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आईटी में कामयाबी के मायने और भारत

मैं उन देशों को कामयाब मानूंगा जो इन प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करते हुए बेहतर परिणाम देने में सफल रहे हैं।

भारत के आईसीटी क्षेत्र में बदलाव आ रहा है। विश्वव्यापी आर्थिक ठहराव के दौर में भारत में अवसरों का प्रस्फुटन विश्व के लिए भी एक उम्मीद जगाता है

सू्चना और संचार तकनीक (आईसीटी) की दुनिया में ‘कामयाबी’ का मतलब क्या है? यहां मैं उन देशों को कामयाब मानूंगा जो इन प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करते हुए बेहतर परिणाम देने में सफल रहे हैं। जिन्होंने अपने नागरिकों की बेहतरी के लिए अनुसंधान तकनीकी विश्लेषण और समाचार सूचना क्रांति का अधिकतम लाभ उठाया, आईसीटी के क्षेत्र में अधिक उत्पाद विनिर्मित किए, सॉफ़्टवेयरों, हार्डवेयरों तथा सेवाओं के बाजार का बेहतरीन दोहन किया, तकनीकी शिक्षा का बड़े पैमाने पर प्रसार किया, लोगों के बीच तकनीकी महत्वाकांक्षा पैदा की, इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोजगार पैदा किए, दमदार स्टार्टअप तथा बड़े ब्रांड खड़े किए और आईसीटी को अपनी अर्थव्यवस्था के मजबूत स्तंभ में तब्दील कर दिया।

भले ही शोध और अनुसंधान किसी दूसरे देश में हुआ हो, भले ही प्रौद्योगिकी किसी अन्य राष्ट्र से हासिल की गई हो किंतु परिणाम जिस देश ने बड़ा दिखाया, वह अधिक कामयाब कहलाएगा। ऐसे देशों में अमेरिका, चीन, जापान, ब्रिटेन जैसे देश तो हैं ही, ताइवान जैसे छोटे देशों ने भी अपना दमखम दिखाया है। भारत ने सेवाओं के क्षेत्र में स्वयं को वैश्विक नेता के रूप में स्थापित किया है लेकिन सॉफ़्टवेयर विकास तथा हार्डवेयर विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में अभी बहुत पीछे है।

2022 में दुनिया के आईसीटी बाजार में भारत की हिस्सेदारी 2.3 प्रतिशत आंकी गई है (स्टेटिस्टा)। इसके मुकाबले अमेरिका 36 प्रतिशत, चीन 11.6 प्रतिशत, यूरोपीय संघ 11.3 प्रतिशत और जापान 6 प्रतिशत पर है। ब्रिटेन (4.3 प्रतिशत) और जर्मनी (3.9 प्रतिशत) के बाद भारत का नंबर आता है।

यहां यह जिक्र जरूरी है कि मौजूदा सरकार देश को हार्डवेयर विनिर्माण का हब बनाने की कोशिश संजीदगी से कर रही है और इसका एक उदाहरण यह है कि 2021-22 में भारत 30 करोड़ मोबाइल फोन का विनिर्माण करके दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन विनिर्माता बनकर उभरा है। एक अक्तूबर 2022 को भारत में 5जी सेवाओं की शुरुआत करते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया था कि 2014-15 के दौरान देश में मोबाइल फोन विनिर्माण की दो इकाइयां थीं जिनकी संख्या 2021-22 में दो सौ हो गई है।

आईसीटी में भारत का उभार दुनिया के हित में भी है, वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी प्रासंगिक है। आखिरकार एक तरफ पूरी दुनिया अपने लिए बाजार की तलाश कर रही है और दूसरी तरफ प्रतिद्वंद्वितापूर्ण आपूर्तिकर्ताओं की। हमारी सफलता वैश्विक अर्थव्यवस्था की औसत विकास दर को भी प्रभावित करती है और सकारात्मक संदेश भेजती है।

हालांकि कीमत की दृष्टि से ये मोबाइल फोन 10 हजार रुपये या कम की श्रेणी में आते हैं और इनकी ज्यादातर खपत भारत में ही होती है। वैश्विक बाजार में निर्यात के लिहाज से हम काफी पीछे हैं। लेकिन दो से दो सौ तक पहुंचना और वह भी आईसीटी विनिर्माण के क्षेत्र में, भारत की बदलती परिस्थितियों और महत्वाकांक्षाओं का परिचायक है।

वैश्विक आईसीटी बाजार में भागीदारी के स्टेटिस्टा के आंकड़ों में भारत की स्थिति 2013 में नगण्य थी जबकि चीन उस समय भी 9.5 प्रतिशत पर था। 2022 में चीन लगभग 22 प्रतिशत की तरक्की करके 11.6 प्रतिशत के आंकड़े पर पहुंचा है लेकिन भारत का 2.3 प्रतिशत हिस्सा प्रतिशत के लिहाज से कई गुना अधिक ठहरेगा। हम अमेरिका, चीन और जापान आदि से बहुत पीछे हैं लेकिन विकास दर के लिहाज से पहले नंबर पर होंगे।

आईसीटी के क्षेत्र में बदलाव आ रहा है। यह ऐसा दौर है जब हम देश को सेमीकंडक्टर, स्मार्टफोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि क्षेत्रों में स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। इस संदर्भ में, भारती एअरटेल के प्रमुख सुनील भारती मित्तल ने अगस्त 2022 में इंडिया @ 100 अर्थव्यवस्था शिखर सम्मेलन में जो कहा, वह मायने रखता है। श्री मित्तल ने कहा- ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे जीवनकाल में भारत विनिर्माण का केंद्र बन सकेगा।’

श्री मित्तल के बयान का निहितार्थ यह है कि भारत बदल रहा है और भारत में नए अवसर पैदा हो रहे हैं। ये अवसर सूचना प्रौद्योगिकी में किसी देश के दखल और दर्जे का तीसरा अनुसंधान तकनीकी विश्लेषण और समाचार पैमाना है- कामयाबी और काबिलियत के अलावा। विश्वव्यापी आर्थिक ठहराव के दौर में किसी बड़े विकासमान देश में अवसरों का प्रस्फुटन होना बड़ी बात है। ऐसा देश पूरी दुनिया के लिए उम्मीद का सबब बन जाता है।

वैश्वीकरण के दौर में किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के यहां आने वाला बड़ा संकट या बड़ा अवसर सिर्फ़ उसी को प्रभावित नहीं करता बल्कि बाकी दुनिया को भी प्रभावित करता है। ऐसे में आईसीटी में भारत का उभार दुनिया के हित में भी है, वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी प्रासंगिक है। आखिरकार एक तरफ पूरी दुनिया अपने लिए बाजार की तलाश कर रही है और दूसरी तरफ प्रतिद्वंद्वितापूर्ण आपूर्तिकर्ताओं की। हमारी सफलता वैश्विक अर्थव्यवस्था की औसत विकास दर को भी प्रभावित करती है और सकारात्मक संदेश भेजती है।
(लेखक माइक्रोसॉफ़्ट इंडिया में ‘निदेशक-भारतीय भाषाएं और सुगम्यता’ के पद पर कार्यरत हैं।)

रिस्ट बैंड बताएगा हार्ट अटैक का खतरा, पहली बार भारतीय रिसर्च को मिली ACC की अनुमति, टीम में शहर के डॉ. स्मित श्रीवास्तव भी हैं शामिल

रिस्ट बैंड बताएगा हार्ट अटैक का खतरा, रिसर्च को मिली ACC की अनुमति, टीम में शहर के डॉ. स्मित श्रीवास्तव भी हैं शामिल

रायपुर। सबकुछ ठीक रहा तो एक रिस्ट बैंड के जरिए हार्ट अटैक से करीब 4 घंटे पहले हार्ट अटैक के खतरे के संबंध में जानकारी मिल सकेगी। जिससे मरीज की जिंदगी सहीं समय पर बचाई जा सकती है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी (ACC) ने देश के चार प्रमुख हृदय रोग विशेषज्ञों द्वारा किए गए इस रिसर्च को स्वीकार कर लिया अनुसंधान तकनीकी विश्लेषण और समाचार है।

बता दें कि रिसर्च करने वाली टीम में शहर के प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. स्मिथ श्रीवास्तव भी शामिल है। सभी डॉक्टर अब मार्च 2023 में न्यू ऑरलियन्स, यूएसए में एसीसी वैज्ञानिक सत्र में ‘लेट-ब्रेकिंग ट्रायल’ के रूप में अपना पेपर पेश करेंगे। यह काम यूएसए के डॉ. पार्थो सेनगुप्ता के सहयोग से किया गया है।

कैसे काम करेगी ये घड़ी

यह घड़ी सेंसर्स के जरिए ट्रोपोनिन स्तर का विश्लेषण करेगी। ट्रोपोन‍िन असल में हार्ट मसल्स में मौजूद एक तरह का प्रोटीन है। अगर आपके रक्त में इसकी बहुत अधिक मात्रा है तो यह इस बात का संकेत है कि आपको दिल का दौरा पड़ने वाला है। बता दें कि वर्तमान में ट्रोपोनिन की मात्रा का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट किया जाता है।

रिसर्च टीम में शामिल हैं ये डॉक्टर्स

छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. स्मित श्रीवास्तव, डॉ. शांतनु सेनगुप्ता USA, डॉ. महेश फुलवानी, डॉ. अज़ीज़ खान और नागपुर के डॉ. हर्षवर्धन मर्डीकर रिसर्च करने वाली टीम में शामिल हैं। बता दें कि इस रिसर्च के दौरान डॉ. स्मित श्रीवास्तव द्वारा सैकड़ों रोगियों पर इसका परीक्षण किया जा चुका है। हालांकि डॉक्टरों को मार्च 2023 से पहले अपने निष्कर्ष साझा करने की अनुमति नहीं है।

इस शोध के प्रमुख लेखक डॉ. शांतनु सेनगुप्ता ने कहा आज तकनीकी के युग में पहले से ही हमारी स्मार्ट वॉच के जरिए ब्लड प्रेशर, एसपीओ2 और बीपीएम प्राप्त कर रहे हैं। आजकल, कलाई में पहने जाने वाले उपकरण से भी ईसीजी प्राप्त करना बहुत सामान्य बात है। मगर सबकुछ ठीक अनुसंधान तकनीकी विश्लेषण और समाचार रहा तो जल्द ही, ऐसी रिस्ट वॉच उपलब्ध होगी जो आपके जीवन की रक्षा कर सकेगी। मगर इस डिवाइस के जरिए बगैर ब्लड टेस्ट के ही ट्रोपोनिन-I के स्तर को माप सकेगी।

डॉक्टरों का दावा पहली किसी भारतीय रिसर्च को एसीसी ने किया स्वीकार

साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया है कि ऐसा पहली बार है जब एसीसी ने किसी भारतीय रिसर्च को स्वीकार किया है। दुनिया भर से प्राप्त 15,000 रिसर्च पत्रों में से चुनी गई 6 प्रविष्टियों में यह रिसर्च शामिल हुआ है। मध्य भारत के लिए यह बेहद ही गर्व और सम्मान की बात है और कार्डियोलॉजी में नोबेल पुरस्कार जीतने जैसा है।

सहीं समय पर मिल सकेगा मरीजों को उपचार

अपने रिसर्च वर्क के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने कहा कि कलाई में पहने जाने वाले उपकरण से ट्रोपोनिन स्तर का विश्लेषण किया जा सकेगा। इससे रक्त परीक्षण के लिए लगने वाले समय बचेगा बल्कि इससे मरीज के जीवन को भी बचाया जा सकेगा। उन्होंने आगे कहा कि “कई लोग हार्ट बर्न और सीने में दर्द को एसिडिटी या गैस मानकर चलते हैं। प्रारंभिक अवस्था में हृदय रोग विशेषज्ञ के पास जाने से हिचकिचाते हैं। कलाई पर पहने जाने वाले इस बैंड से अनुसंधान तकनीकी विश्लेषण और समाचार ट्रोपोनिन-I की सही रिडिंग मिलने लगेगी तो तो डॉक्टर भी जल्दी से पता लगा सकते हैं कि यह दिल का दौरा पड़ने का मामला है या सिर्फ एसिडिटी का।

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CTET 2022 Paper 2 Analysis: सीटेट 28 अगस्त 2022 पेपर 2 एग्जाम एनालिसिस जारी, प्रश्न पत्र और आंसर की यहां देखें

Shanta Kumar

सीटेट 2022 पेपर 2 एनालिसिस (CTET 2022 Paper 2 Analysis): सीटेट 2022 परीक्षा आज 28 दिसंबर से शुरू हो गई है। परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थी सीटेट 2022 पेपर 2 विश्लेषण, प्रश्न पत्र और आंसर की यहां से डिटेल में देख सकते हैं।

CTET 2022 Paper 2 Analysis in hindi

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CTET Paper 2 Analysis 28 December 2022: सीटेट 2022 परीक्षा (CTET 2022 exam) का पहला दिन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education) (CBSE) द्वारा आज, 28 दिसंबर को आयोजित किया जा रहा है। सीटेट 2022 पेपर 2 के लिए शिफ्ट 2 परीक्षा दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक आयोजित की जा रही है। सीटेट पेपर 1 परीक्षा में 4 सेक्शन से कुल 150 प्रश्न पूछे गए हैं जिनमें बाल विकास और शिक्षाशास्त्र, भाषा I, भाषा II, गणित और विज्ञान, या सामाजिक अध्ययन और सामाजिक विज्ञान विषय शामिल हैं। सीटेट 2022 एग्जाम (CTET 2022 exam) 2 घंटे 30 मिनट की अवधि के लिए आयोजित की गई। परीक्षार्थियों के प्रतिक्रिया के अनुसार 28 दिसंबर 2022 को आयोजित परीक्षा के लिए सीटेट पेपर एनालिसिस (CTET Paper Analysis) यहां उपलब्ध है।

CTET Paper 1 Analysis 28 December 2022: यहां हिंदी में देखें

CTET Exam Analysis 28 December 2022 Paper 2: जानें परीक्षार्थियों ने क्या कहा

  • सोशल साइंस में ज्योग्राफी, एनिमल्स से सवाल पूछे गए।
  • भाषा I और II दोनों आसान से मध्यम स्तर की थीं।
  • अंग्रेजी सेक्शन में पैसेज आसान थे।
  • भाषा I में Synonyms और Antonyms से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे।
  • वनों से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे।
  • गणित में नंबर सिस्टम, रेमेन्डर थ्योरम, सरलीकरण, करणी, बुनियादी बीजगणित, ज्यामिति और क्षेत्रमिति से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे।
  • परीक्षार्थियों के अनुसार कुल मिलाकर पेपर 2 मध्यम था।
  • परीक्षार्थियों के मुताबिक पेपर थोड़ा लंबा था।
  • पेपर 2 में प्रश्न तथ्यात्मक नहीं थे। यही कारण है कि पेपर समय लेने वाला था।
  • लर्निंग, आईक्यू, कोहलर बर्ग और कम्युनिकेशन पर आधारित प्रश्न पूछे गए थे।
  • ज्यामिति में संरूप और कोण पर आधारित प्रश्न पूछे गए थे।
  • संसद पर आधारित प्रश्न पूछा गया था।
  • सामाजिक विज्ञान में कथन आधारित प्रश्न पूछे गए थे।
  • इतिहास में चंपारण आंदोलन और जलियांवाला बाग से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे।
  • गणित और विज्ञान मध्यम स्तर का था।
  • बाल विकास और शिक्षाशास्त्र के प्रश्न मध्यम स्तर के थे।

CTET Paper Analysis 2022: एग्जाम एनालिसिस देखें

CTET 28 दिसंबर 2022 परीक्षा विश्लेषण पेपर 2 (CTET 28 December 2022 Exam Analysis Paper 2)

CTET 2022 Paper 1 Exam Analysis: इतने कठिन सवाल पूछे गए सीटेट 2022 पेपर 1 में, प्रश्न पत्र और आंसर की देखें

Shanta Kumar

सीटेट 2022 पेपर 1 एनालिसिस (CTET 2022 Paper 1 Analysis): सीटेट 2022 पेपर 1 परीक्षा आज, 28 दिसंबर को आयोजित की जा चुकी है। उम्मीदवार यहां सीटेट पेपर 1 एग्जाम 2022 एनालिसिस, प्रश्न पत्र और आंसर की देख सकते हैं।

CTET 28 December 2022 Paper 1 Exam Analysis ctet nic in hindi

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CTET 2022 Paper 1 Analysis: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education) (CBSE) द्वारा आयोजित केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (Central Teacher Eligibility Test) (CTET) के पहले पेपर की परीक्षा आज ली जा चुकी है। सीटेट परीक्षा 2022 (CTET exam 2022) दो पालियों में ऑनलाइन मोड में आयोजित की जा रही है। सीटेट 2022 पेपर 1 का आयोजन शिफ्ट 1 में सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक किया गया। सीटेट 2022 परीक्षा पैटर्न (CTET 2022 exam pattern) के अनुसार, पेपर 1 का चयन करने वाले उम्मीदवारों को 5 अलग-अलग वर्गों – बाल विकास और शिक्षाशास्त्र, भाषा I, भाषा II, गणित और पर्यावरण अध्ययन से कुल 150 MCQ-प्रकार के प्रश्नों का उत्तर देना था। सीटेट 2022 परीक्षा (CTET 2022 exam) में प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का था और परीक्षा कुल 2 घंटे 30 मिनट में आयोजित की गई।

CTET 2022 Paper 1 Analysis: सीटेट परीक्षार्थियों ने क्या कहा?

सीटेट 2022 पेपर 1 परीक्षा (CTET 2022 Paper 1 exam) दोपहर 12:00 बजे समाप्त हुई। परीक्षार्थियों द्वारा दी गई परीक्षा का विश्लेषण और कठिनाई स्तर नीचे देख सकते हैं:

  • पहले दिन सीटेट पेपर 1 का ओवरऑल कठिनाई स्तर आसान से थोड़ा कठिन था।
  • सीडीपी में प्रश्न क्रिटिकल थिंकिंग, एनसीएफ (2005), आरटीई (2009), एनईपी (2020), नोम चॉम्स्की, पियागेट, कोहलबर्ग, वायगोत्स्की, गार्डनर, ग्रोथ एंड डेवलपमेंट, प्रोग्रेसिव एजुकेशन पर आधारित थे।
  • ईवीएस में पूछे गए मुख्य विषयों में मधुबनी पेंटिंग्स, वायटमिन सी, पक्षी (मोर), पशु (बाघ, हाथी), सामाजिक कीटाणु, विषम और सम, घर के प्रकार जैसे प्रश्न शामिल थे।
  • ईवीएस में शिक्षाशास्त्र का हिस्सा आसान था।
  • छात्रों के अनुसार, पर्यावरण अध्ययन का भाग मध्यम स्तर का था। शेष खंडों को हल करना इसकी तुलना में आसान था।
  • अधिकांश प्रश्न पिछले वर्ष के सीटेट पेपर से दोहराए गए थे।
  • अंग्रेजी भाषा का पेपर मॉडरेट स्तर का था।
  • रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन में पैसेज का विषय ताजमहल पर आधारित था। अन्य विषयों में सतत व्यापक मूल्यांकन (सीसीई), स्टीफन क्रशेन कम्प्रेहेंसिबले इनपुट और शिक्षाशास्त्र शामिल था।

CTET Exam Analysis 2022: कितना कठिन था सीटेट का पेपर?

28 दिसंबर को आयोजित सीटीईटी 2022 पेपर 1 परीक्षा (CTET 2022 examination) के लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों ने परीक्षा के कठिनाई स्तर और अच्छे प्रयासों के बारे में हमे बताया। डिटेल में जांच करने के लिए आप यहां सीटेट पेपर एनालिसिस 2022 (CTET Paper Analysis 2022) देख सकते हैं। सीटेट 2022 पेपर 1 एनालिसिस (CTET 2022 Paper 1 analysis) के आधार पर, उम्मीदवार अपने प्रदर्शन का आकलन कर सकते हैं और सीटेट 2022 परिणाम (CTET 2022 Result) जारी होने से पहले अपने स्कोर का अनुमान लगा सकते हैं।

सीटेट एग्जाम 2022 एनालिसिस - पेपर 1 (CTET 2022 Exam Analysis – Paper 1)

प्रदेश के 89 कृषि विज्ञान केंद्रों का 2023 का एक्शन प्लान तैयार

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अटारी जोन 3 कानपुर से संबद्ध सभी कृषि विज्ञान केंद्रों की 2023 का एक्शन प्लान तैयार हो गया.

प्रदेश के 89 कृषि विज्ञान केंद्रों का 2023 का एक्शन प्लान तैयार

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अटारी जोन 3 कानपुर से संबद्ध सभी कृषि विज्ञान केंद्रों की 2023 का एक्शन प्लान तैयार हो गया है। इसका शुभारंभ बुधवार को संस्थान के निदेशक डॉ. यूएस गौतम ने किया। एक्शन प्लान में प्रदेश के 89 कृषि विज्ञान केंद्रों पर पूरे साल होने वाली विभिन्न गतिविधियां तय की गई हैं। संस्थान में गौछारी सिंचाई पद्धति का भी शुभारंभ हुआ। संस्थान में लॉन व उद्यान को विकसित किया गया है, जिसमें स्प्रिंकलर सिस्टम इंस्टाल किया गया है। यहां संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. साधना पाण्डेय, डॉ. शांतनु कुमार दुबे, डॉ. राघवेन्द्र सिंह रहे।

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