कमांडो कैसे बने और कमांडो की ट्रेनिंग कैसे होती है
हर एक भारत देश वासी अपने देश की सेवा करने के लिए कुछ ना कुछ करना चाहता है उसी में से कुछ 12वीं के बाद जॉब की तलाश में रहते हैं जिसमें कुछ विद्यार्थी कमांडो बनने की सोचते हैं जिसके लिए वह अपने दोस्त और रिश्तेदार से पूछते हैं कि कमांडो क्या है Commando kaise bane , कमांडो की ट्रेनिंग कैसी होती है.
बहूत से आपने सुना होगा की कमांडो बनने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है वैसे यह बात सभी है की एक कमांडो को सभी स्थति का हल पता होना चाहिए वह अगर किसी जंगल में भी अकेले फस जाए तो वह अपनी सुरक्षा और भूख मिटा सके
तो चलिए जानते है की commando kaise bane उससे पहले आप सभी का हमारे वेबसाइट पर स्वगत है अगर आप अपने करियर से रिलेटेड जानकारी सिखने में रूचि रखते है तो आप हमारे वेबसाइट को visit कर सकते है.
Table of Contents
कमांडो क्या है? – Commando kya hai
यह पुलिस एवं रक्षा बलों की स्पेशल फोर्स होती है जिसकी डायरेक्ट भर्ती नहीं होती है कमांडो वह होता है जो शारीरिक और मानसिक रूप से किसी भी परिस्थिति में सुरक्षा प्रदान करता है,जैसे पी.एम, मिनिस्टर, पॉपुलर नागरिक, कलाकार इत्यादि को सुरक्षा प्रदान करता है कमांडो में कई प्रकार के श्रेणियां हैं जिनमें से मुख्य श्रेणी कमांडो जेड प्लस और कमांडो वाई प्लस होते हैं.
कमांडो कैसे बने – Commando Kaise Bane
इसमें आपको करियर बनाने के लिए सबसे पहले आपको Indian Army Join करना होगा हमारे देश में युवाओं की कमी नहीं है जो अपने देश के लिए मरने और मारने के लिए हमेशा तैयार है हमारे देश में कुछ स्पेशल फोर्स होते हैं जिनमें से एक है कमांडो, कमांडो बनने के लिए सबसे पहले आपको इंडियन आर्मी जॉइन करना होगा सेना में सोल्जर या ऑफिसर के रूप में शामिल होना होगा क्योंकि कमांडो भारतीय सेना की प्रतिष्ठित फोर्स में से एक है कमांडो के लिए कोई डायरेक्ट भर्ती नहीं होती है इसके लिए भारतीय सेना समय-समय पर कमांडो की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी करती रहती है जिसमें भारतीय सेना की सोल्जर ऑफिसर ही कमांडो के लिए आवेदन कर सकते हैं क्योंकि कमांडो बनने के लिए बेस्ट परफॉर्मेंस होना अति आवश्यक है.
कमांडो कौन से दल से संबंधित है
आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि कमांडो का चयन SPG(स्पेशल प्रोटक्शन ग्रुप), NSG(नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) ITBP(इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस) CRPF के द्वारा कमांडो का चयन किया जाता है. इन सभी दलों में से जो candidate शारीरिक और मानसिक रूप से जो बेहतर होते हैं केवल उन्हें ही कमांडो बनने का अवसर मिलता है इसलिए कमांडर बनने के लिए बेहतर जरूरी इंडियन आर्मी के दल में शामिल होना होता है.
कमांडो बनने के लिए योग्यता
- 12वीं की कक्षा पास होनी चाहिए
- शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहना चाहिए
- इंडियन आर्मी के दल में शामिल होना चाहिए
कमांडो की ट्रेनिंग क्या क्या होती है
- सभी हथियार का इस्तेमाल करना आना चाहिए
- हथियार के बगैर दुश्मन का सामना
- मुकाबला कैसे करें
- पानी के अंदर दुश्मनों से कैसे लड़ाई करें
- आग के गोले से कैसे बचे
- गोलियों की बौछार से कैसे बचे
- किसी भी परिस्थिति में ना झुकना
- बम की पहचान
- आतंकवादियों को कैसे मुकाबला किया जाए
- कैसे किसी भी जानवर से बचा जाए
- कैसे किसी वस्तु से खाना बनाया जाए और बहुत कुछ
कमांडो के कार्य कौन-कौन सा होता है
कमांडो के वैसे तो बहुत सारे कार्य होते हैं परंतु कुछ निम्न है
- वी आई पी जैसे पीएम एमपी पॉपुलर नागरिक एक्टर इत्यादि को स्वीकृति प्रदान करता है
- आतंकवादी संगठनों के खिलाफ अभियान चलाना
- किसी जगह बम की सूचना मिलने पर बम की खोज कर निष्क्रिय करना
कमांडो का सेलरी
Commando जैसे स्पेशल फोर्स की ट्रेनिंग सुनकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं उनकी महीने की तकरीबन 100000 रूपया तक वेतन मिलती है और उनके साथ कुछ सरकारी सुविधाएं प्रदान की जाती है कमांडो के वेतन इसलिए ज्यादा होता है क्योंकि इसका काम ज्यादा जोखिम भरा होता है.
कमांडो की ट्रेनिंग कैसे होती है
रनिंग | रोजाना 42 किलोमीटर |
पानी में तैरना | 7 किलोमीटर |
Push Up | 3250 |
कठिन एक्टिविटी | 25 बेहतर करना |
रनिंग करना | 12 किलोमीटर अपने से 2 गुना वजन लेकर |
ट्रेनिंग | 22 घंटे ट्रेनिंग |
नींद | दो घंटा का नींद |
जगने की ट्रेनिंग | 15 दिनों तक जगने की ट्रेनिंग |
कमांडो बनने के लिए शारीरिक योग्यता
उम्र | 18 वर्ष से 23 वर्ष |
लम्बाई | 157 सेंटीमीटर |
आंख | 6/6 |
लड़कियां कमांडो कैसे बने
Commando बनने के लिए जिस तरह लड़कों की ट्रेनिंग होती है उसी तरह लड़कियों की भी ट्रेनिंग होती है पहले सिर्फ और सिर्फ लड़के को ही कमांडो में भर्ती हो रहे थे परंतु आज लड़कियां भी कमांडो बनने का सपना देखने की चाह रखती है कमांडो बनने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है जिसके लिए लड़कियां या लड़कों को पहले से ही बड़ी मेहनत करते रहना चाहिए कमांडो बनने के लिए पहले आपको 12वीं की कक्षा पास करने होगी उसके बाद आर्मी दल का हिस्सा बनना होगा जिसके लिए आप सीआरएफ एग्जाम एसएससी जीडी एग्जाम को क्रैक करके इंडियन आर्मी में ज्वाइन कर सकते हैं उसके लिए इंडियन आर्मी समय-समय क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है पर कमांडो के लिए अधिसूचना जारी करती रहती है जिसमें एसपीजी एनएसजी आईटीबीपी सीआरपीएफ आवेदन कर सकते हैं.
जो उम्मीदवार कमांडो बनना चाहता है उन उम्मीदवार को 12वी या स्त्नातक करना होगा और साथ ही उम्मीदवार का उम्र 20 वर्ष से अधिक होना चाहिए
54 साल अधिकारी कर्नल में, 56 ब्रिगेडियर में, मेजर जनरल 58 तथा लेफ्टिनेंट जनरल 60 साल
उम्मीद करता हूँ की यह पोस्ट आपको एक और करियर की जानकारी दी होगी वैसे इस पोस्ट में आपने सीखा की कमांडो क्या है और Commando kaise bane , कमांडो की सेलरी कितना होता है , कमांडो की ट्रेनिंग कैसा होता है, लड़की कैसे कमांडो में ज्वाइन करे अगर यह पोस्ट आपका मदद गार साबित हुआ है तो आप अपने दोस्तों के बीच जरुर शेयर करे
जानें, क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग और इस साल क्या है इसका समय
मुहूर्त ट्रेडिंग हर साल दिवाली के दिन होता है। एक घंटे का यह सत्र सांकेतिक होता है। मुहूर्त ट्रेडिंग से पहले शेयर बाजार में ब्रोकर खातों की पूजा करते हैं।
हाइलाइट्स
- दिवाली के दिन शेयर बाजार एक खास कारोबारी सत्र करता है, जिसे कहते हैं 'मुहूर्त ट्रेडिंग'
- यह एक घंटे का सत्र होता है, जिसे हिंदू लेखा वर्ष की शुरुआत के लिए मानते हैं शुभ
- मुहूर्त ट्रेडिंग से पहले शेयर बाजार में ब्रोकर खातों की करते हैं पूजा
- इस साल यह रविवार को शाम 6.15 बजे से 7.15 बजे तक चलेगा
कब होता है?
विशेष कारोबारी सत्र दिन के सबसे शुभ मुहूर्त में रखा जाता है। इस साल यह रविवार को शाम 6.15 बजे से 7.15 बजे तक चलेगा।
सत्र के लिए क्या है शेड्यूल?
ब्लॉक डील सेशन - शाम 5.45 बजे से 6 बजे तक
प्री ओपन - शाम 6 बजे से 6.08 बजे तक
नॉर्मल मार्केट : शाम 6.15 बजे से 7.15 बजे तक
कॉल ऑक्शन इललिक्विड सेशन - शाम 6.15 बजे से 7.15 बजे तक
क्लोजिंग सेशन - शाम 7.20 बजे से 7.30 बजे तक
ट्रेड मॉडिफिकेशन कट ऑफ टाइम - शाम 6.15 बजे से 7.40 बजे तक
आखिरी एक मिनट में रैंडम क्लोजिंग
क्या है इतिहास?
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है, जो 1957 से मुहूर्त ट्रेडिंग आयोजित करता आ रहा है। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है NSE) में इसकी शुरुआत 1992 से हुई। मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन कारोबार सांकेतिक तौर पर होता है। माना जाता है कि इस दिन थोड़ी मात्रा में शेयर खरीदना शुभ होता है। इससे पूरे वर्ष माता लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है। दलाल स्ट्रीट के कुछ निवेशक अब भी मानते हैं कि इस दिन खरीदे गए शेयरों को बनाए रखना चाहिए, ताकि इन्हें अगली पीढ़ी को ट्रांसफर किया जा सके।
मुहूर्त ट्रेडिंग में सूचकांकों का कैसा रहता है मिजाज?
अब तक देखा गया है कि इस विशेष कारोबारी सत्र में बाजार का मिजाज सकारात्मक रहता है। लेकिन, ट्रेडिंग वॉल्यूम अमूमन कम रहता है। इस छोटे से सेशन के दौरान शेयरों की चाल भी एक सीमित दायरे में रहती है। पिछले 14 मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में 11 बार बीएसई सेंसेक्स बढ़त के साथ बंद क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है हुआ है।
नए साल में क्या उम्मीद है?
विश्लेषक संवत 2076 को लेकर सकारात्मक हैं। उनका मानना है कि अगले संवत तक निफ्टी 14,000 और सेंसेक्स 46,000 अंक के स्तर को पार कर जाएगा।
क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है
ट्रेडर्स
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- तकनीकी विश्लेषण का परिचय
- निष्पादन तकनीकी विश्लेषण
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- पेअर ट्रेडिंग
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विभिन्न निवेश विकल्प
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निवेश और लिंग
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टैक्स कम करने के 7 आसान तरीके, बचत के साथ कमाई भी बढ़ेगी, रिटायरमेंट की टेंशन होगी खत्म
अगर आप किराये के मकान में रहते हैं तो मकान मालिक से रेंट की रसीद लें और साथ में रेंट एग्रीमेंट भी रखें. इससे एचआरए को क्लेम करने में मदद मिलती है और टैक्स की देनदारी को कम किया जाता है.
सबके दिमाग में एक सवाल घूमता है कि कम इनकम टैक्स भरने का आसान तरीका क्या हो सकता है? अगर आप टैक्स भरते हैं तो यह सवाल जरूर उठता होगा. इतना तो तय है कि दायरे में आते हैं क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है तो टैक्स भरना ही होगा क्योंकि इससे बचने का कोई उपाय नहीं. लेकिन यह भी तय है कि आप चाहें तो कुछ उपायों से टैक्स की देनदारी को कम कर सकते हैं. यह तभी हो पाएगा जब आप सधी हुई प्लानिंग करें. टैक्स की बचत तभी होगी जब आप अपने खर्च और निवेश पर ध्यान देंगे. इनकम टैक्स के कई नियम हैं जो आपको टैक्स क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है बचाने में मदद करते हैं. इसके लिए आपको पहले से योजना बनानी होगी और फिर उसी हिसाब से आगे बढ़ना होगा.
यहां उन 7 तरीकों के बारे में जानते हैं जिनकी मदद से टैक्स बचा सकते हैं-
1-रिटायरमेंट के लिए सेविंग करें
अगर आप कम टैक्स चुकाना चाहते हैं तो इसकी प्लानिंग बनाएं और रिटायरमेंट के लिए सेविंग शुरू कर दें. कई निवेश ऐसे हैं जिन पर 1.5 लाख रुपये तक की छूट ली जा सकती है. अगर आप टैक्स सेविंग स्कीम में पूरा पैसा लगाते हैं तो आपकी टैक्सेबल इनकम 1.5 लाख रुपये तक घट सकती है. इन टैक्स सेविंग इनवेस्टमेंट में पीपीएफ, एनपीएस, ईपीएफ, टैक्स सेविंग एफडी के नाम हैं. इन स्कीम में रिटायरमेंट के लिए पैसे जमा किए जाएं तो सेक्शन 80C के अंतर्गत 1.5 लाख रुपये तक बचाए जा सकते हैं.
2-माता-पिता के मेडिकल बिल संभाल कर रखें
Tax2win.in के को-फाउंडर और सीईओ अभिषेक सोनी ‘फाइनेंशियल एक्सप्रेस’ को बताते हैं, सीनियर सिटीजन माता-पिता के मेडिकल बिल को संभाल कर रखना चाहिए और इस बिल का पैसा ऑनलाइन मोड में जमा करना चाहिए. इससे सेक्शन 80D के तहत 50,000 रुपये का डिडक्शन पाया जा सकता है.
3-HRA के लाभ के लिए किराया रसीद रखें
अगर आप किराये के मकान में रहते हैं तो मकान मालिक से रेंट की रसीद लें और साथ में रेंट एग्रीमेंट भी रखें. इससे एचआरए को क्लेम करने में मदद मिलती है और टैक्स की देनदारी को कम किया जाता है. अगर आप एक साल में 1 लाख रुपये से ज्यादा किराया देते हैं तो आपको मकान मालिक का पैन नंबर भी लेना चाहिए. इनकम टैक्स रिटर्न में इसकी जानकारी देनी होती है.
4-अपने और परिवार के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लें
टैक्स बचाने के लिए खुद के लिए और परिवार के लिए हेल्थ इंश्योरेंस जरूर लें. इसमें हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम पर टैक्स छूट को क्लेम किया जा सकता है. सेक्शन 80C और 80D के तहत इंश्योरेंस के प्रीमियम पर डिडक्शन लिया जा सकता है.
5-टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड में निवेश करें
टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड (ELSS) में निवेश को टैक्स बचाने का बेहतर जरिया माना जाता है. इस फंड में निवेश से अच्छा रिटर्न मिलता है, साथ में सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक डिडक्शन का लाभ उठा सकते हैं. हालांकि म्यूचुअल फंड में निवेश पर टैक्स छूट का फायदा तभी लिया जा सकता है जब सेक्शन 80C के तहत किसी और निवेश में 1.5 लाख डिडक्शन का लाभ न उठाया गया हो. सेक्शन 80C के तहत निवेश पर अधिकतम 1.5 लाख तक डिडक्शन लिया जा सकता है, उससे अधिक नहीं.
6-NPS में निवेश करें
नेशनल पेंशन सिस्टम या NPS में निवेश को टैक्स बचाने के लिए सबसे अच्छा जरिया माना जाता है. किसी अन्य निवेश में 1.5 लाख की छूट के साथ एनपीएस में जमा पैसे पर 50,000 रुपये का डिडक्शन क्लेम किया जा सकता है. यह नियम सेक्शन 80CCD(1B) के अंतर्गत आता है. 50,000 रुपये का यह डिडक्शन 80C के डिडक्शन के अलावा लिया जा सकता क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है है.
7-कंपनी से NPS में पैसे जमा कराएं
टैक्स बचाने के लिए खुद एनपीएस में पैसे जमा करने के अलावा कंपनी से भी निवेश कराना बेहतर होता है. कर्मचारी की तरफ से कंपनी भी चाहे तो एनपीएस में पैसे जमा करा सकती है. कंपनी के जमा पैसे पर अतिरिक्त 10 परसेंट का डिडक्शन ल लिया जा सकता है. यहां 10 परसेंट बेसिक सैलरी और डीए का होता है.
टैक्स कम करने के 7 आसान तरीके, बचत के साथ कमाई भी बढ़ेगी, रिटायरमेंट की टेंशन होगी खत्म
अगर आप किराये के मकान में रहते हैं तो मकान मालिक से रेंट की रसीद लें और साथ में रेंट एग्रीमेंट भी रखें. इससे एचआरए को क्लेम करने में मदद मिलती है और टैक्स की देनदारी को कम किया जाता है.
सबके दिमाग में एक सवाल घूमता है कि कम इनकम टैक्स भरने का आसान तरीका क्या हो सकता है? अगर आप टैक्स भरते हैं तो यह सवाल जरूर उठता होगा. इतना तो तय है कि दायरे में आते हैं तो टैक्स भरना ही होगा क्योंकि इससे बचने का कोई उपाय नहीं. लेकिन यह भी तय है कि आप चाहें तो कुछ उपायों से टैक्स की देनदारी को कम कर सकते हैं. यह तभी हो पाएगा जब आप सधी हुई प्लानिंग करें. टैक्स की बचत तभी होगी जब आप अपने खर्च और निवेश पर ध्यान देंगे. इनकम टैक्स के कई नियम हैं जो आपको टैक्स बचाने में मदद करते हैं. इसके लिए आपको पहले से योजना बनानी होगी और फिर उसी हिसाब से आगे बढ़ना होगा.
यहां उन 7 तरीकों के बारे में जानते हैं जिनकी मदद से टैक्स बचा सकते हैं-
1-रिटायरमेंट के लिए सेविंग करें
अगर आप कम टैक्स चुकाना चाहते हैं तो इसकी प्लानिंग बनाएं और रिटायरमेंट के लिए सेविंग शुरू कर दें. कई निवेश ऐसे हैं जिन पर 1.5 लाख रुपये तक की छूट ली जा सकती है. अगर आप टैक्स सेविंग स्कीम में पूरा पैसा लगाते हैं तो आपकी टैक्सेबल इनकम 1.5 लाख रुपये तक घट सकती है. इन टैक्स सेविंग इनवेस्टमेंट में पीपीएफ, एनपीएस, ईपीएफ, टैक्स सेविंग एफडी के नाम हैं. इन स्कीम में रिटायरमेंट के लिए पैसे जमा किए जाएं तो सेक्शन 80C के अंतर्गत 1.5 लाख रुपये तक क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है बचाए जा सकते हैं.
2-माता-पिता के मेडिकल बिल संभाल कर रखें
Tax2win.in के को-फाउंडर और सीईओ अभिषेक सोनी ‘फाइनेंशियल एक्सप्रेस’ को बताते हैं, सीनियर सिटीजन माता-पिता के मेडिकल बिल को संभाल कर रखना चाहिए और इस बिल का पैसा ऑनलाइन मोड में जमा करना चाहिए. इससे सेक्शन 80D के तहत 50,000 रुपये का डिडक्शन पाया जा सकता है.
3-HRA के लाभ के लिए किराया रसीद रखें
अगर आप किराये के मकान में रहते हैं तो मकान मालिक से रेंट की रसीद लें और साथ में रेंट एग्रीमेंट भी रखें. इससे एचआरए को क्लेम करने में मदद मिलती है और टैक्स की देनदारी को कम किया जाता है. अगर आप एक साल में 1 लाख रुपये से ज्यादा किराया देते हैं तो आपको मकान मालिक का पैन नंबर भी लेना चाहिए. इनकम टैक्स रिटर्न में इसकी जानकारी देनी होती है.
4-अपने और परिवार के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लें
टैक्स बचाने के लिए खुद के लिए और परिवार के लिए हेल्थ इंश्योरेंस जरूर लें. इसमें हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम पर टैक्स छूट को क्लेम किया जा सकता है. सेक्शन 80C और 80D के तहत इंश्योरेंस के प्रीमियम पर डिडक्शन लिया जा सकता है.
5-टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड में निवेश करें
टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड (ELSS) में निवेश को टैक्स बचाने का बेहतर जरिया माना जाता है. इस फंड में निवेश से अच्छा रिटर्न मिलता है, साथ में सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक डिडक्शन का लाभ उठा सकते हैं. हालांकि म्यूचुअल फंड में निवेश पर टैक्स छूट का फायदा तभी लिया जा सकता है जब सेक्शन 80C के तहत किसी और निवेश में 1.5 लाख डिडक्शन का लाभ न उठाया गया हो. सेक्शन 80C के तहत निवेश पर अधिकतम 1.5 लाख तक डिडक्शन लिया जा सकता है, उससे अधिक नहीं.
6-NPS में निवेश करें
नेशनल पेंशन क्या स्टॉक ब्रोकर एक मरता हुआ करियर है सिस्टम या NPS में निवेश को टैक्स बचाने के लिए सबसे अच्छा जरिया माना जाता है. किसी अन्य निवेश में 1.5 लाख की छूट के साथ एनपीएस में जमा पैसे पर 50,000 रुपये का डिडक्शन क्लेम किया जा सकता है. यह नियम सेक्शन 80CCD(1B) के अंतर्गत आता है. 50,000 रुपये का यह डिडक्शन 80C के डिडक्शन के अलावा लिया जा सकता है.
7-कंपनी से NPS में पैसे जमा कराएं
टैक्स बचाने के लिए खुद एनपीएस में पैसे जमा करने के अलावा कंपनी से भी निवेश कराना बेहतर होता है. कर्मचारी की तरफ से कंपनी भी चाहे तो एनपीएस में पैसे जमा करा सकती है. कंपनी के जमा पैसे पर अतिरिक्त 10 परसेंट का डिडक्शन ल लिया जा सकता है. यहां 10 परसेंट बेसिक सैलरी और डीए का होता है.
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