछ नहीं चाहिए ये नहीं चलेगा आपको अति आत्मविश्वास में नहीं रहना है.

शेयर बाजार शिक्षक की तरह है जिंदगी भर पढ़ना और पढ़ाना है, इसमें नया नया सीखना ही रहता है.

( K )आपको अति आत्मविश्वास में रहना नहीं है, अगर आप पेपर ट्रेडिंग ईमानदारी से करते हो तो आप जरूर सफल होंगे.

( L ) इसमें निरंतर कुछ न कुछ सीखना है.शेयर बाजार में दो महत्वपूर्ण चीजे होती है एक फंडामेंटल्स और टेक्नीकल्स.

इसमेसे दोनों ही चीजे आपके हाथो में नहीं है , पर आप टेक्नीकल्स पर कुछ हद तक काबू पेपर ट्रेडिंग क्या है? पा सकते हो.

इस दौरान टेक्नीकल्स सीखने -जानने की कोशिश करे.

( M ) संयम और धीरज से काम करोगे तो सफलता जरूर मिलेगी.पेपर ट्रेडिंग क्या है?

क्या ट्रेडर के लिए शेयर बाजार में प्रवेश करना और पैसा कमाना आसान है ?

क्या ट्रेडर के लिए शेयर बाजार में प्रवेश करना और पैसा कमाना आसान है ?

पेपर ट्रेडिंग कैसे करें

paper trading Kiya hoti hai | पेपर ट्रेडिंग क्या होती है और कैसे करते है

पेपर ट्रेडिंग आपको शेयर मार्केट सीखने और समझने के लिए सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन प्लेटफार्म है जहां से आप आसानी से ट्रेडिंग कर सकते है आइए जानते है पेपर ट्रेडिंग कैसे करते है ( how to use paper trading) यह एक सॉफ्टवेयर है जहा से आप फेंक ट्रेडिंग करके ट्रेडिंग सिख सकते है पेपर ट्रेडिंग में असली … Read more

शेयर बाजार (Share Bazaar)

शेयर बाजार क्या है?
शेयर बाजार यानी इक्विटी मार्केट एक ऐसा प्लैटफॉर्म है, जो कंपनियों और निवेशकों को एक-दूसरे से जोड़ता है। कंपनियां पूंजी जुटाने के लिए शेयर बाजार में लिस्ट होती हैं। शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद निवेशक कंपनियों के शेयरों खरीदते -बेचते हैं।
बीएसई और एनएसई
भारत में दो बड़े शेयर बाजार हैं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई। बीएसई एशिया का सबसे पुराना शेयर बाजार है। इसकी स्थापना 1895 में की गई थी। एनएसई भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा शेयर बाजार है।
सेंसेक्स और निफ्टी
सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई का संवेदी सूचकांक है। सेंसेक्स में बीएसई की टॉप 30 कंपनियां शामिल की जाती हैं इसलिए इसे बीएसई 30 (BSE 30) भी कहते हैं। बाजार पूंजीकरण के हिसाब से सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियां बदलती रहती हैं।

निफ्टी नैशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई का संवेदी सूचकांक है। निफ्टी दो शब्दों को मिला कर बना है NATIONAL और FIFTY। इससे साफ पता चलता है कि निफ्टी एनएसई की टॉप 50 कंपिनयां शामिल होती हैं।
ट्रेडिंग की शुरुआता
शेयर बाजार में ट्रेडिंग यानी शेयरों की खरीद-बिक्री के लिए बैंक, डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट जरूरत होती है। शेयर डीमैट अकाउंट में जमा होते हैं और ट्रेडिंग अकाउंट के जरिये शेयरों की खरीद-बिक्री की जाती है।

शेयर बाजार में पैसा कैसे लगाएं | Share Market Basics for Beginners in Hindi

आज हम इस लेख में नए लोग शेयर बाजार में पैसा कैसे लगाएं, जिनसे उन्हें नुकसान न हो इसकी सारी जानकारी को जानेंगे.

आजकल शेयर मार्केट में निवेश यानी पैसे की बरबादी ऐसी लोगों की विचारधारा बन गई हैं। लेकिन ऐसा नहीं हैं, क्योंकी शेयर मार्केट से पैसे कमाने वाले आज बहुत सारे लोग हैं। शेयर मार्केट कैसे काम करती हैं यह नए लोगो को पता नहीं होता, इसलिए उनका नुकसान होता है। आज हम इस लेख में नए लोगों को शेयर मार्केट शुरू करने से पहले कोनसे चीजे समझना चाहिए यह 5 मुद्दों के आधारे देखेंगे। शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स अगर आप फोलो करते हो, तो शेयर मार्केट में नुकसान होने की संभावना कम होगी।

Share market in hindi

शेयर मार्केट का अध्ययन

जरा सोचिए, हमे नोकरी मिलने के लिए 15 वर्ष तक पढ़ना पड़ता है। फिर शेयर मार्केट का अध्ययन न करके कैसे पैसे कमा सकते हैं। इसलिए 90% शेयर मार्केट में निवेश करने वाले का नुक़सान होता है। शेयर मार्केट के किंग वारेन बफेट हर रोज 6-8 घण्टे किताब पढ़ते थे। इसलिए आज वो सबसे अमीर लोगो में से एक है। इसलिए अध्ययन न करके अगर आप शेयर मार्केट में आ रहे हैं तो आप अपना नुक़सान करने जा रहे हैं।

अब आपको प्रश्न आया होगा की शेयर मार्केट का ज्ञान कैसे ले सकते हैं? पहले आप शेयर मार्केट के जो इंडेक्स (सेंसेक्स और निफ्टी) है, उनकी जानकारी लो। सेंसेक्स में 30 और निफ्टी में 50 कंपनी होते हैं, इसकी जानकारी लो। इक्विटी शेयर Buy और Sell, Stop Loss, Target, Short Time & Long Time Investment, Intraday, Demat Account ऐसे सबकी जानकारी लो और उसे समझो।

फोकट के टिप्स से बचे

आप जब शेयर मार्केट में आते हैं, तब आपको बहुत सारे लोग कोनसा शेयर खरीदे या टिप्स देने के लिए रहेंगे। अब यह सोचने वाली बात है, अगर किसी को पता है कि कोनसा शेयर खरीदे जीससे प्रॉफिट कमा सकते हैं, तो वो आपको क्यों बताएगा। वो व्यक्ति खुद उस शेयर्स में इन्वेस्ट कर सकता है। ऐसे लोगो का नए लोगो से पैसे उबलना होता है। शुरुवात में आपको फोकट कॉल्स देते है और फिर आपसे पैसे निकालेंगे। इसलिये ऐसे फोकट के टिप्स या सलाह से दूर रहना।

अगर आपको लगता है कि कोई वक्ति शेयर मार्केट में बहुत वर्ष काम कर रहा है। एक्सपर्ट और अच्छे कॉल्स दे सकते हैं, तो आप उनके दिए हुए कॉल्स एक या दो महिने पेपर ट्रेडिंग कर के देखे। पेपर ट्रेडिंग क्या होता है यह हम आगे बताया है। अगर पेपर ट्रेडिंग के कॉल 80% के ऊपर सफल होए तो आप उनके टिप्स और सलाह वर विश्वास कर सकते हैं।

ट्रेडर या इन्वेस्टर तय करो

शेयर मार्केट में दो प्रकार के लोग काम करते हैं, एक ट्रेडर और दुसरा इन्वेस्टर। इन्वेस्टर यानी, जिनको लॉन्ग टर्म के लिए शेयर्स खरीदते हैं। जो रोज़ शेयर्स में निवेश नहीं कर सकते है, जिनका उद्देश्य होता हैं कि थोड़े वर्ष बाद हमारे निवेश पर अच्छे रिटर्न्स मिलने चाहिए।

ट्रेडर वो होते हैं जो 1 महीना, 1 हफ्ता या 1 दिन के लिए शेयर्स में निवेश करते हैं। आप ट्रेडिंग में ज्यादा मार्जिन का प्रयोग करके कम पैसे में ज्यादा शेयर्स ले सकते हैं। लेकिन इंवेस्टमेंट में आपको पूरा पैसा देना पड़ता है। ट्रेडिंग में रिस्क ज्यादा होता है और इन्वेस्टर में रिस्क कम होता है। एक्सपर्ट्स कहते हैं की शुरुवात पहले Investment से करनी चाहिए। जिसमे हम Equity Shares पूर्ण भुगतान करके खरीद सकते हैं। इस शेयर्स का अवधि अनियमित होता है। आप इसे कितने भी दिन यह शेयर्स रख सकते हैं।

जब इंवेस्टमेंट में अच्छा अनुभव आए तब आप शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग आप कर सकते हैं। जिसमे आप Positional या Swing कर सकते हैं। इस ट्रेडिंग का अवधि 1 हफ्ता से 1 महीना होता है। यह ट्रेडिंग Intraday Trading से सुरक्षित माना जाता है। यह ट्रेडिंग आपको अच्छा अनुभव आने के बाद करना चाहिए और वो भी कम पैसे के साथ । पेपर ट्रेडिंग क्या है? बहुत सारे लोग Intraday Trading से शुरुवात करते हैं। इस ट्रेडिंग की अवधि सिर्फ एक दिन का होता है। अब आप ही तय करो की आपको ट्रेडिंग करना है या इंवेस्टमेंट।

पेपर ट्रेडिंग

अगर आप शुरुवात में ट्रेडर बनकर काम करना चाहते हो, तो तुम्हे पेपर ट्रेडिंग करना पेपर ट्रेडिंग क्या है? अनिवार्य है। पेपर ट्रेडिंग यानी रोज पेपर पर आप खोजे हुए कंपनी और उनके टारगेट लिखना। फिर दिन के अंत में देखना की आप लगाए हुए कितने टारगेट हिट होते हैं। जब आपका पावर ट्रेडिंग का Ratio 80% ऊपर जाना शुरू होता है, तब आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए तैयार हो चुके होते है। एक्सपर्ट कहते हैं, आपको शुरुवात में 2-3 महिने पेपर ट्रेडिंग करनी चाहिए। फिर आपको एक महिना 80% से ऊपर टारगेट हिट होने लगने के बाद ही आप रियल शेयर मार्केट में आ सकते हैं।

ट्रेडिंग करने से पहले और एक तरीका है, पहले एक या दो महिने सिर्फ 1-2 शेयर्स खरीदे और बेचे। फिर चेक करे की आपको कितना प्रॉफिट या लॉस होता है। 1-2 शेयर्स होने से ज्यादा लॉस होता नही है, लेकिन आपको रियल मार्केट का अनुभव मिलता है। और यहां भी आपका 80% से ज्यादा कॉल्स हिट होने लगे तो धीरे धीरे शेयर्स बढ़ा सकते हैं।

धैर्य रखना

बहुत सारे लोग जल्दी पैसे कमाने के लिए शेयर मार्केट में आते हैं। और ऐसे जल्दी पैसे कमाने मे उनका जल्दी नुकसान होता है। अगर आप में धैर्य रखने की वृत्ति ना हो तो शेयर मार्केट आपके लिए नही है। शेयर मार्केट यह एक बड़ा विषय है इसलिए यहा सभी चीजे समझ कर पैसा कमाने के लिए वक्त लगता है, इसलिए धैर्य रखना सीखिए।

निष्कर्ष

शेयर मार्केट में समझ कर निवेश करने की आवश्यकता होती है। इसलिए यहां ऊपर बताए गए पाच मुद्दों फोलो करोगे तो आपको नुक़सान ना होने के साथ आप धीरे धीरे अच्छे पैसे भी कमाने की संभावना है।

रेटिंग: 4.21
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 344