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ट्रेडर्स में क्या क्या आता है?

Trader मीनिंग : Meaning of Trader in Hindi - Definition and Translation

  1. ShabdKhoj
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TRADER MEANING IN HINDI - EXACT MATCHES

Definition of Trader

  • someone who purchases and maintains an inventory of goods to be sold

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विज्ञापन, व्यापार और जिंदगी

बड़ी दुकानवाला, चाहे असली सा महसूस करवाने वाले, नकली स्वाद का प्रभावशाली विज्ञापन छपवाए या अपने व्यवसाय में पारदर्शिता होने का विज्ञापन बनवाए, विज्ञापन पढऩे या देखने वालों को सब कुछ कहां समझ आता है। हालांकि वे समझते हैं कि उन्हें समझ आ गया या वे समझना नहीं चाहते। इसलिए अधिकांश ग्राहक सब खा, पी और निगल जाते हैं। कुछ भी हो इस तरह से उनकी बीमारियां झेलनी की ताकत बढ़ती जाती है। दुकानदारों और सामान के स्वादिष्ट विज्ञापनों ने उन्हें इतना कुछ बेच, खिला, पिला दिया है कि नकली और नकली पीकर उनकी जीभ को असली का स्वाद भूल गया है। सब जानते हैं कि कानून बहुत सख्त है और लागू है। सभी कम्पनियां, सभी कायदे कानून, बड़े सलीके से फॉलो करती हैं। विज्ञापन में स्पष्ट और साफ छाप देती हैं कि हमारी फ्रूट पॉवर केवल एक ट्रेड मार्क है और इसकी वास्तविक प्रकृति का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। ऐसे विज्ञापन पकाने वाले प्रकृति और प्रवृत्ति को एक ही वस्तु समझते होंगे। वे यह भी समझते होंगे कि विज्ञापन वही जो आकर्षित करे और ग्राहक पटाए या फसाए। क्या फर्क पड़ता है जब कुछ समझदार बंदे पर्यावरण और वातावरण को एक ही समझते हैं। इन दोनों को एक समझने से फर्क पडऩा भी नहीं चाहिए।

फर्क पडऩे लगा तो कानून को बहुत ज्यादा सख्ती से लागू करना पड़ेगा जो दूसरी कई चीजों को तोड़ देगा। वैसे भी तो काफी कुछ सिर्फ ट्रेड मार्क बनकर ही रह गया है। राजनीति, धर्म, क्षेत्र, सत्य, झूठ, संवेदना, प्यार और नफरत सब ट्रेड मार्क ही तो हो गए हैं और कईयों के तो अपने अपने शानदार ट्रेड मार्क भी हैं। प्रतिनिधित्व न लिखकर सिर्फ प्रकृति या प्रवृत्ति लिखेंगे तो लगेगा ट्रेडर्स में क्या क्या आता है? बात स्पष्ट हो गई मगर फिर डिप्लोमेसी खत्म हो जाएगी। मिसाल के तौर पर प्यार ट्रेडर्स में क्या क्या आता है? और नफरत का ट्रेड मार्क बाजार की रौनक है। भीतर से नफरत करने वाले भी नकली प्रवृत्ति की बाहरी मुस्कुराहटें बांट रहे हैं। नकली प्यार की असली जफ्फियां मार रहे हैं, मतलब संबंधों में सांकेतिक इम्युनिटी बढ़ाई जा रही है। कह सकते हैं कि नफरत न दिखाने के लिए जो जफ्फियां प्रदर्शित की जा रही हैं, हाथ मिलाए जा रहे हैं वे प्यार की गहराइयों या ऊंचाई की वास्तविक प्रवृत्ति का प्रतिनिधित्व नहीं करती। कहा भी गया है…दिल मिलें न मिले हाथ मिलाते रहिए। परवाह शब्द ऐसा हो गया है मानो किसी के खाते में नहीं, हाथ में दो दो हजार के नोट थमा दिए हों। वही नोट जो आजकल बाजार की आर्थिक रौनक से बाहर हैं। विज्ञापनों की कैच लाइन का क्या दोष, खरीददारों के लिए, जिन इंसानों ने इन्हें बनाया है वे भी तो स्थापित ट्रेड मार्क हैं। उनके द्वारा डिजाइन की बातें, मुस्कुराहटें, संवाद और वायदे सब कुछ ट्रेड है। बिकने वाले सामान की बारी तो बाद में आती है। इनके विज्ञापन, विटामिन के सुप्रभाव के हिसाब से, ग्राहकों की इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करने का प्रतिनिधित्व जरूर करते हैं। यह विश्वास जमा रहता है कि जिंदगी भी ट्रेड मार्क है।

स्टेट ट्रेडिंग कॉरपोरेशन (एसटीसी) राज्य व्यापार निगम

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एसटीसी की स्थापना 18 मई 1956 को मुख्य रूप से पूर्वी यूरोपीय देशों के साथ व्यापार करने और देश से निर्यात के विकास में निजी व्यापार और उद्योग के प्रयासों के पूरक के लिए की गई थी। एसटीसी ने देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसने भारत में बड़े पैमाने पर उपभोग की आवश्यक वस्तुओं (जैसे गेहूं, दाल, चीनी, खाद्य तेल, आदि) और औद्योगिक कच्चे माल के आयात की व्यवस्था की और भारत से बड़ी संख्या ट्रेडर्स में क्या क्या आता है? में वस्तुओं के निर्यात के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।

एसटीसी के पास 60 करोड रूपए की इक्विटी पूंजी है। दिनांक 31.03.2020 तक, एसटीसी की इक्विटी में भारत सरकार का हिस्सा 90 प्रतिशत था। दिनांक 01.12.2021 को निगम में कुल जनशक्ति 168 थी।

एसटीसी के वर्तमान निदेशक मंडल में सीएमडी के अतिरिक्त प्रभार के साथ निदेशक (कार्मिक), एक निदेशक (विपणन), निदेशक (वित्त), एमएमटीसी जिनके पास निदेशक (वित्त) एसटीसी का अतिरिक्त प्रभार है और वाणिज्य ट्रेडर्स में क्या क्या आता है? मंत्रालय से दो पदेन निदेशक शामिल हैं। वर्तमान में, एसटीसी के बोर्ड में सात स्वतंत्र ट्रेडर्स में क्या क्या आता है? निदेशक हैं।

एसटीसीएल लिमिटेड, एसटीसी की एक सहायक कंपनी, समापन की प्रक्रिया में है और उसने 2014-15 के बाद से अपनी सभी व्यावसायिक गतिविधियों को बंद कर दिया है।

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Food Trend 2023: साल 2023 की शादियों में हर तरफ नजर आ सकते हैं ये पॉपुलर फूड्स

Food Trend 2023: आने वाले साल में जनवरी से ही शादियों के लिए शुभ लग्न की शुरुआत हो रही है. शादियों में डेकोरेशन और ड्रेसेस के अलावा एक और चीज जिस पर सबसे अधिक ध्यान जाता है वह है, शादियों का खाना.

Food Trend 2023: साल 2023 की शादियों में हर तरफ नजर आ सकते हैं ये पॉपुलर फूड्स

Food Trend 2023: अगले साल घर में पड़ रही है शादी तो मेनू डिसाइड करने से पहले जान लें ये लेटेस्ट ट्रेंड.

आने वाले साल में जनवरी से ही शादियों के लिए शुभ लग्न की शुरुआत हो रही है. शादियों में डेकोरेशन और ड्रेसेस के अलावा एक और चीज जिस पर सबसे अधिक ध्यान जाता है वह ट्रेडर्स में क्या क्या आता है? है, शादियों का खाना. शादियों में खाना टेस्ट और ट्रेंड के अकॉर्डिंग न रखा गया हो तो मजा नहीं आता. अगले साल की शादी की तैयारी करने और मेनू डिसाइड करने से पहले ये जान लेना जरूरी है कि अगले साल कौन-कौन से फूड ट्रेंड में रह सकते हैं. समय के साथ फूड कल्चर बदल रहा है, ऐसे में आप भी अपने घर की शादी में लेटेस्ट वेडिंग फूड ट्रेंड के हिसाब से खाना परोसना चाहते हैं तो पहले जान लें कि अगले साल कौन-कौन से फूड आइटम्स ट्रेंड में रह सकते हैं.

यहां जानें सबसे ज्यादा ट्रेंड में रहने वाले फूड्स- Here Are The Most Trending Foods

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1. फास्ट फूड

हर पार्टी की शाम की शुरुआत ही फास्ट फूड से होती है. चाहे शादी हो या फिर दूसरा कोई ओकेजन वहां मेनू में फास्ट फूड जरूर शामिल होना चाहिए. गोलगप्पे, पकौड़े, चाट और नूडल्स अगले साल भी ट्रेंड में रहेंगे. ऐसे में आप फास्ट फूड को मेनू में जरूर शामिल कर लें.

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हर पार्टी की शाम की शुरुआत ही फास्ट फूड से होती है. Photo Credit: iStock

2. केक

आजकल शादी हो या फिर इंगेजमेंट केक काटने का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है. रिंग एक्सचेंज करने या जयमाला पहनाने के बाद केक काटना भी एक रस्म बनता जा रहा है, जो 2023 में भी एक जरूरी रस्म बन सकता है. आप भी इस ट्रेड के अकॉर्डिंग चलना चाहते हैं तो अपनी शादी में केक को जरूर शामिल करें. आप अपनी पसंद के अनुसार फ्रूट, चॉकलेट या किसी भी दूसरे फ्लेवर का केक चुन सकते हैं.

3. बारबेक्यू

बारबेक्यू भी एक ऐसा फूड ट्रेंड है जिसे आने वाले साल में देखा जा सकता है. अब बारबेक्यू बैंक्वेट सिर्फ रेस्टोरेंट्स तक ही सीमित नहीं रह गया बल्कि शादियों और पार्टीज का हिस्सा भी बन चुका है.

4. फ्रूट जूस

आजकल लोग काफी हेल्थ कॉन्शियस हो रहे हैं, ऐसे में शादियों में भी फ्रूट जूस वगैरह का ट्रेड चल पड़ा है, साल 2023 में भी ये ट्रेंड जारी रहेगा. आप भी अपने घर की शादी में काउंटर पर फ्रूट जूस को जरूर रखें.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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