धारा 11 (3) के अनुसार जहां कोई भी अधिकृत व्यक्ति इस अधिनियम के तहत रिजर्व बैंक द्वारा दी गई किसी भी दिशा का उल्लंघन करता है या रिज़र्व बैंक द्वारा निर्देशित किसी भी वापसी को दर्ज करने में विफल रहता हैं, तो रिजर्व बैंक, अधिकृत व्यक्ति पर आरोप लगाए जाने के, उचित अवसर देने के बाद, दोषी व्यक्ति पर जुर्माना के रूप में, दस हजार रुपये तक की कड़ी सज्ञा जारी कर सकता है और साथ ही अतिरिक्त जुर्माना के साथ लगातार उल्लंघन के मामले में हर दिन के लिए दो हजार रुपये तक ये जुर्माना बढ़ा सकता है, जिस दौरान इस तरह का उल्लंघन जारी रहते हैं।

One Currency Card

कार्ड की व्यवस्था करना जो न केवल उचित मूल्य पर हो बल्कि विश्व भर में स्वीकार्य भी हो। जो स्मार्ट यात्री होते हैं वो फोरेक्स मनी कार्ड का चयन करते हैं क्यूंकी इसके अनेक लाभ होते हैं जिसमें न्यूनतम विनिमय दर, प्रयोग में सुविधा व सुरक्षा शामिल होते हैं। यदि आप भी अंतर्राष्ट्रीय ट्रेवल कार्ड की खोज में विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम हैं तब हमारे पास आपके लिए एक सर्वश्रेष्ठ हल है। इससे कोई अंतर नहीं होता कि आप एक देश विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम में यात्रा कर रहे हैं या एक से अधिक देश में, आपको विदेशी करेंसी के कनवर्ज़न शुल्क को अपनी लागत से बढ्ने से रोकना होगा। इसमें थॉमस कुक आपकी मदद करते हैं और एक अनोखा ट्रेवल कार्ड का सुझाव देते हैं जो है- वन करेंसी कार्ड- इस कार्ड में आप अमरीकी डॉलर के रूप में करेंसी लोड करवा सकते हैं जिसे विभिन्न देशों में प्रयोग किया जा सकता है। मूल्य प्रभावित भारतीय यात्री के रूप में हम आपको इसके रूप में सबसे अच्छी डील देते हैं। तब आप सस्ती दर पर यही ट्रेवल प्रीपेड कार्ड लेने में हिचक क्यूँ रहे हैं? यह अंतर्राष्ट्रीय ट्रेवल कार्ड आपको न केवल कनवर्ज़न शुल्क से मुक्ति दिलवाता है बल्कि आपके धन को भी सुरक्शित करने का वादा करता है।

प्रवर्तन निदेशालय ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम के प्रावधानों के तहत हैदराबाद स्थित कंपनी अल्फाजियो . - Latest Tweet by IANS Hindi

प्रवर्तन निदेशालय ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (एफईएमए) के प्रावधानों के तहत हैदराबाद स्थित कंपनी अल्फाजियो (इंडिया) लिमिटेड से संबंधित 16 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। ईडी ने ये जानकारी दी है।#EnforcementDirectorate pic.twitter.com/SHDTw3nEjo— IANS Hindi (@IANSKhabar) November 23, 2022

(SocialLY के साथ पाएं लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज, वायरल ट्रेंड और सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ी सभी खबरें. यहां आपको ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वायरल होने वाले हर कंटेंट की सीधी जानकारी मिलेगी. ऊपर दिखाया गया पोस्ट अनएडिटेड कंटेंट विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम है, जिसे सीधे सोशल मीडिया यूजर्स के अकाउंट से लिया गया है. लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है. सोशल मीडिया पोस्ट लेटेस्टली के विचारों और भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, हम इस पोस्ट में मौजूद किसी भी कंटेंट के लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व स्वीकार नहीं करते हैं.)

Xiaomi India: प्रवर्तन निदेशालय ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन पर Xiaomi की ₹5,551 करोड़ रुपये जब्त की

Xiaomi India: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने शनिवार को कहा कि चीनी मोबाइल निर्माण कंपनी Xiaomi India के 5,551 करोड़ रुपये से अधिक के फंड को भारतीय विदेशी मुद्रा कानून के उल्लंघन के लिए "जब्त" किया गया है। Xiaomi Technology India Private Limited के खिलाफ कार्रवाई शुरु की गई है। कंपनी (जिसे Xiaomi India भी कहा जाता है) MI के ब्रांड नाम के तहत देश में मोबाइल फोन का एक व्यापारी और डिस्ट्रीब्यूटर है। एजेंसी ने एक बयान में कहा, "Xiaomi India चीन स्थित Xiaomi समूह की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। कंपनी के बैंक खातों में रखी 5,551.27 करोड़ रुपये की राशि को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने भारतीय विदेशी मुद्रा कानून के उल्लंघन करने के जुर्म में जब्त कर लिया है।" April Month Current Affairs Magazine- DOWNLOAD NOW

भारत में विनिमय नियंत्रण - exchange control in india

विदेशी मुद्रा में किसी भी लेनदेन को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम 1999 द्वारा शासित किया जाता है। एफईआरए (FERA) की उत्पत्ति भारत के नियमों (डीआईआर) 1935 की रक्षा से हुई थी। इस नियंत्रण का उपयोग विदेशी मुद्रा को विशेष रूप से एक्सचेंज रिजर्व पर गंभीर बाधाओं के कारण सुनिश्चित करने के लिए किया गया था। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद, 23 मार्च 1947 को यह नियम राज्य पुस्तक में विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम 1947 के रूप में बन गया। बाद में इस अधिनियम को 1973 में कुछ संशोधनों के साथ संशोधित किया गया, जो 01.01.1974 से प्रभावी हो गया। इस प्रभाव की और छूट 1994 से प्रभावित हुई थी। इसे जून, 2000 से निरस्त कर दिया गया था और इस तारीख विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम से सभी विदेशी मुद्रा लेनदेन विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम 1999 के प्रावधानों द्वारा शासित होने लगी।

विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम 1999 के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम देश के विदेशी मुद्रा के आंदोलन को नियंत्रित करता है। फेमा (FEMA) के सेक्शन 11 (1) के अनुसार, रिजर्व बैंक इस अधिनियम के प्रावधानों के अनुपालन को सुरक्षित रखने और अधिकृत व्यक्ति को दिए गए किसी भी नियम, विनियम, अधिसूचना या दिशाओं के तहत किसी भी दिशा विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम के संबंधमें हो सकता है, जैसे की- विदेशी सुरक्षा से संबंधितकोई भी कार्य करने से भुगतान या कर या इच्छा।

Xiaomi इंडिया पर ED की बड़ी कार्रवाई, 5551 करोड़ रुपये किए जब्त, विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई

टाइम्स नाउ डिजिटल

ED Action on Xiaomi India

Xiaomi इंडिया पर ED की बड़ी कार्रवाई, 5551 करोड़ रुपये किए जब्त  |  तस्वीर साभार: Twitter

नई दिल्ली: चीन विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम स्थित शाओमी समूह की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी जो भारत में स्मार्टफोन बनाती है, उस चीनी कंपनी शाओमी (Xiaomi) पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी (ED) का शिकंजा कस गया है, घटनाक्रम में बताया जा रहा है कि ईडी ने फेमा के तहत शाओमी टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (Xiaomi India)के 5,551 करोड़ रुपये जब्त किए हैं।

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