सहयोग वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा व्यक्ति या समूह कम या अधिक संगठित रूप से सामान्य उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए अपने प्रयत्नों को संयुक्त करते हैं। फेयरचाइल्ड के अनुसार

एकल स्वामित्व का अर्थ, विशेषताएं एवं लाभ

एकल स्वामित्व का अर्थ है-एक व्यक्ति का स्वामित्व। इसका मतलब यह हुआ कि एक ही व्यक्ति व्यवसाय का स्वामी होता है। इस प्रकार एकल स्वामित्व वह व्यापार संगठन है, जिसमें एक ही व्यक्ति स्वामी होता है और व्यवसाय से संबंधित सभी कार्यकलापों का विशेषताएं व लाभ प्रबंधन और नियंत्रण उसी के हाथ में होता है। एकल व्यवसाय के स्वामी और संचालक ‘एकल स्वामी’ या ‘एकल व्यवसायी’ कहलाते हैं।

एकल व्यवसायी अपने व्यवसाय से संबंधित सभी संसाधनों को जुटाकर उन्हें योजनाबद्ध ढंग से व्यवस्थित विशेषताएं व लाभ विशेषताएं व लाभ करता हैं तथा लाभ कमाने के एक मात्र विशेषताएं व लाभ उद्देश्य से सारी गतिविधियों का संचालन करता है।

एकाकी व्यापार अर्थ, परिभाषा एवं विशेषताएं या लक्षण

एकाकी व्यापार व्यावसायिक संगठन वह स्वरूप है जिसको केवल एक व्यक्ति स्थापित करता है। वही व्यक्ति आवश्यक पूंजी लगाता है, संचालन एवं प्रबंध करता है, लाभ प्राप्त करता है, हानि को सहन करता है और व्यापार का समस्त उत्तरदायित्व उसी एक व्यक्ति के विशेषताएं व लाभ कंधो पर होता है तथा लाभ-हानि का एकमात्र भाजक व वहनकर्ता भी वही होता है।
आगे विशेषताएं व लाभ जानेंगे एकाकी व्यापार की परिभाषा, एकाकी व्यापार की विशेषताएं।

जेम्स स्टीफेंसन के अनुसार " एकाकी व्यापार वह व्यक्ति है जो व्यवसाय को स्वंय तथा अपने लिए ही करता है। इस प्रकार एकाकी व्यवसाय (व्यापार) का महत्वपूर्ण लक्षण यह है कि वह व्यक्ति व्यवसाय को चलाने स्वामी ही नही होता। अपितु उसका संगठनकर्ता एवं प्रबन्धक भी होता है तथा सब कार्यों को करने अथवा हानि वहन करने के लिए उत्तरदायी होता है।"
सर्वश्री लुई हेने विशेषताएं व लाभ के शब्दों मे " एकाकी व्यापार व्यवसाय का वह स्वरूप है जिसका प्रमुख एक ही व्यक्ति होता विशेषताएं व लाभ है जो उसके समस्त कार्यों के लिए उत्तरदायी होता है, उसकी क्रियाओं का संचालन करता है और लाभ-हानि का संपूर्ण भार स्वयं ही उठता है।"
बी. बी. घोष के अनुसार " एकाकी स्वामित्वधारी व्यवसाय मे, एक व्यक्ति की व्यवसाय का अकेला स्वामी होता है। वही व्यवसाय का प्रबंध और नियंत्रण करता है।"

सहयोग की विशेषताएं

परिभाषाओं के आधार पर सहयोग की कुछ विशेषताएँ भी उभरकर सामने आती हैं जो निम्नवत् विशेषताएं व लाभ हैं

सहयोग के प्रकार्य लाभ एवं महत्व

सामाजिक जीवन के सभी क्षेत्रों में सहयोग का काफी महत्व है। आर्थिक, राजनीतिक, धार्मिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, पारिवारिक, आदि क्षेत्रों विशेषताएं व लाभ में सहयोग का अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान है, सहयोग सामाजिक जीवन का स्थायी आधार है। सहयोग के बिना समाज की कल्पना तक नहीं की जा सकती है।

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