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Stock Tips: निफ्टी में अभी तेजी की उम्मीद नहीं, शॉर्ट टर्म में इन दो स्टॉक में निवेश कर पाएं बंपर मुनाफा
Stock Tips: निफ्टी में अभी शॉर्ट टर्म करेक्शन की संभावना दिख रही है.
निवेशक अगले 15-26 कारोबारी दिनों के लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और सेल में निवेश कर मुनाफा कमाने की रणनीति बना सकते हैं.
Stock Tips: निफ्टी में पिछले कुछ हफ्तों से एक रेंज के भीतर उतार-चढ़ाव हो रहा है. यह इंडेक्स ऊंचे स्तर को भी छू रहा है और निचले स्तर पर भी पहुंच जा रहा है जिससे निफ्टी के डाउनट्रेंड होने के संकेत मिल रहे हैं. निफ्टी अगर 15513 का लेवल नीचे पार करती है तो इसमें शॉर्ट टर्म करेक्शन दिख सकता है. ऐसी स्थिति में निफ्टी का डाउनसाइड टारगेट 15432 हो सकता है. मार्केट में तेजी की उम्मीद तभी दिख रही है यानी कि मार्केट पर बुल्स का कंट्रोल तब हो पाएगा जब निफ्टी 60-मिनट के चार्ट पर हाइयर बॉटम बनाए. जब तक ऐसा नहीं होता है, बिअर्स का मार्केट पर कंट्रोल बना रहेगा. ऐसे में निवेशक अगले 15-26 कारोबारी दिनों के लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और सेल में निवेश कर मुनाफा कमाने की रणनीति बना सकते हैं.
Bharat Electronics
- पिछले कुछ महीनों से भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लगातार शिखर को भी छू रहा है और निचले स्तर को भी छू रहा है. इस हफ्ते इसने 52 हफ्तों का नया रिकॉर्ड स्तर छुआ है.
- बुधवार को भारत इलेक्ट्रॉनिक्स ने 20 दिनों के एसएमवी (सिंपल मूविंग एवरेज) सपोर्ट के साथ हालिया ट्रेडिंग रेंज 177-188 को ब्रेक किया है. इससे इश स्टॉक में तेजी जारी रहने के संकेत दिख रहे हैं.
- 20 दिन और 50 दिनों के एसएमवी में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स ऊपर की तरफ ढाल दिखा रहा है यानी कि तकनीकी इंडिकेटर्स पॉजिटिव सिग्नल दे रहे हैं. 14 दिनों का आरएसआई (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) जैसे डेली मोमेंटम इंडिकेटर्स भी बढ़त दिखा रहे हैं जिससे स्टॉक में तेजी की उम्मीद दिख रही है.
- आने वाले एसएमए आधारित रणनीति हफ्तों में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स नई रिकॉर्ड ऊंचाई तक पहुंच सकता है और ऐसे में निवेशक 188-191 के लेवल एसएमए आधारित रणनीति पर 181 रुपये के स्टॉप लॉस पर 211 रुपये का टारगेट रखकर इसमें निवेश कर सकते हैं.
- मई 2021 में 151 रुपये की ऊंचाई से फिसलकर जून 2021 में सेल को 119 रुपये के स्तर पर सपोर्ट मिला.
- पिछले कुछ हफ्तों से यह स्टॉक एक रेंज में ट्रेड हो रहा है. बुधवार को सेल ने औसतन वॉल्यूम से अधिक ट्रेडिंग के सहारे हालिया ट्रेडिंग रेंज 120-132 के लेवल को पार किया. मेटल इंडेक्स सेक्टर भी इस समय बेहतर प्रदर्शन कर रहा है जिससे इस स्टॉक में तेजी की संभावना दिख रही है.
- 20 दिन और 50 दिनों के एसएमए से ऊपर इसके स्टॉक ट्रेड हो रहे हैं यानी तकनीकी इंडिकेटर्स पॉजिटिव सिग्नल दे रहे हैं. 14 दिनों का आरएसआई जैसे डेली मोमेंटम इंडिकेटर्स भी बढ़त दिखा रहे हैं और ओवरबॉट की स्थिति नहीं दिख रही है जिससे स्टॉक में तेजी की उम्मीद दिख रही है.
- आने वाले हफ्तों में सेल में तेजी दिख सकती हैं. ऐसे में निवेशक 132-135 रुपये की रेंज में 126 रुपये के स्टॉप लॉस पर 155 रुपये का टारगेट रखकर खरीदारी कर सकते हैं.
(आर्टिकल: सुभाष गंगाधरन, सीनियर टेक्निकल एंड डेरिवेटिव एनालिस्ट, एचडीएफसी सिक्योरिटीज)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर एसएमए आधारित रणनीति परामर्श कर लें.)
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$4.86 पर, पोलकाडॉट मंदी की थकावट तक एसएमए आधारित रणनीति पहुँचता है और उलट सकता है।
हालाँकि, 21-दिवसीय लाइन एसएमए या $ 5.50 प्रतिरोध ने ऊपर की ओर बढ़ने पर रोक लगा दी थी। फिर भी, विक्रेता एक बार फिर $5.00 के समर्थन को तोड़ने का प्रयास करेंगे। क्रिप्टोक्यूरेंसी वापस उछाल देगी और हर बार $ 5.00 समर्थन के फिर से प्रयास करने पर एक सीमा में वापस आ जाएगी। बाजार का ओवरसोल्ड क्षेत्र वह है जहां अब पोलकाडॉट कारोबार कर रहा है। प्रवृत्ति शायद उलट जाएगी, और वर्तमान में मौजूद बिक्री का दबाव शायद कम हो जाएगा।
डीओटी की कीमत एक नकारात्मक प्रवृत्ति क्षेत्र में है और गिरना जारी रह सकता है क्योंकि यह 14 अवधि के लिए रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स के 38 स्तर के करीब है। क्रिप्टोक्यूरेंसी के लिए मूल्य पट्टियाँ गिर रही हैं और चलती औसत रेखा से नीचे हैं। 21-दिन की लाइन एसएमए टूट गई है और कीमत से पार हो गई है।
पोलकडॉट का निराशावादी दृष्टिकोण अपनी सीमा तक पहुँच गया है। बुल्स डीओटी की कीमतों में गिरावट आने पर भी खरीदारी करेंगे। 9 नवंबर को, गिरावट के बीच, डॉट की कीमत में वृद्धि हुई और एक कैंडलस्टिक ने 78.6% फाइबोनैचि रिट्रेसमेंट स्तर का परीक्षण किया। सुधार के बाद डीओटी घटेगा लेकिन फिर 1.272 फाइबोनैचि विस्तार स्तर, या $4.86 के आसपास घूमेगा।
Noida News : 30 अप्रैल तक काम पूरा न हुआ तो 75 लाख का जुर्माना!
Noida: नोएडा । नोएडा एक्सप्रेसवे पर चल रहा सड़क रिसर्फेसिंग का कार्य यदि 30 अप्रैल तक पूरा नहीं हुआ तो कार्य करने वाली कंपनी पर 75 लाख का जुर्माना लगाया जाएगा। यह चेतावनी नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने दी। बता दें कि इसके पूर्व भी लापरवाही बरतने व विलंब होने पर कंपनी पर 97 लाख का जुर्माना लगाया जा चुका है। रिसर्फेसिंग का कार्य के दौरान पिछले कई दिनों से लग रहे लंबे जाम के मद्देनजर यातायात विभाग ने एसएमए आधारित रणनीति भी एडवाइजरी जारी कर दी गई है|
इसी के मद्देनजर नोएडा प्राधिकरण ने कंपनी को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि रिसर्फेसिंग का कार्य सुबह 11.00 बजे से शाम 4.00 बजे तक तथा रात 10.00 बजे से सुबह 6.00 बजे तक ही चलेगा इस दौरान किसी भी असुविधा तथा यातायात को सुचारू रूप से नियंत्रित करने के लिए मार्शल भी तैनाती कर दी है।
नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर रिसरफेसिंग का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है। 20 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे पर डेंस बिटुमिंस मैकडम (डीबीएम) का काम पूरा हो गया है। अब फाइनल टच देने के लिए 50 एमएम की स्टोन मैस्टिक एसहाल्ट (एसएमए) कोटिंग का काम शुरू कर दिया गया है, जिसे 30 अप्रैल पूरा किया जाना है। इसके बाद रिसरफेसिंग का काम पूरा हो जाएगा।
बता दें कि 20 किलोमीटर लंबे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे को हाट इन प्लेस तकनीकी के तहत रिसरफेसिंग का काम किया जा रहा था, जिसमें सड़क को उखाड़कर उसका मलबा प्लांट में ले जाकर फिर से डेंस बिटुमिन मैकडम (डीबीएम) तैयार कर परत बिछाई जा रही थी। ऐसे में पिछले कई माह से यह काम एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ किया जा रहा था। सड़क को उखाड़कर 60 एमएम तक डीबीएम को बिछाया जा रहा था। चूंकि सड़क की एक तरफ ही चौड़ाई करीब 14 मीटर है, लेकिन सड़क पर लेयर को बिछाने में सिर्फ सात मीटर ही चौड़ाई तक काम किया जा सकता था। इसलिए सड़क की रिसरफेसिंग करने में समय लग रहा था, चूंकि अब केवल सड़क पर फाइनल लेयिंग का होना है, जिससे शुरू कर दिया गया है। यह कार्य अधिकांश रूप में रात में किया जाएगा, जिससे कार्य के समय यातायात को बाधित होने से बचाया जा सके। वर्क सर्किल दस वरिष्ठ प्रबंधक केबी सिंह ने बताया कि एसएमए लेयर बिछाने के लिए निर्माण कंपनी को गाइड लाइन जारी कर दी है। इसके तहत यातायात पुलिस की ओर से एडवाइजरी भी जारी की गई है। इसका पालन कर ही निर्माण को पूरा किया जाना है।
Noida News : 30 अप्रैल तक काम पूरा न हुआ तो 75 लाख का जुर्माना!
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इसी के मद्देनजर नोएडा प्राधिकरण ने कंपनी को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि रिसर्फेसिंग का कार्य सुबह 11.00 बजे से शाम 4.00 बजे तक तथा रात 10.00 बजे से सुबह 6.00 बजे तक ही चलेगा इस दौरान किसी भी असुविधा तथा यातायात को सुचारू रूप से नियंत्रित करने के लिए मार्शल भी तैनाती कर दी है।
नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर रिसरफेसिंग का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है। 20 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे पर डेंस बिटुमिंस मैकडम (डीबीएम) का काम पूरा हो गया है। अब फाइनल टच देने के लिए 50 एमएम की स्टोन मैस्टिक एसहाल्ट (एसएमए) कोटिंग का काम शुरू कर एसएमए आधारित रणनीति दिया गया है, जिसे 30 अप्रैल पूरा किया जाना है। इसके बाद रिसरफेसिंग का काम पूरा हो जाएगा। एसएमए आधारित रणनीति
बता दें कि 20 किलोमीटर लंबे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे को हाट इन प्लेस तकनीकी के तहत रिसरफेसिंग का काम किया जा रहा था, जिसमें सड़क को उखाड़कर उसका मलबा प्लांट में ले जाकर फिर से डेंस एसएमए आधारित रणनीति बिटुमिन मैकडम (डीबीएम) तैयार कर परत बिछाई जा रही थी। ऐसे में पिछले कई माह से यह काम एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ किया जा रहा था। सड़क को उखाड़कर 60 एमएम तक डीबीएम को बिछाया जा रहा था। चूंकि सड़क की एक तरफ ही चौड़ाई करीब 14 मीटर है, लेकिन सड़क पर लेयर एसएमए आधारित रणनीति को बिछाने में सिर्फ सात मीटर ही चौड़ाई तक काम किया जा सकता था। इसलिए सड़क की रिसरफेसिंग करने में समय लग रहा था, चूंकि अब केवल सड़क पर फाइनल लेयिंग का होना है, जिससे शुरू कर दिया गया है। यह कार्य अधिकांश रूप में रात में किया जाएगा, जिससे कार्य के समय यातायात को बाधित होने से बचाया जा सके। वर्क सर्किल दस वरिष्ठ प्रबंधक केबी सिंह ने बताया कि एसएमए लेयर बिछाने के लिए निर्माण कंपनी को गाइड लाइन जारी कर दी है। इसके तहत यातायात पुलिस एसएमए आधारित रणनीति की ओर से एडवाइजरी भी जारी की गई है। इसका पालन कर ही निर्माण को पूरा किया जाना है।
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