अवंता इंडिया के प्रबंध निदेशक नकुल माथुर ने कहा कि अतीत में एफडी निवेश का पसंदीदा विकल्प था। हालांकि, निवेशक उच्च उपज पैदा करने के लिए एक परिष्कृत परिसंपत्ति वर्ग के रूप में वाणिज्यिक अचल संपत्ति के महत्व को पहचानने लगे हैं।
भारत की सबसे अच्छी 5 क्रिप्टोकरंसी कौनसी है?
Top 5 Cryptocurrency in India की बात करे तो यह हमेशा बदलती रहती है क्योंकी यह Most Volitile CryptoCurrancy होती है जो बहुत उपर निचे होती रहती है, कभी कभी एक एक दिन मे यह 10-30 % तक उछाल आ जाता है. इसलिये Top 5 Cryptocurrency in India की लिस्ट आज जो है वह कुछ दिनों मे बदल जाती है.
क्रिप्टो करेंसी क्या है क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन अगर आसान भाषा मे कहा जाये तो यह एक Digital Currancy है. Digital Computer System के माध्यम से इसे स्टोर किया जाता है. दरसल इसे क्रिप्टो मुद्रा भी कहा जाता है क्योंकि यह एक प्रकार की मुद्रा ही है.
यह एक प्रकार के Digital Assets होते है जिनका इस्तमाल किसी भी चीजों के खरिदने और बेचने के लिये होता है.
CryptoCurrancy Exchange Market मे कितने क्रिप्टोकरेंसी Listed है?
जनवरी 2021 तक की बात की जाये तो CryptoCurrancy Exchange Market मे लगभग 4000 के ऊपर क्रिप्टोकरेंसी संख्या लिस्टेड हुई है और CryptoCurrancy व्यापार यानी रोज Trade होनेवाले CryptoCurrancy की बात क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन करे तो 10,000 के ऊपर संख्या जाती है अगर रोज CryptoCurrancies Trading कि बात करे तो.
Best CryptoCurrancy to invest in India की बात करे तो इसकी रॅक ऊपर नीचे होती रहती है अगले महिने देखेंगे तो यह बदल गई होगी लेकिन आज मैै आपको इस समय के Top 10 CryptoCurrancy 2022 बताऊंगा जो की अभी के लिये Trending मे है. Best CryptoCurrancy to invest Today की बात करे तो आज के समय मे Bitcoin, Dogecoin, Ripple, Ethereum, Litcoin, Binance आप इने देख सकते है. तो चलिये जानते है बेहतरिन 5 क्रिप्टो करेंसी इंडिया कौन कौन से है.
1. BITCOIN Kya Hai?
भारत मे नहीं बल्की दुनिया मे सबसे जादा कोई कोई चर्चित क्रिप्टो करंसी होगी तो वह है Bitcoin. चलिए देखते है बिटकाॅईन क्या है?
Bitcoin CryptoCurrancy यह Blockchain क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन पर आधारित काम करती है. Bitcoin Market Cap की बात करे तो यह लगभग 650.07 b तक है.
बिटकॉइन का आज का भाव देखे तो 1 बिटकॉइन की कीमत भारतीय रुपयोंं के हिसाब से 26,00,000 (7 जुलै 2021) रुपये के पास चल रही है. इसकी बात करे तो 1 बिटकाॅईन प्राईस लगभग 50,00,000 लाख के भी ऊपर जाकर आई है. देखा जाये तो Bitcoin Historical Returns कि बात करे तो काफी कम समय मे बहुत जादा रिटर्न्स दिये है.
बिटकॉइन का भविष्य की बात करे तो इसका अंदाजा कोई नहीं लगा सकता क्यों यह बहुत ही ऊपर नीचे होता रहता है यह काफी Volatile होता है.
Bitcoin का मालिक कौन है और बिटकॉइन किस देश की करेंसी है
चलिए जानते है Bitcoin का मालिक कौन है और बिटकॉइन किस देश की करेंसी है. इसका नाम तो आपने काफी बार सुना होगा जिसमे से बहुत से लोग इसके बारे में भलीभांति जानते भी है परन्तु कुछ लोग इस करेंसी को लेकर काफी कंफ्यूज है उनकों इसके बारे में यह समझ में नहीं आ रहा है की ये असल में है क्या तो आज आपको इससे रिलेटेड सारी जानकारी देंगे.
हर देश की एक अलग जिसे उस देश में खरीददारी के लिए इस्तेमाल किया जाता है लेकिन कुछ ऐसी भी मुद्रा है जिसके जरिये किसी भी देश में लेनदेन कर सकते है ठीक उसी प्रकार बिटकॉइन है लेकिन यह एक ऐसी मुद्रा है जिसे ना तो हम देख सकते है और ना ही उसे छू सकते है क्योंकि यह एक डिजिटल करेंसी है. जो Peer to Peer सिक्योर नेटवर्क के जरिये लेनदेन किया जाता है.
Bitcoin का मालिक कौन है
बिटकॉइन का ऑथर Satoshi Nakamoto है. वैसे इसका कोई एक व्यक्ति मालिक नहीं है क्योंकि यह एक ओपन सोर्से डीसेण्ट्रलाइज डिजिटल करेंसी है इसे सातोशी का नाम दिया गया है. और यह एक इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर रहने वाली मुद्रा है जिसे किसी डिजिटल वॉलेट के माध्यम से स्टोर करके रखा जा सकता है. लोग Bitcoin एक व्यवसाय के रूप में भी इस्तेमाल करते है शुरुआती दिनों में इसका रेट काफी कम था उस समय बहुत से लोगों ने इसमें इन्वेस्ट किया और जब बिटकॉइन के मूल्य में बढ़ोतरी हुई तो लोगों ने इसे सेल करके काफी अच्छा मुनाफा कमाया था.
अब बिटकॉइन का रेट काफी बढ़ चूका है यदि इस समय Bitcoin के मूल्य की बात करे तो भारतीय रुपए में 1 बिटकॉइन का रेट 25,45,947 है. कुछ ऐसी वेबसाइट क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन भी है जिसके जरिये माइनिंग करके बिटकॉइन बनाये जा सकते है ये साइटें कम्प्यूटर पॉवर के जरिये एक ट्रांजैक्शन प्रोसेस करती है जिससे Bitcoin का निर्माण होता है. Bitcoin Mining करने के बाद वॉलेट में भी ले सकते है.
बिटकॉइन किस देश की करेंसी है
इसे बनाने वाले व्यक्ति जापान के नागरिक है परन्तु बिटकॉइन को आमतौर पर किसी एक देश की करेंसी नहीं कहा जा सकता है क्योंकि यह एक डिजिटल करेंसी है और इसे हर कोई व्यक्ति ऑनलाइन खरीद या बेच सकता है या ऑनलाइन इस्तेमाल कर सकता है. Bitcoin की शुरुआत 3 जनवरी 2009 में सातोशी नकामोतो नामक व्यक्ति द्वारा की गई थी. इनका जन्म 5 अप्रैल 1975 को जापान में हुआ था.
आशा करती हूँ क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन की आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी और अब आपको पता चल गया क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन होगा की Bitcoin का मालिक कौन है और बिटकॉइन किस देश की करेंसी है. इसका मुख्य Symbol – ₿ ये है और इसे BTC के नाम से भी जाना जाता है.
नोट: भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बिटकॉइन को अधिकारिक अनुमति नहीं दी है एक प्रेस के जरिये चेतावनी देते हुए कहा है की इसका लेनदेन जोखिम हो सकता है.
Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीसजिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो इसे बेच सकते हैं. (Representative Image)
Trading in Crypto Currencies: दुनिया भर में निवेशकों के बीच क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. इसमें क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग होती है. इस एक्सचेंज पर मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार पर क्रिप्टो करेंसीज को खरीदा-बेचा जाता है. जहां इनकी कीमत मांग और आपूर्ति के हिसाब से तय होती है. जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो बेच सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर भी ट्रेडिंग के लिए फीस चुकानी होती है. इसलिए अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले इनकी ट्रेडिंग पर लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.
एक्सचेंज फीस
- क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है.
- फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
- क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक तरह से कह सकते हैं कि कोई ट्रांजैक्शंन सही है या गलत, यह सुनिश्चित करना इन माइनर्स का काम है. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है.
- आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए फीस दी जाती है.
वॉलेट फीस
- क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं.
- क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
(Article: Shivam Thakral, CEO, BuyUcoin)
(स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिए गए सुझाव लेखक के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)
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एफडी बनाम रियल एस्टेट निवेश, बहस एक चल रही है। रियल एस्टेट और फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) दोनों को लंबी अवधि के लिए निवेश माना जाता है, इनमें से प्रत्येक के अपने फायदे हैं, नतीजतन, इसमें शामिल सभी कारकों की पूरी तरह से समझ आपको सबसे अच्छा निवेश निर्णय लेने में मदद करेगी। फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) एक आकर्षक विकल्प है। दूसरी ओर, यदि आप एक ऐसी संपत्ति के मालिक बनना चाहते हैं जो समय क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन के साथ मूल्य में सराहना करेगी, तो आपको अचल संपत्ति में निवेश करने पर विचार करना चाहिए। तो मिलेनियल्स के लिए बेहतर सेवानिवृत्ति निवेश विकल्प कौन सा है? इस पर विशेषज्ञों का क्या कहना है।
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