क्रिप्टोकरेंसी से करते हैं कमाई तो हो जाएं सावधान, ऐसे हुआ करोड़ों का नुकसान
बीते एक हफ्ते की बात करें तो दुनिया की टॉप 50 क्रिप्टो में से 8 करेंसी ऐसी हैं, जिनमें 10 फीसदी या उससे ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है.
भले ही आज क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (Cryptocurrencies Market) में तेजी देखने को मिल रही हो, लेकिन बीते कुछ दिन क्रिप्टो मार्केट के लिए अच्छे नहीं रहे हैं. जब से एफटीएक्स मामला (FTX Case) सामने आया है, जब से इस मार्केट में काफी गिरावट आ चुकी है. बीते एक हफ्ते की बात करें तो दुनिया की टॉप 50 क्रिप्टो में से 8 करेंसी ऐसी हैं, जिनमें 10 फीसदी या उससे ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है. इस लिस्ट में पोल्काडॉट, यूनिस्वैप और सोलाना जैसे टोकंस के भी नाम है. वैसे आज क्रिप्टो मार्केट 4 फीसदी से ज्यादा की उछाल के साथ कारोबार कर रहा है और बिटकॉइन, इथेरियम बीएनबी जैसी वर्चुअल करेंसी 5 फीसदी से ज्यादा के उछाल के साथ कारोबार कर रही है.
बीते एक हफ्ते में इन करेंसी डुबाया निवेशकों का रुपया
क्रिप्टो का नाम | मौजूदा कीमत (डॉलर में) | एक हफ्ते में गिरावट (फीसदी में) |
पोल्काडॉट | 5.41 | 10 |
यूनीस्वैप | 5.46 | 12.96 |
सोलाना | 13.03 | 9.क्रिप्टोकरेन्सी के नुक्सान 84 |
एल्गोरैंड | 0.244 | 15.96 |
क्रोनोस | 0.06556 | 10.44 |
नियर प्रोटोकोल | 1.64 | 17.52 |
चिलिज | 0.183 | 21.59 |
चेन | 0.04202 | 10.54 |
दुनिया की बड़ी क्रिप्टोकरेंसी का हाल
अगर बात दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की करें तो बिटकॉइन के दाम में आज करीब 5 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है, जिसकी वजह से दाम 16,480 डॉलर पर आ गए हैं. जबकि बीते एक हफ्ते में 2.07 फीसदी टूटा है. इथेरियम के दाम में भी 6 फीसदी से ज्यादा की तेजी बनी हुई है, लेकिन एक हफ्ते में 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट है. बीएचबी फाइनेंस में 7 फीसदी का इजाफा देखने को मिल रहा है और बीते एक सप्ताह में यह करेंसी करीब 2 फीसदी नीचे आ चुकी क्रिप्टोकरेन्सी के नुक्सान है.
डॉगेकॉइन में अच्छी शाइन देखने को मिल रही है और 8 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 0.08137 डॉलर पर कारोबार कर रहा है. वैसे एक सप्ताह में इसमें करीब 9 फीसदी से ज्यादा की गिरावट है. लाइट कॉइन बाकी टोकन के मुकाबले अच्छा रिकवर हुआ है. आज इस करेंसी में 28.32 फीसदी की तेजी आई हुई है और बीते एक सप्ताह में 33.55 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है.
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में 4.60 फीसदी की तेजी
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ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की बात करें तो इसमें बीते 24 घंटों में 4.60 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. जिसकी वजह से ग्लोबल क्रिटोकरेंसी मार्केट कैप 820.14 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है. कुछ दिनों में ग्लोबल क्रिप्टोमार्केट में बड़ी गिरावट देखने को मिली है और यह आंकड़ां एक ट्रिलियन डॉलर से नीचे आ गया है. जबकि साल भर पहले ग्लोबल क्रिप्टोमार्केट कैप 2 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा हो गया था.
Cryptocurrency Exchange: सावधान! क्रिप्टोकरेंसी खरीदने वालों को लगा झटका, इस फर्जीवाड़े के कारण हुआ 1000 करोड़ रुपये का नुकसान
Cryptocurrency In India: नकली क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के कारण भारतीय निवेशकों को 128 मिलियन डॉलर यानी लगभग 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान झेलना पड़ा है.
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Cryptocurrency List: वर्तमान दौर में निवेश के कई विकल्प सामने आ चुके हैं. इनमें क्रिप्टोकरेंसी निवेश का एक नया विकल्प है. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से लोगों को एक झटके में लाखों रुपये कमाते हुए देखा गया है. हालांकि क्रिप्टोकरेंसी से कब झटका लग जाए इसके बारे में भी कहा नहीं जा सकता है. अब क्रिप्टोकरेंसी के कारण लगभग 1000 करोड़ रुपये के नुकसान होने की जानकारी सामने आई है.
झेलना पड़ा नुकसान
वहीं नकली क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के कारण भारतीय निवेशकों को 128 मिलियन डॉलर यानी लगभग 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान झेलना पड़ा है. एक नई रिपोर्ट में इसका दावा किया गया है. साइबर-सुरक्षा कंपनी क्लाउडएसईके के मुताबिक उसने कई फिशिंग डोमेन और एंड्रॉइड-आधारित नकली क्रिप्टो एप्लिकेशन से जुड़े एक चल रहे ऑपरेशन का खुलासा किया है.
गंवा दिए लाखों रुपये
दरअसल, क्लाउडएसईके को एक पीड़ित ने संपर्क किया था. पीड़ित ने बताया कि उसने इस तरह के एक क्रिप्टोकरेंसी घोटाले में कथित तौर पर जमा राशि, कर इत्यादि जैसी अन्य लागतों के अलावा 50 लाख रुपये यानी करीब 64,000 डॉलर खो दिए थे.
1000 करोड़ रुपये का नुकसान
क्लाउडएसईके के संस्थापक और सीईओ राहुल ससी ने कहा, "लोगों को इस तरह के क्रिप्टो घोटालों के जरिए 128 मिलियन डॉलर यानी लगभग 1,000 करोड़ रुपये तक का चूना लगाया है. जैसे ही निवेशक क्रिप्टोकरेंसी बाजारों पर अपना ध्यान लगाते हैं तो स्कैमर और धोखेबाज भी उनका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं."
सोशल मीडिया प्रोफाइल का लेते हैं सहारा
रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह का फर्जीवाड़ा करने के लिए स्कैमर पहले नकली डोमेन बनाते हैं. यह वैध क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की नकल होती है. इस प्लेटफॉर्म को असली वेबसाइट की तरह ही डिजाइन किया जाता है. इसके बाद स्कैम करने वाले लोग पीड़ित से संपर्क करने और उससे दोस्ती करने के लिए सोशल मीडिया पर एक महिला की प्रोफाइल बनाते हैं.
देते हैं क्रेडिट
इस प्रोफाइल के जरिए पीड़ित को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने और व्यापार शुरू करने के लिए कहा जाता है. साथ ही फर्जी क्रिप्टो एक्सचेंज गिफ्ट के रूप में 100 डॉलर का क्रेडिट भी देते हैं. वहीं शुरुआत में पीड़ित शख्स की ओर से मुनाफा भी कमाया जाता है. इसके बाद बढ़िया रिटर्न देने का वादा करते हुए स्कैमर की ओर से पीड़ित से बड़ी राशि निवेश करने के लिए कहा जाता है.
खाता कर देते हैं फ्रीज
इसके बाद जब पीड़ित की ओर से नकली एक्सचेंज में रकम बढ़ाई जाती है तो स्कैमर की ओर से उसका खाता फ्रीज कर दिया जाता है. इसके बाद पीड़ित अपना पैसा वापस नहीं ले सकता और पीड़ित के पैसे गायब हो जाते हैं. इसके बाद जब पीड़ित अपने खाते के एक्सेस के लिए शिकायत करता है तो इसी फर्जी एक्सचेंज के जांचकर्ता वहां जांच करने लिए पहुंचते हैं.
मांगते है गोपनीय जानकारी
इसके बाद जांचकर्ता फ्रीज संपत्तियों को हासिल करने के लिए पीड़ितों से ईमेल के जरिए गोपनीय जानकारी जैसे आईडी कार्ड और बैंक विवरण मांगते हैं, जिसका इस्तेमाल अन्य नापाक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जाता है.
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Cryptocurrency List: वर्तमान दौर में निवेश के कई विकल्प सामने आ चुके हैं. इनमें क्रिप्टोकरेंसी निवेश का एक नया विकल्प है. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से लोगों को एक झटके में लाखों रुपये कमाते हुए देखा गया है. हालांकि क्रिप्टोकरेंसी से कब झटका लग जाए इसके बारे में भी कहा नहीं जा सकता है. अब क्रिप्टोकरेंसी के कारण लगभग 1000 करोड़ रुपये के नुकसान होने की जानकारी सामने आई है.
झेलना पड़ा नुकसान
वहीं नकली क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के कारण भारतीय निवेशकों को 128 मिलियन डॉलर यानी लगभग 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान झेलना पड़ा है. एक नई रिपोर्ट में इसका दावा किया गया है. साइबर-सुरक्षा कंपनी क्लाउडएसईके के मुताबिक उसने कई फिशिंग डोमेन और एंड्रॉइड-आधारित नकली क्रिप्टो एप्लिकेशन से जुड़े एक चल रहे ऑपरेशन का खुलासा किया है.
गंवा दिए लाखों रुपये
दरअसल, क्लाउडएसईके को एक पीड़ित ने संपर्क किया था. पीड़ित ने बताया कि उसने इस क्रिप्टोकरेन्सी के नुक्सान तरह के एक क्रिप्टोकरेंसी घोटाले में कथित तौर पर जमा राशि, कर इत्यादि जैसी अन्य लागतों के अलावा 50 लाख रुपये यानी करीब 64,000 डॉलर खो दिए थे.
1000 करोड़ रुपये का नुकसान
क्लाउडएसईके के संस्थापक और सीईओ राहुल ससी ने कहा, "लोगों को इस तरह के क्रिप्टो घोटालों के जरिए 128 मिलियन डॉलर यानी लगभग 1,000 करोड़ रुपये तक का चूना लगाया है. जैसे ही निवेशक क्रिप्टोकरेंसी बाजारों पर अपना ध्यान लगाते हैं तो स्कैमर और धोखेबाज भी उनका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं."
सोशल मीडिया प्रोफाइल का लेते हैं सहारा
रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह का फर्जीवाड़ा करने के लिए स्कैमर पहले नकली डोमेन बनाते हैं. यह वैध क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की नकल होती है. इस प्लेटफॉर्म को असली वेबसाइट की तरह ही डिजाइन किया जाता है. इसके बाद स्कैम करने वाले लोग पीड़ित से संपर्क करने और उससे दोस्ती करने के लिए सोशल मीडिया पर एक महिला की प्रोफाइल बनाते हैं.
देते हैं क्रेडिट
इस प्रोफाइल के जरिए पीड़ित को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने और व्यापार शुरू करने के लिए कहा जाता है. साथ ही फर्जी क्रिप्टो एक्सचेंज गिफ्ट के रूप में 100 डॉलर का क्रेडिट भी देते हैं. वहीं शुरुआत में पीड़ित शख्स की ओर से मुनाफा भी कमाया जाता है. इसके बाद बढ़िया रिटर्न देने का वादा करते हुए स्कैमर की ओर से पीड़ित से बड़ी राशि निवेश करने के लिए कहा जाता है.
खाता कर देते हैं फ्रीज
इसके बाद जब पीड़ित की ओर से नकली एक्सचेंज में रकम बढ़ाई जाती है तो स्कैमर की ओर से उसका खाता फ्रीज कर दिया जाता है. इसके बाद पीड़ित अपना पैसा वापस नहीं ले सकता और पीड़ित के पैसे गायब हो जाते हैं. इसके बाद जब पीड़ित अपने खाते के एक्सेस के लिए शिकायत करता है तो इसी फर्जी एक्सचेंज के जांचकर्ता वहां जांच करने लिए पहुंचते हैं.
मांगते है गोपनीय जानकारी
इसके बाद जांचकर्ता फ्रीज संपत्तियों को हासिल करने के लिए पीड़ितों से ईमेल के जरिए गोपनीय जानकारी जैसे आईडी कार्ड और बैंक विवरण मांगते हैं, जिसका इस्तेमाल अन्य नापाक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जाता है.
Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भारतीय युवाओं में क्रेज, सावधान! ये 8 खतरे भी हैं
अमीर हर कोई बनना चाहता है. लेकिन आज के दौर में युवाओं में अमीर बनने का ज्यादा क्रेज है. कुछ युवा जल्दी अमीर बनने के लिए शॉर्टकट रास्ते पर चल पड़ते हैं, और जोखिम को नजरअंदाज कर देते हैं. दरअसल, पिछले कुछ महीनों में युवाओं में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर क्रेज बढ़ा है.
बीते दिनों क्रिप्टोकरेंसी ने जिस तेजी से निवेशकों को मालामाल किया है, उससे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश बढ़ा है. इस साल अप्रैल में बिटक्वाइन का भाव तेजी से बढ़कर 65,000 डॉलर के करीब पहुंच गया था. फिलहाल गिरावट के बावजूद भाव 30,000 डॉलर के करीब चल रहा है.
भारत में तेजी से युवा क्रिप्टोकरेंसी के पीछे भाग रहे हैं, इसकी वजह यह है कि इन्वेस्टमेंट का ड्यूरेशन काफी कम होता है, और रिटर्न खूब उम्मीद होती है. बिटक्वाइन में निवेश को लेकर गूगल में सर्च करने वालों की तादाद तेजी से बढ़ती जा रही है. लेकिन इसके जोखिम भी हैं. जिसके बारे में लोगों को पूरी जानकारी नहीं है.
पिछले एक साल में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश 200 मिलियन डॉलर से बढ़कर 40 बिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है. इसमें बिटक्वाइन, डोजिक्वॉइन, इथीरियम शामिल है. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले अधिकतर 18-35 साल के युवा हैं. भारत में क्रिप्टो में ट्रेडिंग करने वालों की संख्या 1.5 करोड़ के करीब है. जबकि अमेरिका में इनकी संख्या 2.3 करोड़ और यूके में महज 2.3 मिलियन है.
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के 10 बड़े खतरे
1. क्रिप्टोकरेंसी की कीमत जितनी तेजी से बढ़ती है, उतनी ही तेजी से गिरती भी है. अधिकतर निवेशक समझ नहीं पाते हैं कि किस वजह से गिरावट आ रही है और फिर वे घबराकर नुकसान में क्रिप्टोकरेंसी बेच देते हैं. पिछले दो महीनों में बिटक्वाइन का भाव गिरकर आधा से कम रह गया है.
2. भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अनिश्चितता बरकारार है. क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी को कोई मान्यता नहीं मिली हुई है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगाया हुआ है और उसने बैंकों और फिनटेक कंपनियों को कह दिया है कि वर्चुअल करेंसी में डील करने वाली संस्थाओं को सेवा देना बंद कर दें. ऐसे में कभी भी इसके गैरकानूनी घोषित किए जाने का खतरा बना रहता है. इसके बावजूद अगर आप इसमें निवेश करते हैं तो जोखिम बना रहता है.
3. सरकारों का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी के साथ एक खतरा ये भी है कि इसका इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के तौर पर किया जा सकता है. जिससे देश की सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता है. इसलिए क्रिप्टो को भारत में नियामक से मंजूरी नहीं मिली है. भारत सरकार ने अभी तक क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई बिल नहीं पास किया है.
4. क्रिप्टो की चाल देश दुनिया की खबरें भी तय करती हैं. पिछले दिनों टेस्ला के मालिक एलन मस्क के ट्वीट से बिटक्वाइन में भारी गिरावट देखने को मिली. छोटे निवेशकों के लिए ये एक बड़ा खतरा है.
5. साइबर सिक्योरिटी से संबंधित खतरे और क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करने को लेकर बनी अनिश्चितता भी एक बड़ी वजह है, जिससे निवेशकों को नुकसान हो सकता है. क्रिप्टोकरेंसी का लेनदेन एक कोड और पासवर्ड के जरिए किया जाता है. जिसे भूलने पर इसमें लगाई पूरी रकम डूब सकती है.
6. भारत में लोग WazirX, Unocoin, CoinDCX, Zebpay, Coin Switch Kuber जैसी Apps के जरिए क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं. लेकिन अभी इनमें से कई Apps में निवेश को लेकर सभी शर्तें साफ नहीं है, इसलिए निवेशकों के लिए खतरा बरकारार है. हाल ही WazirX को बड़ी मात्रा में लेनदेन को लेकर भारत सरकार ने नोटिस थमाया था.
7. क्रिप्टोकरेंसी का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इसके लिए कोई नियम नहीं है. इसे कंट्रोल करने के लिए कोई देश, सरकार या संस्था नहीं है जिससे इसकी कीमत कभी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है तो कभी बहुत ज्यादा गिर जाती है, ऐसे में इसमें इन्वेस्ट करना जोखिम भरा है.
8. क्रिप्टोकरेंसी में स्कैम और फ्रॉड का खतरा बना रहता है. अमेरिका के फेडरल ट्रेड कमीशन के मुताबिक अक्टूबर- 2020 के बाद से मई-2021 तक करीबन 7,000 लोगों को क्रिप्टोकरेंसी की डीलिंग में चपत लग चुकी है. जिससे लोगों को करीब 585.43 करोड़ का नुकसान हुआ है.
Cryptocurrency में नुकसान से बचने के तरीके
क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के बीच में बहुत ही पॉपुलर इन्वेस्टमेंट का जरिया बन चुका है. इसमें अनिश्चितता और उतार-चढ़ाव रहने के बावजूद इसमें लगातार निवेश बढ़ रहा है. इसके पीछे कारण है कि क्रिप्टो में निवेश अच्छा रिटर्न भी देता है। इसलिए आज हम बात करेंगे कि क्रिप्टो करेंसी में सुरक्षित निवेश कैसे करें और क्या क्या सावधानियां बरतें जिससे कि हमें नुकसान का सामना ना करना पड़े।
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Crypto currency |
आजकल सबसे ज्यादा चर्चा का विषय रहता है कि शेयर बाजार क्रिप्टोकरंसी और भी जो निवेश के क्रिप्टोकरेन्सी के नुक्सान तरीके हैं उन सभी में कितना कितना निवेश करना चाहिए। बहुत लोगों का मानना है कि वर्चुअल करेंसी एक पानी का बुलबुला की तरह है जो कभी क्रिप्टोकरेन्सी के नुक्सान फूलता और कभी पटकता है। आपको अपनी कमाई का कितना हिस्सा वर्चुअल करेंसी में लगाना चाहिए आइए जानते हैं।
इस तरह करें वर्चुअल करेंसी में सुरक्षित निवेश
सबसे पहले यह बात दिमाग में रखें कि जब आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने जा रहे हैं तो बहुत ही छोटी राशि से शुरुआत करें. जब मैं छोटी रकम की बात कर रहा हूं तो मेरा मतलब है कुछ सौ रुपये जिससे कि आप बिटकॉइन का कुछ हिस्सा भी खरीद सकते हैं। क्योंकि वर्चुअल करेंसी में निवेश थोड़ा अलग होता है यहां आप किसी से बिटकॉइन रिसीव या भेज भी सकते हैं। और कम पैसे लगाने से आप क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग आसानी से सीख भी जाएंगे। और यह भी ध्यान रहे कि Crypto की दुनिया में एक गलत कदम आपका सारा पैसा डूबा भी सकता है
उतने पैसे ही लगाए जितने का आप नुकसान सहेन कर सकते हैं
मान लीजिए आप सो रहे हो और सुबह जब आप उठे तो आपको पता लगे कि आपने क्रिप्टोकरेन्सी के नुक्सान जिस क्रिप्टोकरंसी में निवेश किया था वह बेकार हो चुकी है उसकी कोई वैल्यू नहीं है तो उस समय आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी? हो सकता है आप को झटका लगे आप को बहुत बड़ा दुख हो इसीलिए मेरा मानना यह है कि शुरुआत में क्रिप्टोकरंसी में निवेश बहुत ही छोटी रकम के साथ शुरू करें।
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