नेपाल के दार्चूला के प्रमुख जिलाधिकारी दीर्घराज उपाध्याय ने घटना पर खेद जताया और पत्थरबाजी करने वालों पर कार्रवाई की बात विदेशी मुद्रा दलाल समीक्षा कही। ऐसी घटनाएं दोबारा न हों यह भी सुनिश्चित किया जाएगा। 10 दिन बाद अगली बैठक कर सभी विषयों पर प्रगति की समीक्षा करने का निर्णय लिया गया।
RBI पॉलिसी के पहले बाजार की फ्लैट शुरुआत
रिजर्व बैंक मॉनिटर पॉलिसी कमिटी के फैसलों से पहले आज शेयर बाजार की फ्लैट शुरुआत हुई। आज सुबह सेंसेक्स 11 अंक गिरकर 62615 के स्तर पर और निफ्टी 4 अंक फिसल कर 18638 के स्तर पर खुला। शुरुआती कारोबार में बाजार लाल निशान में कारोबर कर रहा है। रुपया भी 4 पैसे की गिरावट के साथ 82.66 के स्तर पर खुला।
मंगलवार को रुपए में 1 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई थी जिसके बाद यह एक महीने के निचले स्तरों पर पहुंच गया था। उधर, बीते कारोबारी दिन अमेरिकी बाजार में भारी गिरावट का माहौल रहा। डाओ जोन्स 350 अंक यानी 1.03 फीसदी, नैस्डैक 225 अंक यानी 2 फीसदी और S&P 500 1.44 फीसदी फिसला। अगले हफ्ते की बैठक में फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) इंटरेस्ट रेट में फिर से बड़ी बढ़ोतरी कर सकता है।
भारतीय शेयर बाजार की बात करें तो आज खबरों के लिहाज से इन स्टॉक्स पर रखें नजर-
Vodafone Idea: इक्विटी कॉल में देरी के कारण कर्ज विदेशी मुद्रा दलाल समीक्षा में डूबी टेलीकॉम की फंडिंग को रोक दिया गया है।
भारत के रिएक्शन पर नेपाल का एक्शन, पत्थरबाजी के बाद बॉर्डर पर थी टेंशन
नेपाल ने नेपाली नागरिकों की तरफ से भारत में की पत्थरबाजी पर खेद जताया है। भारत के रिएक्शन के बाद नेपाल ने भरोसा दिलाया है कि वह पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ एक्शन लेगा। पड़ोसी देश ने भरोसा दिया है कि पत्थरबाजों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। नेपाली प्रतिनिधियों ने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
दोनों देशों की समन्वय समिति की बैठक में पिथौरागढ़ की जिलाधिकारी रीना जोशी के पत्थरबाजी पर सख्त एतराज जताने के बाद नेपाली अफसरों ने ये बात कही। बुधवार को धारचूला में भारत-नेपाल के अफसरों की बैठक में डीएम रीना जोशी ने कहा कि, पत्थरबाजी की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
अन्य मुद्राओं की तुलना में रुपये का उतार-चढ़ाव कम, विदेशी मुद्रा भंडार संतोषजनक : दास
दास ने बुधवार को यहां द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा पेश करते हुए कहा कि वास्तविक आधार पर देखा जाए, तो चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में रुपया 3.2 प्रतिशत मजबूत हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘रुपये की कहानी भारत की मजबूती और स्थिरता को दर्शाती है।’’ उन्होंने कहा कि इस साल डॉलर में मजबूती के बीच रुपये सहित दुनिया की सभी प्रमुख मुद्राओं में गिरावट आई है। इसने सभी का ध्यान खींचा है।’’
दास ने इस बात पर जोर दिया कि वैश्विक और घरेलू वृहद आर्थिक तथा वित्तीय बाजार के घटनाक्रमों के परिप्रेक्ष्य में रुपये के उतार-चढ़ाव का आकलन करने की जरूरत है।
गवर्नर ने कहा, ‘‘डॉलर में मजबूती के इस अध्याय के बीच अन्य मुद्राओं की तुलना में रुपये का उतार-चढ़ाव सबसे कम रहा है।’’
आयात के लिए डॉलर रिजर्व जरूरी
जब भी हम विदेश से कोई सामान खरीदते हैं तो ट्रांजेक्शन डॉलर में होती है। ऐसे में इंपोर्ट को मदद के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का होना जरूरी है। अगर विदेश से आने वाले निवेश में अचानक कभी कमी आती है तो उस समय इसकी महत्ता और ज्यादा बढ़ जाती है। भारत बड़े पैमाने पर आयात करता रहा है लेकिन बीते कुछ साल में पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने अपने आयात स्तर को कम करके निर्यात स्तर को बढ़ाया है। पीएम मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दिखाए रास्ते पर देश अब चल पड़ा है तभी तो आज भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ रहा है।
अगर विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी आती है तो इसका मतलब होता है कि देश में बड़े पैमाने पर एफडीआई आ रहा है। ऐसे में अर्थव्यवस्था के लिए विदेशी निवेश बहुत अहम होता है। अगर विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में पैसा लगाते रहे हैं तो दुनिया के लिए यह संकेत जाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर उनका भरोसा बढ़ रहा है। भारत सरकार ने इसके लिए भी देश में बीते कुछ साल में बेहतर माहौल तैयार किया है। केंद्र सरकार ने देश में ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ का माहौल प्रदान किया। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस एक तरह का इंडेक्स है। इसमें कारोबार सुगमता के लिए कई तरह के पैमाने रखे गए हैं। इनमें लेबर रेगुलेशन, ऑनलाइन सिंगल विंडो, सूचनाओं तक पहुंच, पारदर्शिता इत्यादि शामिल हैं। देश में इसे उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) तैयार करता है। आज भारत इस लिहाज से भी काफी सुधार कर चुका है। यही कारण है कि विदेशी निवेशक अब भारत में निवेश को तैयार खड़े हैं।
विदेशी ऋण
सितम्बर, 2021 के अंत में भारत का विदेशी ऋण 593.1 बिलियन डॉलर था जो जून, 2021 के अंत के स्तर पर 3.9 प्रतिशत से अधिक था। आर्थिक समीक्षा में मार्च, 2021 के अंत में भारत के विदेशी ऋण ने पूर्व-संकट स्तर को पार कर लिया था लेकिन यह सितम्बर, 2021 के अंत में एनआरआई जमाराशियों से पुनरुत्थान की मदद और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा वन-ऑफ अतिरिक्त एसडीआर आवंटन की मदद से दृढ़ हो गया। कुल विदेशी ऋण में लघु अवधि ऋण की हिस्सेदारी में थोड़ी सी गिरावट जरूर आई। यह हिस्सेदारी जो मार्च, 2021 के अंत में 17.7 प्रतिशत थी सितम्बर के अंत में 17 प्रतिशत हो गई। समीक्षा यह दर्शाती है कि मध्यम अवधि परिप्रेक्ष्य से भारत का विदेशी ऋण उभरती हुई बाजार अर्थव्यवस्था के लिए आंके गए इष्टतम ऋण से लगातार कम चल रहा है।
आर्थिक समीक्षा यह दर्शाती है कि विदेशी मुद्रा भंडार में भारी बढ़ोतरी से विदेशी मुद्रा भंडारों से कुल विदेशी ऋण, लघु अवधि ऋण विदेशी मुद्रा दलाल समीक्षा विदेशी मुद्रा दलाल समीक्षा से विदेशी विनिमय भंडार जैसे बाह्य संवेदी सूचकांकों में सुधार को विदेशी मुद्रा दलाल समीक्षा बढ़ावा मिला है। बढ़ते हुए मुद्रा स्फीति दबावों की प्रतिक्रिया में फेड सहित प्रणालीगत रूप से महत्वपूर्ण केंद्रीय बैंकों द्वारा मौद्रिक नीति के विदेशी मुद्रा दलाल समीक्षा तेजी से सामान्यीकरण की संभावना से पैदा हुई वैश्विक तरलता की संभावना का सामना करने के लिए भारत का बाह्य क्षेत्र लचीला है।
RBI के 'डिजिटल रुपी' से जुड़ी ये 10 बातें आपको जरूर पता होनी चाहिए
टेक्नोलॉजी के बदलते दौर और देश की आर्थिक संरचना पर इसके प्रभाव को देखते हुए, आरबीआई ने देश की अपनी डिजिटल मुद्रा, 'डिजिटल रुपी' (Digital Rupee) शुरू की है. लाभकारी निर्णय ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में वृद्धि और डिजिटल मुद्रा के विश्वव्यापी कार्यान्वयन के सरकार के विचार के बाद आता है.
टेक्नोलॉजी समर्थित डिजिटल भुगतान सेवाओं के विकास ने मौद्रिक संपत्तियों को स्थानांतरित करने के स्मार्ट और अधिक सुरक्षित तरीकों के विकास में सहायता की है. इस करेंसी विदेशी मुद्रा दलाल समीक्षा को ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के पर तैयार किया जा रहा है. यह एक ऐसी तकनीक है जो मौलिक स्तरों पर वित्तीय बाजार में विदेशी मुद्रा दलाल समीक्षा इनोवेशंस को आगे बढ़ा रही है. डिजिटल रुपी क्या है? और क्या यह आने वाले भविष्य में भौतिक मुद्राओं की जगह ले लेगा?
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