इसके बारे में किसी को कुछ भी स्पष्ट तौर पर पता नहीं है। एक व्यक्ति जिसका नाम सतोशी नाकामोतो है उसने 2009 में बिटकॉइन की शुरुआत की। शायद यह सरकारी रेगूलेशन से मुक्त एक समानांतर करेंसी सिस्टम बनाने का एक प्रयास था। सतोशी नाकामोतो के पास वर्तमान में लगभग 7.5 अरब डॉलर की करेंसी होने का अनुमान है।
क्या Bitcoin एक Bubble है? Bitcoin Bubble Meaning in Hindi
वैसे तो आप सब bubble का अर्थ जानते ही होंगे। लेकिन अगर आर्थिक यानी व्यापारिक दृष्टि से bubble का अर्थ होता है कि जिस चीज पर आपने पैसा लगाया है, वह चीज डूब जाए या उसकी कीमत एकदम से नीचे चली जाए और आपको खूब घाटा हो जाए उसको हम Bubble कहते हैं।
यह शब्द वित्तीय दुनिया में बहुत आम है। ऐसा तब होता है जब सट्टेबाज अपने मूल मूल्य से ऊपर के पूंजीगत लाभ (capital gain) की उम्मीद के साथ एक वित्तीय संपत्ति (financial instrument) खरीदते हैं। तो, इस संपत्ति की कीमत उसके वास्तविक मूल्य से बहुत अधिक हो जाती है।
परिसंपत्ति (asset) पैसे जमा करती है, बहुत तेजी से फुलाती है और एक दिन यह फट जाती है, और उसकी कीमत स्थायी रूप से गिर जाती है।
Bubble, अर्थव्यवस्था की एक सामान्य घटना है। इंटरनेट कंपनियों के स्टॉक में 2000 में भारी वृद्धि देखी गई और कई विश्लेषकों और विशेषज्ञों ने दावा किया कि उनकी दर प्रासंगिक थी। उन्हीं लोगों ने 2006 में संयुक्त राज्य, अमेरिका और ग्रेट ब्रिटेन में अचल संपत्ति की कीमतों के बारे में बात की, जिससे आर्थिक संकट पैदा हो गया।
आर्थिक Bubble के example
2008 में अमेरिका में एक क्राइसिस देखने को मिली थी जिसकी वजह से कई अमेरिकी बैंक bankrupt हो गए थे।
दरसल मामला यह था कि 2000 के बाद अमेरिका में इन्वेस्टर IT कंपनियों में पैसा नहीं लगाना चाहते थे क्योंकि उनके दाम बेहद कम हो गए थे। तो इन्वेस्टर ने रियल स्टेट में पैसा लगाना उचित समझा। लोग भी घर खरीदने लगे क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है और घर खरीदने के लिए तमाम बैंकों से लोन लेने लगे।
बैंक भी उनका क्रेडिट चेक किए बिना उन्हें घर खरीदने के लिए पूरा का पूरा पैसा दे दिया। लेकिन जब बैंक ने उस लोन पर इंटरेस्ट बढ़ा दिया तो लोगों ने किश्त देना बंद कर दिया और ऐसे में बैंक को लोन वसूलने के लिए उनके घर बेचने पड़े। लेकिन इतनी भारी मात्रा में बैंक ने लोगों को लोन दिए थे कि घरों की कीमत सबसे निम्न स्तर पर आ गई। जो घर 5000000 का था वह 2500000 का बिकने लगा। ऐसे में बैंकों को बहुत घाटा हुआ।
क्या Bitcoin Bubble है?
2013 में बहुत सारे वैज्ञानिकों ने कहना शुरू किया कि Bitcoin ( BTC) एक bubble की कुछ विशेषताओं को दिखा रहा था। उदाहरण के लिए, ऑस्ट्रेलियाई अर्थशास्त्री जॉन क्विगिन ने “द बिटकॉइन बबल एंड ए बैड हाइपोथीसिस” नामक एक लेख लिखा और वॉरेन बफेट ने निवेशकों को बीटीसी से दूर रहने की सलाह दी।
दिसंबर 2017 में Bitcoin की क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है कीमतें गिरने लगी थी। क्योंकि ढेर सारे लोगों ने बिटकॉइन में दिलचस्पी दिखाई थी और बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने लगे थे। और ऐसे में US$ 20000 से US$ 6000 तक बिटकॉइन के दाम गिरे।
लोगों को लगता है कि बिटकॉइन बबल है लेकिन ऐसा नहीं है। क्योंकि क्रिप्टो करेंसी मुद्रा पर किसी भी सरकार का स्वामित्व नहीं होता यानी कोई भी देश क्रिप्टो करेंसी पर अपना अधिकार नहीं जमा सकता। क्योंकि बिटकॉइन को कोई भी सरकार या कोई भी संस्था प्रिंट नहीं कर सकती। केवल इसकी mining करके ही नए Bitcoin बनाए जा सकते हैं जो कि लिमिटेड हैं। पूरे विश्व में 210,00000 Bitcoin ही बनाए जा सकते हैं। उसके बाद इसका उत्पादन बंद हो जाएगा।
क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है
Cryptocurrency पर पूरी तरह नहीं लगेगी पाबंदी, सरकार दे सकती इतनी रियायत
बिज़नेस न्यूज़ डेस्क - छोटे निवेशकों की रक्षा करते हुए, भारत क्रिप्टोकुरेंसी को वित्तीय संपत्ति के रूप में मानने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है। क्रिप्टोकुरेंसी बिल को अंतिम रूप देने में शामिल अधिकारियों के मुताबिक, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार 29 नवंबर से शुरू होने वाले सत्र में संसद में विधेयक पेश करना चाहती है। बिल कानूनी रूप से डिजिटल मुद्रा में निवेश के लिए न्यूनतम राशि निर्धारित कर सकता है। जबकि कानूनी निविदा के रूप में उनके उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। हालांकि अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, क्रिप्टोक्यूरेंसी बिल (द क्रिप्टोक्यूरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ द ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021) निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान करता है। इस बीच, आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने दावा किया है कि चिट फंड जैसी क्रिप्टोकरेंसी का बुलबुला जल्द ही फूट जाएगा। इनमें से अधिकांश का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। वर्तमान में दुनिया में लगभग 6,000 क्रिप्टोकरेंसी हैं और राजन का कहना है कि इनमें से केवल 1 या 2 ही होंगे।
बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमतों में आई 47% की गिरावट, हैरान कर देंगी इस क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी ये बातें
Written by: India TV Paisa Desk
Updated on: January 17, 2018 18:32 IST
Photo:PTI Bitcoin बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट, एक महीने में 47 फीसदी गिरे दाम
नई दिल्ली। भारी मुनाफे की उम्मीद में बिटकॉइन में निवेश करने वालों को तगड़ा झटका लगा है। पिछले 4 हफ्तों से Bitcoin की कीमतों में जारी भारी गिरावट आज भी जारी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बुधवार को बिट कॉइन क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है की कीमत 18 फीसदी टूट गई। यह क्रिप्टोकरेंसी लुढ़ककर 10,300 डॉलर के स्तर पर पहुंच गई। वहीं मंगलवार को भी बिट कॉइन की कीमत में 14 फीसदी की गिरावट आई है। एक महीने की गिरावट पर गौर करें तो यह अपने उच्चतम स्तर से करीब 47 फीसदी से अधिक टूट चुका है।
वारेन बफेट ने चेताया, बिटकॉइन का बुरा हश्र लगभग तय
दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शुमार दिग्गज निवेशक वारेन बफेट ने बिटकॉइन जैसे क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते खुमार पर चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि निश्चित तौर पर इसका बुरा हश्र होगा. सीएनबीसी के साथ एक क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है इंटरव्यू में बर्कशायर हैथवे के सीईओ ने कहा कि वह लगभग निश्चित तौर पर कह सकते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी का हाल खराब होगा.
दिसंबर में क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन 20 हजार डॉलर के शिखर पहुंच गया था. इसके बाद से दुनिया भर में इसके प्रति जबरदस्त उत्सुकता पैदा हो गई. इससे एमेच्योर निवेशकों से लेकर गोल्डमैन सैक से संस्थागत निवेशक भी प्रभावित हैं. खबर है कि गोल्डमैन सैश ने अपने यहां क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग डेस्क भी बना दी है.
बफेट कभी नहीं करेंगे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश
पूरी दुनिया में वारेन बफेट के निवेश सलाह को बेहद गंभीरता से लिया जाता है. उन्होंने सीएनबीसी के साथ इंटरव्यू में कहा कि लगभग हर कोई क्रिप्टोकरेंसी में दिलचस्पी दिखा रहा है लेकिन वह इसमें कभी निवेश नहीं करेंगे.
इस बीच, सबसे ज्यादा चर्चित क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन मध्य दिसंबर में 20 हजार डॉलर के शिखर पर पहुंचने के बाद काफी नीचे चला गया था. बुधवार को एक्सचेंज में इसकी कीमत 13835 डॉलर रह गई थी.फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का कहना इसके जोखिमों को देखते हुए निवेश में सावधानी बरतने की सलाह दी है.
भारत में आरबीआई और वित्त मंत्रालय ने भी इसके खतरों के प्रति चेतावनी जारी की है. अमेरिकी नियामक यूएस सिक्यूरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने भी इसकी सुरक्षा खामियों के प्रति चेतावनी जारी की है. हालांकि हाल में जेपी मॉर्गन के सीईओ ने कहा कि उन्हें बिटकॉइन को फर्जी कहने का अफसोस है.
एनएफटी का क्या मतलब होता है
नॉन-फंजिबल टोकन अर्थात एनएफटी को पहली बार मई 2014 में केविन मैककॉय (Kevin McCoy) और अनिल दास (Anil Dash) द्वारा बनाया गया था | यह इथेरियम (क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है Ethereum) ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी के सिद्धांत पर कार्य करता है। कोई ऐसी तकनीकी आर्ट जिसके बारे में यह दावा किया जाता है, कि वह यूनिक है और साथ ही यह स्थापित किया जाता है, कि उसका ओनर्स राइट किसी स्पेसिफिक परसन के पास है, तो उसे नॉन-फंजिबल टोकन या एनएफटी कहा जाता है।
एनएफटी एक प्रकार के यूनिक टोकन्स होते हैं अर्थात यह डिजिटल असेट्स होते हैं, जो वैल्यू को जनरेट करते हैं। उदाहरण के लिए आप 10 रुपये के नोट को 5 रुपये के दो नोटों में बदल सकते हैं और इसका मूल्य समान होगा। नॉन-फंजिबल टोकनमें अद्वितीय गुण होते हैं, यह एक घर या एक पेंटिंग हो सकती है |
जिसमें अद्वितीय गुणऔर विशेषताएं हों, आप मूल पेंटिंग का फोटो या प्रिंटआउट ले सकते हैं, लेकिन केवल एक ही मूल पेंटिंग होगी । आज की इस डिजिटल दुनिया में एनएफटी एक तरह की संपत्ति की गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं। किसी भी संपत्ति या टुकड़े की तरह, एनएफटी को खरीदा और बेचा जा सकता है। हालांकि, इसकी बिक्री और खरीद डिजिटल रूप से होती है।
एनएफटी कैसे काम करते हैं (How do NFTs work) ?
नॉन-फंजिबल टोकन एनएफटी का उपयोग डिजिटल संपत्ति या सामानों के लिए किया जा सकता है | सभी उपलब्ध एनएफटी के पास एक अद्वितीय डिजिटल हस्ताक्षर है। मुख्य रूप से यह देखा गया है, कि एनएफटी को क्रिप्टोक्यूरेंसी ईथर के साथ या डॉलर में खरीदा जाता है। एक ब्लॉकचेन एनएफटी के लिए हुए लेनदेन का रिकॉर्ड रखता है। इंटरनेट पर उपलब्ध डिजिटल वस्तुओं जैसे छवियों, वीडियो, संगीत, टेक्स्ट और यहां तक कि ट्वीट्स को एक अनूठी प्रक्रिया के माध्यम से एनएफटी में बदला जा सकता है।
डिजिटल प्रारूप में उपलब्ध कलाकृति और अन्य संपत्तियों क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है को इसके रचनाकारों द्वारा टोकन किया जा सकता है। वह इसे एक अद्वितीय डिजिटल प्रमाणपत्र और स्वामित्व के हस्ताक्षर बनाकर क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है करते हैं, इसलिए एनएफटी बनाते हैं और बाद में वह इसे डिजिटल रूप से बेचते हैं।
उदाहरण के रूप में, यदि आपके पास कोई यूनिक पेंटिंग है और आप इसे बेचना चाहते है, तो इस पेंटिंग के लिए सबसे अधिक बोली लगाने वाले को यह पेंटिंग दे दी जाती है और उस पेंटिंग के बदले में ओरिजनल आर्टिस्ट को पैसे मिल जाते है | ठीक इसी प्रकार नॉन फंजिबल टोकन भी का र्य करता है | लेकिन यह डिजिटली रूप में किया जाता है अर्थात इसमें ऑनलाइन बोली लगाई जाती है और आर्ट्स भी डिजिटल गिफ्ट, पेंटिंग, वीडियो को ऑनलाइन NFTs प्लेटफार्म पर बेचा और खरीदा जा सकता है।
एनएफटी में खास क्या है (What is special about NFT) ?
दरअसल जब आप ऑनलाइन एनएफटी में किसी प्रकार की पेंटिंग, जीआईएफ, वीडियो क्लिप्स आदि खरीदते है, तो यह सभी चीजे आपको फिजिकल रूप से नही मिलती है | इनके स्थान पर आपको एक प्रकार का यूनिक टोकन दिया जाता है, जिसे आप एनएफटी टोकन भी कह सकते है | इस टोकन की सहायता से आपको उस वस्तु का मालिक अर्थात डिजिटल ओनरशिप माना जाता है |
इस नॉन फंजिबल टोकन को स्वामित्व (Ownership) का वैध सर्टिफिकेट (Valid certificate) प्राप्त होता है | जिस किसी का कोई भी आईटम इस आर्ट इस कैटगरी में आता है, उन्हें ओनरशिप का सर्टिफिकेट के साथ उस आर्ट से सम्बंधित सभी अधिकार उसके ऑनर के पास चले जाते है।पिछले कुछ समय से ऑनलाइन गेमिंग, क्रिप्टो आर्ट आदि के लिए इस टोकन का उपयोग किया जा रहा है |
एनएफटी के अंतर्गत खरीद – फरोख्त के लिए ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) का इस्तेमाल किया जाता है | इसमें मुख्य रूप से एथरियम ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जा क्या क्रिप्टो करेंसी का बुलबुला फूट रहा है रही है, जिसमें किसी प्रकार की एंट्री फीड करनें के पश्चात इसे कोई डिलीट नही कर सकता है।
भारत में एनएफटी का भविष्य (The future of NFTs in India)
भारत में एनएफटी का भविष्य क्या होगा अर्थात यह भारत में इसका परिचालन शुरू होनें के बारें में कुछ कहा नही जा सकता है | इसका मुख्य कारण यह है, कि यह बिल्कुल नया कांसेप्ट है | जिस प्रकार यहाँ पहले क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लोगो के बीच विभिन्न प्रकार की आशंकाये थी ठीक उसी प्रकार एनएफटी को लेकर भी मतभेद बना हुआ है | विशेषज्ञों के मुताबिक, इसे भारत में आने अभी कुछ समय लग सकता है।
हालांकि कई अर्थशास्त्री लंबे समय में इसका भविष्य नहीं देखते हैं, कई लोग एनएफटी को संपत्तियों और अन्य संपत्तियों के स्वामित्व के भविष्य के रूप में देखते हैं। एनएफटी के उत्साही लोगों के अनुसार, सभी प्रकार की संपत्तियों को उनके स्वामित्व की स्थिति को डिजिटल रूप से चिह्नित किया जाएगा। भारत में एनएफटीको लॉन्च करने के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज नमक पहली भारतीय कंपनी तैयारी में है, जिसे Duzzle नाम से जाना जा सकता है।
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