लेकिन निवेश करने से पहले आपको निम्न मापदंडों का पालन करना चाहिए-
Return on Investment- रिटर्न ऑन इनवेस्टमेंट
क्या होता है रिटर्न ऑन इनवेस्टमेंट?
Return on Investment: रिटर्न ऑन इनवेस्टमेंट (आरओआई) एक परफॉर्मेंस माप है जिसका उपयोग किसी निवेश की दक्षता या लाभप्रदता का मूल्यांकन करना और विभिन्न निवेशों की संख्या की दक्षता के साथ उसकी तुलना करना है। आरओआई किसी निवेश की लागत की तुलना में किसी विशेष निवेश पर रिटर्न की मात्रा की प्रत्यक्ष रूप से माप करने का प्रयास करता है। आरओआई की गणना करने के लिए, किसी निवेश के लाभ (या रिटर्न) को निवेश की लागत से विभाजित किया जाता है। परिणाम को एक प्रतिशत या अनुपात के रूप में अभिव्यक्त किया जाता है।
मुख्य बातें
- रिटर्न ऑन इनवेस्टमेंट (आरओआई) एक लोकप्रिय लाभप्रदता मीट्रिक है जिसका उपयोग यह आकलन करने के लिए किया जाता है कि किसी निवेश ने कितना अच्छा प्रदर्शन किया है।
निवेश / इन्वेस्टमेंट का महत्व
आज की बचत ही कल की कमाई है। निवेश करने का मुख्य कारण अपने पैसों से पैसा बनाना होता है ताकि भविष्य की अपनी जरूरतों और अपने सारे सपनों को पूरा किया जा सके।
दिन – प्रतिदिन महंगाई बहुत तेज़ी से बढ़ती जा रही है और जिस तेज़ी से महंगाई बढ़ रही है उतनी तेज़ी से लोगो की आमदनी (Income) नहीं बढ़ रही है। इसलिये अपनी आमदनी हो बढ़ाने के लिये भी निवेश करना जरूरी हो जाता है। निवेश करने पर लाभ होगा और उस लाभ से आप अपने सभी खर्चो को पूरा कर सकते है।( इन्वेस्टमेंट क्या है – what is Investment In Hindi )
बचत और निवेश में अंतर (Difference Between Saving And Investment)
अगर आप अपनी सैलरी से कुछ पैसा बचाकर अलग से बैंक या घर में रखते है तो वह बचत है। लेकिन बचाये हुये पैसों से शेयर्स, बांड्स, डिबेंचर, म्यूच्यूअल फंड, जमीन आदि खरीद कर रखी जाये तो वह निवेश है।
बचत अल्पकालिक और निकटतम लक्ष्यों को पूरा इन्वेस्टमेंट क्या होता है? करने के लिये की जाती है। जैसे: 2 – 3 महीने या 5 – 6 महीने बाद किसी काम को करने या किसी वस्तु को खरीदने के लिये पैसे चाहिये होंगे तो इसके लिये आप बचत (Saving) करेंगे।
निवेश (Investment) को Long Term Goals को पूरा करने के लिये किया जाता है। जैसे: कार खरीदना, घर खरीदना, बच्चों की पढ़ाई, बच्चों की शादी, रिटायरमेंट प्लानिंग के लिये निवेश किया जाता है। (निवेश क्या होता है – Nivesh kya hota hai)
निवेश कहां करें (Where To Invest Money)
1. Fixed Deposit (फिक्स्ड डिपाजिट): फिक्स्ड डिपाजिट को बैंक में करवाया जाता है। FD में निवेश करके सालाना 7 – 8% रिटर्न अपने पैसे पर कमाया जा सकता है। FD में निवेश सुरक्षित रहता है और लगाये हुये पैसे के डूबने की संभावना नहीं के बराबर होती है।
2. Mutual Fund (म्यूच्यूअल फंड): म्यूच्यूअल फंड में निवेश किया हुआ पैसा सीधे शेयर बाजार में लगता है इसलिये म्यूच्यूअल फंड्स थोड़े जोखिम भरे हो सकते है लेकिन 3 से 5 साल के लिये म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश किया जाये तो आप सालाना 15 – 20% तक रिटर्न कमा सकते है।
3. Equity Investment (इक्विटी इन्वेस्टमेंट): इक्विटी इन्वेस्टमेंट का अर्थ होता है की अपनी समझ से सीधे शेयर बाजार में पैसा लगाना। शेयर मार्किट को समझकर और अपने इन्वेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह से शेयर मार्किट में निवेश करके 25 से 30% तक रिटर्न कमा सकते है।
इन्वेस्टमेंट स्कीम में कब शुरू करें निवेश और कैसे चुनें निवेश स्कीम, जानें- यहां
Updated: April 13, 2022 9:32 AM IST
Investment Scheme: निवेश एक यात्रा है, न कि कोई मंजिल. यह एक ऐसी प्रक्रिया है जहां आप एक लक्ष्य के साथ कई वित्तीय निर्णय लेते हैं, रिटर्न अर्जित करते हैं और बहुत अधिक जोखिम उठाए बिना अपने वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करते हैं. जब आप युवा होते हैं तो निवेश करना सबसे अच्छा होता है, लेकिन आप जितनी जल्दी हो इन्वेस्टमेंट क्या होता है? सके निवेश शुरू कर सकते हैं. यदि आपको कोई लोन नहीं चुकाना है और पहले से ही एक आपातकालीन कोष बना चुके हैं, तो नौकरी छूट जाने पर कम से कम 3 महीने की आय मिलेगी, तो चाहे आप 20, 30 या 50 वर्ष के हों, तुरंत निवेश शुरू कर दें.
क्यों करना चाहिए निवेश?
निवेश अपनी बचत को एक प्रयास के लिए प्रतिबद्ध करने की एक योजना है, जिसका उद्देश्य आपके धन में बढ़ोतरी करना और अतिरिक्त आय या लाभ अर्जित करना होता है.
अपने जीवन में तय मंजिल पर पहुंचने के बाद आप यह सुनिश्चित करते हैं कि आपके परिवार के सपने और आवश्यकताएं पूरी हों, आप योजना बना सकें और छुट्टियां ले सकें, शादी कर सकें, पढ़ाई के लिए विदेश जा सकें, अप्रत्याशित घटनाओं में भाग ले सकें, आदि. इसलिए, आपको योजना बनाने और निवेश करने की आवश्यकता होती है. हमारी बचत जो इस बात पर निर्भर करेगी कि आपके वित्तीय लक्ष्य क्या हैं? ये निवेश आपको उन लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेंगे और अपने पैसे को काम में लगाकर आपको अपनी वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद करेंगे.
कैसे चुनें निवेश स्कीम?
एक निवेश योजना चुनने के लिए, आपको अपने उद्देश्यों, तरलता की जरूरतों, निवेश क्षितिज इन्वेस्टमेंट क्या होता है? इन्वेस्टमेंट क्या होता है? और अपनी जोखिम उठाने की क्षमता को जानना होगा. एक बार जब आपके पास एक स्पष्ट लक्ष्य हो, तो यह पता लगाना बहुत आसान हो जाता है कि आपको किस योजना में निवेश करना चाहिए. आप या तो वित्तीय संपत्ति जैसे स्टॉक, म्यूचुअल फंड, बैंक जमा, पीपीएफ, आदि या गैर-वित्तीय संपत्ति जैसे सोना या अचल संपत्ति में इन्वेस्टमेंट क्या होता है? निवेश कर सकते हैं.
IPO: क्या होता है आईपीओ, कैसे किया जाता है इसमें निवेश? आसान भाषा में समझें सबकुछ
IPO: ये दौर निवेश का है। आज बड़े पैमाने पर कई लोग अच्छी इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजी को अपनाकर करोड़ों रुपयों की कमाई कर रहे हैं। हाल में भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भी अपने आईपीओ के जरिए स्टॉक मार्केट में लिस्ट हो चुकी है। ऐसे में कई लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर आईपीओ होता क्या है और इसमें निवेश कैसे किया जाता है? पिछले साल भी आईपीओ टर्म काफी ट्रेंड में था। पारस डिफेंस, पेटीएम, जोमेटो जैसी कई बड़ी कंपनियां आईपीओ के जरिए अपने स्टॉक मार्केट में लेकर आई थीं। वहीं दूसरी तरफ कई लोग ऐसे भी हैं, जो आईपीओ के विषय में नहीं जानते। वो अक्सर आईपीओ को लेकर कई सवाल करते हैं। अगर आप भी आईपीओ के बारे में नहीं जानते, तो आज हम आपको इसी के बारे में बताने वाले हैं। आज हम जानेंगे कि आईपीओ क्या होता है और इसमें इन्वेस्ट कैसे किया जाता है?
क्या होता है आईपीओ
आईपीओ से तात्पर्य प्रारंभिक पब्लिक पेशकश (Initial Public Offering) से है। आईपीओ एक कंपनी के द्वारा लाया जाता है। आईपीओ के जरिए एक कंपनी स्टॉक मार्केट में शेयर के बदले लोगों से धन उठाती है। कोई भी कंपनी जब अपने शेयर को पहली बार पब्लिक के लिए लेकर आती है, उसे ही आईपीओ कहा जाता है।
कंपनियां शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के लिए आईपीओ को जारी करती हैं। एक बार जब कंपनी स्टॉक मार्केट में लिस्ट हो जाती है, उसके बाद निवेशक उस कंपनी के शेयर को खरीद और बेच सकते हैं। आईपीओ की मदद से कंपनियां कैपिटल इकट्ठा करने का काम करती हैं। कंपनियां आईपीओ को तभी जारी करती हैं, जब उन्हें ज्यादा मात्रा में पूंजी की जरूरत होती है।
आईपीओ में निवेश कैसे करें?
आईपीओ में निवेश करने के लिए आपके पास एक वैलिड डीमैट अकाउंट का होना जरूरी है। इसके बाद आप जिस स्टॉक ट्रेडिंग एप्स से अपना डीमैट अकाउंट ओपन करवाया है। उस स्टॉक ट्रेडिंग एप के जरिए आसानी से आईपीओ में निवेश कर सकते हैं।
देश में इस समय लोग बड़े पैमाने पर एलआईसी के आईपीओ में निवेश कर रहे हैं। एलआईसी आईपीओ की बिडिंग डेट 4 से 9 मई के बीच है। कंपनी इस आईपीओ के जरिए 21 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना में है।
म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट कैसे करे – आसान हिन्दी में बेहतरीन आर्टिकल्स की एक शुरुआती गाइड
म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट हर एक इन्वेस्टर के बीच काफ़ी लोकप्रिय हैं । जिसका कारण है इससे मिलने वाले फायदे। इसके कईं फायदों में से कुछ सबसे महत्वपूर्ण फ़ायदे नीचे दिए हैं, जो इन्वेस्टर्स को अपनी ओर खींचते है और जिसकी वजह से –
- इन्वेस्टर्स कितनी भी राशि के साथ शुरुआत कर सकते हैं ( 500 जितना कम भी )
- इन्वेस्टर्स, इन्वेस्टमेंट क्या होता है? अलग-अलग स्टॉक्स और डेट,गोल्ड जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं
- हर महीने ऑटोमेटेड इन्वेस्मेंट्स शुरू कर सकते हैं (SIP)
- डीमैट अकाउंट खोले बिना भी इन्वेस्ट कर सकते हैं
शुरुआती इन्वेस्टर्स के लिए इस म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट गाइड में हमने कुछ आर्टिकल्स को आपके लिए चुना है। जो म्युचुअल फंड को समझने में और कैसे इन्वेस्ट करना शुरू करें, इसमें आपकी मदद करेंगे। हम सुझाव देंगे कि आप इस पेज को बुकमार्क कर लें ताकि आप इन आर्टिकल्स को अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी पढ़ सकें।
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