सावधि जमा (FD) कैलकुलेटर
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High FD Rates: 5 साल के फिक्स्ड डिपॉजिट पर 8.90% सालाना ब्याज, कहां मिल रहा है इतना फायदा
Higher FD Rates: STFC ने फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों को रिवाइज किया है. कंपनी ने अलग अलग टेन्योर के लिए ब्याज दरें 0.25 फीसदी तक बढ़ाई हैं.
Best FD Rates: 5 साल की FD पर आपके पास 8.90 फीसदी तक सालाना ब्याज कमाने का मौका है.
STFC Fixed Deposit: भारत में फिक्स्ड डिपॉजिट लंबे समय से निवेश का पॉपुलर विकल्प रहा है. लेकिन पिछले कुछ साल में जिस दर से महंगाई बढ़ी है, उस हिसाब से बैंकों, पोस्ट ऑफिस या FD की सुविधा देने वाले अन्य फाइनेंशियल संस्थाओं ने ब्याज दरों में इजाफा नहीं किया है. जिसकी वजह से इसे लेकर निवेशकों का आकषर्ण कुछ कम हुआ है. लेकिन मौजूदा समय में एक विकल्प ऐसा भी है जहां FD पर 8.90 फीसदी सालाना ब्याज कमाने का मौका है. यहां 1 साल से लेकर 5 साल तक की जमा पर बैंकों जमा पर ब्याज दरें के मुकाबले हाई रिटर्न मिल रहा है.
किस टेन्योर के लिए कितना ब्याज दर
फाइनेंस कंपनी श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी (Shriram Transport Finance Company) या STFC ने 1 साल यानी 12 महीने की FD के लिए STFC ने ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा किया है और अब यह 7 फीसदी सालाना हो गया. कंपनी ने 18 महीने की नई स्कीम शुरू की है, जिसपर 7.30 फीसदी सालाना ब्याज है. 24 महीने की FD के लिए STFC ने ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वॉइंट का जमा पर ब्याज दरें इजाफा किया है और अब यह 7.50 फीसदी सालाना हो गया. 36 महीने की FD पर 8.05 फीसदी, 42 महीने की FD पर 8.15 फीसदी, 48 महीने की FD पर 8.20 फीसदी और 60 महीने की FD पर 8.30 जमा पर ब्याज दरें फीसदी सालाना ब्याज है.
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इंटरेस्ट रेट रिवाइज किया
STFC ने अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों को रिवाइज किया है. STFC ने अलग अलग टेन्योर के लिए ब्याज दरें 0.25 फीसदी तक बढ़ा दी है. 14 अक्टूबर 2022 से नई दरें लागू हो रही हैं. रिवाइज्ड इंटरेस्ट रेट 12 महीने से 60 महीने यानी 1 साल से 5 साल तक की एफडी के लिए है. महिलाओं जमा पर ब्याज दरें और वरिष्ठ नागरिकों को सामान्य दर से ज्यादा ब्याज मिलेगा. ध्यान रहे कि यह एडिशनल 0.25 फीसदी इंटरेस्ट रेट उन सभी रिन्यूवल पर मिलेगा, जहां आपकी स्कीम मैच्योर हो रही है.
8.90 फीसदी तक ब्याज कैसे मिलेगा
अगर सीनियर सिटीजंस अपने नाम पर FD अकाउट खोलते हैं तो उन्हें 50 बेसिस प्वॉइंट ज्यादा ब्याज मिलेगा. वहीं अगर महिला कस्टमर हैं तो उन्हें 10 बेसिस प्वॉइंट का एडिशनल बेनेफिट मिलेगा. ऐसे में महिला सीनियर सिटीजन को 5 साल की एफडी पर 8.90 फीसदी सालाना ब्याज मिलेगा. महिलाओं के लिए एडिशनल 10 प्वॉइंट का बेनेफिट कंपनी ने नए फीचर्स के रूप में शुरू किया है.
केन्द्र सरकार ने कई बचत योजनाओं पर बढ़ाया ब्याज, जानें क्या है नई ब्याज दरें?
वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को छोटी बचत योजनाओं को जमा पर ब्याज दरें लेकर नई दरें लागू की । अधिसूचना में कहा है तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के लिए वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर अब 7.6 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा। अभी तक इस योजना पर 7.4 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है।
सरकार ने कुछ लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में 0.3 फीसदी तक की वृद्धि की है। आरबीआई द्वारा रेपो रेट बढ़ने से जमा पर ब्याज दरें बढ़ रही हैं। इसे देखते हुए ही सरकार ने यह कदम उठाया है। हालांकि, नौकरीपेशा लोगों के बीच लोकप्रिय बचत योजना पीपीएफ पर ब्याज दर 7.1 फीसदी यथावत रहेंगी ।
सरकार की नई दरों के अनुसार डाकघर में दो, तीन साल की डाकघर जमा योजना पर 0.2-0.3 फीसदी ज्यादा ब्याज मिलेगा । नई दरों में ब्याज अब 5.8 फीसदी मिलेगा। अभी तक यह दर 5.5 फीसदी थी। इसी के साथ सरकार ने किसान विकास पत्र की अवधि और ब्याज दर दोनों में संशोधन किया है। पीपीएफ, एनएससी, सुकन्या समृर्द्धि पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
किसान विकास पत्र पर ब्याज अब 7.0 प्रतिशत होगा
किसान विकास पत्र के संदर्भ में सरकार ने इसकी अवधि तथा ब्याज दर दोनों में संशोधन किया है। इसके तहत किसान विकास पत्र पर ब्याज अब 7.0 प्रतिशत होगा जो पहले 6.9 प्रतिशत था। मासिक बचत योजना पर अब 6.6 के बजाय 6.7 प्रतिशत ब्याज दिया जाएगा।
हर तीन महीने में होती है ब्याज दर समीक्षा
भारत की एक बड़ी आबादी जमा पर ब्याज दरें स्मॉल सेविंग स्कीम्स में पैसा लगाती है। सुकन्या समृद्धि योजना, डाकघर बचत योजना, पीपीएफ और सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम्स तो लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। सरकार इन ‘स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स’ पर ब्याज की हर तीन महीने में समीक्षा की जाती है। इस जमा पर ब्याज दरें समीक्षा के दौरान ब्याज दर को बढ़ाने, घटाने या स्थिर रखने पर फैसला लिया जाता है। वित्त मंत्रालय की तरफ से इन ब्याज दरों को तय करता है।
डाकघरों की वरिष्ठ नागरिक जमा योजना पर स्पष्टीकरण:
– खाताधारक की मृत्यु पर सीधे-सीधे समय पूर्व खाता बंद नहीं किया जाएगा
–कानूनी उत्तराधिकारी के कहने पर होगा खाता बंद
– मृत्यु की तारीख तक योजना के लिए तय दर के हिसाब से ब्याज, मृत्यु की तारीख से खाता बंद होने तक डाकघर बचत योजना का ब्याज
– खाते को समय से पहले बंद कर देने के मामले में वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) के नियम 6 के तहत जुर्माना
कोऑपरेटिव बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) : ऊंची ब्याज दरें हों तो भी, इसमें इन्वेस्ट करना कितना सही?
सावधि जमा योजना यानी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर 9.50 फीसदी की सालाना ब्याज दर निश्चित तौर पर आकर्षित करेगी, खासतौर से ऐसी स्थिति में जब कमर्शल बैंक एफडी पर 7 से 7.5 फीसदी की ब्याज दर दे रहे हों. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई (SBI)तीन साल की एफडी पर सालाना के हिसाब से 7 फीसदी की ब्याज दर दे रहा है. वहीं दूसरी ओर कोऑपरेटिव बैंक और म्यूनिसिपल कोऑपरेटिव बैंक इसी मच्योरिटी टर्म पर 8.50-9.50 फीसदी की दर से ब्याज दे रहे हैं.
इसका अर्थ यह हुआ कि यदि कोई व्यक्ति पांच साल के लिए 10 लाख रुपए की एफडी कोऑपरेटिव या म्यूनिसिपल कोपरेटिव बैंक में करता है तो वह अपेक्षाकृत बहुत अधिक यानी अन्य एफडी पर ब्याज की कमाई से 1 लाख रुपए अधिक ब्याज कमा सकता है. यही वजह है कि रिटायर होने वाले ज्यादातर लोग जो कि रेग्युलर मासिक इनकम चाहते हैं और इसके लिए बड़ी रकम निवेश में डालते हैं, वे पारंपरिक एफडी के मुकाबले कोऑपरेटिव बैंक के एफडी के प्रति ज्यादा आकर्षित होते हैं.
कई कोऑपरेटिव बैंक्स हालांकि असफल भी हुए हैं. कोऑपरेटिव बैंकों के मुकाबले कर्मशल बैंक अधिक नियम-कानूनों से बंधे होते हैं और संभवत: उनमें कस्टमर्स के हित अपेक्षाकृत अधिक सुरक्षित होते हैं. कर्मशल बैंक के मुकाबले कोऑपरेटिव बैंकों की वित्तीय स्थिति उतनी आसानी से उपलब्ध नहीं होती है. डील फोर लोन्स (Deal4Loans) के संस्थापक ऋषि मेहरा कहते हैं- अतीत में कई कोऑपरेटिव बैंक धराशायी हो गए हैं, ऐसे में बस कुछ 1.5-2 फीसदी अधिक ब्याज दर के लिए जोखिम लेना सही नहीं है. उनके मुताबिक, कोऑपरेटिव बैंक जिस एरिया में ऑपरेट करते हैं, वहां के स्थानीय किसानों और लघु उद्यम करने वालों को लोन देते हैं, ऐसे में वे इसलिए भी असफलता संबंधी जोखिम अधिक होता है क्योंकि लोन एक ही सेक्टर में दिए जा रहे हैं.
हालांकि निवेशक की निवेश की गई रकम का 1 लाख रुपया डिपॉजिट इंश्योरेंस स्कीम के जमा पर ब्याज दरें तहत कोऑपरेटिव बैंकों में भी बीमित होता है, ठीक वैसे ही जैसे कि राष्ट्रीयकृत बैंकों के मामले में होता है. इसलिए जमा पर ब्याज दरें विशेषज्ञ कहते हैं कि जितना भी पैसा निवेश करना है उसे विभिन्न बैंकों में करें, न कि एकसाथ किसी एक ही बैंक में करें. यदि आपको दो लाख रुपए निवेश करने हैं तो इसे दो कोऑपरेटिव बैंकों में डाल दें.
इसके अलावा एक और बात है. कभी कभी बैंक के फेल होने की दिशा में सरकार पैसा निकालने की सीमा तय कर देती है. मेहरा के मुताबिक, ऐसे में सरकार उस कोऑपरेटिव बैंक को संभलने के लिए वक्त देना चाहती है लेकिन यही बात कस्मटर्म के लिए झंझट बन जाती है.
SBI FD Rate Hike: स्टेट बैंक ने FD पर बढ़ाईं ब्याज दरें, चेक करें लेटेस्ट रेट
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने कुछ सावधि जमा (FD) पर ब्याज दरों में 65 आधार अंकों तक की बढ़ोतरी की है. एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक, एफडी की ब्याज दरों में बढ़ोतरी 25 बेसिस प्वाइंट से लेकर 65 बेसिस प्वाइंट तक की गई है.
SBI FD Rate Hike: देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने कुछ सावधि जमा (FD) पर ब्याज दरों में 65 आधार अंकों तक की बढ़ोतरी की है. एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक, एफडी की ब्याज दरों में बढ़ोतरी 25 बेसिस प्वाइंट से लेकर 65 बेसिस प्वाइंट तक की गई है. बढ़ी हुई ब्याज दरें 2 करोड़ रुपये तक की सावधि जमा पर लागू होंगी. Beware of Instant Loan Apps: फर्जी लोन ऐप्स कर सकते हैं अकाउंट खाली, बचने के लिए फॉलो करें SBI के ये सेफ्टी टिप्स.
अगर पैसा एडफी में पैसा निवेश करने की सोच रहे हैं तो स्टेट बैंक की ओर रूख कर सकते हैं. SBI ने मंगलवार को 2 करोड़ रुपये से कम की खुदरा एफडी की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. एफडी पर उच्च ब्याज दरें 13 दिसंबर, 2022 से प्रभावी हैं.
बैंक ने पिछली बार 22 अक्टूबर, 2022 को खुदरा सावधि जमा पर ब्याज दरों में 80 आधार अंकों तक की बढ़ोतरी की थी. बढ़ी हुई ब्याज दरें 2 करोड़ रुपये तक की सावधि जमा पर लागू होंगी.
नई ब्याज दरें
7 दिनों से 45 दिनों में मेच्योर होने वाले एफडी पर बैंक 3 प्रतिशत की ब्याज दरों की पेशकश कर रहा है. जबकि 46 दिनों और 179 दिनों के बीच मेच्योर होने वाले एफडी पर ब्याज दर 3.9 प्रतिशत होगी. 180 दिनों से लेकर 210 दिनों में मेच्योर होने वाले एफडी पर ब्याज दर 5.25 प्रतिशत होगी.
बैंक ने उन एफडी पर ब्याज दरों में वृद्धि की है जो 211 दिनों में परिपक्व होकर दस वर्ष हो गए हैं. अब, 211 दिनों से लेकर एक वर्ष से कम समय में मेच्योर होने वाली सावधि जमाओं पर ब्याज दर 5.75 प्रतिशत होगी. एसबीआई ने कहा कि एक वर्ष से दो वर्ष से कम की अवधि में मेच्योर होने वाली जमा राशि आम जनता के लिए 65 आधार अंक अतिरिक्त प्रदान करेगी.
एसबीआई वीकेयर
एसबीआई वेबसाइट के अनुसार, “रिटेल टीडी सेगमेंट में वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक विशेष ‘एसबीआई वीकेयर’ डिपॉजिट जिसमें मौजूदा 50 बीपीएस से अधिक 50 बीपीएस का अतिरिक्त प्रीमियम यानी जनता के लिए कार्ड दर से 100 बीपीएस अधिक है. ‘एसबीआई वीकेयर’ डिपॉजिट स्कीम 31 मार्च 2023 तक बढ़ा दी गई है.
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