श्री अशोक चावला एनएसई के निदेशक मंडल के अध्यक्ष हैं और श्री विक्रम लिमये एनएसई के प्रबंध निदेशक और सीईओ हैं।

'National stock exchange (nse)'

प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बीएसई ने 148 दिन की अवधि में अपने मंच पर एक करोड़ पंजीकृत निवेशक खाते जोड़े हैं, जिसके साथ उसके पास ऐसे कुल खातों की संख्या 12 करोड़ हो गई है. बीएसई ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि उसने इस साल 18 जुलाई से 13 दिसंबर के बीच एक करोड़ निवेशकों के खाते जोड़े. बीएसई को 11 करोड़, 10 करोड़, नौ करोड़ और आठ करोड़ खातों के पड़ाव तक पहुंचने में इससे पहले क्रमशः 124 दिन, 91, 85 और 107 दिन का वक्त लगा था.

दिल्ली की एक अदालत ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के कर्मचारियों की कथित अवैध फोन टैपिंग (Phone Tapping) और जासूसी से संबंधित धनशोधन मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे की हिरासत शुक्रवार को चार दिन के लिए बढ़ा दी.

पूंजी बाजार नियामक सेबी ने मंगलवार को शेयर बाजार में संचालन के स्तर पर चूक मामले में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramakrishna) को नोटिस भेजकर 3.12 करोड़ रुपये का भुगतान करने को कहा है.

सेबी ने यह नोटिस तब भेजा है जब सुब्रमण्यन अपने ऊपर लगाए गए जुर्माने की भरपाई करने में नाकाम रहे हैं. सेबी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने 11 फरवरी को पारित एक आदेश में एनएसई में सुब्रमण्यन के कार्यकाल में हुई गड़बड़ियों के लिए उनपर दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था.

न्यायाधीश संजीव अग्रवाल ने कहा, "हर कैदी एक जैसा होता है. वह जो रही हैं, उसकी वजह से वह वीआईपी कैदी नहीं हो सकती. नियमों नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को नहीं बदला जा सकता है." हालांकि, अदालत ने उन्हें एक प्रार्थना पुस्तक, हनुमान चालीसा और भगवद गीता की एक प्रति ले जाने की अनुमति दी है.

कोर्ट ने सीबीआई से कहा कि एनएसई की पूर्व प्रमुख और एक हिमालय योगी से जुड़े हेरफेर मामले में बाजार नियामक SEBI की भूमिका भी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भी जांच की जानी चाहिए. विशेष जज ने सीबीआई से कहा, 'देश की प्रतिष्‍ठा दांव पर है. घोटाले को लेकर आपका अनुमान क्‍या है?'

NSE Scam : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण गिरफ्तार, 'हिमालयन योगी' के साथ साझा की थी संवेदनशील जानकारी

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) ने नए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) की तलाश शुरू कर दी है. एनएसई के वर्तमान प्रमुख विक्रम लिमये का पांच साल का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा है.

सेबी ने चित्रा रामाकृष्णा पर तीन करोड़ का जुर्माना लगाया है क्योंकि ये एक निराकार बाबा के असर में काम कर रही थीं लेकिन सेबी यह क्यों नहीं पता लगा सकी कि बाबा कौन है जिससे नेशनल स्टाक एक्सचेंज की सारी आर्थिक जानकारी साझा कर रही थीं.

NSE : सोशल मीडिया पर एनएसई निदेशक मंडल के पूर्व सदस्य टीवी मोहनदास नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पई और बायोकारी की कार्यकारी अध्यक्ष किरण मजूमदार शॉ के बीच जुबानी जंग देखने को मिली. दरअसल सेबी की पूछताछ में एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा ने खुलासा किया था कि वो शेयर बाजार के मामलों में हिमालय के एक अज्ञात योगी से राय मशविरा करती थीं.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) भारत में अग्रणी स्टॉक एक्सचेंज है और दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ एक्सचेंज (डब्ल्यूएफई) की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी से जून 2018 तक इक्विटी शेयरों में ट्रेडों की संख्या।

एनएसई ने 1994 में इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन-आधारित ट्रेडिंग, डेरिवेटिव ट्रेडिंग (इंडेक्स फ्यूचर्स के रूप में) और 2000 में इंटरनेट ट्रेडिंग शुरू की, जो भारत में अपनी तरह की पहली थीं।

एनएसई के पास एक पूरी तरह से एकीकृत व्यापार मॉडल है जिसमें हमारी एक्सचेंज लिस्टिंग, ट्रेडिंग सेवाएं, समाशोधन और निपटान सेवाएं, सूचकांक शामिल हैं।मंडी डेटा फीड, प्रौद्योगिकी समाधान और वित्तीय शिक्षा की पेशकश। एनएसई एक्सचेंज के नियमों और विनियमों के साथ व्यापार और समाशोधन सदस्यों और सूचीबद्ध कंपनियों द्वारा अनुपालन की भी देखरेख करता है।

श्री अशोक चावला एनएसई के निदेशक मंडल के अध्यक्ष हैं और श्री विक्रम लिमये एनएसई के प्रबंध निदेशक और सीईओ हैं।

एनएसई प्रौद्योगिकी में अग्रणी है और प्रौद्योगिकी में नवाचार और निवेश की संस्कृति के माध्यम से अपने सिस्टम की विश्वसनीयता और प्रदर्शन सुनिश्चित करता है। एनएसई का मानना है कि इसके उत्पादों और सेवाओं का दायरा और विस्तार, भारत में कई परिसंपत्ति वर्गों में निरंतर नेतृत्व की स्थिति और वैश्विक स्तर पर इसे बाजार की मांगों और परिवर्तनों के लिए अत्यधिक प्रतिक्रियाशील होने में सक्षम बनाता है और उच्च-स्तर प्रदान करने के लिए व्यापारिक और गैर-व्यापारिक दोनों व्यवसायों में नवाचार प्रदान करता है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज बाजार सहभागियों और ग्राहकों को गुणवत्तापूर्ण डेटा और सेवाएं।

NSE

1992 तक, BSE भारत में सबसे लोकप्रिय स्टॉक एक्सचेंज था। बीएसई फ्लोर-ट्रेडिंग एक्सचेंज के रूप में कार्य करता था। 1992 में NSE की स्थापना देश के पहले डिम्युचुअलाइज्ड स्टॉक एक्सचेंज के रूप में हुई थी। यह तकनीकी रूप से उन्नत, स्क्रीन-आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (बीएसई नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के फ्लोर-ट्रेडिंग के विपरीत) को पेश करने वाला भारत का पहला स्टॉक एक्सचेंज भी था। यह स्क्रीन-आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म भारत में एक्सचेंज बिजनेस में क्रांति लेकर आया। जल्द ही एनएसई भारत में व्यापारियों/निवेशकों का पसंदीदा स्टॉक एक्सचेंज बन गया।

मुंबई में मुख्यालय, एनएसई ऑफरराजधानी निगमों के लिए क्षमताओं को बढ़ाना और के लिए एक व्यापार मंचइक्विटीज, ऋण और डेरिवेटिव -- मुद्राओं और म्यूचुअल फंड इकाइयों सहित। यह नई लिस्टिंग, आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ), ऋण जारी करने और भारतीय . के लिए अनुमति देता हैभंडार भारत में पूंजी जुटाने वाली विदेशी कंपनियों द्वारा प्राप्तियां (आईडीआर)।

देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज ने निवेशकों को किया अलर्ट, गारंटीड रिटर्न स्कीम से रहें सावधान, वरना डूब जाएगा पैसा

NSE Alert: एक्सचेंज निवेशकों को आगाह करते हुए कहा कि वे एंटिटीज/व्यक्तियों द्वारा स्टॉक मार्केट में रिटर्न की गारंटी के साथ पेश की जाने वाली योजनाओं में निवेश नहीं करें क्योंकि कानूनन इस पर प्रतिबंध है.

NSE Alert: देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) ने शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले निवेशकों को सचेत नेशनल स्टॉक एक्सचेंज किया है. एनएसई (NSE) ने निवेशकों को एश्योर्ड रिटर्न की स्कीम्स के प्रति आगाह किया है. एक्सचेंज ने बताया कि ये एंटिटीज NSE के पास न तो मेंबर के रूप में रजिस्टर्ड हैं और न ही किसी रजिस्टर्ड मेंबर की ओर से अधिकृत व्यक्ति हैं. ऐसी एश्योर्ड रिटर्न वाली स्कीम में पैसा लगाना जोखिम है. आपका निवेश भी डूब सकता है.

NSE का यह अलर्ट तब आया जब उसने पाया कि टेलीग्राम चैनल और वॉट्सऐप (WhatsApp) के जरिए परिचालन करने वाली ‘रियल ट्रेडर’ और ‘ग्रो स्टॉक’ जैसी एंटिटीज रिटर्न की गारंटी का दावा करते हुए योजनाओं की पेशकश कर रही हैं.

गारंटीड रिटर्न स्कीम में न करें निवेश

एक्सचेंज ने बयान में कहा कि निवेशकों को आगाह किया जाता है कि वे एंटिटीज/व्यक्तियों द्वारा शेयर बाजार में रिटर्न की गारंटी के साथ पेश की जाने वाली योजनाओं में निवेश नहीं करें क्योंकि कानूनन इस पर प्रतिबंध है. एक्सचेंज ने पिछले महीने इसी तरह का एडवाइजरी जारी किया था. उस समय एक्सचेंज को पता चला था कि शेयर्स बाजार प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एंटिटी एश्योर्ड रिटर्न के साथ निवेश स्कीम की पेशकश कर रही है.

हाल ही में, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के शेयरधारकों ने आशीष कुमार चौहान को प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के रूप में नियुक्त करने की मंजूरी दी. एनएसई की असाधारण आम बैठक 11 अगस्त को हुई थी. इसमें नेशनल स्टॉक एक्सचेंज शेयरधारकों ने 99.99 फीसदी वोटों के साथ चौहान की नियुक्ति को मंजूरी दी. चौहान पहले BSE के मैनेजिंग डायरेक्ट और CEO थे. उन्होंने 26 जुलाई को एनएसई के प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया.

देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज ने निवेशकों को किया अलर्ट, गारंटीड रिटर्न स्कीम से रहें सावधान, वरना डूब जाएगा पैसा

NSE Alert: एक्सचेंज निवेशकों को आगाह करते हुए कहा कि वे एंटिटीज/व्यक्तियों द्वारा स्टॉक मार्केट में रिटर्न की गारंटी के साथ पेश की जाने वाली योजनाओं में निवेश नहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज करें क्योंकि कानूनन इस पर प्रतिबंध है.

NSE Alert: देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) ने शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले निवेशकों को सचेत किया है. एनएसई (NSE) ने निवेशकों को एश्योर्ड रिटर्न की स्कीम्स के प्रति आगाह किया है. एक्सचेंज ने बताया कि ये एंटिटीज NSE के पास न तो मेंबर के रूप में रजिस्टर्ड हैं और न ही किसी रजिस्टर्ड मेंबर की ओर से अधिकृत व्यक्ति हैं. ऐसी एश्योर्ड रिटर्न वाली स्कीम में पैसा लगाना जोखिम है. आपका निवेश भी डूब सकता है.

NSE का यह अलर्ट तब आया जब उसने पाया कि टेलीग्राम चैनल और वॉट्सऐप (WhatsApp) के जरिए परिचालन करने वाली ‘रियल ट्रेडर’ और ‘ग्रो स्टॉक’ जैसी एंटिटीज रिटर्न की गारंटी का दावा करते हुए योजनाओं की पेशकश कर रही हैं.

गारंटीड रिटर्न स्कीम में न करें नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निवेश

एक्सचेंज ने बयान में कहा कि निवेशकों को आगाह किया जाता है कि वे एंटिटीज/व्यक्तियों द्वारा शेयर बाजार में रिटर्न की गारंटी के साथ पेश की जाने वाली योजनाओं में निवेश नहीं करें क्योंकि कानूनन इस पर प्रतिबंध है. एक्सचेंज ने पिछले महीने इसी तरह का एडवाइजरी जारी किया था. उस समय एक्सचेंज को पता चला था कि शेयर्स बाजार प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक एंटिटी एश्योर्ड रिटर्न के साथ निवेश स्कीम की पेशकश कर रही है.

हाल ही में, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के शेयरधारकों ने आशीष कुमार चौहान को प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के रूप में नियुक्त करने की मंजूरी दी. एनएसई की असाधारण आम बैठक 11 अगस्त को हुई थी. इसमें शेयरधारकों ने 99.99 फीसदी वोटों के साथ चौहान की नियुक्ति को मंजूरी दी. चौहान पहले BSE के मैनेजिंग डायरेक्ट और CEO थे. उन्होंने 26 जुलाई को एनएसई के प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है जिसमें शेयर, बांड, प्रतिभूतियां और अनेक प्रकार की सिक्योरिटीज लिस्टेड है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना साल 1992 में हुई थी। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स ‘निफ्टी’ है जिसमें की नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर टॉप 50 कंपनियों को शामिल किया जाता है। निफ्टी के परफॉर्मेंस के आधार पर ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का परफॉर्मेंस निर्धारित किया जाता है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना के बाद ही स्टॉक मार्केट में कागजी कार्यवाही के स्थान पर इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग की शुरुआत हुई जिससे स्टॉक मार्केट में अधिक पारदर्शिता आई। साल 1992 में हर्षद मेहता स्कैम के बाद निवेशकों का भरोसा शेयर बाजार से उठ गया जिसके बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करके निवेशकों का विश्वास जीता। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का मुख्य उद्देश्य शेयर बाजार को आधुनिक और विकसित बनाने के साथ इसमें होने वाले फ्रॉड पर अंकुश लगाना है।

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