ई.टी.एफ. से आप क्या समझते हैं?
कुछ समय पहले सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी विनिर्दिष्ट करते हुए एक्सचेंज़ ट्रेडेड फंड्स (Exchange Traded Funds - ETFs) को बेचने की बजाय इन्हें अपने अधिकार में ही रखने का निर्णय किया गया है। इसी क्रम में हाल ही में एक नवीनतम पहल भारत 22 ई.टी.एफ. शुरू की गई हैं। ETF की मूल बातें यह एक ऐसा फंड है जिसमें 22 सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियाँ शामिल हैं।
Silver ETF: चांदी में निवेश का है शानदार मौका! यहां 27 जनवरी तक 100 रुपये से कर सकते हैं निवेश
Silver ETF: इन दिनों निवेशकों को चांदी में निवेश का एक नया ऑप्शन मिल गया है। चांदी 65 हजार प्रति किलो (Silver price) के भाव के बिक रही है और दिन पर दिन भाव में तेजी ही आ रही है। ऐसे में अगर आप भी.
Silver ETF: इन दिनों निवेशकों को चांदी में निवेश का एक नया ऑप्शन मिल गया है। चांदी 65 हजार प्रति किलो (Silver price) के भाव के बिक रही है और दिन पर दिन भाव में तेजी ही आ रही है। ऐसे में अगर आप भी चांदी में निवेश को योजना बना रहे हैं तो आपके पास एक खास मौका है। यह मौका 27 जनवरी तक है। दरअसल, म्यूचुअल फंड कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल (ICICI Prudential) ने इस साल की शुरुआत में देश का पहला सिल्वर ईटीएफ लॉन्च किया था जो निवेश के लिए 27 जनवरी तक खुला है।
100 रुपये से कर सकते हैं निवेश
बता दें कि सिल्वर ETF फंड ऑफ फंड (FOF) 13 जनवरी को खुला था अब यह फंड 27 जनवरी को बंद हो रहा है। इस नए फंड ऑफर (NFO) में आप सिर्फ 100 रुपये से निवेश कर सकते हैं। यह एक ओपन एंडेड FOF स्कीम है, जो ICICI प्रूडेंशियल सिल्वर ETF की यूनिट में निवेश करेगी। इसमें निवेशक बिना डीमैट अकाउंट के भी निवेश कर सकते हैं। यह एक तरह से सिल्वर के सभी असेट क्लास का एक मिला-जुला प्रोडक्ट है। चांदी एक महत्वपूर्ण कमोडिटी है जो महंगाई और संकट के समय में निवेशकों के लिए अच्छा काम करती है। यह NFO फिजिकल चांदी और एक्सचेंज ट्रेडेड कमोडिटी डेरिवेटिव सिल्वर में भी निवेश करेगा। यह फिजिकल चांदी की कीमतों को ट्रैक करता है।
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संकट में शानदार रहा चांदी का प्रदर्शन
आंकड़ों के मुताबिक, संकट के दौरान चांदी का प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। साल 2008 में सबप्राइम की बात करें या फिर टैपर और अब कोविड-19, संकट के समय चांदी ने असेट क्लास के तौर पर इक्विटी से बेहतर प्रदर्शन किया है। इसके अलावा चांदी की ऐतिहासिक कीमत से पता चलता है कि यह महंगाई को पीछे छोड़ने में प्रमुख भूमिका निभाती है।
क्या कहते हैं जानकार?
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के प्रोडक्ट हेड चिंतन हरिया कहते हैं, ''भारत में परंपरागत रूप से लोग सोने और चांदी में निवेश करते रहते हैं। हालांकि यह निवेश पूरी तरह से फिजिकल में होता है। चूंकि चांदी को फिजिकल रखना मुश्किल है, इसलिए हमारा मानना है कि ETF FOF निवेशकों के लिए एक अच्छा रास्ता है। जो निवेशक चांदी की शुद्धता को लेकर कोई ETF की मूल बातें चिंता नहीं करना चाहते हैं, उनके लिए यह और भी अच्छा है, क्योंकि यहां क्वालिटी और लिक्विडिटी एक अलग ही तरह से देखी जाती है। इस NFO में सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए भी निवेश किया जा सकता है।''
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निवेश के लिए क्यों है यह बेहतर
आपको बता दें कि भारत समेत दुनियाभर में ब्याज दरें अब बढ़ने की उम्मीदें हैं। इससे इक्विटी मार्केट की तेजी पर असर पड़ सकता है। ऐसे में चांदी एक अच्छा हेजिंग का साधन हो सकता है। विश्लेषकों का मानना है ETF की मूल बातें कि 2022 और अगले कुछ साल तक चांदी में जोरदार तेजी का रुझान रहेगा। अगले तीन साल में चांदी की कीमत 1 लाख रुपए के पार हो सकती है। इस हिसाब से चांदी इस साल में 33% का फायदा दे सकती है।
निप्पॉन इंडिया एमएफ ने लॉन्च किया भारत का पहला ऑटो ईटीएफ
निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड (Nippon India Mutual Fund – NIMF) के परिसंपत्ति प्रबंधक, निप्पॉन लाइफ इंडिया एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड ने भारत का पहला ऑटो सेक्टर ईटीएफ – निप्पॉन इंडिया निफ्टी ऑटो ईटीएफ लॉन्च करने की घोषणा की है। निप्पॉन इंडिया निफ्टी ऑटो ईटीएफ मुख्य रूप से निफ्टी ऑटो इंडेक्स वाले शेयरों में इंडेक्स के समान अनुपात में निवेश करेगा। यह ऑटो-संबंधित क्षेत्रों जैसे ऑटोमोबाइल 4 व्हीलर, ऑटोमोबाइल 2 और 3 व्हीलर, ऑटो सहायक और टायर का प्रतिनिधित्व करने वाली शीर्ष 15 (निफ्टी ऑटो इंडेक्स पद्धति के अनुसार) कंपनियों को एक्सपोजर प्रदान करेगा।
निप्पॉन ऑटो ईटीएफ 5 जनवरी 2022 से 14 जनवरी 2022 तक परिचालन शुरू करेगा। आवश्यक न्यूनतम निवेश राशि 1,000 रुपये है और 1 रुपये के गुणकों में। योजना का निवेश उद्देश्य “निफ्टी ऑटो इंडेक्स द्वारा व्यय से पहले दर्शाए गए प्रतिभूतियों के कुल रिटर्न के अनुरूप निवेश रिटर्न प्रदान करने के लिए, ट्रैकिंग त्रुटि के अधीन है। हालांकि, इस बात का कोई आश्वासन या गारंटी नहीं हो सकती है कि योजना के निवेश उद्देश्य को प्राप्त किया जाएगा।
Government presented an opportunity to invest in PSU companies by issuing Bharat Bond ETF!: सरकार ने भारत बांड ईटीएफ जारी कर पीएसयू कंपनियों में निवेश का अवसर पेश किया!
Government presented an opportunity to invest in PSU companies by issuing Bharat Bond ETF!: सरकार ने भारत बांड ईटीएफ जारी कर पीएसयू कंपनियों में निवेश का अवसर पेश किया!
- Date : 05/12/2022
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भारत बांड ईटीएफ में 8 दिसंबर तक निवेश किया जा सकता है।
ETF: भारत बॉन्ड ईटीएफ भारत का पहला कॉरपोरेट बांड है जिसका कारोबार ट्रेडिंग एक्सचेंज के द्वारा किया जाता है। इसके चौथे चरण में जारी किए जाने वाले बॉन्ड अप्रैल 2033 तक मैच्योर होंगे और इसपर 7.5 प्रतिशत का लाभ मिलने की उम्मीद की जा सकती है।
अगर आपको किसी सुरक्षित और स्थायी आय देनेवाले विकल्प में निवेश करने के इच्छुक हैं तो इस बॉम्ड में निवेश कर सकते हैं। भारत सरकार ने पिछले शुक्रवार यानी 2 दिसंबर को भारत का पहले कॉर्पोरेट बॉन्ड ईटीएफ ‘भारत बॉन्ड’ का चौथा चरण जारी किया। इडेलवाइस म्यूचुअल फंड इस ईटीएफ का प्रबंधन करेगा और रिटेल निवेशक इसमें 8 दिसंबर तक निवेश कर सकते हैं। ETF की मूल बातें इस ईटीएफ के जरिये जुटाए गये फंड को सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज की ओर से पूंजीगत खर्च में लगाया जाएगा।
यह भी पढ़ें: ७ वित्तीय नियम
कहाँ कर सकते हैं निवेश?
बीपीएन फिनकैप के निवेशक ए. के. निगम ने फंड की जानकारी ते हुए बताया कि यह एक निष्क्रिय या पैसिव फंड जैसा है। इसमें केवल ‘एएए’ रेटिंग वाले बॉन्डों में पैसा लगाया जाता है, इसलिए यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है। फिलहाल इसका उच्च अर्जित लाभ 7.5 प्रतिशत है, अतः आशा की जा रही है कि इस फंड में निवेश करने से लाभ होगा। इस ईटीएफ को किसी स्टॉक एक्सचेंज से बहुत ही आसानी से खरीदा जा सकता है। इसके अलावा अगर आपके पास डीमैट खाता नहीं है तो आप म्यूचुअल फंड के माध्यम से भी इसमें निवेश कर सकते हैं।
चौथे चरण में जारी किए गये भारत बॉन्ड ईटीएफ की मैच्योरिटी अवधि दस साल की है, यानी यह अप्रैल 2033 तक मैच्योर होगा। मैच्योरिटी पर 7.5 प्रतिशत का लाभ होगा। चौथे चरण में सरकार की ओर से 1000 करोड़ रुपए के आधार सहित 4000 करोड़ रुपए के ग्रीन शो ऑप्शन से पैसा इकट्ठा किया जा रहा है। दिसंबर 2021 में सरकार ने 1,000 ETF की मूल बातें करोड़ रुपए की तीसरी किस्त का ऑफर दिया था, जिसमें करीब 6.2 गुना सब्सक्रिप्शन प्राप्त हुआ ETF की मूल बातें था।
भारत बॉन्ड ईटीएफ से केवल सार्वजनिक कंपनियों के ‘एएए’ रेटिंग वाले बॉन्डों में निवेश किया जाता है। बॉन्ड ईटीएफ पहली बार 2019 में पेश किया गया था। सीपीएसई ने इस इश्यू से कुल 12,400 करोड़ रुपए एकत्र किए थे। दूसरे चरण में 11,000 करोड़ रुपए और तीसरे चरण में कुल 6,200 करोड़ रुपए एकत्र हुए थे। अब तक के अपने तीन ऑफर में ईटीएफ ने कुल 29,600 करोड़ रुपए जुटाए हैं। फिलहाल 8 दिसंबर तक इस सुरक्षित फंड में निवेश किया जा सकता है।
ETF: भारत बॉन्ड ईटीएफ भारत का पहला कॉरपोरेट बांड है जिसका कारोबार ट्रेडिंग एक्सचेंज के द्वारा किया जाता है। इसके चौथे चरण में जारी किए जाने वाले बॉन्ड अप्रैल 2033 तक मैच्योर होंगे और इसपर 7.ETF की मूल बातें 5 प्रतिशत का लाभ मिलने की उम्मीद की जा सकती है।
अगर आपको किसी सुरक्षित और स्थायी आय देनेवाले विकल्प में निवेश करने के इच्छुक हैं तो इस बॉम्ड में निवेश कर सकते हैं। भारत सरकार ने पिछले शुक्रवार यानी 2 दिसंबर को भारत का पहले कॉर्पोरेट बॉन्ड ईटीएफ ‘भारत बॉन्ड’ का चौथा चरण जारी किया। इडेलवाइस म्यूचुअल फंड इस ईटीएफ का प्रबंधन करेगा और रिटेल निवेशक इसमें 8 दिसंबर तक निवेश कर सकते हैं। इस ईटीएफ के जरिये जुटाए गये फंड को सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज की ओर से पूंजीगत खर्च में लगाया जाएगा।
यह भी पढ़ें: ७ वित्तीय नियम
कहाँ कर सकते हैं निवेश?
बीपीएन फिनकैप के निवेशक ए. के. निगम ने फंड की जानकारी ते हुए बताया कि यह एक निष्क्रिय या पैसिव फंड जैसा है। इसमें केवल ‘एएए’ रेटिंग वाले बॉन्डों में पैसा लगाया जाता है, इसलिए यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है। फिलहाल इसका उच्च अर्जित लाभ 7.5 प्रतिशत है, अतः आशा की जा रही है कि इस फंड में निवेश करने से लाभ होगा। इस ईटीएफ को किसी स्टॉक एक्सचेंज से बहुत ही आसानी से खरीदा जा सकता है। इसके अलावा अगर आपके पास डीमैट खाता नहीं है तो आप म्यूचुअल फंड के माध्यम से भी इसमें निवेश कर सकते हैं।
चौथे चरण में जारी किए गये भारत बॉन्ड ईटीएफ की मैच्योरिटी अवधि दस साल की है, यानी यह अप्रैल 2033 तक मैच्योर होगा। मैच्योरिटी पर 7.5 प्रतिशत का लाभ होगा। चौथे चरण में सरकार की ओर से 1000 करोड़ रुपए के आधार सहित 4000 करोड़ रुपए के ग्रीन शो ऑप्शन से पैसा इकट्ठा किया जा रहा है। दिसंबर 2021 में सरकार ने 1,000 करोड़ रुपए की तीसरी किस्त का ऑफर दिया था, जिसमें करीब 6.2 गुना सब्सक्रिप्शन ETF की मूल बातें प्राप्त हुआ था।
भारत बॉन्ड ईटीएफ से केवल सार्वजनिक कंपनियों के ‘एएए’ रेटिंग वाले बॉन्डों में निवेश किया जाता है। बॉन्ड ईटीएफ पहली बार 2019 में पेश किया गया था। सीपीएसई ने इस इश्यू से कुल 12,400 करोड़ रुपए एकत्र किए थे। दूसरे चरण में 11,000 करोड़ रुपए और तीसरे चरण में कुल 6,200 करोड़ रुपए एकत्र हुए थे। अब तक के अपने तीन ऑफर में ईटीएफ ने कुल 29,600 करोड़ रुपए जुटाए हैं। फिलहाल 8 दिसंबर तक इस सुरक्षित फंड में निवेश किया जा सकता है।
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