वेबसाइट पर ये भी लिखा है कि MyGov पर आयोजित प्रतियोगिताओं के जरिए चुने गए लगभग 2050 छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को शिक्षा मंत्रालय द्वारा पीपीसी किट भी तोहफे में दी जाएंगी।
Pariksha Pe Charcha 2023: PM मोदी संग 'परीक्षा पे चर्चा' के लिए करें रजिस्टर, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दी जानकारी
Pariksha Pe Charcha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) जनवरी 2023 में 'परीक्षा पे चर्चा' को संबोधित करेंगे जिसकी जानकारी शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने दी है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए एक शेयर बाजार में पीई क्या है वेबसाइट का लिंक भी शेयर किया है जिसमें 'परीक्षा पे चर्चा' के लिए रजिस्ट्रेशन करने के स्टेप्स बताए गए हैं। साथ ही, आगे ये शेयर बाजार में पीई क्या है भी बताया गया है कि सरकार द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं के माध्यम से चयनित छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को शिक्षा मंत्रालय द्वारा पीपीसी किट भी गिफ्ट किए जाएंगे।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें पिछले साल की 'परीक्षा पे चर्चा' की झलक देखी जा सकती है। इसे शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा- “दूर होगा #ExamWarriors का परीक्षा का डर, मिलेगी तनाव से मुक्ति और सफलता का मंत्र। परीक्षा के लिए और अधिक तैयार होने के लिए बनिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की परीक्षा पे चर्चा 2023 का हिस्सा। आज ही रजिस्टर करेः http://innovateindia.mygov.in/ppc-2023/”
जिस ट्रेडिंग कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगा रहे, वही बंद हो गई तो क्या होगा? जानिए आपका पैसा डूबेगा या बचा रहेगा
अब आम आदमी भी शेयर बाजार में निवेश कर ज्यादा रिटर्न पाने में रुचि दिखा रहा है. यही कारण है कि बीते एक साल में रिकॉर्ड संख्या में डीमैट अकाउंट खोले गए हैं. पिछले महीने तक के आंकड़ों के अनुसार देशभर में करीब 6.9 करोड़ डीमैट अकांउट्स हैं. हालांकि, दूसरे देशों के मुकाबले आबादी के लिहाज से यह अनुपात अभी भी बहुत कम है. भारतीय शेयर शेयर बाजार में पीई क्या है बाजार में सबसे ज्यादा पैसा महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश के लोग लगाते हैं. लक्षद्वीप, अंडमान एवं निकोबार से लेकर मिज़ोरम तक के लोग शेयर बाजार से अच्छी कमाई कर रहे हैं.
ब्रोकरेज कंपनी बंद होने पर आपके निवेश का क्या होगा?
आप यह जानकार राहत की सांस ले सकते हैं कि स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी के डिफॉल्ट करने या बंद होने के बाद भी आपकी पूंजी या फंड पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा. ऐसा नहीं होगा कि स्टॉक ब्रोकर आपकी पूंजी लेकर भाग जाए. उदाहरण के तौर पर देखें तो जब हर्षद मेहता स्कैम सामने आया था, तब उनकी शेयर बाजार में पीई क्या है ब्रोकिंग कंपनी ग्रो मोर रिसर्च एंड एसेट मैनेजमेंट को सेबी ने बैन कर दिया था. लेकिन इस कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ.
आपको सबसे पहले यह समझने की जरूरत कि ये स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियां महज एक बिचौलिए के तौर पर काम करती हैं. आपके फंड पर इनकी पहुंच सीधे तौर पर नहीं होती है ताकि वे आपकी पूंजी पर अपना हम जमा सकें. लेकिन इनके पास पड़ी अपनी फंड या पूंजी को इस्तेमाल करने के लिए आप इन्हें निर्देश दे सकते हैं.
स्टॉक्स और शेयरों का क्या होगा?
आपका फंड डीमैट अकाउंट में जमा होता है. ये डीमैट अकाउंट डिपॉजिटरीज के पास खुलात है. सेबी ने दो डिपॉजिटरीज – नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरीज लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL) को मंजूरी दी है. भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के प्रति सेबी की जवाबदेही होती है.
किसी भी समय पर एक निवेशक का स्टॉक या शेयर ब्रोकरेज फर्म्स के पास नहीं होता है. वे बस एक प्लेटफॉर्म के तौर पर काम करते हैं. इनका काम बस आपके निर्देश के हिसाब से आपकी जगह ट्रेड करना है. बदले में ये आपसे फीस वसूलते हैं.
इसी प्रकार आपका म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के पास होता है. ऐसे में अगर ब्रोकरेज फर्म बंद भी हो जाता है तो आपका म्यूचुअल फंड सुरक्षित रहेगा.
कंपनी के भविष्य को परख कर करते हैं निवेश
आपको पता होगा कि कंपनी शेयर मार्केट में उतरती हैं. इन कंपनियों के शेयरों शेयर बाजार में पीई क्या है पर निवेशक पैसा लगाते हैं. कंपनी के भविष्य को परख कर ही निवेशक और विश्लेषक शेयरों में निवेश करते हैं. जब कोई कंपनी अच्छा प्रदर्शन करती है, तो उसके शेयरों को लोग ज्यादा खरीदते हैं और उसकी डिमांड बढ़ जाती है. ऐसे ही जब किसी कंपनी के बारे में ये अनुमान लगाया जाए कि भविष्य में उसका मुनाफा कम होगा, तो कंपनी के शेयर गिर जाते हैं.
डिमांड और सप्लाई के फॉर्मूले पर काम करता है शेयर
शेयर मार्केट डिमांड और सप्लाई के फॉर्मूले पर काम करता है. लिहाजा दोनों ही परिस्थितियों में शेयरों का मूल्य घटता या बढ़ता जाता है. इस बात को ऐसे लसमझिए कि किसी कंपनी का शेयर आज 100 रुपये का है, लेकिन कल ये घट कर 80 रुपये का हो गया. ऐसे में निवेशक को सीधे तौर पर घाटा हुआ. वहीं जिसने 80 रुपये में शेयर खरीदा उसको भी कोई फायदा नहीं हुआ. लेकिन शेयर बाजार में पीई क्या है शेयर बाजार में पीई क्या है अगर फिर से ये शेयर 100 रुपये का हो जाता है, तब दूसरे निवेशक को फायदा होगा.
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