क्रिप्टो एक्सचेंज लिक्विडिटी

क्रिप्टोकरेंसी को 2020 में बाजार पूंजीकरण की महत्वपूर्ण वृद्धि के साथ निवेश के दृष्टिकोण का एक नया दौर मिला है। इस बीच, विशेषज्ञ कम लिक्विडिटी के रूप में 95% से अधिक समझते हैं। इसके अलावा, दो धारणाओं के बीच एक अंतर है: संपत्ति लिक्विडिटी और क्रिप्टो एक्सचेंज लिक्विडिटी। ट्रेडर और निवेशकों को इन धारणाओं को मिलाना नहीं चाहिए।

लिक्विड क्रिप्टोकरेंसी में निवेश क्यों करे?

क्रिप्टो बाजार 8 000 से अधिक विभिन्न वर्चूअल संपत्ति प्रदान करता है, जबकि ट्रेडर और निवेशक विविध रणनीतियों का पालन करते हैं। कोई व्यक्ति लंबी अवधि के लिए शीर्ष-रेटेड क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करता है, जबकि अन्य कम ज्ञात संपत्ति की तलाश में हैं, जो उच्चतम लाभ की ओर मार्ग प्रशस्त करते हैं।

बाजार सहभागियों के लिए लिक्विडिटी का क्या अर्थ है? आप आसानी से उच्च लिक्विडिटी के साथ परिसंपत्तियों का आदान-प्रदान कर सकते हैं। जैसा कि अनैतिक क्रिप्टोकरेंसी के लिए, आपूर्ति और मांग को सहसंबद्ध नहीं किया जाता है, और एक धारक को अपने बाजार मूल्य से कम संपत्ति बेचने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, नोन-लिक्विडिटी वर्चूअल मुद्राओं के मूल्य आंदोलन कभी-कभी तर्क से बाहर हो जाते हैं - कुछ सौदे सामान्य रूप से बाजार की स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं।

बताने के लिए, ट्रेडर और निवेशकों को एक प्राथमिकता के रूप में चुने गए निर्णय के साथ आने की जरूरत है: ज्ञान और तर्क या विशाल मुनाफे और उच्च जोखिमों के बारे में एक सपना।

क्रिप्टो एक्सचेंज लिक्विडिटी: सामान्य अवलोकन

ट्रेडर और निवेशक कहीं से भी वर्चूअल संपत्ति नहीं खरीद सकते। क्रिप्टो एक्सचेंज और अन्य ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म इस तरह के अवसर के साथ बाजार सहभागियों को सक्षम करते हैं। ये प्लेटफ़ॉर्म या तो लिक्विड या इलिक्विड हो सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज जितना अधिक लिक्विड होता है, ट्रेडर को उनके ऑर्डर को निष्पादित करने की आवश्यकता कम होती है।

क्रिप्टो एक्सचेंज लिक्विडिटी के दृष्टिकोण से निम्नलिखित कारक महत्वपूर्ण हैं:

दैनिक ट्रेडिंग वॉल्यूम। किसी निश्चित एक्सचेंज के 24 घंटे के ट्रेडिंग वॉल्यूम इंडेक्स को देखें। उच्च मात्रा दर्शाती है कि ट्रेडर्स के बीच एक्सचेंज एक मांग है। इस बीच, एक निश्चित ट्रेडिंग जोड़ी के दैनिक ट्रेडिंग वॉल्यूम को ध्यान में रखें। उदाहरण के लिए, एक एक्सचेंज समग्र संस्करणों की रैंकिंग का नेतृत्व कर सकता है, लेकिन ADA/USDT या EOS/ETH ट्रेडिंग जोड़े के लिए एक ही एक्सचेंज शीर्ष -10 ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से बाहर हो सकता है।

ऑर्डर बुक की गहराई। जब ऑर्डर बुक काफी गहरी हो जाती है, तो व्यापारी बाजार की कीमतों से अपनी क्रिप्टो परिसंपत्तियों का तुरंत आदान-प्रदान कर सकते हैं। अपर्याप्त गहराई के मामले में, उपयोगकर्ता परिसंपत्तियों को कम बेचने और उच्च खरीद करने के लिए मजबूर होते हैं, नुकसान का सामना करना पड़ता है।

बिड-आस्क स्प्रेड। सूचकांक उच्चतम बिड मूल्य और सबसे कम आस्क मूल्य के बीच अंतर को दर्शाता है। ऐसा सूचकांक काफी हद तक एक निश्चित व्यापारिक जोड़ी पर निर्भर हो सकता है। यही कारण है कि ट्रेडर्स को पूरी तस्वीर प्राप्त करने के लिए विभिन्न क्रिप्टो एक्सचेंजों पर कई व्यापारिक जोड़े के बोली-पूछ प्रसार की तुलना करने की आवश्यकता है।

एक क्रिप्टो लिक्विडिटी प्रदाता का कार्य क्या है?

जबकि एक क्रिप्टो एक्सचेंज दैनिक टर्नओवर के बारे में बात करते हुए, अधिकांश ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म क्रिप्टो लिक्विडिटी प्रदाताओं के साथ सौदा करते हैं। ये कंपनियां एक बड़ी मात्रा में डिजिटल संपत्ति रखती हैं, जो एक्सचेंज के भीतर ट्रेडिंग प्रवाह को उत्तेजित करती हैं। प्रदाता कुछ ट्रेडिंग जोड़े के भीतर मांग और आपूर्ति की अन्योन्याश्रयता को संतुलित करने के लिए जिम्मेदार हैं। नतीजतन, ट्रेडर्स को न्यूनतम प्रसार सूचकांक और क्रिप्टोकरेंसी को तुरंत एक्सचेंज करने की क्षमता मिलती है।

क्रिप्टो लिक्विडिटी प्रदाताओं को "बाजार निर्माताओं" शब्द के तहत भी जाना जाता है। वे बाजार में भाग टोकन और क्रिप्टोकरेंसी के बीच अंतर लेने वाले भी हैं, जो कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम के लगभग 90% पर कब्जा कर रहे हैं। क्रिप्टो लिक्विडिटी प्रदाताओं के लिए मुख्य लाभ स्रोत ट्रेडिंग शुल्क में निहित है जो अन्य उपयोगकर्ताओं से शुल्क लिया जाता है।

B2BX क्रिप्टो लिक्विडिटी प्रदाता

B2BX क्रिप्टो एक्सचेंज और मार्जिन ट्रेडिंग के लिए क्रिप्टो लिक्विडिटी एग्रीगेटर के रूप में कार्य करता है। प्रदाता संस्थागत ग्राहकों के लिए फायदेमंद स्थितियां प्रदान करता है, जिसमें एक्सचेंज, ब्रोकर, हेज फंड, बैंकिंग संस्थान शामिल हैं जो क्रिप्टो बाजार में प्रवेश करते हुए आज की प्रवृत्ति का पालन करना चाहते हैं।

दिवालिया हुई क्रिप्टो कंपनी FTX: CEO बैंकमैन की नेटवर्थ 16 बिलियन डॉलर से 0, किसी बिजनेसमैन की वेल्थ में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट

क्रिप्टो कंपनी FTX ट्रेडिंग लिमिटेड के को-फाउंडर सैम बैंकमैन-फ्राइड की 16 बिलियन डॉलर की वेल्थ महज कुछ दिनों में जीरो हो गई। यह इतिहास में किसी बिजनेसमैन की वेल्थ में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। एक समय सैम बैंकमैन की नेटवर्थ 26 बिलियन डॉलर पर पहुंच गई थी। नेटवर्थ में गिरावट का कारण लिक्विडिटी क्रंच के बाद FTX ट्रेडिंग लिमिटेड का दिवालिया होना है।

FTX दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एफिलिएटेड क्रिप्टो ट्रेडिंग कंपनी थी। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स अब FTX के अमेरिकी कारोबार की वैल्यू 0 दिखा रहा है। जनवरी में फंड रेजिंग राउंड के बाद इसकी वैल्यू 32 बिलियन डॉलर पहुंच गई थी। 30 साल के सैम बैंकमैन अब कंपनी में अपने CEO पद से इस्तिफा दे चुके हैं। उनकी जगह जॉन जे रे III CEO पद संभालेंगे।

'किंग ऑफ क्रिप्टो' ने मांगी माफी
'किंग ऑफ क्रिप्टो' के नाम से पहचाने जाने वाले सैम बैंकमैन ने शुक्रवार को ट्वीट कर लिखा, 'मैं माफी मांगता हूं। उम्मीद है कि हम जल्द ही रिकवर होने के लिए रास्ता खोज लेंगे।' इस कंपनी में बैंकमैन-फ्राइड की लगभग 70% हिस्सेदारी है।

कैसे दिवालिया हुआ FTX?
इसे समझने के लिए FTX और बाइनेंस क्या हैं इसे समझना होगा।

FTX और बाइनेंस क्या हैं?
FTX और बाइनेंस क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज हैं। यानी वे ग्राहकों को डिजिटल करेंसी में ट्रेडिंग करेने की सुविधा देते हैं। इंडस्ट्री डेटा ट्रैकर कॉइन मार्केट कैप के अनुसार, ये दोनों एक्सचेंज दुनिया के सभी क्रिप्टो ट्रेडों में से ज्यादातर को प्रोसेस करते हैं।

इसे, सैम बैंकमैन-फ्राइड चलाते थे। इसका मुख्यालय बहामास में है। सबसे बड़ा एक्सचेंज बाइनेंस है जिसे अरबपति चांगपेंग झाओ चलाते हैं। इसका कोई आधिकारिक मुख्यालय नहीं है और बड़े पैमाने पर अमेरिका के बाहर काम करता है। FTX में शुरुआती निवेशकों में एक बाइनेंस भी था।

FTX मुश्किल में क्यों आया?
FTX में FTT नामक एक नेटिव क्रिप्टोकरेंसी टोकन है, जिसका इस्तेमाल ट्रेडर्स ट्रांजैक्शन फीस पेमेंट करने जैसे ऑपरेशन के लिए करते हैं। पिछले साल, झाओ ने FTX में अपनी हिस्सेदारी बैंकमैन-फ्राइड को वापस बेच दी थी।

इसके लिए फ्राइड ने आंशिक रूप से FTT टोकन के साथ पेमेंट किया। 2 नवंबर को, क्रिप्टो पब्लिकेशन कॉइनडेस्क ने एक लीक हुए दस्तावेज पर रिपोर्ट पब्लिश की जिसमें वित्तीय गड़बड़ियां सामने आई। इस दस्तावेज से पता चलता है कि बैंकमैन-फ्राइड के संचालित एक हेज फंड, अल्मेडा रिसर्च में असामान्य रूप से बड़ी मात्रा में FTT टोकन थे।

ये तस्वीर उस वक्त की है जब FTX के CEO सैम बैंकमैन-फ्राइड इस साल की शुरुआत में क्रिप्टोकरेंसी पर सीनेट की एक समिति की सुनवाई में उपस्थित हुए थे।

ये तस्वीर उस वक्त टोकन और क्रिप्टोकरेंसी के बीच अंतर की है जब FTX के CEO सैम बैंकमैन-फ्राइड इस साल की शुरुआत में क्रिप्टोकरेंसी पर सीनेट की एक समिति की सुनवाई में उपस्थित हुए थे।

FTX और अल्मेडा अलग-अलग बिजनेस हैं, लेकिन रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उनके बीच घनिष्ठ वित्तीय संबंध थे। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद बाइनेंस ने 6 नवंबर को घोषणा की कि वह "हाल के खुलासे के कारण" अपने FTT टोकन बेचेगा। इससे FTT की कीमत गिर गई और ट्रेडर इस डर से FTX से बाहर निकलने के लिए दौड़ पड़े कि ये क्रिप्टो कंपनी डूब जाएगी।

FTX के पास तीन दिनों में अनुमानित 6 बिलियन डॉलर की विड्रॉल रिक्वेस्ट आ गई। FTX अचानक आई इतनी विड्रॉल रिक्वेस्ट से लिक्विडिटी क्रंच में आ गया यानी वो विड्रॉल रिक्वेस्ट को प्रोसेस करने की स्थिति में नहीं था।

बाइनेंस ने कहा- वह FTX को खरीदेगा
FTX के लिक्विडिटी क्रंच के बीच मंगलवार को बाइनेंस ने कहा कि वो FTX को खरीदेगा। हालांकि झाओ ने ये भी साफ किया कि बाइनेंस किसी भी समय इस डील से बाहर आ सकता है। इसके अग्रीमेंट के बाद बैंकमैन-फ्राइड ने कहा कि यह डील ग्राहकों को प्रोटेक्ट करेगा और FTX को ट्रेडर्स की विड्रॉल प्रोसेस पूरी करने में सक्षम बनाएगा। इस दौरान उन्होंने FTX और बाइनेंस के बीच के कॉन्फ्लिक्ट की अफवाहों को भी दूर करने का प्रयास किया।

तस्वीर में बाइनेंस के CEO चांगपेंग झाओ। FTX के लिक्विडिटी क्रंच के बीच मंगलवार को बाइनेंस ने कहा था कि वो FTX को खरीदेगा।

तस्वीर में बाइनेंस के CEO चांगपेंग झाओ। FTX के लिक्विडिटी क्रंच के बीच मंगलवार को बाइनेंस ने कहा था कि वो FTX को खरीदेगा।

बाइनेंस और FTX के बीच डील टूटी
बुधवार को, बाइनेंस ने घोषणा की कि वह अब FTX नहीं खरीदेगा। डील तोड़ने का कारण उन्होंने कॉर्पोरेट ड्यू डिलिजेंस को बताया। बाइनेंस ने नियामक जांच और गलत तरीके से फंड की रिपोर्ट का भी हवाला दिया। बाइनेंस ने ये भी कहा कि जब भी किसी इंडस्ट्री में कोई मेजर प्लेयर फेल होता है, तो रिटेल कंज्यूमर्स को नुकसान होता है। इसके बाद शुक्रवार को बैंकमैन-फ्राइड के इस्तीफे के साथ FTX ने बैंकरप्सी फाइल की।

केंद्र सरकार जल्द ही लॉन्च करेगी डिजिटल Cryptocurrency, सभी निजी Cryptocoins पर लगेगा प्रतिबंध

क्रिप्टोकरेंसी में वैश्विक उछाल के बीच केंद्रीय वित्त मंत्रालय जल्द ही राज्य द्वारा जारी क्रिप्टोकरेंसी पर फैसला करेगी। हालांकि सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिए जाएंगे।

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क्रिप्टोकरेंसी में वैश्विक उछाल के बीच केंद्रीय वित्त मंत्रालय जल्द ही राज्य द्वारा जारी क्रिप्टोकरेंसी पर फैसला करेगी। हालांकि सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिए जाएंगे। वीएचपी नेता गिरीश भारद्वाज (Girish Bharadwaj) को 10 नवंबर को लिखे एक पत्र में केंद्रीय उप निदेशक (मुद्रा) संजू यादव ने इस बात की पुष्टि की है कि सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को अभी भी भारत में कानूनी निविदा या सिक्का नहीं माना जाता है। चिट्ठी में ये भी कहा गया कि सरकार भारत में एक आधिकारिक डिजिटल मुद्रा (digital currency) पेश कर सकती है। वीएचपी नेता ने आतंकवाद, ड्रग्स और अन्य 'राष्ट्र विरोधी गतिविधियों' के लिए इसके इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए सभी टोकन और क्रिप्टोकरेंसी के बीच अंतर क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।

चिट्ठी में लिखा है, "आभासी मुद्राओं (वीसी) से संबंधित मुद्दों का अध्ययन करने के लिए सचिव आर्थिक मामलों की अध्यक्षता में गठित अंतर-मंत्रालयी समिति (आईएमसी) ने अपनी रिपोर्ट में सिफारिश की है कि इस मामले में लिए जाने वाले विनिर्देशों का प्रस्ताव है कि राज्य द्वारा जारी क्रिप्टोकरेंसियों को छोड़कर सभी निजी क्रिप्टो भारत में प्रतिबंधित है। इसके अलावा समिति का विचार था कि भारत में एक आधिकारिक डिजिटल मुद्रा की शुरूआत के संबंध में सलाह दी जाएगी। सरकार की सिफारिश पर निर्णय लिया जाएगा आईएमसी और विधायी प्रस्ताव, यदि कोई हो तो वह प्रक्रिया के बाद संसद में पेश किया जाएगा।"

सोमवार को वित्त पर संसदीय स्थायी समिति ने उद्योग संघों और विशेषज्ञों के साथ 'क्रिप्टोफाइनेंस: अवसर और चुनौतियां' मामले पर एक बैठक की। इस बैठक में यह निष्कर्ष निकाला कि क्रिप्टोकरेंसी को रोका नहीं जा सकता है लेकिन इसे विनियमित किया जाना चाहिए। सांसदों द्वारा उठाई गई सबसे गंभीर चिंता निवेशकों के पैसे की सुरक्षा थी। सभी सांसदों में से किसी एक ने राष्ट्रीय दैनिक समाचार पत्रों में पूरे पृष्ठ के क्रिप्टोकरेंसी विज्ञापनों पर भी चिंता व्यक्त की। विशेषज्ञों ने कहा कि क्रिप्टो निवेशकों के लोकतंत्र का एक प्रकार है। सरकार क्रिप्टोक्यूरेंसी को विनियमित करने और इसे केंद्र के कर ढांचे के तहत लाने की योजना बना रही है। बीते दिन पीएम मोदी ने क्रिप्टोकरेंसी और संबंधित वित्तीय मुद्दों के लिए विशेषज्ञों के साथ एक बैठक भी की है। इस जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग के लिए क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग पर चर्चा की गई है। वर्तमान में भारत में दो क्रिप्टो यूनिकॉर्न CoinSwitch, Kuber और CoinDCX हैं।

केंद्र पिछले दो सत्रों से संसद में आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 के क्रिप्टोकरेंसी और विनियमन को पेश करने की योजना बना रहा है। विधेयक का उद्देश्य सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करना और "आधिकारिक डिजिटल मुद्रा" के लॉन्च के लिए नियामक ढांचा तैयार करना है। यह व्यापार, खनन और क्रिप्टो जारी करने पर प्रतिबंध लगाने से पहले 3-6 महीने की निकास अवधि भी निर्धारित करेगा। आरबीआई राज्य द्वारा जारी क्रिप्टोकॉइन को विनियमित करने के लिए डीएलटी (डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी) का उपयोग करने की योजना बना रहा है। विधेयक पर अभी भी चर्चा चल रही है और इसे अभी कैबिनेट की मंजूरी मिलनी बाकी है।

RBI गवर्नर ने दिया बयान, क्रिप्टो से देश में आ सकते है वित्तीय संकट

Shakti Kant Das

वैश्विक क्रिप्टो मंदी में लाखों निवेशकों को अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि अगर प्राइवेट डिजिटल सिक्कों को अनुमति दी जाती है तो अगला वित्तीय संकट क्रिप्टो की वजह से आएगा. बैंकिंग क्षेत्र के लीडर्स और सांसदों के एक समूह को संबोधित करते हुए, दास ने जोर देकर कहा कि क्रिप्टोकरेंसी का कोई बुनियादी मूल्य नहीं है और यह वैश्विक व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता के लिए बड़ा जोखिम पैदा करता है.

दास ने कहा, पिछले एक साल के विकास के बाद, एफटीएक्स के आसपास के लेटेस्ट एपिसोड सहित, मुझे नहीं लगता कि हमें कुछ और कहने की जरूरत है. उन्होंने कहा, क्रिप्टो या प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी स्पेक्युलेटिव गतिविधि को वर्णन करने का एक फैशनेबल तरीका है. क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स के पतन के बाद, अमेरिकी अधिकारियों ने बहामास में इसके पूर्व सीईओ टोकन और क्रिप्टोकरेंसी के बीच अंतर सैन बैंकमैन-फ्राइड को गिरफ्तार किया और आधिकारिक तौर पर उन पर इक्विटी निवेशकों को धोखा देने का आरोप लगाया.

अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) की शिकायत के अनुसार, 2019 के बाद से, एफटीएक्स ने इक्विटी निवेशकों से 1.8 बिलियन डॉलर से अधिक की राशि जुटाई है, जिसमें लगभग 90 यूएस-आधारित निवेशकों से लगभग 1.1 बिलियन डॉलर शामिल हैं.

आरबीआई ने पिछले महीने होलसेल सेगमेंट में अपना डिजिटल रुपया लॉन्च करने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया था और बाद में वित्तीय समावेशन को बढ़ाने और अपने केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) के साथ कम नकदी वाली अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने के उद्देश्य से एक महीने के भीतर खुदरा क्षेत्र में एक और रोल टोकन और क्रिप्टोकरेंसी के बीच अंतर आउट करने की योजना है.

सीबीडीसी सीमा पार भुगतान में इनोवेशन को बढ़ावा दे सकते हैं, इन लेन-देन को तत्काल बना सकते हैं और समय क्षेत्र, विनिमय दर के अंतर के साथ-साथ न्यायालयों में कानूनी और नियामक आवश्यकताओं से संबंधित प्रमुख चुनौतियों को दूर करने में मदद कर सकते हैं.

सीमा पार भुगतान में चुनौतियों को कम करने में सीबीडीसी का संभावित उपयोग इसके जारी करने की खोज के लिए प्रमुख प्रेरणाओं में से एक है.

इस बीच, सरकार का बिल जो भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने का प्रयास करता है, उसे संसद में पेश किया जाना बाकी है.

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टोकन और क्रिप्टोकरेंसी के बीच अंतर टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

क्रिप्‍टोकरेंसी को लेकर RBI ने जारी किया बड़ा अपडेट, आपके लिए जानना जरूरी

क्रिप्‍टोकरेंसी को लेकर आरबीआई ने बड़ा अपडेट जारी किया है। जिसके तहत आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है क्रिप्टो करेंसी को अगर नहीं रोका गया तो यह फाइनेंशियल क्राइसिस यानी वित्‍तीय संकट की वजह बन सकती है. आइए नीचे खबर में जानते है इनके बयान का विस्तार से।

क्रिप्‍टोकरेंसी को लेकर RBI ने जारी किया बड़ा अपडेट, आपके लिए जानना जरूरी

HR Breaking News, Digital Desk- RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने क्रिप्‍टोकरेंसी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है क्रिप्टो करेंसी को अगर नहीं रोका गया तो यह फाइनेंशियल क्राइसिस यानी वित्‍तीय संकट की वजह बन सकती है. उन्होंने BFSI समिट में कहा कि क्रिप्टो करेंसी को बैन कर देना चाहिए. यह सट्टेबाजी का जरिया.

बता दें कि आरबीआई गर्वनर बीते कई महीनों से क्रिप्टो करेंसी से लगातार आगाह करते रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत में अंडरलाइंग इकोनॉमिक एक्टिविटी मजबूत बनी हुई है, लेकिन कुछ बाहरी फैक्‍टर्स अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

क्रिप्टो करेंसी की वैल्यू घटी-


आरबीआई गर्वनर ने कहा कि वित्तीय स्थिरता के लिए निजी क्रिप्टो करेंसी बेहद खतरनाक है. क्रिप्टो करेंसी के टोकन और क्रिप्टोकरेंसी के बीच अंतर वैल्यूएशन का कोई आधार नहीं है और ये पूरी तरह अनुमान पर बेस्‍ड है. इससे देश की मैक्रो इकोनॉमिक कंडीशंस और फाइनेंशियल स्‍टेबिलिटी को गंभीर खतरा पैदा हो सकता है.

उन्होंने डिजिटल रुपये को क्रिप्टो करेंसी से अलग बताया. शक्तिकांता दास ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी की कुल वैल्यू नीचे गिरकर 140 बिलियन डॉलर तक आ गई है. उन्होंने आगे कहा कि निवेशकों के 40 बिलियन डॉलर स्वाहा हो चुके हैं.

बाहरी फैक्‍टर्स से इकोनॉमी पर असर-


शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई 70 फास्‍ट मूविंग इंडीकेटर्स को ट्रैक करता है और उनमें से ज्यादातर “ग्रीन बॉक्स” में हैं. उन्होंने कहा कि कुछ एक्‍सटरनल फैक्‍टर के चलते सुस्‍त ग्रोथ की चिंता बनी हुई है. एक्‍सटरनल डिमांड र्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा. बता दें कि इस महीने की शुरुआत में, RBI ने FY23 के लिए अपने विकास अनुमान को पहले के 7 फीसदी से घटाकर 6.8 फीसदी टोकन और क्रिप्टोकरेंसी के बीच अंतर कर दिया है.

फाइनेंशियल सेक्‍टर की स्थिति बेहतर-


दास ने कहा कि भारतीय फाइनेंशियल सेक्‍टर लचीला बना हुआ है और काफी बेहतर स्थिति में है. इस उपलब्धि के लिए रेगुलेटर और फाइनेंशियल सेक्‍टर प्‍लेयर दोनों को श्रेय जाता है. मॉनेटरी पॉलिसी महंगाई और विकास पर डोमेस्टिक फैक्‍टर्स द्वारा गाइड होती रहेगी, यूएस फेड के एक्‍शन पर भी नजर होगी. महंगाई पर काबू पाने के लिए सरकार और केंद्रीय बैंक के बीच ‘बेहद समन्वित दृष्टिकोण’ है.

डिपॉजिट और क्रेडिट ग्रोथ-


आरबीआई गवर्नर ने कहा कि डिपॉजिट और क्रेडिट ग्रोथ के बीच पूर्ण रूप से कोई खास अंतर नहीं है, आधार प्रभाव दोनों के ग्रोथ आंकड़े को अलग-अलग बनाते हैं.

दास ने कहा कि 2 दिसंबर, 2022 तक, कुल संख्या में लोन ग्रोथ 19 लाख करोड़ रुपये थी, जबकि डिपॉजिट ग्रोथ 17.5 लाख करोड़ रुपये थी.

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