डिजिटल करेंसी

what is bitcoin crypto currency

History of bitcoin साल 2012 के जून में Brain Armstrong (Airbnb engineer) की Coinbase कंपनी अमेरिका के कैलिफोर्निया में Stock-exchange में रजिस्टर्ड किया इस कंपनी का काम था cryptocurrency को dollar में बदलना यानि bitcoin को खरीदने और बेचने की सेवा देना आगे चल के Fred Ehrsam (Goldman Sachs trader) कंपनी के सह-संस्थापक बने|

कारोबार के पहले ही दिन कंपनी का share 100 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर दिया और बहुत तेजी से बढ़ रहे थे अप्रैल 2021 में bitcoin में अचानक 60 हजार डॉलर चला गया यहीं से bitcoin मार्केट में तेजी से फैलने लगा|

what is bitcoin crypto currency? यह एक invisible currency (अदृश्य मुद्रा) होता है जिसे हाथ से छुआ नहीं जा सकता है बस उसका एक आकार दे दिया गया है जो डिजिटल रूप से काम करता है चाहे पैसे का लेनदेन करना हो या कोई सामान खरीदना हो इससे हर काम किया जा सकता है (जो पैसे से होता है)|

What is crypto mining how does it work आप bitcoin के वेबसाइट पर जाकर अपने bank account से भुगतान करते है- चाहे netbanking, debit या credit कार्ड के माध्यम से या अन्य माध्यम से आपने 1 bitcoin ख़रीदा लिया बदले में आपको एक नंबर मिल गया अब यह नंबर आपका 1 bitcoin है अब आप दुनिया के किसी भी देश में जाकर यह नंबर देकर उतने पैसे का कोई भी सामान खरीद सकतें है या पैसे ले सकते है|

इसको किसी भी मुद्रा में बदलने की आवश्कता नहीं होती है उदहारण के लिए 100 dollar का bitcoin ख़रीदा हैं तो 100 dollar आप कहीं पर भी खर्च कर सकते हैं बिना टैक्स दिये और किसी भी प्रकार का इनकम टैक्स विभाग को जानकारी दिये कोई भी सामान खरीद सकते हैं मतलब यह खरीदारी पूरी तरह गुप्त रहेगा यह आपके और खरीदार के बीच का मामला होगा अब अगर जाँच एजेंसी इसकी जाँच करती है की यह 100 डॉलर किस मकसद से ख़रीदा गया है तो वहाँ पर वह transaction शून्य बताने लगेगा यानि account zero हो जायेगा और जाँच अधिकारी को कोई जानकारी नहीं मिलेगा|

इसको दुसरे ढंग से समझते हैं अगर यह 100 डॉलर एक जगह से दुसरे जगह जा रहा है और बीच में कोई जाँच अधिकारी (मसलन- इनकम टैक्स विभाग, पुलिस या कोई भी) इसका जानकारी लेने का प्रयास करता भी है तो यह account अपने आप शून्य हो जाता है इसे blockchain technology कहते है यह पूरी तरह से end-to-end encrypted होता है इसे बीच में अगर किसी ने सेंधमारी की तो यह अपने आप zero हो जाता है यही इसकी सबसे बड़ी खूबी है|

इस तरह bitcoin से किया हुआ transaction पूरी तरह सुरक्षित और भरोसेमंद है what is bitcoin crypto currency? जिसको हमने आसान भाषा में समझा|

क्या होता है क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट? कैसे करते हैं इस्तेमाल, जानिए हर जरूरी बात

Cryptocurrency News: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के फैसले के बाद क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट पर बैन हटाने के बाद, भारत में क्रिप्टोकरेंसी का काफी क्रेज बड़ गया है. इसी के साथ आज हमको बता रहे हैं क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट (Cryptocurrency Wallet ) के बारें में

जैसा कि नाम से पता चलता है, ये वॉलेट आपको क्रिप्टो एसेट्स और टोकन स्टोर करने में मदद करते हैं

Cryptocurrency News: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के फैसले के बाद क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट पर बैन हटाने के बाद, भारत में क्रिप्टोकरेंसी का काफी क्रेज बड़ गया है. इसी के साथ आज हमको बता रहे हैं क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट (Cryptocurrency Wallet ) के बारें में

क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी?

बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी होती है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है. इस करेंसी में कोडिंग तकनीक का इस्तेमाल होता है. इस तकनीक के जरिए करेंसी के ट्रांजेक्शन का पूरा लेखा-जोखा होता है, जिससे इसे हैक करना बहुत मुश्किल है. यही वजह है कि क्रिप्टोकरेंसी में धोखाधड़ी की संभावना बहुत कम होती है. क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल केंद्रीय बैंक पर निर्भर नहीं होता है, जो कि इसकी सबसे बड़ी खामी है.

क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या हैं?

जैसा कि नाम से पता चलता है, ये वॉलेट आपको क्रिप्टो एसेट्स और टोकन स्टोर करने में मदद करते हैं. एक वॉलेट आपके फोन पर एक अलग डिवाइस या एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम हो सकता है. वे ब्लॉकचैन तकनी का इस्तेमाल सेफ्टी और सिक्योरिटी के साथ आपकी क्रिप्टो एसेट्स को सुरक्षित रखने के लिए मदद करता है, साथ ही क्रिप्टोकरेंसी को भेजने और रिसीव करने की सुविधा भी देता है.

वॉलेट कितने तरह के होते हैं

इन्हें खास तौर पर हॉट एंड कोल्ड वॉलेट (Hot and Cold Wallets) में कैटेगरीज किया जा सकता है. हॉट वॉलेट इंटरनेट से जुड़े होते हैं और इन्हें कभी भी एक्सेस किया जा सकता है. इनमें ऑनलाइन क्लाउड वॉलेट, most मोबाइल वॉलेट, सॉफ्टवेयर वॉलेट और क्रिप्टो एक्सचेंज शामिल हैं.

कोल्ड वॉलेट इंटरनेट से कनेक्ट नहीं होते हैं और आपको अपने क्रिप्टो ऑफ़लाइन को स्टोर करने देते हैं. कोल्ड वॉलेट में हार्डवेयर और पेपर वॉलेट शामिल हैं.

Hardware Wallets : एक हार्डवेयर वॉलेट क्रिप्टो स्टोर करते समय सुरक्षा और सुविधा के बीच बैलेंस बनाने में मदद करता है. हार्डवेयर वॉलेट को आपकी प्राइवेट की (Private Key) को स्टोर करने के ऑनलाइन तरीकों से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जैसे कि कंप्यूटर और फोन पर, जिसे हैकर से एक्सेस किया जा सकता है. चूंकि आपकी प्राइवेट की डिवाइस को कभी नहीं छोड़ती है, इसलिए इसे हैक नहीं किया जा सकता है. अगर आपका हार्डवेयर वॉलेट खो जाता है या टूट जाता है, तो आप अपने बिटकॉइन को एक नए डिवाइस से एक्सेस कर सकते हैं जब तक कि आप अपने रिकवरी सीड वर्ड्स को नहीं जानते हैं.

Paper Wallets: पेपर वॉलेट्स को पेपर की प्रिंटेड शीट पर स्टोर किया जाता है और यह सबसे सुरक्षित ऑप्शन में से एक है. क्रिप्टो को प्राइवेट की दर्ज करके या कागज पर क्यूआर कोड को स्कैन करके मूव किया जा सकता है. कंप्यूटर या मोबाइल पर सेव नहीं होने के वजह से उन्हें डिजिटल रूप से हैक या चोरी नहीं किया जा सकता है. आपको किसी थर्ड पार्टी सर्वर पर निर्भर होने की भी जरूरत नहीं है. यूजर अपने फोन का इस्तेमाल करके अपने पेपर वॉलेट या सीड वर्ड्स की तस्वीर कभी नहीं लेनी चाहिए.

आपको एक वॉलेट में क्रिप्टो को कब होल्ड करना चाहिए?

कोल्ड वॉलेट निस्संदेह आपकी क्रिप्टोकरेंसी को स्टोर करने का सबसे सुरक्षित तरीका है. वे ऑनलाइन वायरस और हैकर्स से बचाने में मदद करता हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि आप अपने डेटा को स्टोर करने के लिए किसी थर्ड पार्टी पर निर्भर नहीं हैं.

ऑनलाइन अटैक या स्कैम के लिए ऑनलाइन या वेब वॉलेट सबसे ज्यादा रिस्क होते हैं. अगर आप क्रिप्टो एक्सचेंज का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि आप अपनी एसेट्स के साथ उन पर भरोसा कर सकते हैं.

क्या है डिजिटल करेंसी, जो बन सकती है भारत की अधिकारिक मुद्रा

सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) वो करेंसी होगी जो केंद्रीय बैंक, यानी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी एक डिजिटल मुद्रा होगी. यह "ब्लॉकचैन और अन्य तकनीकों" पर आधारित होगा. सरल शब्दों में कहें तो CBDC भारतीय रुपये का एक डिजिटल रूप होगा.

डिजिटल करेंसी

डिजिटल करेंसी

gnttv.com

  • नई दिल्ली,
  • 07 फरवरी 2022,
  • (Updated 07 फरवरी 2022, 7:29 PM IST)

भारतीय मुद्रा का डिजिटल रूप होगी ये करेंसी

इसका आंतरिक मूल्य होगा

ये राज्य द्वारा समर्थित होगी

2022-23 का केंद्रीय बजट पेश करते वक्त वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजीटल करेंसी (Digital Currency) के बारे में बात की. उन्होंने कहा था कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया वित्त वर्ष 2022-23 में डिजीटल करेंसी को लॉन्च करेगा, और ये भारत सरकार की आधिकारिक डिजिटल करेंसी होगी. इसके अलावा उन्होंने बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी से होने वाले मुनाफे पर फ्लैट 30% टैक्स की भी घोषणा की थी. तब से ये दोनों चीजें चर्चा का विषय बनी हुई हैं. हालांकि इस बारे में ज्यादा सूचना या विवरण सरकार ने नहीं दिया है. तो चलिए आज आपको बिटकॉइन का इस्तेमाल कहाँ और क्यों किया जाता है डिजीटल करेंसी के बारे में बताते हैं.

क्या है डिजिटल करेंसी?
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) वो करेंसी होगी जो केंद्रीय बैंक, यानी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी एक डिजिटल मुद्रा होगी. यह "ब्लॉकचैन और अन्य तकनीकों" पर आधारित होगा. सरल शब्दों में कहें तो CBDC भारतीय रुपये का एक डिजिटल रूप होगा. एक बार जब आरबीआई डिजिटल करेंसी को जारी करना शुरू कर देगा तो हम और आप जैसे आम लोग नियमित रुपये की तरह ही इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. डिजिटल रुपया आपके एनईएफटी, आईएमपीएस या डिजिटल वॉलेट की तरह होगा. आप इसका उपयोग थोक लेनदेन या खुदरा भुगतान करने के लिए कर सकते हैं. आप इसे विदेश भेज सकते हैं. आप इसके साथ बहुत कुछ कर सकते हैं.

क्यों चाहिए ये डिजीटल करेंसी?
फिलहाल इस बारे में अभी कोई खास जानकारी नहीं है लेकिन भारत सरकार डिजीटल करेंसी इसलिए लॉन्च कर रही है क्योंकि आज कल डिजीटल करेंसी का जमाना है और भारत किसी भी मायने में दूसरे देशों से पीछे नहीं रहना चाहता है. हम सब की तरह सरकार ने भी ये मान लिया है कि इस करेंसी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. सरकार ने वर्चुअल करेंसी के वजूद को नकारने के बजाय अपनी खुद की एक करेंसी लॉन्च करने का फैसला किया है. नियमित करेंसी के विपरीत आपको डिजिटल करेंसी को ट्रांसफर करने के लिए बैंक खाते की आवश्यकता नहीं होगी. चूंकि यह ब्लॉकचेन पर आधारित होगा, इसलिए आप इसे सीधे दूसरे व्यक्ति के डिजिटल रुपये वाले वॉलेट में ट्रांसफर कर सकते हैं.

यह बिटकॉइन जैसी निजी डिजीटल मुद्राओं से कैसे अलग होगा?
एक डिजिटल करेंसी मूल रूप से बिटकॉइन और एथेरियम जैसी निजी क्रिप्टोकरेंसी से अलग होगी क्योंकि यह राज्य द्वारा समर्थित होगी और इसका आंतरिक मूल्य होगा. सरकार ने बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी को वर्चुअल एसेट्स कहा है. यानी वो लीगल टेंडर नहीं होंगे.

क्या यह पारंपरिक रुपये की जगह लेगा?बिटकॉइन का इस्तेमाल कहाँ और क्यों किया जाता है
इस डिजिटल करेंसी को मुद्रा के रूप में गिना जाएगा. इससे सरकार को कम नोट छापने और नकली मुद्रा पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी. यह "अधिक कुशल और सस्ती मुद्रा प्रबंधन प्रणाली" बनाने में मदद करेगा. नियमित रुपये के विपरीत, डिजिटल रुपये को ऑनलाइन लेनदेन के लिए बैंक मध्यस्थ की आवश्यकता नहीं होगी. प्रेषक और प्राप्तकर्ता ब्लॉकचैन का उपयोग करके लेनदेन कर सकते हैं, और आरबीआई गारंटर होगा.

क्या डिजिटल रुपये के कोई नुकसान हैं?
डिजिटल रुपये का उपयोग हमेशा पैसे का निशान छोड़ देगा. इसका मतलब है कि सरकार यह ट्रैक कर सकेगी कि आपने पैसे का इस्तेमाल कहां और कैसे किया. यह गोपनीयता की चिंताओं को जन्म देगा क्योंकि इसमें शामिल पक्षों के वित्तीय लेनदेन को लीक और दुरुपयोग किया जा सकता है.

डिजिटल रुपया कब लॉन्च होगा?
कुछ पर्यवेक्षकों का कहना है कि यह तभी होगा जब संसद क्रिप्टोकरेंसी और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक का विनियमन पारित करेगी, जो आरबीआई को डिजिटल रुपया जारी करने का अधिकार देगा. संसद के चालू बजट सत्र में इस बिल के पेश होने की संभावना नहीं है. हो सकता है, इसे कैलेंडर वर्ष के दूसरे भाग में मानसून या शीतकालीन सत्र में पेश किया जाए.

बिटकॉइन से पैसे कैसे कमाएं।

क्या आपको पता है Bitcoin क्या है, इसके क्या फायदे हैं और बिटकाॅइन से पैसे कैसे कमाएं। इस आर्टिकल में हम बिटकाॅइन बारे में जानेंगे। Bitcoin एक क्रिप्टो करेंसी है। यह पूरी तरह से डिजिटल करेंसी है। वर्तमान में हजारों Crypto Currency हैं। लेकिन बिटकॉइन सबसे पुरानी करेंसी है। इसे सन् 2009 में जापान के सतोशी नाकामोतो ने बनाया था। Bitcoin केवल online ही उपयोग किया जा सकता है। इसे आभासी मुद्रा भी कहते हैं।

बिटकॉइन के क्या उपयोग है | Use of Bitcoin

  1. गुप्त तरीके से देश के बाहर पैसा भेजना के लिए बिटकॉइन का उपयोग किया जा सकता है। यह सब पूरी तरह गुप्त रहता है, क्योंकि बिटकॉइन किसी संस्था नियंत्रण में नहीं है और इसे online यूज किया जा सकता है।
  1. बिटकॉइन का उपयोग ऑनलाइन खरीदारी के लिए भी कर सकते हैं। जो कि सुरक्षित बिटकॉइन का इस्तेमाल कहाँ और क्यों किया जाता है तरीका है।
  1. लोग इसका उपयोग धन छिपाने के लिए भी करते हैं। बिटकॉइन में पैसा लंबे समय के लिए इन्वेस्ट करके भी रख सकते हैं।
  1. बिटकॉइन बेचकर जो पैसा मिलता है उसे आप सीधे अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं।

बिटकॉइन की कीमत जानन लिए आप गूगल सर्च कर सकते हैं। जैसे 1 bitcoin in INR सर्च करके इसकी मौजूदा कीमत आ जाएगी।

बिटकॉइन खरीदकर और बेचकर पैसा कमाए

वेसै तो बिटकॉइन खरीदने और बेचने के लिए बहुत सारी वेबसाइट और मोबाइल एप्स मौजूद है।

लेकिन मैं आज आपको बताऊंगा कि कैसे आप अपने फोन से bitcoin खरीद और बेचकर पैसे कमा सकते हैं। मोबाइल फोन के लिए भी बहुत सारे ऐप हैं। लेकिन मैं आपको wazirx के बारे में बताने जा रहा हूं।

Wazirx क्या है

Wazirx इंडियन ऐप है जो cryptocurrency exchange के लिए बनाया गया है जो कि Peer to Peer crypto Transaction स्वीकार करता है। इस company के तीन co-founders हैं, जिन्होंने इसे 2010 में बनाया था यह एक बहुत ही successful app रहा है. इनका मुख्य office Mumbai में स्थित हैं।

ऐप डाउनलोड करें

Wazirx में आप bitcoin या कोई भी अन्य क्रिप्टोकरेंसी का भी लेनदेन कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने मोबाइल फोन पर प्ले स्टोर में जाकर Wazirx टाइप करें और सर्च करें। सर्च होने पर ऐप को डाउनलोड कर दीजिए

अकाउट बनाएं

अब इसमें आपको अकाउंट खोलना है जिसके लिए निम्न चीजों की जरूरत पड़ेगी

मोबाइल नंबर, ईमेल एड्रेस, आधार कार्ड, पैन कार्ड, और बैंक अकाउंट जैसे डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी।

इसमें अकाउंट बनाना बहुत ही आसान है। ऐप ओपन करने के बाद आपको ईमेल एड्रेस और मोबाइल नंबर डालकर वेरीफाई करना होता है

KYC करें

इसके बाद KYC करनी होती है इसके लिए Form भरना है इसमें आपको personal detail address भरना है ध्यान रहे पूरी डिटेल डॉक्यूमेंट के मैच हो। डॉक्यूमेंट सबमिट होने के पहले सारी चीजें एक बार देख ले कहीं किसी चीज में गलती ना हो। अब documents upload करके सारी चीजें सबमिट करें। सबमिट करने के बाद 24 से 48 घंटे में आपकी KYC verify हो जाएगा।

यदि किसी कारणवश आपका अकाउंट verify ना हो पाए तो आपके लिए एक मेल आएगा। जिसमें अकाउंट वेरीफाई पूरी detail detail रहेगी कि अकाउंट वेरीफाई क्यों नहीं हुआ।

Wazirx में आप दो तरीके से क्रिप्टो करेंसी का लेन देन कर सकते हैं।

1. Peer to peer transaction

इसमें आप डायरेक्ट किसी दूसरे व्यक्ति से क्रिप्टो खरीद या उसे बेच सकते हैं, इसमें आपको बिल्कुल भी चार्ज फीस नहीं लगता। ट्रांजैक्शन तब तक पूरी नहीं होती जब तक कि दो लोगों के बीच buy और sell मैच नहीं हो जाता।

2. Cryptocurrency exchange

इस तरीके से आप सीधे cryptocurrency खरीद करते हैं। इसमें बिल्कुल भी समय नहीं लगता लेकिन इसमें लेन देन करने के लिए ट्रांजेक्शन फीस लगती है।

इसमें आप तभी पैसे कमा सकते हैं जब आप बिटकाॅइन कम कीमत पर खरीदकर अधिक कीमत पर बेचेंगे। जितनी अधिक कीमत पर बेचेंगे उतना ही परसेंटेज के हिसाब से आपको मुनाफा होता है। लेकिन यह खतरे से खाली भी नहीं है। कीमत गिरने पर भी नुकसान होना स्वाभाविक है।

दोस्तों इस आर्टिकल में मैंने आपको bitcoin के बारे में बताया है । इसे आप Wazirx से खरीद सकते हैं। जो कि एक इंडियन ऐप है। इसे crypto लेन देन के लिए बनाया गया है। इसके जरिए आप मोबाइल से ही क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकते हैं। दोस्तों यह आर्टिकल आपको कैसा लगा, कमेंट में जरूर बताएं और अपने दोस्तों के साथ आर्टिकल को शेयर करें ऐसे ही आने वाले आर्टिकल के लिए हमारा ब्लॉक फॉलो करें। धन्यवाद!

डेली अपडेट्स

कुछ समय पहले चर्चा में आई बिटकॉइन मुद्रा (Bitcoin Currency), वस्तुतः क्रिप्टोग्राफी प्रोग्राम (cryptography program) पर आधारित एक ऑनलाइन मुद्रा है| इस मुद्रा के प्रसार में पिछले चार महीनों में बहुत तेज़ी से उछाल नज़र आया है| वर्तमान में इसकी कीमत (1018.82 डॉलर प्रति यूनिट) पिछले 3 सालों के सबसे उच्च स्तर पर पहुँच गई है|

भारतीय बिटकॉइन एक्सचेंज (Indian Bitcoin Exchange) में भी इसकी कीमत अब तक के सबसे ऊँचे स्तर 72,000 रुपए प्रति यूनिट पर पहुँच गई है| इसकी प्रीमियम लागत 4-5 प्रतिशत है | ध्यातव्य है कि बिटकॉइन की प्रीमियम लागत का निर्धारण अंतर्राष्ट्रीय बिटकॉइन मूल्य (International bitcoin price) तथा रुपए-डॉलर विनिमय दर (Rupee-Dollar exchange rate) पर निर्भर करता है|

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