2. Business to Business (B2B)

c2b e-commerce diagram

E Commerce क्या है ? कितने प्रकार का होता है ? इसके फायदे और नुकसान

What is E Commerce Full Information in Hindi:- क्या आप जानते है की E कॉमर्स का प्रकार Commerce क्या होता है ? अगर नहीं तो आपको ई-कॉमर्स के बारे में पता होना जरूरी है। क्योंकि वर्तमान समय में ई-कॉमर्स का इस्तेमाल बहुत ही ज्यादा होने लगा है। हो सकता है कि कॉमर्स का प्रकार आप भी ई-कॉमर्स सर्विसेज का इस्तेमाल करते हो। या अगर ना भी करते हो तो आपने ई-कॉमर्स शब्द को भी कहीं ना कहीं जरूर सुना होगा।

इसलिए आपको पता होना चाहिए कि आखिर की ई-कॉमर्स क्या होता है ? इसका मतलब क्या होता है ? ई-कॉमर्स की फुल फॉर्म क्या है ? ई कॉमर्स कितने प्रकार का होता है ? ई कॉमर्स के फायदे और नुकसान क्या है ? तो अगर आप इन सवालों के जवाब जानना चाहते हैं ? तो आप एकदम सही जगह पर आए हैं। यहां पर आपको ई-कॉमर्स के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में मिलने वाली है।

E- Commerce क्या है ? इसकी Full Form क्या है ?

E- Commerce का पूरा नाम Electronic Commerce होता है। ई-कॉमर्स का मतलब होता है इंटरनेट के माध्यम से कोई भी सामान ऑनलाइन खरीदना और बेचना। यानी कि हम अपने मोबाइल और कंप्यूटर से ऑनलाइन इंटरनेट के माध्यम से जब भी कुछ सामान या सर्विस खरीदते हैं या बेचते हैं, तो उसी को E- Commerce कहते हैं। Amazon, Flipkart जैसी सभी कंपनियां जो की ऑनलाइन सामान बेचती और खरीदती है, वे सभी ई-कॉमर्स कंपनियां ही है।

ई-कॉमर्स चार प्रकार के होते हैं। चलिये हम आपको बारी बारी से इनके बारे में बता देते है।

1. Business to Consumer (B2C)

इसमें व्यापारी डायरेक्ट अपने ग्राहकों को समान बेचता है। जैसे कि मान लीजिये की कोई मोबाइल बेचने वाली कंपनी है जोकि एक व्यापारी कंपनी है और वह अपने मोबाइल को ऑनलाइन इंटरनेट के माध्यम से अपने ग्राहकों को बेचती है। कॉमर्स का प्रकार कोई भी ग्राहक ऑनलाइन उनकी वेबसाइट पर जाकर उनके मोबाइल को ऑनलाइन खरीद सकता है। Amazon, Flipkart इसके सबसे अच्छे उदाहरण है।

ई-कॉमर्स क्या होता है

आज के समय में इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन व्यवसाय करना तथा ख़रीदारी करना बहुत पसंद किया जा रहा है, अब हमे मोबाइल, फर्नीचर, कपडे एवं इलेक्ट्रानिक का सामान आदि खरीदने के लिए बाजार नहीं जाना पड़ता है घर बैठे ही इंटरनेट ऑनलाइन शॉपिंग के द्वारा एक क्लिक से आप घर पर ही सामान मंगवा सकते है | ऑनलाइन शॉपिंग का व्यवसाय आज के समय में बहुत लोकप्रिय बन चुका है |

इंटरनेट के माध्यम से खरीदारी को ही ई-कॉमर्स कहते है Amazon, Flip-kart, shopcluse आदि वेबसाइट ई-कॉमर्स की ही साइट है | इन वेबसाइट के द्वारा ऑनलाइन व्यवसाय किया जा रहा है बहुत से लोग ऑनलाइन शॉपिंग करते है लेकिन उन्हें ई-कॉमर्स कॉमर्स का प्रकार क्या है, इसका क्या मतलब होता है यह कितने प्रकार का है इस सम्बन्ध में पूरी जानकारी नहीं होती है, इसलिए इस पेज पर आपको “ई-कॉमर्स क्या होता है? लाभ और विशेषताओं” के कॉमर्स का प्रकार विषय में सम्पूर्ण जानकारी दी जा रही है |

ई-कॉमर्स (E-COMMERCE) क्या है?

Table of Contents

ई-कॉमर्स को इंटरनेट या इलेक्ट्रानिक कॉमर्स भी कहते है, इंटरनेट के माध्यम से अपने व्यवसाय को संचालित करने को ई-कॉमर्स कहा जाता है | सामान और सेवाएं खरीदने, बेचने तथा कॉमर्स का प्रकार ग्राहकों के साथ व्यवसाय करना एवं भागीदारी देना भी शामिल है साथ ही पैसो के स्थानांतरण तथा डाटा के साँझा करने की भी प्रक्रिया है, जिसमे इलेक्ट्रानिक रूप में दो या दो से अधिक सहयोगियों के बीच डाटा अथवा धन स्थानांतरित होता रहता है |

ई-कॉमर्स के द्वारा व्यापार करने में समय और दूरी रूकावट नहीं बनते है, ई-कॉमर्स को आप ऑनलाइन शॉपिंग भी कह सकते है | टीवी रिचार्ज, नेट बैंकिंग, पेटीएम आदि मोबाइल एप्लीकेशन के द्वारा भी इलेक्ट्रानिक व्यवसाय किया जा रहा है | मिंत्रा, स्नेपडील, शॉपक्लूज, बिगबास्केट, अमेजन, फ्लिपकार्ट, अलिबाबा आदि ई-कॉमर्स व्यापारियों की वेबसाइट है |

ई-कॉमर्स के प्रकार

व्यवसाय से व्यवसाय (Business to Business E-commerce)

दो व्यवसायिक कंपनियों के बीच आपसी लेंन-देंन से सम्बंधित है जिसमे कोई कंपनी अपना खुद का उत्पाद ना बना कर दूसरी कंपनी से खरीद कर बेचता है उसे कॉमर्स का प्रकार व्यवसाय से व्यवसाय ई-कॉमर्स या Business to Business E-commerce भी कहते है |

व्यापार से उपभोक्ता (Business to Consumer E-commerce)

कंपनी अपने बनाये उत्पाद एवं सेवाएं सीधे उपभोक्ता को वेबसाइट के माध्यम से बेचता है, जिसमे उपभोक्ता उत्पाद के विषय में जानकारी लेकर उत्पाद का आर्डर करके घर में सामान प्राप्त करता है इस इलेक्ट्रानिक लेंन-देंन को व्यापार से उपभोक्ता ई-कॉमर्स या Business to Consumer E-commerce भी कहते है, जैसे Flipkart, Amazon आदि |

3.उपभोक्ता से उपभोक्ता (Consumer to Consumer E-commerce )

दो उपभोक्ताओं के बीच सेवाओं और सुविधाएं का इलेक्ट्रानिक लेंन-देंन कॉमर्स का प्रकार किसी तीसरे पक्ष के माध्यम से किया जाता है, जिसमे एक उपभोक्ता सामान बेचता है और दूसरा खरीदता है जैसे olx ,Quicker, eBay आदि, इसे उपभोक्ता से उपभोक्ता ई-कॉमर्स या Consumer to Consumer E-commerce भी कहते है |

ई-कॉमर्स: ई-कॉमर्स के प्रकार, फायदे और घटक

हैलो दोस्तों हम आज इस आर्टिकल में काफी आसान भाषा में ई-कॉमर्स क्या है? इसके कितने प्रकार होते है, इसके क्या फ़ायदे और नुकसान है एवं साथ ही इसके घटकों के बारें में विस्तारपूर्वक पढेंगे, तो चलिए स्टार्ट करते हैं-

E-commerce full explanation with its types benefits and components

ई-कॉमर्स का मतलब क्या है?

ई-कॉमर्स दो शब्दो से मिलकर बना है E और Commerce , से। E–Commerce का फुल नेम इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स है। E का मतलब होता है Electronic Network अर्थात इंटरनेट और Commerce का मतलब होता है सामान / वस्तुओं अथवा सर्विसेज को पर्चेस करना और सेल करना। इस प्रकार ई-कॉमर्स का मतलब होता है कि इंटरनेट के जरिए वस्तुओं एवं सर्विसेज को पर्चेस करना और सेल करना।

दूसरे शब्दों में कहे तो, “ई-कॉमर्स क्या है” इसका उत्तर देना आसान है न कि यह बताना कि इसे कैसे लिखा जाए, इसलिए हम अब सही स्पेलिंग पर बहस नहीं करेंगे। आगे हम ई-कॉमर्स को e-commerce examples और e commerce diagram की सहायता से कॉमर्स का प्रकार समझेंगे। साथ ही आपको निम्न प्रश्नों का भी उत्तर देंगे।

आज मार्केट मे ई-कॉमर्स की काफी बड़ी-बड़ी कम्पनियां है। जैसे की – OLX, अमेजन, फ्लिपकार्ट, eBay, पेटीएम आदि। जो की नेट के जरिए कारोबार करने की फैसिलिटी देते है। हम अधिकतर सामान और सर्विसेज को सेल करने तथा पर्चेस करने के लिए ई-पेमेंट्स का उपयोग करते है जैसे -क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग, ई-वॉलेट, आदि।

types of e commerce with diagram | types of e commerce with examples |

अगर हम various models of e commerce की बात करें तो ई-कॉमर्स के 6 प्रकार है यह है: B2B, B2C, C2B, C2C, B2A, C2A नीचे हमने सभी e commerce models with example और उनके e-commerce diagram के साथ समझाए है जिनको पढ़कर आप इन्हें अच्छी तरह से समझ सकते है।

B2B [ बिजनेस टू बिजनेस ]

इस प्रकार के ई-कॉमर्स में सेलर और खरीददार दोनों बिजनेस आर्गेनाइजेशन होते है। अर्थात एक व्यावसायिक संगठन अपने उत्पाद को दूसरे व्यावसायिक संगठन को बेचती है। उदाहरण स्वरूप- एक मैन्युफैक्चरर अपना सामान थोक विक्रेता को सेल करता है और थोक विक्रेता उस सामान को रिटेलर को सेल करता है। यहाँ पर मैन्युफैक्चरर थोक विक्रेता और रिटेलर तीनों के अपने व्यवसाय है।

b2b e-commerce diagram

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