Cryptocurrency Bill: आ रहा क्रिप्टो पर बैन वाला बिल: बिटकॉइन में पैसा लगाने वालों का क्या होगा? क्या फंस जाएगा? समझिए सबकुछ
Cryptocurrency Bill News: केंद्र सरकार संसद सत्र में क्रिप्टोकरेंसी पर एक बिल पेश करने वाली है। इस विधेयक में बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी पर प्रतिबंध की बात कही गई है।
हाइलाइट्स
- नरेंद्र मोदी सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी पर ला रही है बिल
- चीन क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन ने कुछ समय पहले ही क्रिप्टेकरेंसी पर बैन लगाया था
- सरकार से मांग की जा रही है कि क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह बैन की जगह नियम बने
तो कुछ छूट भी मिलेगी!
हालांकि, इस प्रस्तावित विधेयक में भारत में सभी तरह की निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने की बात कही गई है। हालांकि, इसमें कुछ अपवाद भी है, ताकि क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित प्रौद्योगिकी एवं इसके उपयोग को प्रोत्साहित किया जाए। बिल में इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल करेंसी के क्रिएशन के लिए एक फ्रेमवर्क बनाने की भी मांग की गई है।
प्रतिबंध या बनेंगे नियम?
हाल के दिनों में काफी संख्या में ऐसे विज्ञापन आ रहे हैं जिसमें क्रिप्टोकरेंसी में निवेश में काफी फायदे का वादा किया गया और इनमें फिल्मी हस्तियों को भी दिखाया गया। ऐसे में निवेशकों को गुमराह करने वाले वादों को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही थी। पिछले सप्ताह वित्त मामलों पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष एवं बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा ने क्रिप्टो एक्सचेंजों, ब्लाकचेन एवं क्रिप्टो आस्ति परिषद (बीएसीसी) के प्रतिनिधियों एवं अन्य लोगों से मुलाकात की थी और इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि क्रिप्टो करेंसी को प्रतिबंधित नहीं किया जाना चाहिए बल्कि इसका नियमन किया जाना चाहिए। भारतीय रिजर्व बैंक ने बार-बार क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ सख्त विचार व्यक्त किये है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी इस महीने के प्रारंभ में क्रिप्टोकरेंसी को अनुमति दिये जाने के खिलाफ सख्त विचार व्यक्त किये थे और कहा था कि ये किसी वित्तीय प्रणाली के लिये गंभीर खतरा है।
क्या क्रिप्टोकरेंसी पर पूरा बैन संभव है?
उद्योग जगत के विशेषज्ञों की माने तो तकनीकी रूप से बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी पर बैन संभव नहीं है। अगर सरकार लोकल करेंसी से क्रिप्टो की खरीदारी पर रोक लगा देती है तो भी उनके पास इसे वर्चुअली बैन करने के लिए कोई रास्ता नहीं है। क्रिप्टो की ट्रे़डिंग ऑनलाइन होती है और यह बैंकों और सरकार के दायरे से बाहर है।
आरबीआई के बैन को SC ठहरा चुका है गैरकानूनी
आरबीआई ने जब क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को प्रतिबंधित करने के लिए सर्कुलर निकाला था तो सुप्रीम कोर्ट ने इसे गैरकानूनी ठहरा दिया था। हालांकि, तत्कालीन आर्थिक मामलों के सचिव एस सी गर्ग (SC Garg) सरकार की बनाई कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने की बात कही थी।
किन देशों में क्रिप्टोकरेंसी पर है बैन
चीन का सेंट्रल बैंक क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी सभी ट्रांजेक्शन को अवैध करार दे चुका है। साथ ही क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग के खिलाफ कार्रवाई करने की बात भी कह चुका है। उसने ये भी कहा है कि वह घरेलू निवेशकों को सेवा देने वाले विदेशी एक्सचेंजों पर पाबंदी लगाएगा। चीन (China) के अलावा कुछ अन्य देश भी हैं, जिनमें क्रिप्टोकरेंसी या क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट्स (Cryptocurrency Payments) पर प्रतिबंध है। इनमें नाइजीरिया, टर्की, बोलिविया, एक्वाडोर, अल्जीरिया कतर, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, वियतनाम के नाम प्रमुख हैं। मिस्त्र में शरिया कानून के तहत क्रिप्टोकरेंसी को हराम मान गया है, हालांकि यह प्रत्यक्ष तौर पर प्रतिबंधित नहीं है।
ख़बरें
टॉप 8 क्रिप्टोकरेंसी, जो 2050 तक 1 डॉलर को 10 हजार डॉलर में बदल सकती हैं!
Bitcoin Investors Alert: बिटकॉइन में निवेश करने वाले सावधान, बड़ी गिरावट का अंदेशा!
टॉप 7 क्रिप्टोकरेंसी, जो BlockFi के दिवालिया घोषित करते ही गिरना शुरू हो गए, इनसे बचकर रहे
Binance ने 16 हजार करोड़ से ज्यादा के Bitcoin अज्ञात वॉलेट में किए ट्रांस्फर, ट्विटर पर आई सवालों की बाढ़
Bitcoin, Ethereum को आने वाले समय में पछाड़ सकती हैं ये 5 क्रिप्टोकरेंसी!
Bitcoin, Ether में प्रॉफिट के साथ क्रिप्टो मार्केट में तेजी
El Salvador के प्रेसिडेंट Nayib Bukele ने दोबारा शुरू की Bitcoin में खरीदारी
Bitcoin खरीदने क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन वाले चार में से तीन इनवेस्टर्स को हुआ नुकसान
FTX क्रिप्टो एक्सचेंज ने गायब किया कस्टमर्स का 1 अरब डॉलर का फंड
'2023 में 15 हजार डॉलर से नीचे जा सकता है Bitcoin'
पर्यावरण पर क्रिप्टो माइनिंग का क्या असर है?
पर्यावरण के लिए क्रिप्टो सबसे बड़ा रिस्क क्या दे रहा है? पूरे मामले में पर जानिए विशेषज्ञों की राय
कौन हैं 'BITCOIN BAI': जानिए इनकी खूबियों क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन के बारे में
क्रिप्टोकरेंसी में अचानक आई गिरावट, बिटकॉइन अपने तीन हफ्तों के न्यूनतम स्तर पर पहुंचा
टेस्ला ने 75 प्रतिशत बिटकॉइन को बेचा, पूरे मामले पर जानिए एक्सपर्ट्स की राय
Crypto अनफिल्टर्डः (Crypto) मिक्सर्स के बारे में जानें सब कुछ!
Crypto अनफिल्टर्ड : प्रूफ ऑफ वर्क क्या होता है? और क्यों हुआ टेरा (Tera) क्रैश?
बिटकॉइन लूपहोल की बात हो तो सवाल जरूर उठाएं, क्या है इसके बारे में कंट्रोवर्सी?
क्या है फ़िज़िकल बिटकॉइन? जानें- इससे जुड़ी पूरी जानकारी
क्रिप्टो विंटर का बाजार पर कैसा रहेगा असर? क्या कहते हैं जानकार?
क्या आपने देखी है El Salvador की सोने जैसी Bitcoin City? देखें शानदार तस्वीरें
Quick links
This website follows the DNPA Code of Ethics | © Copyright NDTV Convergence Limited 2022. All rights reserved.
क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin, जिसकी मांग कर रहा था ट्विटर अकाउंट हैक करने वाला
हैकरों ने दुनिया के दिग्गज नेताओं, सेलेब्रिटी, मशहूर कारोबारी और कंपनियों के ट्विटर अकाउंट को हैक कर लिया और उनसे बिटकॉइन की मांग. बिटकॉइन एक क्रिप्टोकरेंसी है. इसे सातोशी नकामोति ने साल 2008 में बनाया था.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 16 जुलाई 2020,
- (अपडेटेड 16 जुलाई 2020, 8:29 AM IST)
- हैकर्स ने कई दिग्गजों के ट्विटर एकाउंट हैक कर बिटकॉइन की मांग की
- इससे क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन एक बार फिर चर्चा में आ गई है
हैकरों ने दुनिया के दिग्गज नेताओं, सेलेब्रिटी, मशहूर कारोबारी और कंपनियों के ट्विटर अकाउंट को हैक कर लिया. बुधवार को हैकरों ने जिनके ट्विटर अकाउंट को हैक किया उनसे बिटकॉइन की मांग. आइए जानते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन आखिर क्या है बिटकॉइन और यह क्यों चर्चा में रहता है?
क्या है बिटकॉइन
असल में बिटकॉइन (Bitcoin) एक क्रिप्टोकरेंसी है. इसे सातोशी नकामोति ने 2008 में बनाया था. हालांकि आजतक यह नहीं पता चल पाया है कि सातोशी नकामोति कौन है? कोई इंसान है या संस्था? कहां का है? इसे पहली बार 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी किया गया था. इसको कोई बैंक या सरकार कंट्रोल नहीं करती है. भारत में रिजर्व बैंक ने इसे मान्यता नहीं दी है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने वर्चुअल करेंसी के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी में लेन देन की इजाज़त दे दी है. यानी भारत में भी बिटकॉइन की खरीद-फरोख्त हो सकती है.
क्या होती है क्रिप्टो करेंसी
क्रिप्टो का मतलब ऐसी चीज जो रियल न हो. क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी मुद्रा है जो कंप्यूटर एल्गोरिद्म पर बनी होती है. यह सिर्फ इंटरनेट और कंप्यूटर पर उपलब्ध होती है. यह एक स्वतंत्र मुद्रा है, जिसका कोई मालिक नहीं होता. यह करेंसी किसी भी एक अथॉरिटी के काबू में भी नहीं होती. डिजिटल या क्रिप्टो करेंसी इंटरनेट पर चलने वाली एक वर्चुअल करेंसी हैं. बिटकॉइन के अलावा दुनिया में सैकड़ों अन्य क्रिप्टो करेंसी भी मौजूद हैं जैसे- रेड कॉइन, सिया कॉइन, सिस्कॉइन, वॉइस कॉइन और मोनरो.
क्रिप्टोकरेंसी में रिटर्न यानी मुनाफा काफ़ी अधिक होता है, ऑनलाइन खरीदारी से लेन-देन आसान होता है. क्रिप्टो करेंसी के लिए कोई नियामक संस्था नहीं है, इसलिए नोटबंदी या करेंसी के अवमूल्यन जैसी स्थितियों का इस पर कोई असर नहीं पड़ता.
साल 2009 में जब बिटकॉइन को लांच किया गया था तब उसकी वैल्यू 0 डॉलर थी. 2010 में भी इसकी वैल्यू 1 डॉलर तक नहीं पहुंची. लेकिन आज बिटकॉइन का रेट हजारों डॉलर में पहुंच गया है.
कैसे होता है बिटकॉइन से लेनदेन
बिटकॉइन (Bitcoin) के लेनदेन का एक लेज़र बनाया जाता है. दुनिया में लाखों व्यापारी भी बिटकॉइन से लेनदेन करते हैं. हालांकि किसी भी केंद्रीय बैंक ने अभी इसको मान्यता नहीं दी है. अमेरिका की कई दिग्गज कंपनियां भी बिटकॉइन को स्वीकार करती हैं. इंटरनेट की दुनिया में इसकी खरीद-फरोख्त कराने वाले कई एक्सचेंज हैं. इंटरनेट की कई वेबसाइट और ऐप के माध्यम से इसकी खरीद-फरोख्त होती है. इसमें खरीद-फरोख्त करने वालों की जानकारी छुपी रहती है.
भारी उतार-चढ़ाव और जोखिम
क्रिप्टो करेंसी के कई फ़ायदे भी हैं. पहला और सबसे बड़ा फ़ायदा तो ये है कि डिजिटल करेंसी क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन है, जिससे इसके गायब होने या चोरी होने का खतरा नहीं होता.बिटकॉइन में निवेश से लोगों को भारी मुनाफा होता है, लेकिन इसमें काफी उतार-चढ़ाव होता है, इसलिए जोखिम भी बहुत ज्यादा है.
कई बार एक ही दिन में बिटक्वाइन बिना किसी चेतावनी के 40 से 50 फीसदी गिर गया. 2013 के अप्रैल में बिटकॉइन की कीमत एक ही रात में 70 फीसदी से गिरकर 233 क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन डॉलर से 67 डॉलर पर आ गई थी.
इसका सबसे बड़ा नुक़सान तो यही है कि ये वर्चुअल करेंसी है और यही इसे जोखिम भरा सौदा बनाता है. इस करेंसी का इस्तेमाल ड्रग्स सप्लाई और हथियारों की अवैध खरीद-फरोख्त जैसे अवैध कामों के लिए किया क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन जाने का डर भी रहता है. इस पर साइबर हमले का खतरा भी हमेशा बना रहता है.
संसद टीवी संवाद
क्रिप्टोकरेंसी वर्तमान वित्तीय दुनिया में हो रहे बहुत सारे तकनीकी परिवर्तनों में से एक का उदाहरण है और अब नई चुनौतियों को स्वीकार करने के साथ-साथ प्रतिभूति बाज़ार सहित मुद्रा बाज़ारों के लिये एक नए एकीकृत विनियमन की अनुमति देने का मौका है।
यह डिजिटल तकनीक में एक नई क्रांति पैदा कर सकती है जिसे भारत खोना नहीं चाहेगा, लेकिन साथ ही वह आंतरिक सुरक्षा और अन्य संबंधित मुद्दों को लेकर भी जोखिम नहीं उठा सकता है।
विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)
“ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी” के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (वर्ष 2020)
Jagran Trending: जानें किन देशों में क्रिप्टोकरेंसी है वैध और किन देशों ने लगाई है पाबंदी
अगर आप बिटकॉइन (क्रिप्टोकरेंसी) में निवेश कर मुनाफा कमाने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि बिटकॉइन आपके देश में लीगल भी या नहीं? इसीलिए आज हम आपको यहां बताएंगे कि बिटकॉइन कहां लीगल है और कहां अवैध।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। क्या आप क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) खरीदने-बेचने या उसमें निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं? अगर आपका जवाब हां है, तो सबसे पहले आपको यह क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन जान लेना चाहिए कि क्रिप्टोकरेंसी आखिर आपके देश में लीगल है भी या नहीं है। क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सभी देशों में अलग-अलग नियम हैं। उनमें से कुछ देशों में क्रिप्टोकरेंसी को वर्चुअल रुपये की जगह पर इस्तेमाल किया जा सकता है। मतलब क्रिप्टोकरेंसी से हर वो काम किए जा सकते हैं, जो कि नॉर्मल करेंसी से होते हैं। हालांकि कुछ अन्य देशों में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने पर आपको जेल हो सकती है। वहीं, कुछ देशों ने तो इसे विनियमित करने की जहमत तक नहीं उठाई है, क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी अधर में छोड़ दिया है। आइए इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं कि आखिर बिटकॉइन (क्रिप्टोकरेंसी) क्या है और कहां प्रतिबंधित है? कहां कानूनी हैं और कहां न तो कानूनी और न ही अवैध है?
क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी?
क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की वर्चुअल या डिजिटल करेंसी है। क्रिप्टोकरेंसी कई तरह की होती है। इसमें से बिटकॉइन एक फेमस क्रिप्टोकरेंसी है। बिटकॉइन की तरह ही कई अन्य क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं। बिटकॉइन एक फेमस क्रिप्टोकरेंसी है, जिसे आप छू तो नहीं सकते, लेकिन रख सकते हैं। यह किसी सिक्के या नोट की तरह ठोस रूप में आपकी जेब में नहीं होती है, लेकिन काम वैसे ही करती है। इस करेंसी को वर्चुअल स्पेस में भी रखा जा सकता है। हालांकि, यह अभी भारत में लीगल नहीं है। सरकार ने ऐसी मुद्रा को मंजूरी नहीं दी है।
इन देशों में प्रतिबंधित है बिटकॉइन
दुनिया के अधिकांश हिस्सों में आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी का स्वागत किया जाता है। फिर भी कुछ देशों ने इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया है, जिनमें अल्जीरिया, बोलीविया, बांग्लादेश, मिनिकन गणराज्य, घाना, नेपाल, मैसेडोनिया गणराज्य, कतर, वनुआटू देश मुख्य रूप से शामिल हैं। कुछ देश ऐसे भी हैं, जहां क्रिप्टोकरेंसी कानूनी रूप से प्रतिबंधित हैं। ऐसे देशों में बिटकॉइन कुछ हद तक प्रतिबंधित है और इसका व्यापार या भुगतान के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता है। इनमें बहरीन, चीन, हॉगकॉग, ईरान, कजाकिस्तान, रूस, सऊदी अरब, टर्की और वियतनाम मुख्य देश हैं।
वे देश जहां बिटकॉइन कानूनी है
कम से कम 111 राज्य ऐसे हैं, जहां बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी को कानून द्वारा मान्यता प्राप्त है। उदाहरण के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा जैसे प्रमुख देश क्रिप्टोकरेंसी के प्रति आम तौर पर क्रिप्टो-फ्रेंडली रवैया अपनाते हैं। ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, चिली, फिनलैंड, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, आयरलैंड, जापान, लिथुआनिया, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, फिलीपींस, दक्षिण कोरिया, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, यूक्रेन, यूनाइटेड किंगडम, क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन संयुक्त अरब अमीरात और वेनेजुएला ऐसे देश हैं, जहां बिटकॉइन पूरी तरह से कानूनी है।
इन देशों में ऑफिशियल लीगल टेंडर है क्रिप्टोकरेंसी
अल साल्वाडोर (क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन El Salvador - Country in Central America) यह अब तक का एकमात्र देश है, जो क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी निविदा के रूप में मान्यता देता है। इसे निवेशकों के जोखिम के रूप में मान्यता दी गई थी। यदि भविष्य में अधिक से अधिक देश क्रिप्टोकरेंसी को अपनाना शुरू करते हैं, तो अल सल्वाडोर का कदम इतिहास में एक उल्लेखनीय मिसाल हो सकता है।
वे देश जहां बिटकॉइन न तो कानूनी है और न ही अवैध
कुछ देशों ने अभी भी यह तय नहीं किया है कि बिटकॉइन का क्या किया जाए। इन देशों में कोई स्पष्ट नियम या कानूनी सुरक्षा नहीं है। ये देश अभी क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक कानूनी ढांचा तैयार करने में लगे हुए हैं। ऐसे देशों में भारत के अलावा कई देश शामिल हैं, जिनमें प्रमुख देश अल्बानिया, अफगानिस्तान, अर्जेंटीना, ब्रिटिश वर्जिन आईलैन्ड्स, कंबोडिया, क्यूबा, पाकिस्तान और केन्या भी शामिल हैं।
क्यों भारत में लीगल नहीं है क्रिप्टोकरेंसी?
आपने ऊपर पढ़ा कि कितने देशों में Cryptocurrency को लीगल कर दिया गया है। लेकिन, भारत सरकार का रुख इसके लिए स्पष्ट नहीं है। सरकार इसे रेगुलेट करने पर अभी विचार कर रही है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 385