चीन की बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव के परोक्ष संदर्भ में नई विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीतियों बयान में कहा गया, वे इस बात पर सहमत हुए कि संपर्क की पहल पारदर्शिता, व्यापक सहभागिता, स्थानीय प्राथमिकताओं, सभी देशों के लिए वित्तीय मजबूती तथा संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान के सिद्धांतों पर आधारित होनी चाहिए. बैठक में प्रतिभागियों ने क्षेत्र में आतंकवाद, उग्रवाद और कट्टरपंथ की आम चुनौतियों के मद्देनजर अपने देशों की सुरक्षा परिषदों के बीच नियमित संवाद के महत्व को रेखांकित किया.

यूएनसीटीएडी के वैश्वीकरण और विकास रणनीति विभाग में आर्थिक मामलों की वरिष्ठ अधिकारी,रश्मि बाँगा

FD Interest Rates: एफडी पर 9% से ज्यादा ब्याज, ये बैंक लेकर आए हैं धमाकेदार ऑफर, ना चूकें मौका

वो कहते हैं ना कि सबका टाइम आता है, तो यह एफडी (FD) का टाइम चल रहा है। किसी समय अधिकतम 5-6 फीसदी रिटर्न देने वाली एफडी आज निवेशकों को 9 फीसदी रिटर्न दे रही है। आरबीआई लगातार रेपो नई विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीतियों रेट (RBI Repo Rate) बढ़ा रहा है। इसका असर यह है कि लोन के साथ-साथ जमा पर भी ब्याज दरें बढ़ रही हैं। इस समय देश के प्रमुख बैंक एफडी पर 8 फीसद तक की ब्याज दर ऑफर कर रहे हैं। सीनियर सिटीजंस को इससे अधिक नई विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीतियों ब्याज भी मिल रहा है। वहीं, स्मॉल फाइनेंस बैंक (Small Finance Bank) एफडी पर 9 फीसदी और इससे अधिक रिटर्न की भी पेशकश कर रहे हैं। आज हम आपको दो ऐसे बैंकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सीनियर सिटीजंस से 9 फीसदी नई विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीतियों से अधिक ब्याज दर की पेशकश कर रहे हैं।

यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक (Unity Small Finance Bank)

उभरते बाजारों की इक्विटी पर तेजी का नजरिया

वैश्विक ब्रोकरेज कैलेंडर वर्ष 2020 के लिए निवेश के निवेश गंतव्य के तौर पर विकसित बाजारों के मुकाबले उभरते बाजारों की इक्विटी को तरजीह दे रहे हैं। उनका मानना है कि व्यापार को लेकर तनाव में सहजता से कैलेंडर वर्ष 2020 में कारोबारी अनिश्चितता कम हो सकती है और साल 2019 में दिए गए नीतिगत प्रोत्साहन का फायदा आगे देने में सुधार हो सकता है। इसके अलावा उनका मानना है कि 2020 में कंपनियों के भरोसे में स्थिरता आएगी और कंपनियों को श्रमिकों की छंटनी से रोकेगी। इसके साथ ही अच्छी मौद्रिक नीतियां भी उभरते बाजारों को निवेश का अच्छा विकल्प बनाता है।

मॉर्गन स्टैनली के रणनीति प्रमुख (एशिया व उभरते बाजार) जोनाथन एफ गार्नर ने एक रिपोर्ट में कहा है, चीन-अमेरिका संबंधों में तनाव हालांकि बरकरार है और टैरिफ लगाने का स्तर शायद सर्वोच्च स्तर पर है, नई विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीतियों जिससे साइक्लिकल सुधार की प्राकृतिक शक्तियां एशिया में दो मुश्किल भरे वर्षों के बाद सामने लाने में मदद मिलेगी। अमेरिकी डॉलर टूटना शुरू हो गया है (जापान के मुकाबले उभरते बाजारों को ज्यादा तरजीह नई विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीतियों दे रहा है) और हमारी टीम का मानना है कि अगले साल इसमें और गिरावट आएगी। हमें लगता है कि 2020 ऐसा साल हो सकता है जहां उभरते बाजारों के हक में पोर्टफोलियो का फिर से आवंटन हो सकता है।

व्यापार में संकुचन

व्यापार में इस वर्ष लगभग 20 प्रतिशत संकुचन होगा, विदेशी प्रत्यक्ष निवेश में लगभग 40 प्रतिशत की कमी आएगी, और विदेशों व अन्य स्थानों से अपनें घरों व मूल स्थानों को भेजी जाने वाली रक़म में 100 अरब डॉलर तक की कमी आएगी.

सबसे ज़्यादा कमी, वैसे तो विकसित दुनिया में होगी, मगर सबसे बड़े आर्थिक व सामाजिक नुक़सान विकासशील विश्व में होंगे जहाँ अनौपचारिक सैक्टर का स्तर बहुत ज़्यादा है. विकासशील देशों में उपभोक्ता वस्तुएँ और पर्यटन विदेशी मुद्रा के मुख्य स्रोत हैं. वित्तीय नई विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीतियों क्षेत्र को भारी-भरकम क़र्ज़ ने दबा दिया है.

इस वर्ष विकसित दुनिया 5.8 प्रतिशत तक सिकुड़ जाएगी और 2021 में वृद्धि दर 3.1 प्रतिशत होगी, यानि खोया हुआ विकास पूरी तरह हासिल नहीं होगा.

हालाँकि विकासशील देश खोया हुआ विकास पुन: प्राप्त करने में सक्षम होंगे, लेकिन वो भी ज़्यादातर चीन की वजह से. भारत में 2021 में 5.9 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि बढ़कर 3.9 प्रतिशत होने की उम्मीद है.

डिजिटल नियम

उद्योग 4.0 ने विकासशील देशों के लि/s नई चुनौतियाँ पैदा की हैं. डिजिटल खाई को पाटने के लिये नीतिगत आज़ादी की ज़रूरत होगी. संयुक्त वक्तव्य पहल के तहत देशों के बीच डिजिटल नियमों जैसे नए मुद्दों पर चर्चा चल रही है, जो इस नीतिगत स्वतन्त्रता को गम्भीर रूप से सीमित कर सकता है.

इसलिये, ये नियम तब तक बहुपक्षीय नहीं बनाए जाने चाहियें, जब तक कि विकासशील देश अपने विकास के निहितार्थ को पूरी तरह समझ ना जाएँ.

बहुपक्षवाद की वास्तविक भावना को पुनर्जीवित करना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि व्यापार वैश्वीकरण और राष्ट्र व राज्य एक-दूसरे के मुक़ाबले प्रतिस्पर्धी न बनें, बल्कि पारस्परिक रूप से नई विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीतियों ख़ुद को सुदृढ़ करें.

M Paramasivam को Punjab National Bank का नया Executive Director नियुक्त किया गया

PNB Executive director: मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने सरकारी स्वामित्व वाले Punjab National Bank के कार्यकारी निदेशक के पद पर M Paramasivam की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। वह 1 दिसंबर, 2022 से पद पर रहेंगे और तीन साल की अवधि के लिए काम करेंगे। उनका अनुभव और योगदान उन्हें अपनी नई स्थिति में विकास लाने में मदद करेगा। M Paramasivam ने कृषि में स्नातक किया। 1990 में, उन्होंने Canara Bank में एक कृषि विस्तार अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने 32 नई विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीतियों वर्षों तक विभिन्न पदों पर बैंक की सेवा की।

M Paramasivam ने कृषि में स्नातक किया। 1990 में, उन्होंने केनरा बैंक में एक कृषि विस्तार अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने 32 वर्षों तक विभिन्न क्षमताओं में बैंक की सेवा की, जिसमें वीएलबी के शाखा प्रमुख और विभिन्न क्षेत्रीय और सर्कल कार्यालयों के क्षेत्रीय और सर्किल प्रमुख शामिल हैं। वह प्रायोरिटी क्रेडिट विंग के प्रमुख भी थे।

M Paramasivam: जिम्मेदारियां और पद

  • एम परमासिवम, केनरा बैंक के प्रायोरिटी क्रेडिट विंग हेड ऑफिस में विंग हेड थे। NABARD, कर्नाटक राज्य सरकार के समन्वय से FRUITS पोर्टल लॉन्च किया गया।
  • परमसिवम ने EASE-3 मानदंडों के तहत कृषि ऋण केंद्र स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • आधिकारिक बयान के मुताबिक, उन्होंने बैंक बोर्ड ब्यूरो (Indian Bank’s Association) के नेतृत्व विकास रणनीति कार्यक्रम को भी पूरा कर लिया है।

भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक पंजाब नेशनल बैंक दिल्ली में स्थित है। यह मई 1894 में स्थापित किया गया था। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा बैंक है जो अपने व्यवसाय की मात्रा और अपने नेटवर्क दोनों के मामले में सरकार के स्वामित्व में है।

पंजाब नेशनल बैंक 12,248 शाखाओं और 13,000+ एटीएम के माध्यम से 180 मिलियन से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है।

भारत-मध्य एशियाई देशों की बैठक में आतंकवाद से निपटने के लिए बनी रणनीति, चीन को भी दिया स्पष्ट संदेश

भारत-मध्य एशियाई देशों की बैठक में आतंकवाद से निपटने के लिए बनी रणनीति, चीन को भी दिया स्पष्ट संदेश

नई दिल्ली: भारत-मध्य एशिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों, सुरक्षा परिषदों के सचिवों की पहली बैठक मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित की गई.इसमें भारत और मध्य एशिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने संयुक्त बयान में एक शांतिपूर्ण, स्थिर और सुरक्षित अफगानिस्तान के लिए मजबूत समर्थन को दोहराया. वहीं इसकी संप्रभुता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान पर भी जोर दिया इसी के साथ इसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने का आग्रह किया. वहीं चीन की बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव को लेकर स्पष्ट संदेश दिया गया.

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