Published at : 23 Nov 2021 07:41 PM (IST) Tags: Cryptocurrency currency virtual currency digital currency crypto हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

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Cryptocurrency में बड़ी गिरावट से भी नहीं घबराए निवेशक, बीते हफ्ते में किया ऐसा भारीभरकम निवेश

By: ABP Live | Updated at : 23 Nov 2021 07:44 PM (IST)

Edited By: Meenakshi

Cryptocurrency News: देश में हालांकि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई नियम या गाइडलाइंस नहीं आई हैं लेकिन इंवेस्टर्स में इसे लेकर क्रेज बढ़ता ही जा रहा है. चाहे घरेलू हो या ग्लोबल, क्रिप्टों को लेकर Buzz बढ़ रहा है और इसलिए इससे जुड़ी खबरों पर भी सबकी नजरें लगी रहती हैं. अब एक ऐसी खबर आई है जिसे लेकर आप खुश हों क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी या कंफ्यूज, इसका फैसला तो आप ही करेंगे पर ये खबर कई सवालों को भी खड़ा कर रही है.

क्रिप्टोकरेंसी के रेट में लगातार आ रही है गिरावट
ग्लोबल मोर्चे पर देखें तो क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट आ ही रही है. पिछले हफ्ते क्रिप्टोकरेंसीज में सबसे ज्यादा गिरावट बिटकॉइन में देखी गईं. हालांकि इसके बावजूद क्रिप्टोकरेंसी में हो रहे निवेश में कोई कमी नहीं आई है. कॉइनशेयर्स की रिपोर्ट के मुताबिक देखें तो क्रिप्टो से जुड़े फंड्स में निवेशकों ने पिछले हफ्ते 1146 करोड़ रुपये या 15.4 करोड़ डॉलर का निवेश कर डाला. दूसरे शब्दों में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी के भाव में गिरावट से भी निवेशक घबराए नहीं है और उनकी खरीदारी इस वर्चुअल करेंसी में लगातार क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी बनी हुई है.

क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदते हैं?

क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर बायर्स और सेलर्स ट्रेडिंग करते हैं. कई एक्सचेंज ऐसे होते हैं जो एक साथ कई करेंसीज़ को सपोर्ट करते हैं- जैसे बिटकॉइन, रिपल, एथर, टेदर, कारडानो. भारत में भी अब कई एक्सचेंज काम करने लगे हैं. लेकिन एक्सचेंज पर ट्रेडिंग शुरू करने से पहले हम आपको सलाह देंगे कि आप ये देख लें कि ये एक्सचेंज अच्छी वजहों से चर्चा में हों न कि बुरी वजहों से. हमेशा चेक कर लें कि उस एक्सचेंज का ऑफिस भारत में हो और इसकी फाउंडिंग टीम में ऐसा स्टाफ हो, जिसकी हिस्ट्री साफ रही हो.

एक्सचेंज को लेकर आपको इसलिए भी एक्सचेंज को लेकर सतर्क रहना होगा क्योंकि औसतन एक एक्सचेंज को एक दिन में 20 करोड़ का नुकसान होता है, ऐसे में आपको भरोसेमेंद एक्सचेंज का साथ चुनना होगा.

इसके अलावा, क्रिप्टो खरीदने और बेचने के दूसरे तरीके भी हैं. आप दूसरे सेलर्स से डायरेक्ट कॉन्टैक्ट करके भी क्रिप्टो की ट्रेडिंग कर सकते हैं, लेकिन ये बात है कि एक्सचेंज ज्यादा सुरक्षित होता है. यहां आप ज्यादा स्थिर कीमतें भी देख सकते हैं, जिससे ट्रेडिंग में आसानी होती है, ऐसे में नए लोगों के लिए एक्सचेंज से क्रिप्टो खरीदना-बेचना ज्यादा आसान होता है.

एक्सचेंज का इस्तेमाल करना

सभी बड़े एक्सचेंज लगभग एक ही प्रोसेस फॉलो करते हैं. आपको एक अकाउंट बनाने की जरूरत होगी, फिर भारत स्थित एक्सचेंज आपको KYC वेरिफिकेशन करने को बोलेंगे. यह वेरेफिकेशन किसी फ्रॉड वगैरह को रोकने के लिए किया जाता है और आपको इस दौरान अपना आईडी प्रूफ देना होगा. यह पूरा प्रोसेस बस थोड़े वक्त में पूरा हो जाता है, जिसके बाद आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. इसके लिए आप अपना बैंक अकाउंट अपने क्रिप्टो अकाउंट से लिंक कर सकते हैं. या फिर ट्रांजैक्शन के लिए सीधे डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेटबैंकिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं. जब लॉगइन और अकाउंट सेटअप का पूरा प्रोसेस कंप्लीट हो जाएगा, तो आपका एक्सचेंज आपको पहला ऑर्डर प्लेस करने के लिए नोटिफाई कर देगा.

ऑर्डर प्लेस करने के लिए आपको किसी क्रिप्टोकरेंसी का सिंबल यानी कि बिटकॉइन के लिए BTC, एथर के लिए ETH और डॉजकॉइन के लिए DOGE, डालना होगा और वो अमाउंट भी डालना होगा, जितने में आप वो कॉइन खरीदना चाहते हैं.

क्रिप्टोकरेंसी स्टोर कैसे करें?

क्रिप्टोकरेंसी खरीदना पहला स्टेप है, अब आपको उसको स्टोर करने के बारे में सोचना होगा. हां, यह सही है कि आप क्रिप्टो एक्सचेंज पर ही अपने कॉइन्स छोड़ सकते हैं, और अगर आप एक्टिव ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो इसके लिए यह बेहतर तरीका होता है, लेकिन अगर आप किसी भी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत पर नजर डालें तो देखेंगे कि बिटकॉइन और एथर जैसे कॉइन्स ने लंबे समय में ज्यादा रिटर्न दिया है. बीच-बीच में बाजार में आए उतार-चढ़ाव के बावजूद इन कॉइन्स की लॉन्ग टर्म में वैल्यू बढ़ी है.

इसका मतलब है कि उनकी वैल्यू बढ़ने तक के लिए आपको इन्हें स्टोर करना होगा. क्रिप्टोकॉइन्स और टोकन्स आप अपने क्रिप्टो वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं. क्रिप्टो वॉलेट्स तीन तरह के होते हैं- हॉट, कोल्ड क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी और पेपर वॉलेट. इनमें से आपको कोई भी वॉलेट अपनी जरूरत के हिसाब से चूज़ करना होगा. इस पर हमारे पास एक आर्टिकल है- Cryptocurrency Wallet : क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या होता है? कैसे बना सकते हैं अपना खुद का वॉलेट? पढ़ें- इसमें आपको क्रिप्टो वॉलेट से जुड़ी हर जानकारी मिल जाएगी, जिसके बाद उनमें से अपनी जरूरत के हिसाब से कोई भी वॉलेट सेट अप कर सकते हैं.

सबसे ज्यादा चर्चित क्रिप्टोकरेंसी कौन सी हैं?

अपने मार्केट कैप यानी बाजार पूंजीकरण के लिहाज से टॉप की पांच क्रिप्टो कॉइन्स हैं- बिटकॉइन इथीरिमय, टेदर, बाइनेंस कॉइन और कारडानो. इनमें सबसे पुरानी कॉइन बिटकॉइन है. यह 2009 में यानी 2008 की आर्थिक मंदी के कुछ वक्त बाद लॉन्च हुई थी. इसकी शुरुआत सतोषी नाकामोतो नाम के स्यूडोनिम यानी छद्म नाम के साथ किसी शख्स ने की थी. असली शख्स कौन है, ये निश्चिंतता के साथ कोई नहीं कहता.

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डॉजकॉइन भी काफी पॉपुलर है, हालांकि, यह फिलहाल टॉप फाइव कॉइन में शामिल नहीं है. इसकी शुरुआत 2013 में बिटकॉइन का मजाक उड़ाने के लिए एक मीम यानी मजाक की तरह हुई थी. लेकिन इस साल की शुरुआत में टेस्ला के सीईओ इलॉन मस्क ने इस कॉइन का सपोर्ट करके इसे हाइप दे दिया, क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी जिसके चलते इसकी कीमत बढ़ गई.

क्या क्रिप्टोकरेंसी कानूनी है?

बहुत सारे देशों ने इस असेट को अपना समर्थन दिया है. लेकिन विस्तृत तौर पर इस करेंसी को लेकर कोई औपचारिक नियमन नहीं है. भारत में तो पहले इसे बैन किए जाने की बात हुई थी. 2018 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने क्रिप्टो ट्रेडिंग पर प्रतिबंध भी लगाए, लेकिन पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने उसके आदेश को पलट दिया. और अब आरबीआई ने कहा है कि यह अपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी एक चरणबद्ध तरीके से लॉन्च करेगी.

इसके पीछे कई कारण हैं. सबसे प्रमुख अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है. अब तो बहुत से लोग असली पैसे खर्च करके बिटकॉइन खरीद रहे हैं ताकि आगे चलकर और मांग बढ़ने पर उन्हें अच्छा रिटर्न मिले. मस्क ने तो यह भी कहा है कि ये कॉइन्स भविष्य की करेंसी हैं, हालांकि उन्होंने इसपर कुछ नहीं कहा है कि कौन सी ऐसी करेंसी होगी जो ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी बन सकती है या फिर दुनिया में कभी बस कोई एक क्रिप्टोकरेंसी चलेगी या कई सारी.

क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग से क्या मतलब होता है?

क्रिप्टो माइनिंग का मतलब नई डिजिटल कॉइन्स जेनरेट करने यानी पैदा करने से होता है. और ये काम बहुत ही उत्कृष्ट कंप्यूटर्स में जटिल क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन्स यानी समीकरणों को हल करके किया जाता है. हालांकि, ऐसा जरूरी नहीं है कि हर निवेशक क्रिप्टो माइनिंग करता है. अधिकतर निवेशक बाजार में पहले से मौजूद कॉइन्स या टोकन्स में ट्रेडिंग करते हैं, वो खुद इनकी माइनिंग नहीं करते हैं.

मार्केट रिसर्च वेबसाइट CoinMarketCap के मुताबिक, फिलहाल क्रिप्टो मार्केट में 11,000 क्रिप्टोकरेंसीज़ की सार्वजनिक तौर पर उनके लिए बने एक्सचेंज पर ट्रेडिंग होती है. फिलहाल सर्कुलेशन में जितनी क्रिप्टोकरेंसी हैं, उनकी कुल कीमत 4 क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी अगस्त, 2021 की तारीख में 200,557,848,783,736 यानी 1.5 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है. क्रिप्टो की ट्रेडिंग अधिकतर एक्सचेंज पर ही होती है, लेकिन इसके अलावा भी पेपर वॉलेट के जरिए ऑफलाइन ट्रांसफर या टोकन को डायरेक्टली ट्रेड करने जैसे विकल्प भी होते हैं, लेकिन रिटेल इन्वेस्टर्स को सलाह दी जाती है कि उनके लिए एक्सचेंज पर ट्रेडिंग करना ज्यादा सुरक्षित होगा.

सेल के शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ने की क्या है वजह?

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जनवरी से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्टील की कीमतों में 15 फीसदी तक का इजाफा देखने को मिला है. इसकी वजह आयरन ऑर की कीमतों में वृद्धि है.

दुनिया में आयरन ऑर के सबसे बड़े उत्पादक वेल (Vale) के ब्राजील में अपनी खानें बंद कर देने से ऐसा हुआ है. बांध टूट जाने की वजह से कंपनी को ऐसा करना पड़ा. इसका असर आयरन ऑर की सप्लाई पर पड़ा है.

विश्लेषकों का कहना है कि 2019 में उत्पादन में 4.5 करोड़ टन की कमी आ सकती है. इसके चलते आयरन ऑर की कीमतें ऊंची बनी रहेंगी. हालांकि, सेल पर इसका असर नहीं पड़ेगा.

इसकी वजह यह है कि सेल अपनी 100 फीसदी कैप्टिव माइंस से ऑयरन ऑर हासिल करती है. इस सकारात्मक स्थिति के साथ कंपनी के शेयर 15 साल की न्यूनतम वैल्यूएशन तक भी पहुंच गए हैं. परिचालन कुशलता के बावजूद कंपनी की वैल्यूएशन घटी है.

Ukraine War Cryptocurrency: रूस के साथ जंग में यूक्रेन के लिए वरदान बनी क्रिप्टोकरेंसी, डिजिटल युद्ध में दिलाई बढ़त

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यूक्रेन ने क्रिप्‍टोकरंसी की मदद से जुटाए पैसे

शुरू में दो फंड स्थापित किए गए थे: एक मानवीय और दूसरा सैन्य उद्देश्यों के लिए। हालांकि, जैसे-जैसे हिंसा बढ़ी, दोनो कोष को विलय कर दिया गया और इसे पूरी तरह से यूक्रेनी सेना का समर्थन करने के लिए निर्देशित किया गया, जिसे बॉडी आर्मर, नाइट विजन गॉगल्स, हेलमेट, दवा और फ्रंटलाइन सेनानियों के लिए भोजन खरीदने के लिए इस्तेमाल किया गया। सरकार ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी में प्राप्त राशि अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से दी गई कुल धनराशि के संबंध में मामूली है, लेकिन बिचौलियों के न होने के कारण वह इन निधियों को और अधिक तेज़ी से प्राप्त करने में सक्षम था। बैंक हस्तांतरण, वास्तव में, यूक्रेनी सरकार के खातों में आने में कई दिन लग सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी कुछ ही मिनटों में जमा कर दी गई थी। यह क्रिप्टोकरेंसी की निर्विवाद उपयोगिता को प्रदर्शित करता है - जिस तरह से यह वर्तमान में संचालित और विनियमित है - विशेष रूप से संकट में देशों की वित्तीय और आर्थिक प्रणालियों का समर्थन करने में।

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