लेखक- होम एंड मोटर अंडरराइटिंग SBI जेनरल इंश्योरेंस के प्रमुख हैं, विचार उनके निजी हैं।

सीयूके में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग पर व्याख्यान आयोजित

सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कश्मीर के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) के तहत, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग में रिसर्च प्रॉस्पेक्ट्स" पर एक विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन किया।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कश्मीर के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) के तहत, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग में रिसर्च प्रॉस्पेक्ट्स" पर एक विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन किया।

इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति प्रो. फारूक अहमद शाह ने कहा, "सामान्य रूप से सूचना प्रौद्योगिकी और विशेष रूप से एआई हमारे जीवन का हिस्सा बन गया है। यहां तक ​​कि दूरदराज के इलाकों में रहने वाले किसान या अनजाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचैन, आईओटी आदि जैसी तकनीकों का उपयोग करते हैं।

रेगुलेटरी सुपरविजन के लिए रिजर्व बैंक AI और ML का करेगा जोरदार इस्तेमाल, बैंक और एनबीएफसी पर होगी नजर

RBI news: आरबीआई मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस अभी भी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है. लेकिन इसे और व्यापक करेगा ताकि सेंट्रल बैंक में सुपरविजन डिपार्टमेंट को और मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस एडवांस बनाया जा सके.

RBI news: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपने बड़े डाटा बेस और बैंक और एनबीएफसी (NBFCs) पर रेगुलेटरी सुपरविजन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) का व्यापक इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, केंद्रीय बैंक (reserve Bank of India) इस मकसद को पूरा करने के लिए बाहरी एक्सपर्ट्स को भी हायर करेगा. हालांकि आरबीआई अभी भी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है. लेकिन इसे और व्यापक करेगा ताकि सेंट्रल बैंक में सुपरविजन डिपार्टमेंट को और एडवांस बनाया जा सके.

आरबीआई के क्षेत्राधिकार

खबर के मुताबिक, डिपार्टमेंट ने सुपरवाइजरी एग्जामिनेशन के लिए लीनियर और कुछ मशीन-लर्न मॉडल डेवलप और इस्तेमाल कर रहा है.आरबीआई के सुपरविजन क्षेत्राधिकार में बैंक, शहरी सहकारी बैंक (यूसीबी), एनबीएफसी, भुगतान बैंक, लघु वित्त बैंक, स्थानीय क्षेत्र के बैंक, क्रेडिट सूचना कंपनियों और अखिल मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस भारतीय वित्तीय संस्थान आते हैं. केंद्रीय बैंक ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (artificial intelligence) और मशीन लर्निंग (machine learning) के इस्तेमाल से जुड़े कंसल्टेशन के लिए रुचि पत्र (EoI) जारी किया है.

जारी रुचि पत्र में कहा गया है कि इस पहल का मकसद रिजर्व बैंक की डेटा आधारित निगरानी क्षमताओं को बढ़ाना है.एआई (AI) और एमएल (ML) एप्लीकेशन के वैश्विक सुपरवाइजरी एप्लीकेशन को ध्यान में रखते हुए, इस प्रोजेक्ट की कल्पना आरबीआई (RBI) ने की है.चयनित कंसल्टेंट को सुपरवाइजरी फोकस के साथ डेटा का पता लगाने और प्रोफाइल करने की जरूरत होगी.

New year 2022: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग ला रही मोटर इंश्योरेंस सेक्टर में बदलाव, 2022 में भी जारी रहेंगे यह 4 प्रमुख ट्रेंड्स

Artificial intelligence machine learning are bringing changes in the motor insurance sector

टेक्‍नोलॉजी में हुई प्रगति से भी मोटर इंश्योरेंस में महत्वपूर्ण बदलाव आया है और ये धीरे-धीरे आ रहे बदलाव आने वाले वर्षों में भी जारी रहेंगे। आज के ग्राहक बीमा के बारे में पहले के मुकाबले अधिक अवगत हैं और अपनी आवश्यकताओं को लेकर परिपक्‍व भी हैं

तुषार धीमर। भारत में 1988 के मोटर वाहन अधिनियम के तहत मोटर बीमा लेना आवश्यक है। सड़क दुर्घटना के बढ़ते मामले, क्षतिग्रस्त होने वाली कारों की संख्या ने लोगों को अपने वाहनों की सुरक्षा के लिए मोटर बीमा कराने के विकल्प का चुनाव करने के लिए मजबूर किया है। आईसीआरए के मुताबिक, सामान्य बीमा उद्योग से वित्‍त वर्ष 22 के दौरान ग्रॉस डायरेक्ट प्रीमियम आय में 7% से 9% का विकास अपेक्षित है। वित्‍त वर्ष 21 में उद्योग ने 4% का सालाना विकास किया था और यह 1.85 लाख करोड़ रुपए था।

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग में बनाए कॅरियर, विदेश में मिलेगी जॉब्स

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Career in artificial intelligence : आपने अक्सर देखा होगा कि जब आप गूगल में सर्च करने के लिए कुछ लिखने लगते हैं तो गूगल अपने आप ही उसकी पूरी स्पेलिंग या वाक्य आपको सजेशन में दिखाने लगता है। आप उबर अथवा ओला कैब बुक करते हैं और आपके स्मार्टफोन का एप आपको अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने का छोटे से छोटा और कम से कम ट्रेफिक वाला रास्ता बताने लगता है। कुछ ऐसा ही गूगल असिस्टेंट, एप्पल सिरी या अमेजन की एलेक्सा डिवाइसेज भी करती हैं, लेकिन ये एक स्टेप आगे जाकर आपकी मदद करते हैं और आपके एक ऑर्डर पर सबकुछ हाजिर करने की ताकत रखते हैं। ये सभी डिवाइसेज आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का ही चमत्कार है।

आईआईटी कानपुर के 5 छात्र फोर्ब्स की सूची में, तीन ने बनाई ओके क्रेडिट एप, दो ने विकसित की खास तकनीक

आईआईटी कानपुर

ओके क्रेडिट एप और रोबोट की मदद से सोलर पैनल के रखरखाव की तकनीक को विकासित करने वाले आईआईटी कानपुर के पांच छात्रों को फोर्ब्स की 30 अंडर 30 एशिया की सूची में शामिल किया मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस गया है। इस कामयाबी पर आईआईटी निदेशक प्रो.अभय करंदीकर और डीन ऑफ एल्युमिनाई एसोसिएशन प्रो.जयंत कुमार सिंह ने बधाई दी है।

2014 बैच के मैटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग के आदित्य प्रसाद, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के गौरव कुमार व हर्ष पोखरना और 2017 बैच के मैकेनिकल इंजीनियरिंग से बीटेक निखिल कुरेले और हर्षित राठौर ने 22 देशों के करीब 3500 प्रतिभागियों के बीच यह कामयाबी हासिल की है। फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया में 10 कैटेगरी निर्धारित थीं।

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