भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि इन परिस्थितियों के सन्दर्भ में ई कॉमर्स नीति के अभाव में घरेलू खुदरा व्यापार में शामिल 7 करोड़ से अधिक छोटे व्यापार शामिल हैं बुरी तरह से विकृत हो जाएगा और इस दृष्टि से एक ईकॉमर्स नीति की बहुत आवश्यकता है । हालांकि कैट अक्टूबर में अपने ई-कॉमर्स पोर्टल भारतईमार्किट को लॉन्च करने पर सक्रिय रूप से काम कर रहा है जो व्यापारियों का, व्यापारियों द्वारा और व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए एक बहुत ही अलग तरीके का पोर्टल होगा, को ऑनलाइन व्यापार के साथ व्यापारियों की दुकानों को भी बड़ा लाभ देगा।
कैट ने ई-कॉमर्स पोर्टल भारत-ई-मार्केट का लोगो लॉन्च कर ई-कॉमर्स व्यापार में किया धमाका
कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने अपने महत्वाकांक्षी ई-कॉमर्स पोर्टल ‘भारत-ई-मार्केट’ का लोगो लॉन्च करते हुए देश के भारत के व्यापारियों और ई-कॉमर्स (E-commerce) व्यापार को विदेशी कंपनियों के चंगुल से आजाद कराने के अपने मजबूत इरादों की घोषणा कर दी है. “मेरे लिए, मेरे देश के लिए” को भारत-ई-मार्केट (Bharat-e-market) की टैग लाइन को “लोगो” के साथ जोड़ते हुए कैट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल और आत्मनिर्भर भारत मिशन को देश के व्यापारियों और ई-कॉमर्स व्यापार के लिए अपना स्टेटमेंट जारी किया है. कैट ने घोषणा की है कि भारत-ई-मार्केट पोर्टल पर चीन में बना कोई भी सामान नहीं बेचा जायेगा. यह पोर्टल इस साल दिसंबर कॉमर्स पोर्टल भारत तक शुरू कर दिया जाएगा.
भारत-ई-मार्केट के ‘लोगो’ मे खूबसूरत चटकीले रंगों का इस्तेमाल किया गया है जिससे देश के युवा खुद को जोड़ सकें. भारत-ई-मार्केट का “लोगो” सही मायनों में भारतीयता का प्रतीक है. ये लोगो ब्रांडिंग और कम्युनिकेशन क्षेत्र में देश की शीर्ष बड़ी कंपनियों में एक आर के स्वामी बीबीडीओ ने तैयार किया है.
जल्द लॉन्च होने जा रहा है कैट का ई-कॉमर्स पोर्टल, सरकार बना रही है पॉलिसी!
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने ई-कॉमर्स को भविष्य का आशाजनक व्यवसाय बताते हुए कहा कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन व्यापार में बड़ी वृद्धि हुई है और इसीलिए परिभाषित मापदंडों और दिशानिर्देशों के साथ ई कॉमर्स नीति का होना आवश्यक है को यह तय करेगी की देश में ई कॉमर्स व्यापार कैसे चलेगा। उन्होंने कहा कि ई-कॉमर्स व्यवसाय जो कोविड से पहले लगभग 6% था वह अब वर्तमान में 24% हो गया है। शहरी क्षेत्रों में 42% इंटरनेट उपयोगकर्ता अब ई-कॉमर्स के माध्यम से अपनी खरीदारी कर रहे हैं। हालांकि, भारत में दुकाने भारतीय अर्थव्यवस्था में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेंगी बशर्ते कि सरकार इसके लिए जरूरी समर्थन नीति जारी करे।
Bharat E-Mart News: ई-कामर्स कंपनियों से मुकाबले के लिए इंदौर के व्यापारियों के संगठन ने बनाया पोर्टल
Bharat E-Mart Portal: नि:शुल्क रजिस्ट्रेशन कर आम दुकानदार कर सकेंगे आनलाइन कारोबार। नए साल में पोर्टल से बिक्री शुरू कर दी जाएगी। साथ ही देशभर के शहर कस्बों में बिक्री और डिलीवरी का काम व्यापारी संस्था के पोर्टल के जरिए व्यापारी कर सकेंगे।
Bharat E-commerce E-Market Portal इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। आनलाइन कारोबार शहर-कस्बों के आम व्यापारियों की बिक्री घटा रहा है। भारत की सबसे बड़े व्यापारियों के संगठनों से एक कान्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (केट) ने बड़ी आनलाइन कारोबारी कंपनियों से मुकाबले के लिए देशी ई-कामर्स पोर्टल बनाने का ऐलान किया है। केट के अनुसार बिना किसी शुल्क के व्यापारियों को पोर्टल से जोड़ना शुरू कर दिया गया है। नए साल में पोर्टल से बिक्री शुरू कर दी जाएगी।
Amazon, Flipkart को टक्कर देगा देसी ‘Bharat e Market’, आज लॉन्च हुआ मोबाइल ऐप
Bharat e Market App Launch: अब आपको ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए Amazon, Flipkart के अलावा एक और बड़ा पोर्टल मिल गया है. करीब 8 करोड़ व्यापारियों के संगठन Confederation of All India Traders (CAIT) ने वेन्डर मोबाइल एप्लीकेशन ‘Bharat e Market’ को दिल्ली में लॉन्च किया है.
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Amazon, Flipkart को टक्कर देगा देसी ‘Bharat e Market’
इस प्लेटफॉर्म के मोबाइल ऐप को CAIT ने शुद्ध रूप से भारतीय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बताया है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल विजन के विजन पर आधारित है. CAIT का दावा है कि दिसंबर 2021 तक इस प्लेटफॉर्म से 7 लाख ट्रेडर्स के जुड़ने की उम्मीद है. दिसंबर 2023 तक इस प्लेटफॉर्म से एक करोड़ ट्रेडर्स जुड़ जाएंगे, ऐसा होते ही ये दुनिया का सबसे बड़ा पोर्टल बन कॉमर्स पोर्टल भारत जाएगा. यानी Amazon , flipkart और अलीबाबा भी पीछे छूट जाएंगे.
CAIT का ‘Bharat e Market’ ऐप भारत ही नहीं दुनिया के किसी भी ई-कॉमर्स पोर्टल से कंपटीशन कर सकेगा. एक नजर इसकी कुछ खास बातों पर
1. इस पोर्टल पर व्यापारी से व्यापारी (B2B) और व्यापारी से उपभोक्ता (B2C) अपना माल बेच और खरीद सकेंगे.
2. इस पोर्टल पर 'ई-दुकान' खोलने के लिए हर व्यक्ति को मोबाइल ऐप के जरिए ही सबसे पहले अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा.
3. एक अच्छी बात ये है कि इसमें दर्ज कोई भी जानकारी विदेश नहीं जाएगी, क्योंकि ये पूरी तरह से घरेलू ऐप है, इसलिए सारा डाटा देश में ही रहेगा और इसे बेचा नहीं जाएगा.
4. किसी भी विदेशी फंडिंग को इस प्लेटफॉर्म के लिए स्वीकार नहीं किया जाएगा, यानी किसी तरह की विदेशी फंडिंग नहीं होगी
5. कोई भी विक्रेता चीन का सामान इस पोर्टल पर नहीं बेचेगा, यानी चीनी सामान का पूरी तरह से बायकॉट किया जाएगा ताकि घरेलू कारोबारियों को बढ़ावा मिले
6. देश के कोने-कोने में फैले स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और दूसरी चीजों के छोटे निर्माताओं और व्यापारियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराया जाएगा.
7. व्यापारियों के लिए सबसे अच्छी बात ये है कि इस पोर्टल पर कारोबार करने पर कोई भी कमीशन नहीं लिया जाएगा.
‘Bharat e Market’ पर सामान होगा सबसे सस्ता!
CAIT का कहना है कि ‘भारत ईमार्केट’ के साथ वे हर भारतीय के घर तक पहुंचेंगे और बहुत कम समय में माल की डिलिवरी का लक्ष्य हासिल करेंगे. CAIT ने दावा किया कि ‘भारत ई मार्केट’ सबसे सस्ती दरों पर सामान और सेवाएं देगा जो कंज्यूमर के लिए फायदेमंद होगा
CAIT का कहना है कि मौजूदा वक्त में 40 हजार छोटी-बड़ी एसोसिएशन और उसके 8 करोड़ कारोबारी जुड़े हुए हैं. जबकि करीब 7 करोड़ कारोबारियों के यहां करीब 40 से 45 करोड़ लोग काम करते हैं. कहीं न कहीं 8 करोड़ कारोबारी भी एक-दूसरे के ग्राहक हैं. कुल मिलाकर यह आंकड़ा भारत ई कॉमर्स की कामयाबी की बड़ी सीढ़ी बनेगा. ऐसा होने पर CAIT का ये प्लेटफॉर्म 5 लाख कारोबारी वाले Amazon और 1.5 लाख वाले Flipkart से कहीं आगे निकल जाएगा.
CAIT का कहना है कि इस पोर्टल को बनाने के लिए नई अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी, डिलीवरी सिस्टम, सामान का क्वालिटी कंट्रोल, डिजिटल पेमेंट वगैरह से लैस है. फिलहाल ये पोर्टल वेब और Android में ऐप पर ही उपलब्ध है, जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. iOS पर भी इसे जल्द ही लॉन्च किया जाएगा.
Bharat E-Market Portal: व्यापारी हित में लॉन्च होगा भारत ई-मार्केट पोर्टल, एमेजन और फ्लिपकार्ड को मिलेगी चुनौती
Bharat E-Market Portal भारत मार्केट पोर्टल नवीनतम तकनीक से लैस होगा। जो डिजिटल भुगतान और कई अन्य प्रतिष्ठित प्रौद्योगिकियों के साथ मजबूत लॉजिस्टिक सिस्टम होगा। कॉमर्स पोर्टल भारत पोर्टल में कभी कोई विदेशी निवेश नहीं होगा और चीन में उत्पादित कोई भी वस्तु इस पोर्टल पर नहीं बेची जाएंगीं।
नई दिल्ली/नोएडा [कुंदन तिवारी]। एमेजन और फ्लिपकार्ड समेत अन्य ऑन लाइन ई-कॉमर्स कंपनियों को चुनौती देने के लिए 30 अक्टूबर को भारत ई-मार्केट पोर्टल लॉन्च किया जाएगा। यह फैसला व्यापारी हित में कंफडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने लिया है। इसमें चीन के माल में निवेश के लिए काेई भी स्थान नहीं होगा। बता दें कि कैट के देश भर में 40 हजार से अधिक व्यापार संगठन हैं, यह 7 करोड़ से अधिक छोटे व्यवसाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। ट्रेड एसोसिएशनों को भारत ई मार्केट पर व्यापारियों के ऑनबोर्डिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाएगी।
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