1. इंट्रा डे ट्रेडिंग में सिर्फ लिक्विड स्टॉक में पैसा लगाना चाहिए. जबकि वोलेटाइल स्टॉक से दूरी बनानी चाहिए.

स्टॉक चुनने का सही तरीका क्या है?

इसके संदर्भ में, हम महत्वपूर्ण तरीकों के बारे में समझतें हैं:

१. टॉप डाउन दृष्टिकोण

२. बॉटम-अप दृष्टिकोण

स्टॉक का चयन

टॉप डाउन दृष्टिकोण

  • निवेश की इस पद्धति में, निवेशक देखकर विश्लेषण शुरू करता है
  • व्यक्तिगत स्टॉक पर काम करने से पहले आर्थिक नीति जैसे इन्फ्लेशन, अनुसरण करने के लिए सबसे अच्छे स्टॉक विश्लेषक कौन हैं? अर्थशास्रीय विकास, आर्थिक विकास, जैसी व्यापक घटनाएं।

निवेशक बाजार में प्रचलित कारणों, घटनाओं की तलाश करता है और उस अवसर को समझने की कोशिश करता है जो उससे प्राप्त किया जा सकता है।

उदाहरण के लिए, द इलेक्शन इन इंडिया सबसे ज्यादा चर्चित घटना है। इसलिए, चुनाव वह घटना / विषय है जिसे निवेशक इस दृष्टिकोण से प्रभावित निवेश के अवसर को पकड़ने के लिए देखेंगे ।

अधिकांश टॉप-डाउन निवेशक मैक्रोइकॉनॉमिक निवेशक हैं, जो व्यक्तिगत इक्विटी मार्किट के बजाय बड़े चक्रीय रुझानों को भुनाने पर केंद्रित होते हैं।

इसका मतलब अनुसरण करने के लिए सबसे अच्छे स्टॉक विश्लेषक कौन हैं? यह है कि उनकी रणनीति किसी भी प्रकार के मूल्य-आधारित निवेश की दृष्टिकोण की तुलना में अल्पकालिक लाभ को कमाने के लिए है, ना कि मुल्यवान कंपनियों को खोजने के लिए है।

बॉटम-अप दृष्टिकोण

निवेश की इस पद्धति में, निवेशक:

  • व्यक्तिगत कंपनियों को देखकर और फिर उनकी खूबी और विशेषताओं के आधार पर एक पोर्टफोलियो का निर्माण करके उनका विश्लेषण शुरू करते है ।
  • निवेशक इस तरीके के निवेश में सूक्ष्म आर्थिक कारणों पर ध्यान केंद्रित करता है।
  • वे अपने स्टॉक चयन मापदंडो के आधार पर अपने शेयरों का चयन करते हैं जैसे कीमत से आय कई गुना, इक्विटी अनुपात में ऋण कम, नकद प्रवाह, प्रबंधन की गुणवत्ता आदि।
  • निवेश निर्णय लेने से पहले उन स्टॉक पर उपलब्ध विश्लेषण रिपोर्टों और अन्य शोध पत्रों का मूल्यांकन करता है ।
  • क्यूंकि व्यक्तिगत निवेशक अपना काफी समय निवेश के ऊपर शोध करने में व्यतीत करते है इसलिए वे अपने निवेश को लम्बे समय तक खरीद कर रखने की प्रवृत्ति रखते हैं। इसका मतलब यह है कि उनके निवेश को लाभ देने में अधिक समय लग सकता है, लेकिन संकट प्रबंधन में अधिक प्रभावी हो सकता है और अंततः निवेश से होने वाले संकट की तुलना में ये बुनियादी शोधपूर्ण होने के कारण इसमें इतना खतरा नहीं होता ।

शेयर बाजार में कल Diwali की छुट्टी, फिर भी होगी 1 घंटे की Muhurat Trading

दिवाली के मौके पर शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग की पुरानी परंपरा

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 अक्टूबर 2022,
  • (अपडेटेड 23 अक्टूबर 2022, 4:32 PM IST)

शेयर बाजार (Stock Market) में कल 24 अक्टूबर को दिवाली के मौके पर छुट्टी (Diwali Holiday) रहेगी. लेकिन निवेशकों को छुट्टी के दिन भी एक घंटे के लिए ट्रेडिंग करने का मौका मिलेगा. जी हां, स्टॉक मार्केट में दिवाली के मौके पर मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) की परंपरा है, जिसके तहत घंटे भर के लिए मार्केट को ओपन किया जाता है. ये एक परंपरा के तौर पर लंबे समय से जारी है.

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इस समय पर खुलेगा बाजार

स्टॉक एक्सचेंज दिवाली की छुट्टी के दिन सोमवार 24 अक्टूबर 2022 को शाम 6:15 बजे से शाम 7:15 बजे तक एक घंटे के विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए खुलेंगे. ब्लॉक डील सेशन 5.45 बजे से 6 बजे तक रहेगा, जबकि प्री-ओपनिंग सेशन शाम 6 बजे से लेकर 6.08 बजे तक होगा. पुराने आंकड़ों को देखें तो शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान जोरदार तेजी देखी जाती रही है. इस बार भी उम्मीद है कि इस विशेष ट्रेडिंग में सेंसेक्स 60 हजार के पार निकलेगा.

2021 पर बाजार रहा था गुलजार

पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को सेंसेक्स 104.25 अंक चढ़कर 59,307.15 के स्तर पर बंद हुआ था. बीते साल 4 नवंबर, 2021 को दिवाली के मौके पर मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया गया था. इस एक घंटे के सेशन में बीएसई का सेंसेक्स 60 हजार के ऊपर पहुंच गया था. मुहुर्त ट्रेडिंग पर सेंसेक्स 60,067 अंकों के स्तर पर, जबकि निफ्टी 17,921 के लेवल पर बंद हुआ था.

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लोग अक्सर कहते हैं कि शेयर बाजार से मोटा कमाया जा सकता है लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है. हालांकि अगर आप बेहतर रणनीति बनाकर लॉन्ग टर्म में सोच कर निवेश करेंगे तो यहां से कमाई की जा सकती है. वहीं इक्विटी मार्केट में इंट्रा डे के जरिए कुछ घंटों में ही अच्छा पैसा बनाया जा सकता है. इंट्रा डे अनुसरण करने के लिए सबसे अच्छे स्टॉक विश्लेषक कौन हैं? में डिलवरी ट्रेडिंग के मुकाबले पैसा जल्दी बनाया जा सकता है लेकिन इसके जोखि से बचने के लिए आपको बेहतर रणनीति, कंपनी के फाइनेंशियल और एक्सपर्ट की सलाह जैसी चीजों का ध्यान रखना होता है.

क्या है इंड्रा डे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में कुछ घंटो के लिए या एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्रा डे कहा जाता है. मान लिजिए बाजार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन मुताबिक मुनाफा मिल रहा है तो आप उसी समय उस शेयर को बेचकर निकल सकते है. इंट्रा डे में अगर आप शेयर उसी ट्रेंडिग सेशन में नही भी बेचेंगे तो वो अपने आप भी सेल ऑफ हो जाता है. इसका मतलब आपको मुनाफा हो या घाटा हिसाब उसी दिन हो जाता है. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जबतक चाहे होल्ड करके रख सकते हैं. इंट्रा डे में एक बात यह भी है कि आपको ब्रोकरेज ज्यादा देनी पड़ती है. हां लेकिन इस ट्रेडिंग की खास बात यह है कि आप जब चाहे मुनाफा कमा कर निकल सकते है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार में इंट्रा डे में निवेश करें या डिलिवरी ट्रेडिंग करें आपको पहले इसके लिए अपने आप को तैयार करना होता कि आप किसलिए निवेश करना चाहते हैं और आपका लक्ष्य क्या है. फिर इसके बाद आप इसी हिसाब से अपनी रणनीति और एक्सपर्ट के जरिए बाजार से कमाई कर सकते हैं. एंजल ब्रोकिंग के सीनियर एनालिस्ट शमित चौहान के मुताबिक इंट्रा डे में रिस्क को देखते हुए आपकी रणनीति बेहतर होनी चाहिए. इसके लिए आपको 5 अहम बाते ध्यान मं रखनी चाहिए.

डीमैट अकाउंट से कर सकते हैं ट्रेडिंग

अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं.

डिस्क्लेमर : आर्टिकल में इंड्रा डे ट्रेडिंग को लेकर ​बताए गए टिप्स मार्केट एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित हैं. निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

क्यों गिर रहा है भारतीय शेयर बाजार? आगे क्या हैं संभावनाएं? मॉर्गन स्टेनली के MD का विश्लेषण

रिदम देसाई ने कहा कि शॉर्ट टर्म में शेयर बाजार एक दायरे में घूमता नजर आएगा.

रिदम देसाई ने कहा कि शॉर्ट टर्म में शेयर बाजार एक दायरे में घूमता नजर आएगा.

शेयर बाजार (Stock market) में फिलहाल और गिरावट की आंशका है. ऐसा मानना है मॉर्गन स्‍टेनली (Morgan Stanley) के मैनेजिंग ड . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : June 07, 2022, 17:47 IST

नई दिल्‍ली. शेयर बाजार (Stock Market) में जारी गिरावट ने निवेशकों को चिंता में डाल दिया है. मंगलवार 7 जून को भी बाजार में अच्छी-खासी गिरावट आई. मॉर्गन स्‍टेनली के मैनेजिंग डायरेक्‍टर रिदम देसाई बाजार (Morgan Stanley MD Ridham Desai) ने बाजार में आई हालिया गिरावट के पीछे कुछ घरेलू और अंतरराष्‍ट्रीय कारण गिनाए हैं. देसाई का कहना है कि बढ़ती महंगाई बाजार के लिए घातक है.

मनीकंट्रोल डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, CNBC TV-18 के साथ बातचीत में रिदम देसाई ने कहा कि शॉर्ट टर्म में शेयर बाजार एक दायरे में घूमता नजर आएगा. लेकिन, आगे इसमें और गिरावट आ सकती है. रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) और अमेरिका में मंदी की आहट से निवेशक सहमे हुए हैं. ये दोनों ही कारण फिलहाल शेयर बाजार को गिराने में योगदान दे रहे हैं.

इस सेशन के दौरान कौन-कौन इन्वेस्ट कर सकता है?

इस सेशन के दौरान कोई भी इन्वेस्टर या ट्रेडर इन्वेस्ट कर सकता है। लेकिन सिर्फ इसलिए कि यह शुभ मुहूर्त है, आपको आँख बंद करके इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए। सावधानीपूर्वक विश्लेषण करने के बाद रिसर्च करें और उनकी पहचान सुनिश्चित करने के बाद ही अच्छे स्टॉक्स में इन्वेस्ट करें अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।

इस ट्रेडिंग सेशन को निम्नलिखित 5 घटकों में बांटा गया है:

ब्लॉक डील सेशन: इस दौरान, दो पार्टी पहले से तय किये मूल्य पर स्टॉक्स खरीदने या बेचने का निर्णय लेते हैं और इसकी सूचना स्टॉक एक्सचेंज को देते हैं।

प्री-ओपन सेशन: इस दौरान, एक्सचेंज मार्केट खुलने से पहले (आमतौर पर लगभग 8 मिनट पहले) संतुलन मूल्य निर्धारित करते हैं।

सामान्य मार्केट अवधि: यह एक घंटे का सेशन होता है जिसमें ज्यादातर ट्रेडिंग होती है।

मुहूर्त ट्रेडिंग 2021 का समय क्या है?

इस साल भी BSE और NSE दोनों ने, दिवाली, यानी 4 नवंबर 2021 को मुहूर्त ट्रेडिंग की अनुमति अनुमति दे दी है।

सेशन के फायदे क्या हैं?

  • यह शेयर खरीदने/बेचने का अच्छा समय है क्योंकि इस सेशन के दौरान ट्रेडिंग वॉल्यूम ज्यादा होता है। उच्च ट्रेडिंग वॉल्यूम से संकेत मिलता है कि शेयर मार्केट के आसपास बहुत अधिक रुचि या गतिविधि है।
  • यह एक शुभ समय माना जाता है, इसलिए यदि आप पहली बार इन्वेस्ट कर रहे हैं तो आप इस दिन इन्वेस्ट करना शुरू कर सकते हैं।
  • यह अनुभवी इंट्राडे ट्रेडर्स के लिए एक बहुत अच्छा मौका है क्योंकि इस सेशन के दौरान मार्केट में आमतौर पर तेजी रहती है। लेकिन कई बार ऐसा भी हुआ जब मार्केट में अगले ही दिन गिरावट देखने को मिली है। इसलिए सावधान रहना बहुत जरूरी है और गहन रिसर्च के बाद ही इन्वेस्ट या ट्रेडिंग करना जरूरी है।

यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो अभी भी इन्वेस्ट शुरू करने के लिए सही मुहूर्त की तलाश में हैं तो मुहूर्त ट्रेडिंग 2021 आपके लिए सौभाग्य की बात है। ऐसे शेयरों की तलाश करें जो मजबूत फंडामेंटल द्वारा समर्थित हों, जिनमें ग्रोथ क्षमता हो और जिनमें अच्छा नकदी प्रवाह (कैश फ्लो) हो। यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि किन शेयरों में इन्वेस्ट करना है, तो आप टिकरटेप के स्क्रीनर का उपयोग करके अपनी रिसर्च शुरू कर सकते हैं। इसमें 200 से अधिक फिल्टर हैं जो आपको प्रासंगिक प्रमुख मेट्रिक्स के आधार पर ढेर सारे स्टॉक के माध्यम से तेजी से फ़िल्टर करने की सुविधा देते हैं।

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