हाल ही में, मैंने एक लेख जारी किया है RSI और समर्थन / प्रतिरोध स्तर के बगल में ट्रेंड लेवल सिग्नलके बारे में। और फिर मुझे अपने पाठकों की तरफ से एक सवाल मिला "ट्रेंड की पहचान कैसे करें?"

मैं पवित्र आत्मा के मार्गदर्शन की पहचान कैसे कर सकता हूँ?

यीशु स्वर्ग में चढ़ने से पहले उसने अपने शिष्यों से कहा कि वह उन लोगों के पास एक सहायक को भेजेगा जो उस पर विश्‍वास करने वाले को सब कुछ सिखाएगा और उनको मार्गदर्शन देगा (प्रेरितों 1:5; यूहन्ना 14:26; 16:7)। यीशु की प्रतिज्ञा दो सप्ताहों के पश्‍चात् पूरी हो गई जब पवित्र आत्मा पिन्तेकुस्त के दिन विश्‍वासियों के ऊपर आया (प्रेरितों 2)। अब, जब कोई व्यक्ति मसीह में विश्‍वास करता है, तो पवित्र आत्मा तुरन्त उसके जीवन का स्थायी अंश बन जाता है (रोमियों 8:14; 1 कुरिन्थियों 12:13)।

पवित्र आत्मा के कई कार्य हैं। न केवल वह अपनी इच्छा के अनुसार आत्मिक वरदानों को वितरित करता है (1 कुरिन्थियों 12:7-11), अपितु वह हमें सांत्वना भी देता है (यूहन्ना 14:16, हिन्दी बी एस आई), वह हमें शिक्षा देता है (यूहन्ना 14:26), और हमारे भीतर यीशु की फिर से वापस आने के दिन तक हमारे मन के ऊपर अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार छाप लगाते हुए वास करता है (इफिसियों 1:13; 4:30)। पवित्र आत्मा मार्गदर्शन देने और परामर्शदाता की भूमिका को भी निभाता है, हमारा मार्गदर्शन उस तरह से करता है, जिस तरह से हमें जीवन यापन करना चाहिए और हम पर परमेश्‍वर की सच्चाई को प्रकट करता है (लूका 12:12; 1 कुरिन्थियों 2:6-10)।

परन्तु हम आत्मा के मार्गदर्शन को कैसे पहचानते हैं? हम अपने विचारों और उसके विचारों में उसके मार्गदर्शन के अन्तर को कैसे समझते हैं? क्योंकि पवित्र आत्मा सुनाई देने वाले ऊँचे शब्दों से बात नहीं करता है। इसकी अपेक्षा वह हमें हमारे विवेक को (रोमियों 9:1) और अन्य शान्त समयों में शान्त तरीकों से ही मार्गदर्शन करता है।

पवित्र आत्मा के मार्गदर्शन को पहचानने के सबसे महत्वपूर्ण तरीकों में से एक परमेश्‍वर के वचन से परिचित होना है। बाइबल इस ज्ञान के बारे में अन्तिम स्रोत है कि हमें कैसे जीना चाहिए (2 तीमुथियुस 3:16), और विश्‍वासियों को पवित्र शास्त्र की खोज करनी चाहिए, उस पर ध्यान देना चाहिए और उसे स्मरण करने के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए (इफिसियों 6:17)। शब्द "आत्मा की तलवार" (इफिसियों 6:17), और आत्मा हमारे साथ बात करने के लिए वचन का उपयोग करेगा (यूहन्ना 16:12-14)। हमारे जीवन के लिए परमेश्‍वर की इच्छा को प्रकट करने के लिए; वह कई बार पवित्र शास्त्र में से हम पर प्रकट करेगा विशेष रूप से उस समय जब हमें इसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है (यूहन्ना 14:26)।

परमेश्‍वर के वचन का ज्ञान हमें यह जानने में सहायता कर सकता है कि हमारी इच्छाएँ पवित्र आत्मा की ओर से आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं? आती है या नहीं। हमें पवित्र शास्त्र के विरूद्ध हमारी प्रवृति की जाँच करनी चाहिए — पवित्र आत्मा हमें कभी भी परमेश्‍वर के वचन के विपरीत कुछ भी करने के लिए प्रेरित नहीं करेगा। यदि यह बाइबल के विरुद्ध जाने वाली बात है, तो यह पवित्र आत्मा की ओर से नहीं है और इसे अनदेखा किया जाना चाहिए।

पिता के साथ निरन्तर प्रार्थना करना हमारे लिए आवश्यक है (1 थिस्सलुनीकियों 5:17)। न केवल यह हमारे मन और हृदय को पवित्र आत्मा के लिए मार्गदर्शन के लिए खुला रखता है, अपितु यह आत्मा को हमारी ओर से बोलने की अनुमति भी प्रदान करता है: "इसी रीति से आत्मा भी हमारी दुर्बलता में सहायता करता है: क्योंकि हम नहीं जानते कि प्रार्थना किस रीति से करना चाहिए, परन्तु आत्मा आप ही ऐसी आहें भर भरकर, जो बयान से बाहर हैं, हमारे लिये विनती करता है; और मनों का जाँचनेवाला जानता है कि आत्मा की मनसा क्या है? क्योंकि वह पवित्र लोगों के लिये परमेश्‍वर की इच्छा के अनुसार विनती करता है" (रोमियों 8:26–27)।

इसी बात को बताने का एक और तरीका कि क्या हम आत्मा के मार्गदर्शन में चल रहे या नहीं, यह है कि हम अपने जीवन में पवित्र आत्मा के फल के संकेतों को देखते हैं या नहीं (गलतियों 5:22)। यदि हम आत्मा में चलते हैं, तो हम इन गुणों को हम में वृद्धि करते हुए और सिद्ध होते हुए देखेंगे और वे दूसरों के ऊपर भी स्पष्ट हो जाएंगे।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इस बात का निर्णय लेना हमारे हाथ में है कि हमें पवित्र आत्मा के मार्गदर्शन को स्वीकार करना है या नहीं। जब हम परमेश्‍वर की इच्छा को जानते हैं, परन्तु इसका पालन नहीं करते हैं, तो हम अपने जीवन में आत्मा के काम का विरोध कर रहे हैं (प्रेरितों 7:51; 1 थिस्सलुनीकियों 5:19), और अपने तरीके से जीवन यापन करने की इच्छा के कारण उसे दुखी करते हैं (इफिसियों 4:30)। पवित्र आत्मा हमें कभी भी पाप की ओर नहीं ले जाएगा। आदत से किए जाने वाले पाप हमारे लिए उस बात को खो देने का कारण बन जाएगा कि पवित्र आत्मा हमें वचन के माध्यम से क्या कहना चाहता है। परमेश्‍वर की इच्छा के अनुरूप पाप से मुड़ना और इसे अंगीकार करना और प्रार्थना करने को अपनी आदत बनाना और परमेश्‍वर के वचन का अध्ययन करना इत्यादि हमें आत्मा की अगुवाई और — उसके पीछे चलने को पहचानने में सहायता प्रदान करेगा।

आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं?

दो चुंबकीय पदार्थों A आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं? और B मे .

दो चुंबकीय पदार्थों A और B में से की आपेक्षिक धुंबकशीलता 1 से कुछ अधिक जबकि B की एक से कुछ कम है। पदार्थ A और B की प्रकृति की पहचान कीजिए। उनको चुंबकीय प्रवृत्ति धनात्मक होगी या ऋणात्मक?

Updated On: 27-06-2022

Solution : A अनुचुंबकीय पदार्थ तथा B प्रतिचुंबकीय पदार्थ है।
A की चुंबकीय प्रवृत्ति धनात्मक तथा B की ऋणात्मक होगी।

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Aap ko kya acha nahi laga

नमस्कार दोस्तों दिया गया प्रेस ने यार दो चुंबक के पदार्थों और बी में से किसकी जो आपेक्षित चुंबक शीलता है वह 1 से कुछ अधिक जबकि थी कि जो एक से है वो कुछ कम है तू पदार्थ और पदार्थ भी की प्रकृति पहचान कीजिए उनको चुंबकीय प्रवृत्ति धनात्मक होगी अथवा ऋण आत्मक होगी अभी कुछ आ गया है उनकी जो चुंबकीय प्रवृत्ति का मन है वह पूछा कि अगर हम किसी भी चुंबकीय पदार्थ के लिए बात करते हैं तो सबसे पहले हम प्रश्न में जैसे दिया गया है कि एक पदार्थ है और यहां दूसरा पदार्थ भी तो एक की आपेक्षिक चुंबक शीलता मतलब न्यू का जो महान है वह कैसे आए वह 1 से कुछ अधिक है मतलब यह एक से बड़ा है लेने के और बोला है कि भी जो है उसकी चुंबक शीलता एक से कम है तो म्यू का मान क्या हो जाएगा उसको न्यू का मालिक से कम हो जाएगा तो दो कंडीशन है तो अब ए और बी की प्रकृति हमें

तो अगर हमें और भी पदार्थ दोनों की प्रकृति पहचान करनी है तो सबसे पहले इनकी चुंबकीय प्रवृत्ति के बारे में विचार करना होगा आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं? चुंबकीय प्रवृत्ति क्या होती है चुंबकीय प्रवृत्ति या वह गुण होता है जो निर्धारित करता है कि आपका पदार्थ चुंबकीय प्रतिचुंबकीय है अथवा अनु चुंबकीय पदार्थ मतलब चुंबकीय प्रवृत्ति यह वह गुण है जिसमें जब कोई पधार चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है तो यह चुंबकत्व धारण करेगा अथवा नहीं करेगा यह बताता है कौन चुंबकीय प्रवृत्ति का सूत्र होता है दोस्तों का ही बराबरी से बीके बटे में अच्छी स्थिति में कई बराबर से क्या होता है कभी के बेटे मैं आज तो यहां पर भी के बेटे आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं? में जो भी है चुंबक क्षेत्र की तीव्रता होती है जबकि एक चुंबकीय क्षेत्र जो हम ने आरोपित किया है इसको दूसरे पुत्र के रूप में या फार्मूले के रूप में क्या लिखा जाता है जो का ही है वह किसके बराबर होगा वह न्यू -1 से दिया जाता है

किसका सूत्र है दोस्तों यहां कई का सूत्र होता है कई जो होगा वह -1 के रूप में दिया जाएगा तो अब यहां पर हम देखेंगे कि पदार्थ किस प्रकार का है मतलब देखते हैं कि जो पदार्थों का स्पेसिफिकेशन किया गया है या पदार्थों को बांटा गया है वह मुख्य रूप से तीन रूप में बांटा गया है पहला प्रतिचुंबकीय दूसरा अनु चुंबकीय और ज्योतिष का होता है वह लौह चुंबकीय चुंबकीय प्रवृत्ति के अनुसार जो प्रतिचुंबकीय पदार्थ होते हैं उन्हें क्या करते हैं जैसे ही अगर हम लोग किसी चुंबकीय क्षेत्र में रख लेते हैं प्रति चुंबकीय आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं? पदार्थों को तो यह दुर्बल चुंबकीय क्षेत्र की ओर गति करने लगते हैं मतलब अगर चुंबकीय क्षेत्र प्रबल है ठीक है अगर यह सिरे पर यहां पर हमने कोई क्या कर दिया क्या है प्रतिचुंबकीय पदार्थ रखा है यहां पर मारे चुंबक क्षेत्र और ऐसे तू क्या करेगा यहां पर दोस्तों सिर ऊपर जो चुंबक क्षेत्र होता है कैसा आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं? होता है बहुत ज्यादा होता है तो प्रतिचुंबकीय पदार्थ

चुंबकीय पदार्थ की तो घूमते क्या हो जाएगी इस चुंबकीय क्षेत्र से लंबवत हो जाएगी मतलब यहां प्रबल क्षेत्र से दुर्बल क्षेत्र की ओर गति करी है ठीक है तो यह होते प्रत्यक्ष अनुभव करता है किस में चुंबक क्षेत्र में और जो लौह चुंबकीय पदार्थ होते जैसे कि लोहा या प्रबल आकर्षण प्रभाव मतलब फील करता तो अब इनकी चुंबकीय प्रवृत्ति जो होती है वह कैसी होती है किन की प्रतिमा के पदार्थ पदार्थ पदार्थ धनात्मक उसका मान जाता नहीं होता ठीक है जबकि जो जो चुंबकीय पदार्थ होते हैं उनकी चुंबक के प्रति अत्यधिक अत्यधिक धनात्मक मतलब यह बहुत ज्यादा पॉजिटिव होते हैं और यह जो होते हैं वह कैसे होते पूरी तरीके से नेगेटिव प्रश्न के अनुसार हमारे पास में एक की चुंबकीय दोस्तों जोक्स चुंबक शीलता अर्थात म्यू का मान एमआर पार्क में बढ़ा दिया है और यहां पर

तो अब इन सूत्र से आप स्पष्ट रुप से देखें क्योंकि न्यू का मान कैसा है यहां पर उस तो म्यू का मान ए पदार्थ के लिए एक से बड़ा है ठीक है पर यहां पर एक छोटा है तो इस स्थिति में अगर वो का मान एक से बड़ा है तो काहे का मान क्या आएगा धनात्मक आएगा ठीक है तो हम कह सकते हैं कि प्रश्न के अनुसार की जो इसकी आप इसे चुंबर खिलता 1 से कुछ अधिक है मतलब दादा नहीं थोड़ी अधिक है तो यह इस का मान क्या आएगा धनात्मक क्योंकि म्यू का मान 1 से अधिक है मतलब 1.4 मान ले ठीक है या आप मान ले 1.5 या 2 मान ले तो यहां पर क्या आएगा जो खाए कमाना को धनात्मक प्राप्त होगा परंतु इस स्थिति में जो गाय का मान है वह कैसा है उसको यहां पर एक छोटा माने तो एक से छोटे सभी मानव के लिए जो म्यू कमाने को कैसा जाएगा ऋण आत्मक मान आएगा तो हम लोग कह सकते हैं कि यह जोक आई है मतलब चुंबकीय प्रवृत्ति ऋण आत्मक आई है तो ऋण आत्मक चुंबकीय प्रवृत्ति किसके निकाली अभी हमने देखा प्रतीक

मुझे पदार्थों की चुंबकीय प्रवृत्ति कैसी होती है रण आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं? आत्मक होती है तो हम कहेंगे कि जो चुंबकीय पदार्थ है दोस्तों भी ठीक है तो यह किस प्रकार का चुंबकीय पदार्थ है यह प्रति चुंबक है और जो है वह किस प्रकार का पदार्थ अनु चुम्मा ठीक है तुझे जो है वह कैसा है अनु चुंबक और भी प्रतीक है और प्रश्न में हम से यही तो पूछा था तो हमने यहां पर इनकी चुंबकीय प्रवृत्ति भी निकाली पदार्थ का टाइपिंग पूछ लिया ठीक है और यही हमारे प्रश्न का उत्तर दोस्तों धन्यवाद

Olymp Trade पर ट्रेंड की पहचान कैसे करें

कैसे पर एक प्रवृत्ति की पहचान करने के लिए Olymp Trade 1


हाल ही में, मैंने एक लेख जारी किया है RSI और समर्थन / प्रतिरोध स्तर के बगल में ट्रेंड लेवल सिग्नलके बारे में। और फिर मुझे अपने पाठकों की तरफ से एक सवाल मिला "ट्रेंड की पहचान कैसे करें?"

वास्तव में, यह बहुत अच्छा सवाल है। जो कई वर्षों से ट्रेडिंग कर रहे हैं उनके लिए, इसका उत्तर बहुत सरल होगा। वे चार्ट को देखेंगे और बता देंगे। लेकिन जो लोग ट्रेडिंग की शुरुआत में हैं, उनके लिए यह अधिक कठिन हो सकता है।

मैंने अपने पाठकों की जरूरतों को पूरा करने और ट्रेंड की पहचान के बारे में यह विशेष लेख लिखने का फैसला किया है।

ट्रेंड की सापेक्षता

ट्रेंड को यदि सबसे सरल तरीके से समझाया जाए आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं? तो जब कीमतों में हायर-हाइ और हायर-लो हों तो अपट्रेंड होता है। और जब लोअर-हाइज़ और लोअर-लोज़ हों तो डाउनट्रेंड होता है।

हालाँकि, ट्रेंड हमेशा समान नहीं होते हैं। प्राइस कोंसोलिडेशन कई बार होता है। इस दौरान आपको अपट्रेंड में लोअर-हाईज़ और लोअर-लोज़ तथा डाउनट्रेंड में इसके विपरीत मिलेगा।

कीमत समर्थन और प्रतिरोध नामक स्तरों के बीच होगी।

दूसरी बात यह है कि ट्रेंड को पहचानने की सरलता आपके द्वारा चुने गए कैंडल टाइमफ्रेम पर निर्भर करती है। जब आप 5-मिनट या 10-मिनट अंतराल के कैंडल चार्ट को देखते हैं तो सब कुछ अलग दिखता है। मैं चाहता हूँ कि आप नीचे दिए गए दो चार्टों को देखें ।

AUDUSD 5m चार्ट पर ट्रेंडलाइन AUDUSD 10m चार्ट पर ट्रेंडलाइन

आप स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि उच्च अंतराल वाले चार्ट को पढ़ना सरल है। ट्रेंड की पहचान करना बेहतर है, प्राइस कोंसोलिडेशन क्षेत्र संकीर्ण हैं। आप यह भी देख सकते हैं कि कोंसोलिडेशन के बाद कीमत ट्रेंडलाइन के करीब जा रही है।

Olymp Trade पर ट्रेंड के साथ ट्रेड करने की 2 ट्रेडिंग विधियां

पहले जानना होगा कि ट्रेंड की पहचान कैसे करें। एक बार जब आप इससे परिचित हो जाते हैं, तो इसका उपयोग करके अच्छा ट्रेडिंग अवसर खोज सकते हैं। यहाँ मैं आपके साथ कुछ टिप्स साझा करूंगा। कृपया याद रखें हमेशा ट्रेंड के साथ ट्रेड करें।

ब्रेकआउट के साथ ट्रेड

कैसे पर एक प्रवृत्ति की पहचान करने के लिए Olymp Trade 2

नीचे डाउनट्रेंड में समर्थन रेखाएं खींची गई हैं। आप देख सकते हैं कि कभी-कभी कीमत उन तक पहुंच जाती है। लेकिन आपका प्रवेश बिंदु तब होता है जब पहली बियरिश कैंडल समर्थन स्तर से आगे निकल जाती है।

कीमत के वापस उछलने पर ट्रेड

नीचे दिए गए चार्ट में फिर से डाउनट्रेंड है। ट्रेंड लाइन और प्रतिरोध रेखा खींची गई है। जब कीमत उनके प्रतिच्छेद बिंदु से मिलती है, तो यह तुरंत और नीचे चली जाती है। यह पुष्टि है कि कीमत गिरती रहेगी और बेचने का ट्रैंज़ैक्शन करने का यह बढ़िया समय है।

कैसे पर एक प्रवृत्ति की पहचान करने के लिए Olymp Trade 3

कुछ और उदाहरण। नीचे दिए गए चार्ट को देखें।

कैसे पर एक प्रवृत्ति की पहचान करने के लिए Olymp Trade 4

नंबर 1. इस बिंदु पर, एक नया ट्रेंड विकसित होता है। प्रतिरोध रेखा को तोड़ने के बाद कीमत का पिछले स्तर तक पहुंच जाती है जो अब समर्थन स्तर है। पहली बुलिश कैंडल के बाद, एक ही समय में एक अच्छा बुलिश पिनबार समर्थन स्तर और ट्रेंडलाइन का परीक्षण करता है। यह दीर्घ-कालिक ट्रेड के लिए अद्भुत सेट है।
बिंदु संख्या 2 में बुलिश कैंडल ट्रेंडलाइन को छूती है जो सिग्नल देती है कि मजबूत अपट्रेंड जारी रहेगा। और फिर, यह समर्थन स्तर को छूती है। खरीदने की पोजीशन में प्रवेश करने का अच्छा समय।

ट्रेंड की पहचान करना विज्ञान के साथ-साथ एक कला भी है। मैं 3 घंटे से लेकर 1 दिन तक लंबे कैंडल अंतराल और लंबे चार्ट का उपयोग करने की सलाह देता हूँ। इस तरह, ट्रेंड को पहचानना आसान होगा।

कैसे पर एक प्रवृत्ति की पहचान करने के लिए Olymp Trade 5

जब भी आप डाउनट्रेंड देखें तो ट्रेंड लाइन बनाने के लिए लो-हाइज़ को जोड़ें और अपट्रेंड के केस में हाइ-लोज़ को जोड़ें।

अगले चरण समर्थन / प्रतिरोध स्तर की पहचान करना और कीमत पर नजर रखना है। जब यह किसी एक स्तर को तोड़ती है, तो आप अनुमान लगा सकते हैं कि ट्रेंड उसी दिशा में जारी रहेगा। इसीलिए आपको ट्रेंड कोर्स के अनुसार, इस बिंदु पर एक पोजीशन खोलनी चाहिए।

ट्रेंड के साथ ट्रेड करने के बारे ज्ञान बढ़ाने के लिए ट्रेंड लेवल सिग्नल रणनीति पर हमारी मार्गदर्शिका पढ़ें।

मुझे उम्मीद है कि अब Olymp Trade पर ट्रेंड की पहचान के संबंध में मैंने अपने पाठकों के सभी सवालों के जवाब दे दिए हैं। लेकिन हर तरह से ज्ञान को व्यवहार में लाएँ। हालांकि, हमेशा जोखिम से सावधान रहें। कोई भी रणनीति पूरी तरह से जोखिम मुक्त नहीं है, और आपको सावधानीपूर्वक विचार और अभ्यास के बाद ही उनका उपयोग करना चाहिए।

निर्धनता:एक चुनौती

(i) आप प्रवृत्तियों की पहचान कैसे करते हैं? निर्धनता के आकलन के लिए एक सर्वमान्य सामान्य विधि आय अथवा उपभोग स्तरों पर आधारित है। किसी व्यक्ति को निर्धन माना जाता है, यदि उसकी आय या उपभोग स्तर किसी को 'न्यूनतम स्तर' से नीचे गिर जाये जो मूल आवश्यकताओं के एक दिए हुए समूह को पूर्ण करने के लिए आवश्यक है।

(2) भारत में निर्धनता रेखा का निर्धारण करते समय जीवन निर्वाह के लिए खाद्य आवश्यकता, कपड़ों, जूतों, ईंधन और प्रकाश, शैक्षिक एवं चिकित्सा सम्बन्धी आवश्यकताओं आदि पर विचार किया जाता है।

(3) निर्धनता रेखा का आकलन करते समय खाद्य आवश्यकता के लिए वर्तमान सूत्र वांछित कैलोरी आवश्यकताओं पर भी आधारित है। भारत में सवीकृत कैलोरी आवश्यकता ग्रामीण क्षेत्रों में 2400 कैलोरी प्रतिव्यक्ति प्रति दिन एवं नगरीय क्षेत्रों में 2100 कैलोरी प्रतिव्यक्ति प्रति दिन है।

उदाहरण स्वरुप वर्ष 2000 में किसी व्यक्ति के लिए निर्धनता रेखा का निर्धारण ग्रामीण क्षेत्रों में ₹ 454 प्रतिमाह किया गया था।

भारत में निर्धनता में अंतर-राज्य असमानताओं का एक विवरण प्रस्तुत करें।

भारत में गरीबी के प्रमुख कारण नीचे दिए गए है:

(i) एक ऐतिहासिक कारण ब्रिटिश औपनिवेशिक प्रशासन के दौरान आर्थिक विकास का निम्न स्तर हैं।

(ii) औपनिवेशिक सरकार की नीतियों ने पारम्परिक हस्तशिल्प्कारी को नष्ट कर दिया और वस्त्र जैसे उद्योगों के विकास को हतोत्साहित किया।

(iii) सिंचाई और हरित क्रांति के प्रसार से कृषि क्षेत्रक में रोज़गार के अनेक अवसर सृजित हुए। लेकिन इनका प्रभाव भारत के कुछ स्थानों तक ही सीमित रहा।

(iv) उच्च निर्धनता दर की एक और विशेषता आय असमानता रही है। इसका एक प्रमुख कारण भूमि और अन्य संसाधनों का असमान वितरण है

क्या आप समझते हैं कि निर्धनता आकलन का वर्तमान तरीका सही है?

नहीं, गरीबी के आकलन की वर्तमान पद्धति उपयुक्त नहीं है।

यह केवल एक मात्रात्मक अवधारणा है । लोगों के लिए निर्धनता की आधिकारिक परिभाषा उनके केवल एक सीमित भाग पर लागू होती है। यह न्यूनतम जीवन निर्वाह के 'उचित' स्तर की अपेक्षा जीवन निर्वाह के 'न्यूनतम' स्तर के विषय में है।

उन सामाजिक और आर्थिक समूहों की पहचान करें जो भारत में निर्धनता के समक्ष निरुपाय हैं।

सामाजिक समूह:
(i) अनुसूचित जाति के परिवार
(ii) अनुसूचित जनजाति के परिवार

आर्थिक समूह: ग्रामीण कृषि श्रमिक परिवार तथा नगरीय अनियत मजदूर परिवार ।

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