प्र.म. मोदी ने कहा आज जब फुटबॉल फीवर ने हम ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है? सभी को जकड़ रखा है, तो फुटबॉल की शब्दावली में ही क्यों न बात की जाए। जब कोई खिलाड़ी भावना के खिलाफ जाता है, तो ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है? उसे रेड कार्ड दिखाया जाता है और बाहर भेज दिया जाता है। इसी तरह, पिछले आठ वर्षों में, हमने कई लोगों को रेड कार्ड दिखाया है। जिन्होंने पूर्वोत्तर के विकास में बाधाएं उत्पन्न की। प्र.म. ने आगे कहा, हम आज फुटबॉल के खेल को कतर में देख रहे हैं ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है? और मैदान पर विदेशी टीमों को देख रहे हैं। लेकिन मुझे देश के युवाओं पर भरोसा है। इसलिए, मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि वह दिन दूर नहीं जब हम भारत में भी इसी तरह ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है? का त्योहार मनाएंगे और तिरंगे की जय-जयकार करेंगे।

भारतीय मूल की प्रिया लखानी ब्रिटिश एक्सपर्ट्स पैनल में हुई शामिल, तकनीक विकसित करने पर करेंगी काम

भारतवंशी प्रिया लखानी को ब्रिटिश सरकार ने भविष्य की उभरती तकनीक के विकास और उसे लागू करने वाले एक विशेषज्ञ पैनल में नियुक्त किया है। इससे पहले प्रिया को 2014 में ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा ओबीई (आर्डर आफ ब्रिटिश अंपायर) से सम्मानित किया गया था।

लंदन, पीटीआई। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) एजुकेशन टेक्टनोलाजी कंपनी की सीइओ भारतवंशी प्रिया लखानी को ब्रिटिश सरकार ने भविष्य की उभरती तकनीक के विकास और उसे लागू करने वाले एक विशेषज्ञ पैनल में नियुक्त किया है। सरकार ने इस पैनल में उद्योग जगत के पांच विशेषज्ञों को नामित किया है। इस पैनल का उद्देश्य विकास क्षेत्रों में यूके को दुनिया में सबसे अच्छी विनियमित अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करना है। साथ ही उभरती तकनीकों में नए विकास की आशा के माध्यम से नवाचार, निवेश और विकास को भी सुनिश्चित करना है। इसमें सेंचुरी टेक की संस्थापक प्रिया भी शामिल हैं। सेंचुरी टेक कंपनी विश्वभर में स्कूलों, कालेजों, विश्वविद्यालयों और कर्मचारियों के लिए लर्निंग टूल्स बनाती है।

EXCLUSIVE : ईडी ने झारखंड हाइकोर्ट को बताया- कैसे दो वर‍िष्‍ठ अधिकारी कर रहे ईडी की जासूसी, पढ़ें

ईडी

Ranchi : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड हाई कोर्ट को बताया है कि राज्य के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने एजेंसी की जांच को बाधित करने के लिए बरहरवा टोल प्लाजा मामले की जांच के दौरान ईडी के अधिकारियों की जासूसी की थी. विश्‍वसनीय सूत्रों के अनुसार, ईडी ने दो वरिष्ठ अधिकारियों को नामजद किया है, जो नियमित फोन कॉल के जरिए ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है? निर्देश दे रहे हैं और ईडी अधिकारियों पर निगरानी रखने की योजना बना रहे हैं. उन्हें कानूनी सलाहकार के साथ-साथ मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी के रूप में भी जाना जाता है. सूत्रों ने कहा कि ईडी ने उनकी बातचीत के फोन ट्रांसक्रिप्ट संलग्न किए हैं. सूत्रों के अनुसार ईडी ने दावा किया है कि सरकार के उक्त कानूनी सलाहकार ने अपने एक विश्वस्त व्यक्ति को पंकज मिश्रा से मिलने के लिए जेल तक भेजा था. यह जानने के लिए कि पुलिस रिमांड अवधि के दौरान ईडी ने उनसे और क्या पूछताछ की थी. गौरतलब है क‍ि ईडी द्वारा अवैध पत्थर खनन घोटाले की जांच बरहरवा टोल प्लाजा घोटाला मामले की जांच से निकली है.

पंकज मिश्रा भी जेल से फोन पर दे रहे थे निर्देश

अवैध खनन मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए पंकज मिश्रा भी जेल से फोन पर निर्देश दे रहे थे कि लोगों को उनकी गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए उकसाया जाए. ऐसे ही एक फोन कॉल में पंकज मिश्रा ने बरहरवा में बंद और थानों के बाहर प्रदर्शन करने के निर्देश दिए. सूत्रों के मुताबिक ईडी की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि इस मामले की जांच को बाधित करने के लिए उच्च स्तरीय प्रयास किए गए. हलफनामे में किए गए खुलासे से राज्य सरकार और पुलिस की नींद उड़ सकती है. इस मामले की सुनवाई 22 दिसंबर को न्यायमूर्ति संजय कुमार द्विवेदी की एकल पीठ द्वारा की जानी है. अदालत ने 6 दिसंबर को अपनी पिछली सुनवाई में सीबीआई और ईडी को इस मामले में जवाबी हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया था. अदालत ने यह आदेश शिकायतकर्ता शंभू नंदन द्वारा दायर आपराधिक रिट याचिका पर सुनवाई करते हुए पारित किया था, जिसमें पुलिस पर मंत्री आलमगीर आलम और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को बचाने का आरोप लगाया गया था.

311 एप पर बिना निराकरण ही शिकायत हो रही बंद

इन्दौर। नगर निगम के 311 एप पर इन दिनों शिकायत का निराकरण करे बिना ही उसे बंद किया जा रहा है। पहले जब तक शिकायत हल नहीं होती थी, तब तक उसे हटाने की मनाही थी, लेकिन अब व्यवस्था झोनल कार्यालयों के हाथ में देने के बाद शिकायतों को हटाकर आंकड़े का खेल खेला जा रहा है और लोगों की समस्याएं जस की तस रहती हैं।

इसके पहले निगम के आला अधिकारी और महापौर के हाथ में इस एप की कमान होती थी। जब तक समस्या का हल नहीं होता था, तब तक उसे बंद नहीं किया जा सकता था। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि आंकड़ों का खेल दिखाने के लिए अधिकारी इन शिकायतों को अपने स्तर पर ही बंद कर देते हैं, ताकि बताया जा सके कि किसी प्रकार की कोई शिकायत पेंडिंग नहीं है। नियमानुसार शिकायतकर्ता जब तक अपनी समस्या को लेकर संतुष्ट नहीं हो जाता है, तब तक शिकायत को बंद नहीं किया जा सकता।

311 एप पर बिना निराकरण ही शिकायत हो रही बंद

इन्दौर। नगर निगम के 311 एप पर इन दिनों शिकायत का निराकरण करे बिना ही उसे बंद किया जा रहा है। पहले जब तक शिकायत हल नहीं होती थी, तब तक उसे हटाने की मनाही थी, लेकिन अब व्यवस्था झोनल कार्यालयों के हाथ में देने के बाद शिकायतों को हटाकर आंकड़े का खेल खेला जा रहा है और लोगों की समस्याएं जस की तस रहती हैं।

इसके पहले निगम के आला अधिकारी और महापौर के हाथ में इस एप की कमान होती थी। जब तक समस्या का हल नहीं होता था, तब तक उसे बंद नहीं किया जा सकता था। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि आंकड़ों का खेल दिखाने के लिए अधिकारी इन शिकायतों को अपने स्तर पर ही बंद कर देते हैं, ताकि बताया जा सके कि किसी प्रकार की कोई शिकायत पेंडिंग नहीं है। नियमानुसार शिकायतकर्ता जब तक अपनी समस्या को लेकर संतुष्ट नहीं हो जाता है, तब तक शिकायत को बंद नहीं किया जा सकता।

नार्थ ईस्ट को मिली 6800 करोड़ लागत की कई विकास परियोजनाओं की सौगात

North East got the gift of many development projects costing 6800 crores

शिलॉन्ग (एजेंसी)। चीन के साथ तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज डंके की चोट पर बॉर्डर पर नई सड़कें, नए पुल, नई रेल लाइन और एयर स्ट्रिप बनाने का काम तेजी से चल रहा है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट बॉर्डर एरिया सुरक्षा और समृद्धि के गेटवे हैं। पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) की स्वर्ण जयंती के मौके पर यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र में प्रदान की गयी बेहतर हवाई सेवाओं से कृषि उत्पाद के निर्यात में मदद मिल रही है जिससे किसानों को फायदा पहुंच रहा है। उन्होंने कहा जो सीमावर्ती गांव कभी वीरान हुआ करते थे उसे हम वाइब्रेंट बनाने में जुटे ट्रेडर किन लोगों को कहा जाता है? हैं। सरकार ने आठ साल के कार्यकाल में पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास की राह में आई सभी बाधाओं को दूर कर दिया है। तवांग में चीन के साथ झड़प के बाद मेघालय की राजधानी शिलांग पहुंचे प्र.म. मोदी ने रविवार दो टूक यह बता दिया कि हम रूकने वाले नहीं हैं। चीन भारत के इसी कदम से बौखलाया हुआ कि वह सीमा पर सड़कों का जाल बिछा रहा है। भारत की ओर से पिछले कुछ वर्षों में न केवल चीन बल्कि पाकिस्तान के बॉर्डर एरिया में भी फुल स्पीड से सड़कों निर्माण किया है। सरकार का पूरा जोर इंफ्रास्ट्रक्चर है।

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