निर्माणाधीन बीटीसी में मिली गुणवत्ता की शिकायत, तो मंत्री जी ने अधिकारियों को लताड़ लगा निर्माण रोकने को निर्देश

कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने आईएसबीटी के समीप निर्माणाधीन रजिस्ट्रेशन ऑफिस कम ट्रांजिट कैंप में गुणवत्ता की शिकायत मिलने पर निर्माण कार्य रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने दूरभाष पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर को यह निर्देश दिए।

बुधवार को बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय में पर्यटन विभाग और ब्रिडकुल के घाटे में बीटीसी अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने आईएसबीटी के समीप बन रहे रजिस्ट्रेशन ऑफिस कम ट्रांजिट कैंप के संदर्भ में जानकारी मांगी। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन भवन में गुणवत्ता की कमी होने की लगातार शिकायत मिल रही है। इस मामले में पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। मंत्री अग्रवाल ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और बैठक के बीच में ही पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर से दूरभाष के जरिए बात की।

उन्होंने दिलीप जावलकर को निर्माणाधीन रजिस्ट्रेशन ऑफिस कम ट्रांजिट कैंप कार्य को रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने स्थानीय पर्यटन अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। पर्यटन सचिव को कहा कि सरकार की रूपयों की हीलाहवाली बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बता दें कि आईएसबीटी के समीप पर्यटन विभाग की ओर से 3.70 हेक्टेअर भूमि पर रजिस्ट्रेशन ऑफिस कम ट्रांजिट कैंप का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसकी लागत 14.80 करोड़ रूपए है, जिसकी कार्यदायी संस्था ब्रिडकुल है। यह कार्य 27 दिसंबर 2019 को शुरू किया गया था, जिसे 23 मार्च 2022 तक पूर्ण किया जाना था। उक्त कार्य में लगातार गुणवत्ता को लेकर मिल रही शिकायतों का संज्ञान लेकर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने निर्माण कार्य रोकने के निर्देश दिए है।

इस अवसर पर जिला पर्यटन विकास अधिकारी जसपाल चौहान, अपर निदेशक पर्यटन पूनम चंद, ब्रिडकुल के अधिशासी अभियंता अमित नेगी, अवर अभियंता जसवीर सजवाण मौजूद रहे।

एक नजर में..

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मुझे जो कार्य प्रधानमंत्री ने सौंपा, उसमें खरा उतरने का प्रयास कर रहा-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में शिरकत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समान नागरिक संहिता हमारे राज्य की जरूरत थी। इसे लेकर हमने चुनाव से पहले ही जनता से वायदा किया था … अधिक पढ़े …

राज्य सरकार ने मानव वन्य जीव संघर्ष में दुर्घटना होने पर अनुग्रह राशि बढ़ायी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सचिवालय में आयोजित उत्तराखण्ड राज्य वन्यजीव बोर्ड की 18वीं बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश में मानव वन्यजीव संघर्ष में किसी व्यक्ति की मृत्यु होने पर उनके परिवार को देय अनुग्रह राशि … अधिक पढ़े …

झाँसी- बीटीसी प्रशिक्षुओं ने पैदल मार्च निकाला, डीएम को ज्ञापन दिया, रिपोर्ट देवेंद्र एवं रोहित

इलाईट चौराहे पर सैकड़ो बीटीसी प्रशिक्षु एकत्रित हुए। इसके बाद पैदल मार्च निकालते हुए वह जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शन करते हुए कहा कि वह गरीब और किसान परिवार से है। काफी मेहनत की और जब परीक्षा का समय आया तो शासन और शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण चतुर्थ सेमेस्टर का प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे परीक्षायें निरस्त हो गई।
इसमें उनकी क्या गलती है। शासन और शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण आज 87 हजार शिक्षकों पर खतरा मडरा रहा है। वह सरकार से मांग करते है कि उनकी शीघ्र परीक्षायें कराई जाये। इसके साथ ही टीईटी परीक्षा की तिथि एक माह बढ़ाई जाए।

नौकरी न मिलने से परेशान बीटीसी डिग्रीधारी स्वाती ने लगायी फांसी, सुसाइड नोट में घाटे में बीटीसी लिखी ये दर्द भरी बात….

फर्रुखाबाद। बेरोजगारी आज युवाओं के लिए कितना बड़ा दंश बनती जा रही है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता कि नौकरी न मिलने से अवसादग्रस्त पढ़े-लिखे बेरोजगारों में आत्महत्या की घटनायें बढ़ती जा रही हैं। ऐसी ही एक घटना फर्रुखाबाद में सामने आयी है। यहां बीटीसी डिग्रीधारी स्वाती नाम की युवती ने नौकरी न मिलने से परेशान होकर 4 मार्च को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

स्वाती ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उसने लिखा है कि मैं अपनी जिंदगी में जो भी फैसला ले रही हूं, इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। एक उम्मीद थी सरकार बच्चों के हित में शायद कुछ करे, लेकिन हमें नहीं लगता इस सरकार में बच्चों का कुछ भला होना वाला है।’जानकारी के मुताबिक फर्रुखाबाद के कायमगंज कोतवाली की कुआंखेड़ा चौकी क्षेत्र के गांव चैनी नगला निवासी हेतराम की 27 वर्षीय पुत्री स्वाती राजपूत बीटीसी व एमए करने के साथ टेट भी कर चुकी थी। वह रोजगार की तलाश में जुटी थी, लेकिन कामयाबी नहीं मिल रही थी। पिछले एक सप्ताह से वह पारिवारिक कारणों से बहुत परेशान थी।

स्वाती राजपूत बुधवार 3 मार्च की दोपहर 12 बजे के करीब घर से किसी काम के लिए गई हुई थी। जब वह शाम को घर लौटकर नहीं आई तो परिजनों ने खोजबीन की, मगर उसका पता नहीं चला।युवती के नहीं मिलने पर परिजनों ने कुआंखेड़ा चौकी पुलिस को जानकारी दी गई। चौकी इंचार्ज पुलिस बल के साथ सक्रिय हुए। घटना को लेकर कायमगंज कोतवाल को जानकारी दी गई। युवती का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाया गया तो लोकेशन अताईपुर की निकली। रात दो बजे तक पुलिस और परिवार के लोग इधर उधर भटकते रहे। गुरुवार 4 मार्च की सुबह फिर परिजन ढूंढने के लिए निकले।

जानकारी के मुताबिक हेतराम का गांव में दूसरा मकान भी है। जब परिवार के लोग यहां पहुंचे तो देखा स्वाती का शव घर के कमरे में फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। इसको देखते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस मौके पर पहुंची घाटे में बीटीसी और लाश को उतरवाया गया। परिजनों ने इस मामले में किसी तरह की कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। बाद में पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया।इस मामले में उपनिरीक्षक दीपक भाटी ने बताया कि स्वाती ने बीटीसी कर रखी थी, मगर काफी हाथ-पैर मारने के बाद भी उसे नौकरी नहीं मिल रही थी। घरवालों ने बताया कि इससे वह बहुत परेशान थी। घर में भी क्लेश बढ़ रहा था, इसीलिए उसने ऐसा कदम उठाया है। इस घटना के बाद स्वाती के परिजन सदमे में हैं।

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