राज्य में धान खरीद में तेजी लाने और किसानों को पैसे का भुगतान तुरंत करने के लिए सभी पैक्सों और सहकारिता समितियों की कैश क्रेडिट लिमिट को 20 % से बढ़ाकर 40 % तक कर दिया गया है। इससे पैक्सों को सहकारिता बैंकों से किसानों के भुगतान के लिए अधिक राशि क्रेडिट के तौर पर भी मिल सकेगी।

Rajasthan: राजस्थान में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारत और पाक रेंजर्स के बीच फायरिंग, BSF ने दिया मुंह तोड़ जवाब

Rajasthan: शुक्रवार देर शाम को राजस्थान में श्रीगंगानगर के अनूपगढ़ सेक्टर में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाक रेंजर्स के बीच गोलीबारी हुई। फायरिंग में भारत की तरफ से किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। इसी बीच बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कम निवेश में ज्यादा मुनाफा वाले 40 कृषि बिजनेस आईडिया कि भारतीय पक्ष के सैनिकों या किसानों में से किसी के हताहत या घायल होने की सूचना नहीं है।

इसी बीच बीएसएफ के के एक प्रवक्ता कहते है कि, बल ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष से इसका विरोध दर्ज कराने का फैसला किया है और शनिवार को फ्लैग मीटिंग रखने की मांग की है। प्रवक्ता ने कहा कि ‘किसान गार्ड’ के तहत सीमा बाड़ के आगे अपने खेतों में काम कर रहे कम निवेश में ज्यादा मुनाफा वाले 40 कृषि बिजनेस आईडिया किसानों की सुरक्षा में बीएसएफ के जवान तैनात थे। दोपहर करीब दो बजे पाक रेंजर्स ने जवानों को निशाना बनाकर छह से सात राउंड फायरिंग की। इसके जवाब में बीएसएफ ने पाक रेंजर्स की तरफ से कम से कम 18 राउंड फायर झोंक दिए।

श्रीगंगानगर जिले में पाक रेंजरों की फयरिंग

बीएसएफ की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ सेक्टर में पाक रेंजरों ने सबसे पहले दोपहर दो बजे बीएसएफ जवानों पर 6-7 राउंड फायरिंग की। जिस वक्त फायरिंग की गई उस वक्त बीएसएफ जवान पांच स्थानीय किसानों के साथ किसान गार्ड के रूप में सीमा सुरक्षा बाड़े के सामने मौजूद थे। उनका उद्देश्य खेतों में काम करने वाले पांच स्थानीय किसानों को बचाना और उनकी सुरक्षा करना था।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राजस्थान में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर फायरिंग की घटना बहुत कम होती है। दोनों देशों के बीच पिछले साल फरवरी में इस सेक्टर में पूर्ण सीजफायर को लेकर सहमति बनी थी। उसके बाद से फायरिंग की यह दूसरी घटना है, पहली घटना में सितंबर में जम्मू के अरनिया सेक्टर में पाक रेंजर्स ने फायरिंग की थी।

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देश के इस राज्य में MSP पर धान खरीद में तूफ़ानी तेजी, बीते साल के मुकाबले इतना टन अधिक

Dhan Mandi News: देश भर में सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धन की खरीद का काम जोरों से जारी है। देश के मुख्य धान उत्पादक राज्य बिहार में धान खरीद की रफ्तार बीते साल से अधिक है। मिले आंकड़ों के मुताबिक पिछली बार इस समय तक 1.74 लाख टन तक धान की खरीद हुई थी। जबकि इस बार अब तक 1.90 लाख टन धान खरीद हो भी चुकी है। तो इसके अनुसार 12 हजार टन अधिक खरीद हुई है । इसमें 56 % किसानों के खाते में धन के पैसे ट्रांसफर:: भी कर दिये गए हैं। 82 % किसानों की पेमेंट एडवाइस अब तक जारी कर दी गयी है। जल्द ही सभी किसानों के खातों में पैसे भेज भी दिये जायेंगे। बीते 1 नवंबर 2022 से पूरे उत्तर बिहार और 15 नवंबर से दक्षिण बिहार के सभी जिलों में धान की खरीद शुरू की गयी है। इस कारण उत्तर बिहार के जिलों में धान की खरीद ज्यादा हुई है।

कम निवेश में ज्यादा मुनाफा वाले 40 कृषि बिजनेस आईडिया

सीबीडी कॉप 15: महाविनाश का हथियार बन गई है मानवता, धरती का 75 प्रतिशत हिस्सा बदला

वैश्विक स्तर पर पौधों व पशुओं की 10 लाख प्रजातियों पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है, जिसके लिए हम इंसान और हमारी बढ़ती महत्वाकांक्षा जिम्मेवार है

By Lalit Maurya

On: Wednesday 07 December 2022

कहीं दंतकथाओं का महज हिस्सा न बन जाए जीवों की प्रजातियां; फोटो: पिक्साबे

कहीं दंतकथाओं का महज हिस्सा न बन जाए जीवों की प्रजातियां; फोटो: पिक्साबे

इंसान आज अपनी महत्वाकांक्षा में इतना अंधा हो चुका है कि कम निवेश में ज्यादा मुनाफा वाले 40 कृषि बिजनेस आईडिया वो यह भूल चुका है कि जिस प्रकृति का शोषण करने में वो गुरेज नहीं कर रहा है वो भी उस प्रकृति का एक हिस्सा छोटा सा हिस्सा है। लेकिन बढ़ता लालच, आगे जाने की चाह उसे सही गलत में अंतर नहीं देखने दे रही।

हालांकि वैश्विक स्तर पर इसे बचाने के प्रयास भी चल रहे हैं। इसी कड़ी में आज 7 दिसंबर 2022 से जैवविविधता पर संयुक्त राष्ट्र का सबसे महत्वपूर्ण कम निवेश में ज्यादा मुनाफा वाले 40 कृषि बिजनेस आईडिया सम्मेलन कॉप 15 (सीबीडी) शुरू हो चुका है जिसका इस बार आयोजन कनाडा के कम निवेश में ज्यादा मुनाफा वाले 40 कृषि बिजनेस आईडिया मॉन्ट्रियल शहर में किया जा रहा है। यह सम्मेलन 19 दिसंबर 2022 तक चलेगा। इस सम्मेलन में वार्ताकार इंसानी गतिविधियों के चलते होते प्रकृति के विध्वंस पर लगाम कसने के लिए नए लक्ष्य स्थापित करने पर ध्यान केन्द्रित करेंगे।

बिजनेस आइडिया: अगर हर साल कम मेहनत और कम निवेश से कमाना चाहते हैं लाखों रुपए तो करिए इस चीज की खेती

बिजनेस आइडिया: अगर हर साल कम मेहनत और कम निवेश से कमाना चाहते हैं लाखों रुपए तो करिए इस चीज की खेती

भारत जैसे देश में जहां खेती सबसे अहम व्‍यवसाय के तौर पर देखा जाता है, वहां पर अक्‍सर नए आइडियाज किसानों को आ‍कर्षित करते रहते हैं. खेती और मंडी किसानों के लिए वो जगहें होती हैं, जहां से उन्‍हें कम निवेश में ज्यादा मुनाफा वाले 40 कृषि बिजनेस आईडिया सबसे ज्‍यादा आय हो सकती है. अक्‍सर किसान ऐसे बिजनेस आइडिया की तलाश में रहते हैं जिनमें कम निवेश के बाद भी उन्‍हें ज्‍यादा से ज्‍यादा आय हो सके.

लहसुन जो खाने में तो स्‍वाद बढ़ाता ही है, अगर इसकी खेती सही ढंग से की जाए तो इससे किसानों को हर साल लाखों रुपए की आय हो सकती है. आइए आपको बताते हैं कि कैसे आप लहसुन की खेती में कम से कम निवेश में हर साल 10 लाख रुपए की आमदनी कर सकते हैं.

क्‍या है लहसुन की खेती की खासियत

लहसुन की खेती की सबसे खास बात हैं कि इसमें अलग-अलग तरह की पैदावार होती है. अगर आप इसकी खेती करना चाहते हैं तो आपको मिट्टी की जांच करना बेहद जरूरी है. कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक लहसुन की खेती कितनी अच्‍छी होगी और पैदावार कैसी होगी, ये सबसे ज्‍यादा मिट्टी पर ही निर्भर करता है.

कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक लहसुन की खेती को बारिश के मौसम खत्म होने के बाद ही शुरू करें. उनका मानना है कि लहसुन की हिसाब से अक्टूबर और नवंबर का महीना ठीक रहता है. वैज्ञानिकों ने इसकी कम निवेश में ज्यादा मुनाफा वाले 40 कृषि बिजनेस आईडिया खेती के कुछ खास टिप्‍स भी बताए हैं. लहसुन की खेती करते समय आप कम निवेश में ज्यादा मुनाफा वाले 40 कृषि बिजनेस आईडिया इन टिप्‍स को फॉलो करेंगे तो आपको बहुत फायदा होगा.

खेती के लिए खास कम निवेश में ज्यादा मुनाफा वाले 40 कृषि बिजनेस आईडिया टिप्‍स

  • लहसुन की खेती के लिए उसकी कलियां बहुत जरूरी होती हैं.
  • लहसुन की बुआई 10 सेमी की दूरी पर की जाती है, जिससे उसकी गांठ अच्छी बैठे.
  • इसकी खेती मेड़ बनाकर की जानी चाहिए.
  • लहसुन की खेती किसी भी खेत में की जा सकती है, लेकिन उसमें पानी नहीं रुकना चाहिए.-
  • इसकी फसल करीब 5-6 महीने में अच्छे से तैयार होती है.
  • एक हेक्टेयर खेत में करीब 5 क्विंटल तक लहसुन की कलियां लगेंगी.
  • एक हेक्टेयर से 120-150 क्विंटल तक का प्रोडक्शन मिलता है.
  • एवरेज 130 क्विंटल का प्रोडक्शन किसान आसानी से निकाल लेते हैं.
  • इसका बीज किसी भी बीज भंडार से मिल जाएगा.
  • आस-पास किसी भी लहसुन की खेती करने वाले से बीज के लिए संपर्क करें.
  • आप लहसुन के बीच ऑनलाइन भी मंगवा सकते हैं.

लहहुसन की खेती में मुनाफा काफी अच्छा होता है. लहसुन के बीज की कीमत की बात करें, तो वो प्रति हेक्टेयर करीब 1 लाख रुपए है. हालांकि इससे आपको होने वाला फायदा सवा लाख रुपए तक भी पहुंच सकता है. एक हेक्टेयर से आपको प्रोडक्शन 130 क्विंटल लहसुन की पैदावार मिलेगी. लहसुन की फसल आसानी से 30-50 रुपए प्रति किलो तक बिक जाती है. अगर आपकी फसल 40 रुपए के हिसाब से बिकती है तो 130 क्विंटल की पैदावार से आपको 5.2 लाख रुपए की कमाई होगी. इसमें से अगर सवा लाख रुपए लागत निकाल दें तो भी आपको 4 लाख रुपए का मुनाफा होगा.

लिस्टिंग के दिन से दे रहा मुनाफा, अब शेयर खरीदने की मची होड़, ₹619 के पार भाव, दो सप्ताह पहले आया था IPO

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फाइव-स्टार बिजनेस फाइनेंस लिमिटेड (Five-Star Business Finance Ltd-FSBF) के शेयर मंगलवार को बीएसई पर लिस्ट होने के बाद से अपने हाई पर पहुंच गया। मंगलवार को यह शेयर 19 प्रतिशत उछलकर 619.50 रुपये पर पहुंच गया। गैर-बैंकिंग फाइनेंस (NBFC) के स्टॉक ने 21 नवंबर को बाजार में अपनी शुरुआत की। एफएसबीएफ का स्टॉक (NBFC Stock) अब 474 रुपये प्रति शेयर के इश्यू प्राइस के मुकाबले 31 प्रतिशत ऊपर कारोबार कर रहा है।

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