म्यूच्यूअल फंड्स निवेश में क्या जोखिम शामिल हैं?
हम सब ने यह सुना ही है: ‘म्यूच्यूअल फंड निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन है', ‘कभी सोचा इन्वेस्टमेंट क्या होता है इन्वेस्टमेंट क्या होता है है, ये जोखिम क्या हैं?
सब जोखिम सारे म्यूच्यूअल फंड योजनाओं पर असर नहीं करते हैं| स्कीम इनफार्मेशन डॉक्यूमेंट, (SID) कौन सा जोखिम हमारे चुने हुए किस स्कीम पर लागू होगा, यह समझने में मददगार है|
फंड मैनेजमेंट टीम किस तरह इन जोखिमों का प्रबंधन करती है?
ये इस बात पर निर्भर है कि किस प्रकार का निवेश म्यूच्यूअल फंड ने लिया है| कुछ सिक्योरिटीज कुछ जोखिमों की तरफ ज्यादा संवेदनशील हैं और कुछ किन्ही और की ओर|
पेशेवरों की सहायता, विविधिकरण और SEBI का विनिमयन म्यूच्यूअल फंड्स के जोखिम को कम करते हैं|
आखिरकार, वो महत्वपूर्ण प्रश्न जो बहुत सारे निवेशकों ने पूछा है: क्या एक म्यूच्यूअल फंड कंपनी मेरे पैसों को लेकर चम्पत हो सकती है? आप यदि म्यूच्यूअल फंड के ढाँचे को देखें, और सख्त विनिमयन के रहते, ये बिलकुल असंभव है|
Equity Market Investment : इक्विटी में निवेश पर चाहिए ज्यादा रिटर्न? अपनाएं ये 4 टिप्स
अगर आप शेयर मार्किट में निवेश करने की सोच रहे हैं तो अपनाए ये कुछ जरूरी टिप्स, जो आपके निवेश को तो सुरक्षित करेगा ही साथ ही आप को दिलायेगा ज्यादा रिटर्न
छोटी कंपनियों के शेयर्स में ज्यादा निवेश से ज्यादा बेहतर होगा, बड़ी कंपनियों में कम निवेश करना.
Equity Investment : अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो हम आज आपको कुछ ऐसे जरूरी टिप्स बताने वाले हैं. इन्हें अपनाकर आप न सिर्फ अपने निवेश को सुरक्षित कर सकते हैं, बल्कि बेहतरीन रिटर्न भी हासिल कर पाएंगे. आम तौर पर भारत में ज्यादातर लोग इक्विटी में निवेश करना पसंद करते हैं. क्योंकि इसमें कम निवेश पर भी बेहतरीन रिटर्न हासिल हो सकता है. हालांकि इसमें निवेश जोखिम बना रहता है. इसलिए इक्विटी में निवेश से पहले आपको इसके बारे में सभी जानकारी तो लेनी ही चाहिए, साथ ही आपको व्यवस्थित तरीके से निवेश करना चाहिए. ताकि आपके निवेश पर जोखिम कम से कम हो.
निवेशकों को इक्विटी में निवेश करते समय ये कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए.
1. कभी भी इन्वेस्टमेंट टिप्स के पीछे न भागें
हमारे देश में शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने वाले 10 में से 9 व्यक्ति ऐसे हैं जिन्होंने किसी अन्य से मिली इन्वेस्टमेंट टिप्स को आधार बनाते हुए शेयर बाजार में निवेश शुरू किया है. ऐसे में सवाल उठता है कि शेयर मार्केट का जानकार या उसमें काम करने वाला व्यक्ति आप को ऐसी जानकारी या टिप्स क्यों देगा, जिससे उसकी जगह आप का फायदा होगा? उदाहरण के तौर पर हम देखेंगे कि कभी भी कोई सेफ (खाना बनाने वाला) अपनी रेसिपी का खुलासा नहीं करता है, तो फिर कोई आपको फायदा कराने वाली टिप्स की जानकारी क्यों देगा?. इसलिए किसी इन्वेस्टमेंट टिप्स के पीछे भागने से बेहतर होगा कि आप निवेश से पहले स्कीम को लेकर थोड़ा रिसर्च जरूर करें, ताकि आप की मेहनत की कमाई बेकार न हो जाए.
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2. फंडामेंटल एनालिसिस
जहां तक रिसर्च की बात है तो हर व्यक्ति को न तो रिसर्च की तकनीक का ज्ञान है और न ही उसमें इतनी समझ है कि वो खुद से इन्वेस्टमेंट से जुड़े टेक्निकल वर्ड को सही मायनों में समझ सके. हालांकि वो पढ़ जरूर सकता है. वैश्विक स्तर पर बात की जाए तो इन्वेस्टमेंट सेक्टर में हमेशा वॉरेन बफे और चार्ली मुंगेर की मिसाल दी जाती है, जिन्होंने निवेश से पहले अच्छी तरह से रिसर्च किया और प्लान तरीके से निवेश किया. अपनी इसी रिसर्च और प्लान निवेश के दम पर इंटरनेशनल मार्केट में दोनों ने अपनी खास पहचान बनाई है.
3. पोर्टफोलियो में लाएं डायवर्सिटी
क्या आप जाने हैं कि एक ही स्टॉक या सेक्टर में निवेश करना आप के लिए बड़ा जोखिमभरा साबित हो सकता है. इसलिए आप को निवेश करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि आप अलग-अलग सेक्टर की कंपनियों में थोड़ा-थोड़ा निवेश करें, ताकि अगर एक सेक्टर या एक स्टॉक में कोई दिक्कत आती है तो आप की सारी रकम एक साथ न डूब जाएये. यही वजह है कि निवेशकों को अपने निवेश पोर्टपोलियों में विविधता लाने की सलाह दी जाती है.
4. जोखिमों के बारे में रखें जानकारी
स्टॉक में निवेश करने वाले निवेशकों को ये पता होता है कि उसे कब शेयर खरीदना और बेचना है. आम तौर पर 20 से 30 फीसदी के लाभ पर शेयर होल्डर्स अपने शेयर को बेच देते हैं, लेकिन मंदी के दौर में निवेशकों को इसे लेकर बहुत ही सावधानी बरतने की जरूरत होती है. क्योंकि कई बार लोग सोचते हैं कि मंदी के समय में सस्ते शेयर लेकर इन्हें बाद में प्रॉफिट के साथ बेच देंगे. तो ये सोच कभी-कभी निवेशक के लिए बहुत ही नुकसानदायक साबित हो सकती है.
Mutual Fund क्या है? कैसे करें निवेश की शुरुआत? कितनी होगी कमाई?
म्यूचुअल फंड का यह सबसे बड़ा फायदा है कि आप ₹500 या ₹1,000 से भी SIP की शुरुआत कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड से आप न सिर्फ शेयर बाजार में बल्कि गोल्ड पर भी निवेश कर सकते हैं.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 04 अगस्त 2022,
- (अपडेटेड 04 अगस्त 2022, 6:53 PM IST)
हम सभी ने म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के बारे में कभी न कभी तो सुना ही होगा. लेकिन निवेश का फैसला सभी नहीं ले पाते हैं. ये भी सच है कि अधिकतर लोगों को इस बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है. ऐसे लोग निवेश करना तो चाहते हैं, लेकिन डरते हैं कि कहीं पैसा डूब ना जाए? आज हम आपके लिए म्यूचुअल फंड से जुड़ी पूरी जानकारी लेकर आए हैं.
क्या हैं म्यूचुअल फंड?
म्यूचुअल फंड एक ऐसा फंड है, जो AMC यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनीज ऑपरेट करती है. इन कंपनियों में कई लोग अपने पैसे निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड द्वारा इन पैसों को को बॉन्ड, शेयर मार्केट समेत कई जगहों पर निवेश किया जाता है.
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आसान शब्दों में कहें तो म्यूचुअल फंड बहुत सारे लोगों के पैसे से बना एक फंड (Fund) होता है. यहां पर एक फंड मैनेंजर होता है, जो फंड को सुरक्षित तरीके से थोड़ा-थोड़ा करके अलग-अलग जगह पर निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड से आप न सिर्फ शेयर बाजार में बल्कि गोल्ड पर भी निवेश कर सकते हैं.
क्या है एैसेट मैनेजमेंट कंपनी(AMC)?
ऐसी कंपनियां विभिन्न निवेशकों के द्वारा जमा किए गए फंडों को विभिन्न जगहों जैसे इक्विटी, बॉन्ड, गोल्ड, आदि में निवेश करती इन्वेस्टमेंट क्या होता है हैं और इस निवेश से मिलने वाले रिटर्न को निवेशकों में फंड यूनिट्स के अनुसार बांट देती हैं. एक अच्छा फंड मैनेजर फंड को सही तरीके से निवेश कर उसपर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न प्राप्त कर सकता है, जिससे निवेशक को अच्छे रिटर्न प्राप्त होंगे.
किस तरह से म्यूचुअल फंड काम करता है, ध्यान से समझते हैं?
म्यूचुअल फंड का सबसे बड़ा फायदा है कि इन्वेस्टमेंट क्या होता है आपको निवेश करने के लिए मोटी रकम की जरुरत नहीं है. आप केवल 500 रुपये से भी इसकी शुरुआत कर सकते हैं. मान लीजिए की आप कोई किसी कंपनी के स्टॉक में निवेश करना चाहते हैं, लेकिन उसके एक शेयर की कीमत 25000 रुपये है. लेकिन म्यूचुअल फंड के जरिये आप ऐसी कंपनियों में केवल 500 रुपये में भी निवेश कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड तमाम निवेशकों से 500-500 रुपये जमाकर उस कंपनी में बड़ी रकम निवेश करती है.
म्यूचुअल फंड में निवेश के फायदे-
1. म्यूचुअल फंड में निवेश पर आपको यह सोचने की जरुरत नहीं होती है कि जिस कंपनी में आप निवेश कर रहे हैं, उसकी ग्रोथ क्या है, ये काम फंड मैनेजर करता है.
2. म्यूचुअल फंड का एक बड़ा फायदा होता है कि यह आपके पैसे को अलग-अलग सेक्टर और एसेट में निवेश करता है. मान कि किसी सेक्टर जैसे बैंकिंग या ऑटो सेक्टर में किसी कारणवश मंदी आ जाती है तो इससे संपूर्ण पोर्टफोलियो पर अधिक फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि इस सेक्टर में थोड़ा-सा निवेश होगा, जिससे सम्पूर्ण पोर्टफोलियो पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा.
3. म्यूचुअल फंड में आप 500 या 1000 रुपये से भी SIP की शुरुआत कर सकते हैं. आप यह भी तय कर सकते हैं कि कितने अंतराल पर इसमें निवेश करेंगे. यह साप्ताहिक, मासिक, तिमाही या सालाना आधार पर हो सकता है. इस प्रकार कुछ समय के बाद आप एक बड़ी रकम जुटा सकते हैं.
म्यूचुअल फंड कैसे खरीदें?
- इसके लिए आप मोबाइल एप्प, एजेंट के माध्यम या फिर ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी की वेबसाइट पर जाकर आसानी से म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं.
-आज कई ऐसे प्लेटफार्म लॉन्च हो चुके हैं, जिनके माध्यम से आप एक जगह से कई म्यूचुअल फंड की स्कीम खरीद सकते हैं. इतना ही नहीं, आप अपनी म्यूचुअल फण्ड स्कीम की ग्रोथ, रिटर्न की तुलना एवं ट्रैकिंग भी आसानी से कर सकते हैं. ऑनलाइन निवेश ने म्यूचुअल फंड को ओर आसान बना दिया है. (नोट: म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें)
Investment Tips : क्या होता है इंडेक्स फंड जो गिरते बाजार में भी देता है कमाई का मौका, कैसे लगाएं इसमें पैसा
शेयर बाजार अभी अपने पीक से करीब 8,000 अंक नीचे ट्रेडिंग कर रहा है.
शेयर बाजार में अभी गिरावट का माहौल है और निवेशकों को यह समझ नहीं आ रहा कि कौन सा स्टॉक चुना जाए तो आगे चलकर मुनाफा कर . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : May 20, 2022, 07:40 IST
नई दिल्ली. शेयर बाजार अभी उतार-चढ़ाव के बीच जूझ रहा है और निवेशक भी अपना पैसा डूबने के डर से बाजार से लगातार बाहर निकाल रहे हैं. एक्सपर्ट की मानें तो ऐसे समय में निवेशकों को थोड़ा संयम बरतना चाहिए और बाजार से रिटर्न पाने के अन्य विकल्पों को आजमाना चाहिए.
गिरावट के इस माहौल में जो निवेशक इक्विटी में पैसे लगाने से हिचक रहे हों, उनके लिए इंडेक्स फंड सुरक्षा के साथ बड़े रिटर्न का मौका बन सकता है. इसमें कैसे और कितना निवेश करना चाहिए, इसको लेकर एक्सपर्ट से सलाह ली जा सकती है. इंडेक्स फंड वास्तव में पूरे ही एक्सचेंज से जुड़ा होता है, जिसमें कई कंपनियों के स्टॉक शामिल होते हैं. ऐसे में अगर कोई एक स्टॉक नुकसान करा रहा है तो दूसरा उसकी भरपाई कर देता है.
शेयर नहीं, सूचकांक से तय होता रिटर्न
बीपीएन फिनकैप कंसल्टेंट के सीईओ एके निगम का कहना है कि म्यूचुअल फंड के इंडेक्स फंडों का प्रदर्शन किसी कंपनी विशेष के शेयरों पर नहीं, बल्कि पूरे सूचकांक पर निर्भर करता है. मसलन, निफ्टी-50 या सेंसेक्स-30 का जैसा प्रदर्शन होगा, उसी आधार पर फंड के निवेश से रिटर्न मिलेगा. किसी इंडेक्स में सभी कंपनियों का जितना वेटेज इन्वेस्टमेंट क्या होता है या हिस्सेदारी होती है, उसी अनुपात में उनके शेयर खरीदे जाते हैं. इससे रिटर्न का जोखिम किसी एक कंपनी के प्रदर्शन पर निर्भर नहीं रह जाता.
निवेश का खर्चा और पैसे डूबने का खतरा कम
इंडेक्स फंड पैसिव तरीके से मैनेज किए जाते हैं, इसलिए सक्रिय रूप से मैनेज किए जाने वाले फंडों के मुकाबले इन पर कम खर्च आता है. इससे इन फंडों का कुल खर्च अनुपात बहुत कम हो जाता है. सक्रिय रूप से मैनेज किए जाने वाले फंड निवेशकों से 1 से 2 फीसदी इन्वेस्टमेंट क्या होता है तक शुल्क ले सकते हैं, जो लंबी अवधि के लिहाज से काफी ज्यादा हो जाएगा और आपके कुल रिटर्न पर असर डालेगा. इंडेक्स फंड निवेशकों का पोर्टफोलियो काफी डाइवर्सिफाई कर देते हैं, जिससे पैसा डूबने का खतरा कम हो जाता है.
बाजार में इन्वेस्टमेंट क्या होता है तीन प्रमुख इंडेक्स फंड
सेंसेक्स इंडेक्स फंड : ये बीएसई सेंसेक्स को बेंचमार्क इंडेक्स के रूप में ट्रैक करते हैं और उसकी 30 कंपनियों में निवेश करते हैं, जो ईटीएफ समर्थित होती हैं.
निफ्टी इंडेक्स फंड : ये एनएससी निफ्टी को बेंचमार्क इंडेक्स के रूप में ट्रैक करते हैं और उसकी 50 कंपनियों में निवेश करते हैं.
निफ्टी जूनियर इंडेक्स फंड : ये एनएससी निफ्टी की छोटी कंपनियों में निवेश करते हैं.
थोड़ा पैसा डालना ही समझदारी
शेयर बाजार के जानकार कुंज बंसल का कहना है कि ग्लोबल लेवल पर कई फैक्टर बाजार पर दबाव बना रहे हैं. यही कारण है कि पिछले कुछ समय से बाजार में गिरावट दिख रही है. अभी अनिश्चितता का माहौल खत्म नहीं हुआ है और आगे भी नुकसान उठाना पड़ सकता है. ऐसे में निवेशकों को ज्यादा पैसा लगाने के बजाए पोर्टफोलियो का कुछ हिस्सा यहां निवेश करना चाहिए. एक संभावना ये भी है कि आने वाले समय में बाजार दोबारा तेजी की राह पर लौटेगा, जिससे इंडेक्स फंड में पैसे लगाने वालों को तगड़ा रिटर्न मिल सकता है.
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